बादाम को कब और कैसे खाना चाहिए? - baadaam ko kab aur kaise khaana chaahie?

बादाम आपकी सेहत के लिए काफी लाभदायक होते हैं, लेकिन अगर आप इसे भिगोकर खाते हैं तो इसके ज्यादा फायदे होते हैं.

ये तो सभी जानते हैं बादाम सेहत के लिए काफी लाभदायक होता है. लेकिन, कहा जाता है कि अगर बादाम को रात को भिगो दें और फिर सुबह खाएं तो इसका ज्यादा फायदा होता है. वहीं, कई लोग कहते हैं कि बादाम की सीधे ही खाना चाहिए. ऐसे में आप भी कंफ्यूज रहते होंगे कि आखिर बादाम को किस तरीके खाना चाहिए ताकि बादाम का असर ज्यादा हो. इसलिए, आज हम जानने की कोशिश करते हैं कि आखिर किस तरह से बादाम का सेवन करना ठीक होता है?

अगर आपने अपनी डाइट में बादाम को शामिल कर रखा है तो यह काफी अच्छी बात है. लेकिन, आज ये भी जान लीजिए कि आखिर इसे खाने का सही तरीका क्या है. साथ ही जानेंगे बादाम को भिगोकर खाने के लिए क्यों कहा जाता है और इसके क्या कारण हैं…

किस तरह खाने चाहिए बादाम

अगर बादाम को भिगोकर खाया जाए तो इसमें पोषक तत्व की मात्रा और विटामिन काफी ज्यादा बढ़ जाते हैं. कई रिसर्च में सामने आया है कि सीधे बादाम खाने से भिगोकर बादाम खाना सेहत के लिए फायदेमंद होता है. इसमें भी खास बात ये है कि बादाम को सिर्फ भिगोने से ही काम पूरा नहीं होता है, जबकि खाते वक्त इसके छिलके भी हटा देने चाहिए और छिलके हटाकर बादाम खाने चाहिए. दरअसल, बादाम के छिलके में टैनिन होता है, जो पोषक तत्वों के अवशोषण को रोकता है. बादाम को भिगोने से छिलका उतारना आसान हो जाता है, जिससे मेवे सभी पोषक तत्व आसानी से छोड़ देते हैं.

बादाम भिगोकर खाने के फायदे?

खाने में क्रंची और प्रोटीन, फाइबर और ओम 3 कैसे गुणों से भरपूर बादाम कई लोगों के फेवरेट होते हैं. लेकिन, भिगोकर खाना और भी ज्यादा फायदेमंद होता है. भीगे हुए बादाम नरम और पचाने में आसान होते हैं, इससे पोषक तत्वों बेहतर तरीके से अवशोषित हो जाते हैं. बादाम को पांच से छह घंटे के लिए भिगोना काफी है. लेकिन कई लोग उन्हें रात भर भिगोना पसंद करते हैं, जिसे गलत नहीं कहा जा सकता है.

साथ ही भीगे हुए बादाम लाइपेस नाम के एंजाइम को रिलीज करने में मदद करते हैं, जिससे फैट कम होने में मदद मिलती है. बादाम में विटामिन ई, आहार फाइबर, ओमेगा 3 फैटी एसिड, ओमेगा 6 फैटी एसिड और प्रोटीन जैसे कई पोषक तत्व प्रचुर मात्रा में होते हैं, इसलिए इसे सुपरफूड माना जाता है.

बादाम भिगोने का क्या है सही तरीका?

बादाम भिगोने का सबसे सही तरीका ये है कि एक पानी का कप लीजिए और पानी इतना होना चाहिए कि बादाम उसमें भीग जाए. इसके बाद कप को ढक दें और बादाम को 6 से आठ घंटे के लिए भिगने दें. अगले दिन पानी को निकाल लें और उसके छिलकों को भी हटा लें और उन्हें उसी वक्त का लें. कई लोग इसे प्लास्टिक के डिब्बे में रख लेते हैं और अगले एक दो दिन में खाते हैं, लेकिन इस फ्रेश खाना ज्यादा बेहतर है.

