भीड़ में खोया आदमी इस पाठ के लेखक कौन हैं? - bheed mein khoya aadamee is paath ke lekhak kaun hain?

भीड़ में खोया आदमी निबंध का लेखक कौन है?

भीड़ में खोया आदमी (लीलाधर शर्मा पर्वतीय)

भीड़ में खोया आदमी पाठ के माध्यम से लेखक ने क्या संदेश दिया है?

इस प्रसिद्ध निबंध में लेखक ने आज के समय की एक महत्वपूर्ण बढ़ती समस्या जनसंख्या के बारे में बताया हैं । लेखक ने पाठकों को बताया हैं कि देश की बढती जनसंख्या बहुत बड़ी चिंता का विषय है|लेखक ने निबंध के माध्यम से कडवी सच्चाई को दिखाना है कि जहां एक ओर देश की जनसंख्या बढ़ रही है वहीं दूसरी ओर संसाधन घटते जा रहे हैं।

हरिद्वार स्टेशन पर लेखक को लेने कौन आया?

, , उत्तर लेखक को हरिद्वार स्टेशन पर श्यामलाकांत का बड़ा बेटा दीनानाथ लेने आया था।

यात्रा के दिन लेखक को कैसे अनुभव प्राप्त हुए?

यात्रा के दिन लेखक को कैसे अनुभव प्राप्त हुए? ➲ यात्रा के दिन लेखक हरिद्वार जाना था और लेखक को आरक्षण भी नहीं मिल पाया था। इसी कारण उन्हें बिना आरक्षण के यात्रा करनी पड़ी। जब गाड़ी प्लेटफार्म पर आयी तो गाड़ी खचाखच भरी हुई थी।