बवासीर में कटहल खाना चाहिए या नहीं - bavaaseer mein katahal khaana chaahie ya nahin

Kathal side effects: कई लोगों को कटहल खाना बेहद पसंद होता है। कटहल कच्चा और पका हुआ दोनों तरीके से खाया जाता है। कटहल के कई स्वास्थ्य लाभ हैं क्योंकि इनमें बहुत से पोषक तत्व मौजूद होते हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि कटहल खाने से शरीर को कई नुकसान भी पहुंचते हैं। कई लोग ऐसे होते हैं जिन्हें कटहल खाने के नुकसान के बारे में नहीं पता होता है। कुछ ऐसी बीमारी होती है जिनमें कटहल खाना नुकसानदायक साबित हो सकता है। ऐसे में आपको सीमित मात्रा में कटहल खाना चाहिए। आइए जानते हैं किन बीमारी वाले लोगों को कटहल नहीं खाना चाहिए।

प्रेग्नेंसी वाली महिलाएं ना करें सेवन:
प्रेग्नेंट महिलाओं को कटहल नहीं खाना चाहिए। कहटल में मौजूद इन्सॉल्यूबल फाइबर होता है जो मां और बच्चे दोनों के स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक होता है। इसके अलावा ब्रेस्टफीडिंग करवाने वाली महिलाओं को भी कटहल नहीं खाना चाहिए। कटहल खाने से गर्भपात होने की संभावनाएं भी बढ़ जाती है।

पेट की समस्या:
जरूरत से ज्यादा कटहल खाने से पेट संबंधित समस्याएं होने लगती है। कटहल में फाइबर होता है जो पाचन शक्ति को प्रभावित करता है और कब्ज, दस्त, ब्लोटिंग और एसिडिटी की समस्या को बढ़ावा देता है।

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Never Eat These Things After Eating Jackfruit : इस मौसम में कटहल (Jackfruit) काफी आसानी से मिलने वाली सब्‍जी है.  कटहल के सेवन से सेहत (Health) को बहुत फायदा मिलता है. कटहल की सब्जी और इसका अचार लोग खूब पसंद करते हैं. पका कटहल भी लोग फल के तौर पर खाना पसंद करते हैं.  कटहल में पोषक तत्‍वों की बात करें तो इसमें फाइबर, पोटैशियम, कार्बोहाइड्रेट और विटामिन ए, सी और बी, थायमीन, पोटेशियम, कैल्शियम आदि मिलते हैं जो शरीर की इम्‍यूनिटी बढ़ाकर कई बीमारियों को दूर रखते हैं. इसके अलावा कटहल के बीज में कैल्‍शियम, जिंक और फॉस्‍फोरस जैसे पोषक तत्व मौजूद होते हैं.

ओनलीमाईहेल्‍थ के मुताबिक, कटहल का सेवन हार्ट डिजीज को भी दूर रखता है और एनीमिया यानी खून की कमी के कारण होनी वाली बीमारियों से बचाता है. लेकिन अगर आप सही तरीके से कटहल का सेवन न करें तो सेहत को नुकसान (Harm) भी पहुंच सकता है. आयुर्वेद के अनुसार, कटहल का सेवन करते समय कुछ सावधानियों का पालन करना जरूरी होता है. तो आइए आज हम आपको बताते हैं कि कटहल के सेवन के बाद किन चीजों के सेवन से बचना चाहिए.

 कटहल खाने के बाद कभी ना खाएं ये 5 चीजें

दूध

कटहल खाने के बाद कभी भी दूध का सेवन नहीं करना चाहिए. यही नहीं, दूध पीने के बाद भी कटहल का सेवन सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है. दोनों के साथ सेवन से स्किन से जुड़ी बीमारी यानी कि दाद, खाज, खुजली, एग्जीमा और सोरायसिस की समस्या हो सकती है. पाचन से जुड़ी गंभीर बीमारी का खतरा भी हो सकता है.

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शहद

कटहल के साथ अगर आप शहद का सेवन करते हैं तो ये भी सेहत के लिए नुकसानदायक माना जाता है. कटहल खाने के बाद शहद के सेवन से शरीर में ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है. खासकर पके हुए कटहल के सेवन के बाद शहद का सेवन वर्जित नहीं करना चाहिए.

पपीता

कटहल की सब्जी या पका हुआ कटहल खाने के बाद कभी भी पपीते का सेवन ना करें. ऐसा करने से शरीर में सूजन (इंफ्लेमेशन) की समस्या हो सकती है.

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पान

कई लोगों को भोजन के बाद पान की आदत होती है, लेकिन कटहल की सब्जी या पका कटहल खाने के बाद पान का सेवन करने से शरीर में कई समस्याएं पैदा हो सकती है.

