1 AnswerAnswered Nov 7, 2021 by AnjaliYadav (78.1k Points) 1848 की फ्रांसीसी क्रांति का जर्मनी पर व्यापक प्रभाव पड़ा। राष्ट्रवाद की भावना बलवती हुई। मार्च 1848 में सर्व जर्मन नेशनल असेंबली (पुराने संसद) की सभा फ्रैंकफर्ट में बुलाई गई। Show इसमें संविधान की एक रूपरेखा बनाई गई। इसके अनुसार प्रशा के राजा फ्रेडरिक विलियम के नेतृत्व में जर्मनी का एकीकरण करना था। फ्रेडरिक ऑस्ट्रिया से संघर्ष नहीं करना चाहता था। इसलिए उसने यह प्रस्ताव स्वीकार नहीं किया। फलतः संसद भंग हो गई और जर्मनी का एकीकरण नहीं हो सका। Related Questionsफ्रैंकफर्ट संसद की बैठक क्यों बुलाई गई इसका क्या परिणाम है?फ्रैंकफर्ट पार्लियामेंट (जर्मन: Frankfurter Nationalversammlung, शाब्दिक अर्थ - फ्रैंकफर्ट राष्ट्रीय सभा) जर्मनी की पहली, सभी के लिए, स्वतन्त्र रूप से चुनी गई, संसद थी। इसका चुनाव ०१ मई १८४८ को हुआ था। इसका सत्र १८ मई १८४८ से ३१ मई १८४८ तक फ्रैंकफर्ट एम मेन (Frankfurt am Main) में सम्पन्न हुआ।
फ्रैंकफर्ट संसद की स्थापना कब हुई?मई 1848फ्रैंकफर्ट पार्लियामेंट / स्थापना की तारीख और जगहnull
फ्रैंकफर्ट संसद 1848 के दो प्रमुख नारे क्या थे?जो झंडा वे थामे हुए हैं, वह 1848 की उदारवादी उम्मीदों की अभिव्यक्ति है जिनमें अनेक जर्मन-भाषी रियासतों को एक प्रजातांत्रिक संविधान के अंतर्गत एक राष्ट्र राज्य में गठित करने की चाह थी ।
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