आपमें से ज्यादातर लोग सर्दी के दिनों में भीगे बादाम का सेवन करते हैं। लेकिन बादाम का सेवन आखिर भिगोकर ही क्यों किया जाता है, सूखे बादाम क्यों नहीं? अगर आप नहीं जानते इसका जवाब, तो चलिए हम बता देते हैं।

दरअसल छिलके सहित बादाम खाना उतना फायदेमंद नहीं होता, जितना बगैर छिलके वाले बादाम खाने से होता है। इसका प्रमुख कारण है छिलकों का आपके पोषण में रूकावट पैदा करना। जी हां, बादाम के छिलके में टैनीन नाम का एक तत्व मौजूद होता है जो कि इन पोषत तत्वों के अवशोषण को रोक लेता है।

अगर आप सूखे बादाम का सेवन करते हैं, तो छिलकों को निकालना संभव नहीं होता, जबकि बादाम को पानी में भिगो देने पर इससे छिलका आसानी से निकल जाता है। ऐसे में आपको बादाम का पूरा पोषण मिल पाता है, जो छिलकों के रहते नहीं मिल पाता। यही कारण है कि कच्चे यानी सूखे बादाम की जगह भीगे हुए बादाम खाना ज्यादा फायदेमंद होता है।


चलिए अब जानते हैं इसके 5 फायदे-

1 भीगे बादाम खाने से पाचन क्रिया भी संतुलित रहती है।

2 इनमें भरपूर मात्रा में एंटी-ऑक्सीडेंट्स होता है, जो बढ़ती उम्र को कंट्रोल करता है।

3 बादाम से ब्लड में अल्फाल टोकोफेरॉल की मात्रा बढ़ती है, जो ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करता है।

4 भीगे बादाम से गुड कॉलेस्ट्रॉल बढ़ता है और बैड कॉलेस्ट्रॉल कम होता है।

5 इसमें भरपूर फॉलिक एसिड होता है, जो प्रेगनेंसी में शिशु के मस्तिष्क और न्यूरोलॉजिकल सिस्टम के विकास में सहायक होता है।

जानिए किन लोगों को नहीं खाने चाहिए बादाम-

ऊपर आलेख में जाना कि बादाम खाने के कई फायदे होते है। सही भी है लेकिन सभी लोगों के लिए नहीं। जी हां, ऐसे भी कुछ लोग हैं जिनके लिए बादाम का सेवन करना उनकी सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है। आइए, जानते हैं ऐसे लोगों के बारे में जिन्हें बादाम खाने को अवॉइड करना चाहिए -

1. हाई ब्लड प्रेशर के पेशेंट्स को बादाम के सेवन से बचना चाहिए क्योंकि इन लोगों को नियमित ब्लड प्रेशर की दवाइयां लेनी रहती हैं। इन दवाओं से साथ बादाम खाने से सेहत को नुकसान हो सकता है।

2. जिन लोगों कि किडनी में पथरी या गॉल ब्लेडर संबंधी परेशानी हो, तो ऐसे में उन्हें भी बादाम नहीं खानी चाहिए।

3. अगर किसी को पाचन संबंधी परेशानी है, तो उन्हें भी बादाम खाने से बचना चाहिए, क्योंकि इनमें फाइबर बहुत अधिक मात्रा में होता है जो आपकी परेशानी को और बढ़ा सकता है।

4. अगर कोई व्यक्ति एंटीबायोटिक मेडिसन ले रहा हो, उस दौरान उसे भी बादाम खाना बंद कर देना चाहिए। बादाम में ज्यादा मात्रा में मैग्नीशियम होता है, जिसके सेवन से शरीर में दवाइयों का जो असर होना चाहिए, वह प्रभावित हो सकता है।

5. जो लोग मोटापे से परेशान हैं, उन्हें भी बादाम का सेवन नहीं करना चाहिए, क्योंकि इसमें कैलोरी और वसा बहुत अधिक मात्रा में होती है, जो वजन बढ़ाने का काम करता है।

बादाम (Almond) ड्राई फ्रूट्स में सबसे लोकप्रिय होते हैं और यह पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं। रोजाना बादाम के सेवन से शरीर को फायदे होते हैं। यह विटामिन E, प्रोटीन और फाइबर से भरपूर होते हैं। इसमें मैग्नीशियम, कैल्शियम, राइबोफ्लेविन, नियासिन, पोटैशियम, मोनोअनसैचुरेटेड फैट भी मौजूद होते हैं। बादाम में ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI) कम होता है। बादाम टोटल कोलेस्ट्रॉल और बैड कोलेस्ट्रॉल (LDL) को नियंत्रित करने में मददगार होता है। इसके सेवन से डायबिटीज को भी कंट्रोल किया जा सकता है। इस लेख में बादाम खाने का सही समय, तरीका और फायदे बताये गए हैं।