भिंडी

अगर आप एक साथ कटहल और भिंडी की सब्‍जी खा रहे हैं तो ऐसा करने से बचें. इन  दोनों के साथ सेवन से शरीर में कई समस्याएं, स्किन से जुड़ी समस्याएं, सफेद दाग की समस्या भी हो सकती है.

कटहल को सब्जी कहें या फल, यह कन्फ्यूजन लगभग सभी के मन में होता है। चाहे इसे जो भी मानें इससे कटहल खाने के फायदे नहीं बदलने वाले हैं। जी हां, यही वजह है कि स्टाइलक्रेज के इस लेख में हम कटहल खाने के फायदे और नुकसान के बारे में विस्तृत जानकारी लेकर आए हैं। साथ ही यहां हम कटहल कैसे खाएं और कटहल का बीज किस प्रकार सेहत के लिए फायदेमंद है, इसकी भी जानकारी देंगे।

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कटहल के फायदे और नुकसान से पहले जानते हैं कि कटहल क्या है?

विषय सूची

  • क्या है कटहल – What is Jackfruit in Hindi
  • कटहल के फायदे – Benefits of Jackfruit in Hindi
  • कटहल के पौष्टिक तत्व – Jackfruit (Kathal) Nutritional Value in Hindi
  • कटहल का उपयोग – How to Use Jackfruit in Hindi
  • कटहल के नुकसान – Side Effects of Jackfruit in Hindi

क्या है कटहल – What is Jackfruit in Hindi

कटहल एक ट्रॉपिकल या उष्णकटिबंधीय फल है, जो मुख्य रूप से दक्षिण-पश्चिम भारत में पाया जाता है। इस फल का वैज्ञानिक नाम आर्टोकार्पस हेटेरो फिल्लस है। कटहल आकार में छोटे और बड़े दोनों प्रकार के हो सकते हैं। इस फल की बाहरी त्वचा नुकीली होती है। कटहल को दुनिया के चुनिंदा सबसे बड़े और भारी फलों में गिना जाता है। यह फल पकने पर बहुत ही मीठा और स्वादिष्ठ लगता है। पकने पर यह फल अंदर से पीला हो जाता है, जिसे लोग बहुत चाव से खाते हैं। यहां हम बता दें कि कहटल का फल ही नहीं कटहल का बीज भी सेहत के लिए फायदेमंद होता है। आगे जानिए कटहल खाने का फायदा।

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कटहल को जानने के बाद यहां हम बता रहे हैं कटहल खाने के फायदे के बारे में।

कटहल के फायदे – Benefits of Jackfruit in Hindi

कटहल का फल सेहत के लिए कई प्रकार से फायदेमंद हो सकता है। कटहल के गुण और इसमें मौजूद पोषक तत्व इसे स्वास्थ्य वर्धक बनाते हैं। यहां हम विस्तार से जानेंगे कटहल के फायदे के बारे में। साथ ही हम बता दें कि कटहल किसी गंभीर बीमारी का इलाज बिल्कुल भी नहीं है। यह केवल उसके लक्षणों को कम कर सकता है।

1. कैंसर में कटहल खाने का फायदा

कैंसर जैसी गंभीर समस्या की रोकथाम के लिए कटहल का सेवन करना फायदेमंद साबित हो सकता है। इस पर हुए एक शोध से जानकारी मिलती है कि कटहल लिग्नांस, आइसोफ्लेवोंस और सैपोनिन जैसे फाइटोन्यूट्रिएंट्स से समृद्ध होता है, जो एंटी कैंसर गुण प्रदर्शित कर सकता है। इसका यह गुण कैंसर की रोकथाम में मदद कर सकता है (1)।

यही नहीं, एक अन्य अध्ययन में भी साफ तौर से इस बात का जिक्र मिलता है कि कटहल डायटरी फाइबर से समृद्ध होता है, जो कोलन व अन्नप्रणाली के साथ-साथ पेट के कैंसर की रोकथाम में भी मदद कर सकता है (2)।

2. हृदय को स्वस्थ रखे

हृदय को स्वस्थ रखने के लिए भी कटहल का सेवन किया जा सकता है। वैज्ञानिक शोध बताते हैं कि कटहल में मौजूद विटामिन बी 6 रक्त में होमोसिस्टीन के स्तर को कम करने में मदद करता है, जिससे हृदय रोग का खतरा कम हो सकता है। होमोसिस्टीन वो तत्व है, जो हृदय रोग के जोखिम को बढ़ा सकता है (1)।

वहीं, शोध में इस बात की भी पुष्टि मिलती है कि कटहल पोटेशियम से भी समृद्ध होता है जो रक्तचाप को कम कर हृदय रोग और स्ट्रोक से भी सुरक्षा प्रदान कर सकता है (1)।

3. प्रतिरक्षा प्रणाली

इम्यून सिस्टम को मजबूत बनने के लिए भी कटहल का सेवन करना लाभकारी सिद्ध हो सकता है। एक रिसर्च के अनुसार कटहल का सेवन करने पर यह एंटीऑक्सीडेंट क्षमता और लैक्टिक एसिड को बढ़ाता है, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मददगार हो सकते हैं (3)।

