गोविंद सागर कृत्रिम जलाशय सम्बन्धित है - govind saagar krtrim jalaashay sambandhit hai

अपनी वेबसाइट पर हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर अनुभव प्रदान कर सकें, वेबसाइट के ट्रैफिक का विश्लेषण कर सकें, कॉन्टेंट व्यक्तिगत तरीके से पेश कर सकें और हमारे पार्टनर्स, जैसे की Google, और सोशल मीडिया साइट्स, जैसे की Facebook, के साथ लक्षित विज्ञापन पेश करने के लिए उपयोग कर सकें। साथ ही, अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।

Agree

सतलुज नदी पर भाखड़ा बांध बनने के कारण हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले में गोबिन्द सागर नामक झील का निर्माण हुआ है। सिखों के 10वें गुरू श्री गुरू गोबिन्द सिंह जी के सम्मान पर इस झील का नाम गोबिन्द सागर रखा गया है। इस झील में अनेक प्रकार की जलक्रिड़ाओं व जल प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है जैसे वॉटर स्कीयंग, वॉटर सेलिंग, क्याकिंग, वॉटर स्कूटर, रेसिंग इत्यादि। पर्यटन विभाग की ओर से इन खेलों का आयोजन पूर्णतः जल स्तर पर होता है।

गोविन्द सागर हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले में स्थित मानव-निर्मित झील है। इसका नाम सिखों के दशम गुरु गोविन्द सिंह के नाम पर रखा गया है। यह झील सतलज नदी पर भाखड़ा बांध के निर्माण के कारण बनी थी।यह झील भारत के नक्शे पर सर्वोच्च स्थान रखती है। झील पर्यटन आदि के साथ-साथ कृषि के लिए भी अनमोल सिद्ध हुई है। इस झील से एक बहुत बड़े भू-भाग को सिंचाई आदि की सुविधा मिलने लगी है। यहाँ का भू-भाग एक परी लोक में परिवर्तित-सा हो गया प्रतीत होता है। सतलुज नदी पर बने बाँध के छिद्रों से झरने के रूप में झरता स्वच्छ पानी नेत्रों को शीतलता प्रदान करता है। गोविन्द सागर झील से 20 कि.मी. की दूरी पर 'नैना देवी मंदिर' स्थित है तथा पहाड़ी पर स्थित 'आनंदपुर साहिब' नामक सिक्खों का पवित्र तीर्थ स्थान है। हिन्दू और सिक्ख दोनों ही इसे पवित्र मानते हैं। अगस्त के महिने में नैना देवी के मंदिर पर विशाल मेला लगता है। तब हज़ारों की संख्या में भक्त यहाँ दर्शन करने के लिए आते हैं। अब गोविंद सागर झील जैसी वहाँ चार बड़ी झीलें और भी बन चुकी हैं, जिनके विकास की परियोजना चल रही हैं।

गोविंद सागर झील का निर्माण कब हुआ?

Gobind Sagar Lake In Hindi :गोविन्द सागर झील 1976 में निर्मित एक मानव निर्मित जलाशय है, इसका झील का स्रोत भाखड़ा में हाइडल बांध है।

गुरु गोविंद सागर झील का निर्माण कैसे हुआ?

सतलुज नदी पर भाखड़ा बांध बनने के कारण हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले में गोबिन्द सागर नामक झील का निर्माण हुआ है। सिखों के 10वें गुरू श्री गुरू गोबिन्द सिंह जी के सम्मान पर इस झील का नाम गोबिन्द सागर रखा गया है।

गोविंद सागर कितने जिला से संबंधित है?

गोविंद सागर झील एक कृत्रिम झील है जो हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले में स्थित है।

क्या गुरु गोविंद सागर नर्मदा नदी पर बनाया गया है?

गोविन्द सागर हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले में स्थित मानव-निर्मित झील है। इसका नाम सिखों के दशम गुरु गोविन्द सिंह के नाम पर रखा गया है। यह झील सतलज नदी पर भाखड़ा बांध के निर्माण के कारण बनी थी। यह झील भारत के नक्शे पर सर्वोच्च स्थान रखती है।