पति की कमीज पर किसी लड़की के बाल को देखकर परेशान होना। पत्नी को घर छोड़ने आए पुरुष सहकर्मी को लेकर शंका। पति के कमरे के बाहर जाते ही चोरी-छिपे उसका मोबाइल चेक करना या कभी-कभी अपने साथी के पीछे जासूस लगाना, क्या आप जानते हैं कि अगर इसमें से एक भी लक्षण आप में है, तो आप ‘शक’ नाम की गंभीर बीमारी के शिकंजे में फंसते जा रहे हैं।
पति-पत्नी और शक एक ऐसा त्रिकोण है, जिसकी कहानी का अंत अक्सर ही दुखद होता है। अगर पति-पत्नी की हंसती-खेलती जिंदगी में शक की दीवार खड़ी हो जाए तो रिश्ता टूटने की कगार पर पहुंच जाता है।
कैसे बढ़ती है शक की बीमारी?
रिसर्च बताते हैं कि किसी पर शक करना चाहे कोई बहुत बड़ी समस्या न हो, पर यह किसी समस्या की ओर पहली सीढ़ी जरूर है। शक का अगर समय रहते सही इलाज नहीं हुआ, तो धीरे-धीरे उस शक पर बिना किसी वजह आप विश्वास करने लगते हैं और अपने साथी पर अविश्वास। यह अविश्वास फिर आपकी झुंझलाहट और चिड़चिड़ेपन का कारण बनता है। यह कभी-कभी शारीरिक तौर पर भी नजर आता है। यह झुंझलाहट आप में असुरक्षा की भावना को जन्म देती है, जिसके कारण कई सारे डर
दिमाग में घर कर जाते हैं। ऐसा होने पर जहां एक ओर आप मानसिक बीमारी के शिकार हो जाते हैं, वहीं दूसरी ओर आपका आपके साथी के साथ रिश्ता बिखर जाता है। यह जानना भी महत्वपूर्ण है कि शक कभी लिंग भेद नहीं करता। सामान्य तौर पर यह माना जाता है कि ्त्रिरयां ही शक्की होती हैं, पर ऐसा है नहीं। समय आने पर पुरुष भी शक करते हैं। अगर इसका और विश्लेषण किया जाए, तो सवाल यह उठता है कि आखिर हम शक करते क्यों हैं?
हीनभावना लाती है असुरक्षा की भावना
हीनभावनाएं अक्सर ही असुरक्षा की भावना
लाती हैं और यही असुरक्षा शक को जन्म देती है। असुरक्षा किसी प्रिय व्यक्ति को खो देने की, असुरक्षा अपनी महत्ता खो देने की। मान लीजिए कोई स्त्री या पुरुष हीनभावना से ग्रस्त है, तो उसे हमेशा अपने साथी को लेकर शक रहेगा कि कहीं उसका किसी और के साथ अफेयर तो नहीं चल रहा, कहीं मेरा साथी मुझे छोड़कर तो नहीं चला जाएगा। बिना किसी वजह की चिंता, शक और अविश्वास की जननी है और फिर इसी असुरक्षा के चलते आप साथी को और अधिक जकड़कर रखने की कोशिश करते हैं, जो अंत में रिश्ते को समाप्त करता है।
ये होती हैं
शक की वजहें
जब रिश्ता नए माहौल में आगे बढ़ रहा हो, जब भी हम किसी नए जीवन में कदम रखते हैं, तो मन में आकांक्षाओं के साथ आशंकाएं भी होती हैं। जैसे नई नौकरी हो या कॉलेज का पहला दिन, थोड़ा शक तो मन में रहता ही है। इसी तरह जब कोई रिश्ता आगे नए रास्ते पर बढ़ता है, तो मन में शक तो रहेगा ही।
किसी भय को छिपाने के लिए
रिश्ते में अगर आपको किसी चीज से डर लगता है। उदाहरण के तौर पर अगर किसी को किसी बात से डर लगता है या उस रिश्ते के साथ भविष्य खतरे में दिखता है, तो उसे
