आपके विचार से बच्चों को काम पर क्यों नहीं भेजा जाना चाहिए? उन्हें क्या करने के मौके मिलने चाहिए? Show मेरे विचार से बच्चों को काम पर भेजना बिल्कुल अनुचित होगा। ये उनके साथ अन्याय करने के सामान होगा। बचपन का समय उनके शारीरिक, मानसिक और बौद्धिक विकास का होता हैं। साथ ही खेल- कूदना, नई नई चीज़ों को सिखना, तथा ज्ञान प्राप्त करना का होता हैं। बच्चों को काम पर भेजना उनके बचपन को छीनना है। इसके चलते वे खेल, शिक्षा, और जीवन की उमंग से वंचित रह जाते हैं। उससे उनका शोषण होता है। 499 Views कवि का मानना है कि बच्चों के काम पर जाने की भयानक बात को विवरण की तरह न लिखकर सवाल के रूप में पूछा जाना चाहिए कि 'काम पर क्यों जा रहे हैं बच्चे?' कवि की दृष्टि में उसे प्रश्न के रूप में क्यों पूछा जाना चाहिए? बच्चो की इस स्थिति के लिए उनकी आर्थिक स्थिति ही नही यह समाज भी जिम्मेवार है। केवल कवि के विवरण मात्र से ही उनकी आवश्यकताओं की पूर्ति नही की जा सकती। इसके लिए समाज को इस समस्या से जागरूक करने के लिए तथा उसके समाधान के लिए ठोस कदम उठाने के लिए बात को प्रश्न रूप में ही पूछा जाना उचित होगा। 433 Views आपने अपने शहर में बच्चों को कब-कब और कहाँ-कहाँ काम करते हुए देखा है? मैंने अपने शहर में बच्चों को निम्नलिखित जगहों पर कम करते देखा हैं:- 1141 Views कविता की पहली दो पंक्तियों को पढ़ने तथा विचार करने से आपके मन-मस्तिष्क में जो चित्र उभरता है उसे लिखकर व्यक्त कीजिए। कविता की पहली दो पंक्तियों को पढ़ने तथा विचार करने से बाल मजदूरी का चित्र उभरता है। बच्चों के प्रति चिंता और करूणा का भाव उमड़ता है। छोटी सी उम्र में ही इन्हे अपना और परिवार का पेट भरने के लिए न चाहते हुए भी इन बच्चों को इतना ठंड में सुबह-सुबह उठकर काम पर जाना पड़ रहा है। 678 Views दिन-प्रतिदिन के जीवन में हर कोई बच्चों को काम पर जाते देख रहा/रही है, फिर भी किसी को कुछ अटपटा नहीं लगता। इस उदासीनता के क्या कारण हो सकते हैं? इस प्रकार की उदासीनता के कई कारण हो सकते हैं जैसे - आज का मनुष्य काफी आत्मकेंद्रित हो चूका हैं। उससे केवल अपना ओर अपनी समस्यों का ही ध्यान रहता हैं। दूसरों की परेशानियों को समझने या सुलझाने में उससे समय ही कहा हैं। कई लोगो में जागरूकता की भी कमी है। उन्हें यह भी नही पता की पढाई हर बच्चे का मौलिक अधिकार है। वे सिर्फ ईश्वर और बच्चों के भाग्य को दोष देते हैं। 398 Views सुविधा और मनोरंजन के उपकरणों से बच्चे वंचित क्यों हैं? सुविधा और मनोरंजन के उपकरणों से बच्चों के वंचित रहने के मुख्य कारण सामाजिक व्यवस्था और आर्थिक मज़बूरी है। निम्नश्रेणी के बच्चों को बचपन से ही भरण-पोषण करने के लिए श्रम करना पड़ता हैं। समाज के गरीब तबके के बच्चों को न चाहते हुए भी अपने माता-पिता का हाथ बँटाना पड़ता है। जहाँ जीविका के लिए इतनी मेहनत करनी पड़े तब सुख-सुविधाओं की कल्पना करना असंभव सा लगता है। 666 Views आपके विचार से बच्चों को काम पर क्यों नहीं भेजा जाना चाहिए?हमारे विचार से बच्चों को काम पर नहीं भेजना चाहिए क्योंकि उनके छोटे से मस्तिष्क में इस घटना का दुखद प्रभाव पड़ सकता है, जो धीरे-धीरे बढ़कर विद्रोह का रुप धारण कर सकता है। इसी तरह के बच्चे आर्थिक अभाव तथा सामाजिक असमानता के कारण आगे चलकर आतंकवादी, चोरी जैसे गलत कामों को अंजाम दे सकते हैं। इससे समाज की हानि हो सकती है।
आपके विचार से बच्चों को काम पर क्यों न ीिं भेिा िाना चाह ए उन् ें क्या करने के मौके लमलने चाह ए?सामाजिक और आर्थिक विडंबनाओं ने बच्चों को खेलकूद और शिक्षा से दूर कर दिया है। जिस उम्र में बच्चों को खेलने -कूदने और पढ़ने - लिखने की जरूरत है उस उम्र में उन्हें बाल मजदूरी करनी पड़ रही है , मजबूरी के कारण काम पर जाना पड़ रहा है। मेरे विचार में बच्चों को काम पर नहीं भेजना चाहिए।
आपके अनुसार बच्चों का मुख्य काम क्या होना चाहिए?जन्म के बाद, शिशु का मस्तिष्क तेज़ी से विकसित होता है, और उसका शारीरिक, मानसिक तथा भावनात्मक स्वास्थ्य, सीखने की क्षमता, और व्यस्क होने पर उसकी कमाने की क्षमता और सफलता को भी प्रभावित करता है। सबसे शुरूआती वर्ष (0 से 8 वर्ष) बच्चे के विकास के सबसे असाधारण वर्ष होते हैं।
यह देखकर आपके मन में क्या विचार आता है?प्रश्न 1. कविता की पहली दो पंक्तियों को पढ़ने तथा विचार करने से आपके मन-मस्तिष्क में जो चित्र उभारता है उसे लिखकर व्यक्त कीजिए।
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