शिवलिंग पर चावल चढ़ाने से क्या होता है - shivaling par chaaval chadhaane se kya hota hai

शिवलिंग पर कच्चे चावल चढ़ाने से कई लाभ होते हैं और भगवान शिव की विशेष कृपा दृष्टि होती है। 

भगवान शिव को लोग अपना आराध्य मानते हैं। उन्हें जगकर्ता और दुखहरता के रूप में पूजा जाता है। ऐसा माना जाता है कि भगवान् शिव सृष्टि का संचालन करने के साथ संहारक भी हैं। वहीं भगवान् शिव को भोलेबाबा भी कहा जाता है क्योंकि वो अपने भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं और उन्हें पापों से मुक्ति दिलाते हैं। ज्योतिष के अनुसार ऐसा माना जाता है कि शिव पूजन में यदि आप कुछ विशेष उपाय आजमाते हैं तो शिव जी की कृपा बनी रहती है।

ऐसे ही उपायों में से एक है शिवलिंग पर कच्चे चावल चढ़ाना। हमारे धर्म शास्त्रों में चावल या अक्षत का बहुत बड़ा महत्व बताया गया है। मान्यता है कि भगवान शिव के समक्ष रोजाना चावल के 5 दाने चढ़ाने से धन वृद्धि होती है और घर में सुख सम्पति आती है। आइए ज्योतिषाचार्य एवं वास्तु विशेषज्ञ डॉ.आरती दहिया जी से जानें अपने आराध्य देव भगवान शिव को कच्चे चावल अर्पित करने के फायदों और नियमों के बारे में। 

रोली एवं चावल का इस्तेमाल करें 

हमारे हिन्दू धर्म में पूजा करते समय भगवान शिव को रोली, चंदन के साथ चावल भी लगाते हैं। यही नहीं हम पूजा करने वाले जातक को भी रोली के साथ चावल लगाते हैं। हमारी हिंदू संस्कृति में किसी भी शुभ कार्य को करते समय जब हम किसी को तिलक (माथे पर हल्दी का तिलक लगाने का महत्व) लगाते हैं तो साथ में अक्षत लगाने की परंपरा है। इसका मतलब यह होता है कि आपके मान सम्मान में वृद्धि होती रहे, धन की प्राप्ति हो एवं माता लक्ष्मी की कृपा सदा उस व्यक्ति पर बनी रहे। इस कामना से जब भी हम तिलक लगाते हैं तो साथ में अक्षत यानी कच्चे चावल का प्रयोग जरूर करते हैं।  

शिवलिंग पर खंडित चावल न चढ़ाएं 

अक्षत को पूर्णता का प्रतीक माना जाता है। अक्षत का मतलब होता है जिसका क्षय न हुआ हो। इसलिए खंडित चावल शिवलिंग पर नहीं चढ़ाने चाहिए। हमेशा शिव पूजन साबुत चावल ही चढ़ाने चाहिए। हिन्दू धर्म में चावल का प्रयोग पूजा पाठ  में अनिवार्य रूप से किया जाता है।

हमारे देवी देवताओं को भी चावल का भोग लगाया जाता है। जब भी हम माता लक्ष्मी की पूजा करते हैं या भगवान शिव की पूजा करते हैं तब अक्षत का प्रयोग करते हैं। ऐसी मान्यता है कि अगर पूजा में किसी चीज की कमी रह गयी हो तो उसके बदले अक्षत चढ़ाने से उस चीज की कमी पूरी हो जाती है। शिवलिंग पर अक्षत या कच्चे चावल चढ़ाने से घर में धन की वर्षा होती है। ऐसा माना जाता है कि चावल चढ़ाने से हमारे बुरे दिन ख़त्म होते हैं और अच्छे दिन का आरंभ होता है। इससे हमारे सभी  दुःख दूर हो जाते हैं । 

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कच्चे चावल चढ़ाने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं 

शिवलिंग पर रोजाना चावल के 5 दाने चढ़ाने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं एवं अपने भक्तों को धन धान्य से परिपूर्ण कर देते हैं। ऐसी मान्यता है कि जो व्यक्ति शिवलिंग पर नियम से अक्षत (भगवान पर अक्षत चढ़ाने का मंत्र) चढ़ाता है उसे धन लाभ होता है। 

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अपार धन प्राप्ति के लिए उपाय 

वैसे तो परिश्रम करने से धन आता है लेकिन कई बार परिश्रम के बावजूद हमे धन की कमी रहती है। इसके लिए हमारे भाग्य का साथ भी होना आवश्यक है। इसलिए हम कुछ ऐसे उपाय करते हैं जिससे ईश्वर का आशीर्वाद मिल सके। इसमें शिवलिंग पर कच्चे चावल चढ़ाना भी शामिल है। हर सोमवार को शिवलिंग की विधिवत पूजा करते समय 11 मुट्ठी चावल लें, पूजा करके 1 मुट्ठी चावल शिवलिंग पर चढ़ाएं और बचे चावल को मंदिर में दान कर दें या किसी जरूरतमंद को दान स्वरुप दें। ऐसा यदि आप 7 सोमवार करते हैं तो इससे आप पर भगवान शिव की विशेष कृपा होती है और अकस्मात् धन की प्राप्ति होती है।

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शिव जी पर कच्चे चावल चढ़ाना कई तरह से लाभकारी होता है और घर की सुख समृद्धि के लिए मुख्य रूप से फलदायी होता है। अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें व इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ।

