शनिदेव शिव जी को अपना गुरू मानते हैं, इसलिए जो भक्त शिव जी की आराधना करते हैं, उन्हें शनिदेव नहीं सताते हैं. इसके अलावा भी शनिदेव का प्रकोप कम करने के कुछ उपाय हैं. यहां जानिए उन उपायों के बारे में.
शनिवार को शिव आराधना से प्रसन्न होते हैं शनिदेव
शनिवार का दिन शनिदेव को समर्पित होता है. कहा जाता है कि जीवन में कम से कम एक बार शनिदेव की साढ़ेसाती का सामना हर किसी को करना पड़ता है. शनि साढ़ेसाती या ढैया के दौरान व्यक्ति को शारीरिक, मानसिक और आर्थिक तमाम तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इसलिए लोग शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए शनिवार के दिन तरह तरह के उपाय करते हैं.
अगर आपके साथ भी ऐसा कुछ चल रहा है तो आप हर शनिवार को शनिदेव के साथ शिव जी की आराधना करें और कुछ उपाय भी करें. शनिदेव शिव जी को अपना गुरू मानते हैं. जो भक्त शिव जी की आराधना करते हैं, उन्हें शनिदेव नहीं सताते हैं. शनिवार के दिन शिव जी की पूजा करने से साढ़ेसाती और ढैया का प्रभाव कुछ ही समय में बेअसर होने लगता है. ये हैं उपाय…
1- हर शनिवार को एक लोटे में काले तिल डालकर शिवलिंग पर चढ़ाएं और कम से कम एक माला शिव जी के पंचाक्षरी मंत्र ओम नमः शिवाय का जाप करें. इससे कुछ ही समय में आपको राहत महसूस होने लगेगी.
2- शनिवार के दिन किसी शिव मंदिर में शिव जी को त्रिशूल चढ़ाने से भी शनि संबन्धी कष्ट दूर होते हैं.
3- इसके अलावा शनि के प्रभाव को कम करने के लिए शनिवार को किसी गरीब को काली उड़द की दाल, काले तिल, सरसों का तेल दान करना चाहिए.
4- काले कुत्ते को सरसों के तेल में बना परांठा खिलाएं और पीपल के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं. इससे शनिदेव प्रसन्न होते हैं.
5- हनुमान जी 11वें रुद्रावतार हैं. शनिवार के दिन उनके समक्ष सरसों के तेल का दीपक जलाने और हनुमान चालीसा का पाठ करने से भी शनिदेव उनके भक्तों को परेशान नहीं करते.