बादाम खाने का सही समय, तरीका और फायदे - Badam Khane Ka Sahi Samay, Tarika Aur Fayde In Hindi

बादाम खाने का सही समय : Right Time To Eat Almonds In Hindi

बादाम खाने का सही समय सुबह खाली पेट (On empty stomach) या चाय के समय (At tea time) होता है। बादाम को सुबह खाली पेट खाने से अनेक लाभ मिलते हैं, सेवन के लिए इन्हें रात में ही भिगो कर रख दें। बिस्कुट, नमकीन या कोई अन्य स्नैक्स खाने की जगह बादाम चाय के साथ भी खाये जा सकते हैं।

बादाम खाने का सही तरीका : Right Way To Eat Almonds In Hindi

बादाम का सेवन करना शरीर के लिए बहुत लाभकारी माना जाता है। बादाम का सेवन उन्हें भिगो कर, छिलका हटा कर करना चाहिए। इसके लिए 8-10 बादाम को रात को पानी में भिगो दें और सुबह उठकर इनका सेवन करें।

बादाम खाने के फायदे : Benefits Of Eating Almonds In Hindi

1. हृदय स्वास्थ्य को बनाए रखे - बादाम में मौजूद गुण हृदय स्वास्थ्य के लिए अच्छे होते हैं।

2. वजन कम करने में मददगार - वजन कम करने की इच्छा रखने वाले लोगो के लिए बादाम का सेवन फायदेमंद होता है।

3. डायबिटीज में उपयोगी - बादाम के गुण डायबिटीज में लाभकारी होते हैं। बादाम कम ग्लूकोस वाला खाद्य पदार्थ होता है, इसके सेवन से मधुमेह का खतरा कम हो सकता है।

4. ख़राब कोलेस्ट्रॉल को कम करे - बादाम का सेवन लो-डेंसिटी कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम करता है। यह कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित भी करने में सक्षम है।

5. याददाश्त तेज़ करे - सभी ने बचपन से सुना होगा की बादाम के सेवन से बुद्धि तेज़ होती है, जो कि सच है। बादाम खाने से हमारे दिमाग को विटामिन E मिलता है, जिससे याददाश्त तेज हो सकती है।

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।

बादाम खाने का सही समय कौन सा है?

बादाम आप कभी भी खा सकते हैं, लेकिन भरपूर फायदा लेने के लिए बादाम को सुबह खाली पेट खाने की सलाह दी जाती है. आप चाहें तो चाय के वक्त भी बादाम खा सकते हैं. अगर आप शाम को स्नैक्स में बादाम खाना चाहते हैं तो खा सकते हैं. बादाम तासीर में गर्म होता है इसलिए इसे भिगोकर खाने की सलाह दी जाती है.

सुबह खाली पेट बादाम खाने से क्या होता है?

बादाम में फाइबर, प्रोटीन, विटामिन ई, मैग्नीशियम, मैंगनीज, कॉपर, ओमेगा 3 फैटी एसिड और फॉस्फोरस जैसे तत्व पाए जाते हैं, इसलिए अगर आप बादाम का सुबह खाली पेट सेवन करते हैं, तो इससे स्वास्थ्य संबंधी कई समस्याएं दूर होती है। साथ ही सुबह खाली पेट बादाम का सेवन करने से शरीर स्वस्थ रहता है और शरीर में एनर्जी भी बनी रहती है।

सुबह खाली पेट कितने बादाम खाने चाहिए?

एक शोध के मुताबिक, व्यक्ति नियमित रूप से 56 ग्राम यानी एक मुट्ठी बादाम का सेवन कर सकता है. हालांकि यह उसके स्वास्थ्य और उम्र पर भी निर्भर करता है.

1 दिन में कितने Badam खाने चाहिए?

नमस्कार सबको विशेषज्ञों के अनुसार भारत जैसे गर्म देश में एक दिन में 4-5 से ज्यादा बादाम नहीं खाना चाहिए और अगर इसे भिगोकर खाएं तो यह ज्यादा लाभकारी होगा। वैसे तो नियमित रूप से बादाम का सेवन हृदय, मस्तिष्क विकार, त्वचा और बालों को स्वस्थ्य बनाने, मधुमेह, खांसी, सांस-संबंधी समस्या और एनीमिया आदि में फायदेमंद होता है।