Image Credit: freepik.com 

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चावल यानी अक्षत हमारे ग्रंथों में सबसे पवित्र अनाज माना गया है। अगर पूजा पाठ में किसी सामग्री की कमी रह जाए तो उस सामग्री का स्मरण करते हुए चावल चढ़ाए जा सकते हैं। किसी ना किसी सामग्री को किसी ना किसी भगवान को चढ़ाना निषेध है जैसे तुलसी को कुंकु नहीं चढ़ता और शिव को हल्दी नहीं चढ़ती। गणेश तो तुलसी नहीं चढ़ती तो दुर्गा को दूर्वा नहीं चढ़ती लेकिन चावल हर भगवान को चढ़ते हैं। चावल से जुड़ी कुछ खास जानकारियां : 

भगवान को चावल चढ़ाते समय यह ध्यान रखना चाहिए कि चावल टूटे हुए न हों। अक्षत पूर्णता का प्रतीक है अत: सभी चावल अखंडित होने चाहिए। मात्र 5 दाने चावल रोज चढ़ाने से अपार ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है। 

चावल साफ एवं स्वच्छ होने चाहिए। शिवलिंग पर चावल चढ़ाने से शिवजी अतिप्रसन्न होते हैं और भक्तों अखंडित चावल की तरह अखंडित धन, मान-सम्मान प्रदान करते हैं। 

घर में अन्नपूर्णा माता की प्रतिमा को चावल की ढेरी पर पर स्थापि‍त करना चाहिए। जीवनभर धन-धान्य की कमी नहीं होती हैं। 

पूजन के समय अक्षत इस मंत्र के साथ भगवान को समर्पित किए जाते हैं : अक्षताश्च सुरश्रेष्ठ कुंकमाक्ता: सुशोभिता:. मया निवेदिता भक्त्या: गृहाण परमेश्वर॥ > > इस मंत्र का अर्थ है कि हे ईश्वर,  पूजा में कुंकुम के रंग से सुशोभित यह अक्षत आपको समर्पित कर रहा हूं, कृपया आप इसे स्वीकार करें। अन्न में अक्षत यानि चावल को श्रेष्ठ माना जाता है। इसे देवान्न भी कहा गया है। देवताओं का प्रिय अन्न है चावल। इसे सुगंधित द्रव्य कुंकुम के साथ आपको अर्पित कर रहे हैं। इसे ग्रहण कर आप भक्त की भावना को स्वीकार करें। 

पूजा में अक्षत चढ़ाने का अभिप्राय यह है कि हमारा पूजन अक्षत की तरह पूर्ण हो। अन्न में श्रेष्ठ होने के कारण भगवान को चढ़ाते समय यह भाव रहता है कि जो कुछ भी अन्न हमें प्राप्त होता है वह भगवान की कृपा से ही मिलता है। अत: हमारे अंदर यह भावना भी बनी रहे। इसका सफेद रंग शांति का प्रतीक है। अत: हमारे प्रत्येक कार्य की पूर्णता ऐसी हो कि उसका फल हमें शांति प्रदान करे। इसीलिए पूजन में अक्षत एक अनिवार्य सामग्री है। 

चावल के 5 दाने भी उतना ही फल देते हैं जितना एक चुटकी चावल या एक मुट्ठी चावल.... अमीरी के कठिनतम उपाय से बेहतर है मात्र एक चुटकी चावल। पूरी श्रद्धा से प्रतिदिन अर्पित करें अपने इष्टदेव को और देखें चमत्कार...   

शिवलिंग पर कितने चावल चढ़ाने चाहिए?

शिवलिंग पर रोजाना चावल के 5 दाने चढ़ाने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं एवं अपने भक्तों को धन धान्य से परिपूर्ण कर देते हैं। ऐसी मान्यता है कि जो व्यक्ति शिवलिंग पर नियम से अक्षत (भगवान पर अक्षत चढ़ाने का मंत्र) चढ़ाता है उसे धन लाभ होता है।

शिवलिंग पर कच्चा चावल चढ़ाने से क्या होता है?

शिवलिंग पर कच्‍चे चावल चढ़ाने से धन संपत्ति की प्राप्ति होती है। यदि आपका धन कहीं फंसा है तो जल्‍दी आपको वापस मिल जाता है। साव‍न में शिवलिंग पर तिल चढ़ाने से समस्‍त पापों का नाश होता है। ऐसा करने से आपको परलोक में भी अच्‍छा स्‍थान मिलता है।

शिवलिंग पर कैसे चावल चढ़ाने चाहिए?

शिवलिंग में इस तरह चढ़ाएं चावल चावल को पूर्णता का प्रतीक माना जाता है। इसलिए बिना चावल शिवजी की पूजा पूरी नहीं होती है। इसलिए भगवान शिव को मुट्ठी भर चावल अर्पित कर सकते हैं। अगर आप मुट्ठी भर चावल नहीं अर्पित करना चाहते हैं, तो चावल के 5 या 7 दाने लेकर चढ़ा दें।

धन प्राप्ति के लिए शिवलिंग पर क्या चढ़ाना चाहिए?

शिवपुराण के अनुसार, धन प्राप्ति के लिए शिवलिंग पर जल में अक्षत यानी चावल मिलाकर अभिषेक करना चाहिए। ऐसा करने से धन संबंधित समस्या का अंत होता है और कर्ज की समस्या से भी मुक्ति मिलती है।

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