छिपाने के लिए शक का सहारा लेते हैं।
शक के परिणाम
शक को अगर समय रहते न रोका गया, तो ये दो चीजों को बर्बाद करता है। पहला आपका अपना व्यक्तित्व और दूसरा आपका रिश्ता।
यह तब और भी भयावह हो जाता है, जब सिर्फ दो व्यक्ति नहीं, बल्कि दो परिवार टूटते हैं। शक्की व्यक्ति अपने जीवन में किसी भी रिश्ते से संतुष्ट नहीं रह सकता। शक होना वैसे तो काफी सामान्य-सी बात है, पर इस शक को एक सीमा से ज्यादा बढ़ने न देना बेहद आवश्यक है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। Why Wife Doubt Her Husband: शादीशुदा जिंदगी को लंबे वक्त तक खुशहाल रखने के लिए पति और पत्नी के बीच भरोसा होना बेहद जरूरी है वरना रिलेशन का टिक पाना मुश्किल हो जाता है. अक्सर हमने देखा है कि एक छोटी सी बात भी बड़ी दरार पैदा कर सकती है, जिसे आमतौर पर नजरअंदाज कर दिया जाता है. भारतीय समाज में ज्यादातर पुरुष कामकाजी होते हैं और महिलाएं हाउसवाइफ का रोल अदा करती है. दिनभर काम के सिलसिले में पति से दूरी पत्नियों को परेशान भी करती है. दिन में करीब 10 घंटे की जुदाई और कई अन्य गलतियों के कारण रिश्ते में खटास पैदा होने लगती है. आइए जानते हैं कि आखिर पत्नी अपने पति पर क्यों शक करती हैं.
पति पर क्यों शक करती हैं पत्नी?
1. आपस में बातें कम करना
आपकी शादी के कुछ महीनें बीतें हो या कई साल, पति और पत्नी के बीच में बातचीत होना जरूरी है. अगर कुछ परेशानी हो तो आपस में मैटर सॉल्व कर लेना ही बेहतर उपाय है. अगर पुरुष अपनी बिजी लाइफ के कारण वाइफ से कम बात करेंगे तो रिश्ता खराब होना लाजमी है.
2. लड़कियों से दोस्ती मंजूर नहीं
दोस्ती एक ऐसा रिश्ता है जो शादी होने के बाद भी बरकरार रह सकता है, आमतौर पर जब पुरुष किसी महिला मित्र से बात करते हैं तो अक्सर उनकी पत्नी को जलन महसूस होने लगती है, जिसकी वजह से लड़ाइयां बढ़ जाती हैं. इसके लिए जरूरी है कि पति अपनी पत्नी को भरोसा दिलाएं कि वो उनके लिए किसी भी दोस्त से बढ़कर हैं.
3. मोबाइल से चिपके रहना
हर पत्नी चाहती है कि कि उसका पति घर आने पर उससे बात करे और उसको क्वालिटी टाइम दे, लेकिन कई पुरुष मोबाइल से अपना लगाव छोड़ नहीं पाते और इस गैजेट से चिपके रहते हैं. अगर मर्द अपने सेलफोन देखकर ज्यादा मुस्कुरा रहे हैं तो पत्नी का शक कई गुणा बढ़ जाता है. इसलिए बेहतर है कि फोन से ज्यादा समय अपनी लाइफ पार्टनर के साथ बिताएं.
4. एक्स गर्लफ्रेंड को न भूल पाना
भले ही शादी से पहले आपके कई रिश्ते रहे हों, लेकिन शादी के बात किसी भी पुरुष के लिए सबसे अहम शख्स उसकी पत्नी होनी चाहिए. बेहतर है कि आप वाइफ के साथ जब भी बैठें तो अपनी एक्स गर्लफ्रेंड के बारे में बात न करें, वरना पत्नी को लगेगा कि आप आज भी उसे मिस कर रहे हैं और भूल पाना मुश्किल हो रहा है. ये औरतों के दिल में शक पैदा होने की बड़ी वजह है.