इसके साथ ही एक अन्य शोध के मुताबिक कटहल में विटामिन ए और विटामिन सी जैसे पोषक तत्व मौजूद होते हैं, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले एजेंट के रूप में जाने जाते हैं। साथ इस शोध में यह दावा किया गया है कि वायरल संक्रमण के जोखिम को कम करने के लिए भी कटहल का सेवन करना लाभकारी सिद्ध हो सकता है (4)।

4. पाचन के लिए

पाचन को बेहतर बनाने के लिए भी कटहल के फायदे देखे गए हैं। एक रिसर्च के अनुसार कटहल फाइबर का अच्छा स्रोत माना जाता है, जो पाचन स्वास्थ्य में मुख्य भूमिका निभा सकता है। फाइबर कब्ज की समस्या को रोक सकता है और मल त्याग को सुचारू बनाने में भी मदद कर सकता है। साथ ही यह आंतों की बेहतर सफाई और पाचन तंत्र से विषाक्त पदार्थों को निकालने में भी काफी हद तक मददगार साबित हो सकता है (5)।

5. एनीमिया से बचाव के लिए

एनीमिया की समस्या से बचाव के लिए भी कटहल का सेवन करना लाभकारी सिद्ध हो सकता है। दरअसल, शरीर में आयरन की कमी को एनीमिया का सबसे मुख्य कारण माना जाता है (6)। वहीं, कटहल आयरन से समृद्ध होता है (1)। इस आधार पर देखा जाए तो एनीमिया के लिए डाइट चार्ट में कटहल को शामिल करना फायदेमंद साबित हो सकता है।

6. हड्डियों को स्वस्थ रखे

सेहत के साथ-साथ हड्डियों को स्वस्थ रखने के लिए भी कटहल के फायदे देखे गए हैं। दरअसल, इसमें पाया जाने वाला पोटेशियम हड्डियों को नुकसान पहुंचाने से बचा सकता है। इसके अलावा, इसमें मैग्नीशियम की भी अच्छी मात्रा पाई जाती है। मैग्नीशियम, कैल्शियम के अवशोषण के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है और हड्डियों को मजबूत करने में मदद कर सकता है। साथ ही यह हड्डियों से संबंधित विकारों जैसे ऑस्टियोपोरोसिस को रोकने में भी मदद कर सकता है (1)।

7. थायराइड को कम करें

थायराइड की समस्या में कटहल अहम भूमिका निभा सकता है। कटहल कॉपर का एक अच्छा स्रोत है, जो थायराइड मेटाबॉलिज्म को बनाने में मदद करता है। इसके अलावा, कॉपर थायराइड विकारों के लिए भी फायदेमंद हो सकता है (1)।

एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार हाइपोथायरायडिज्म के मरीजों के लिए विटामिन-सी महत्वपूर्ण तत्व हो सकता है। हाइपोथायरायडिज्म ऐसी चिकित्सीय स्थिति है, जिसमें थायराइड ग्रंथि पर्याप्त थायराइड हार्मोन का उत्पादन नहीं करती है (7)। वहीं, कटहल की गिनती विटामिन सी युक्त खाद्य पदार्थ के रूप में की जाती है (1)। ऐसे में माना जा सकता है कि कटहल हाइपोथायरायडिज्म की समस्या को कम करने में मददगार हो सकता है।

8. मधुमेह के लिए

मधुमेह की समस्या को नियंत्रित करने के लिए भी कटहल के गुण देखे जा सकते हैं। दरअसल, कटहल विटामिन-बी से समृद्ध होता है, जो मधुमेह रोगियों के लिए इंसुलिन में सुधार कर सकता है। इसके अलावा, कटहल में एंटीडायबिटिक प्रभाव भी मौजूद होता है जो मधुमेह की समस्या को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है (8)।

यही नहीं, आयुर्वेदिक और पारंपरिक चिकित्सा के अनुसार, कटहल के पत्तों को भी गर्म पानी में उबालकर पीने से ब्लड शुगर को कम करने में मदद मिल सकती है (8)। इस आधार पर डायबिटीज के आहार के रूप में कटहल को शामिल करना बेहद फायदेमंद साबित हो सकता है।

9. रक्तचाप को नियंत्रित करे

रक्तचाप को नियंत्रित करने के लिए भी कटहल फायदेमंद हो सकता है। दरअसल, कटहल पोटेशियम से समृद्ध होता है, जो रक्तचाप को कम कर सकता है। साथ ही यह सोडियम के प्रभाव को कम करने में भी सहायता कर सकता है, जो रक्तचाप में वृद्धि का कारण माना जाता है (1)। वहीं, कटहल में पोटेशियम की मात्रा ज्यादा और सोडियम की मात्रा कम होती है इसलिए जिन्हें हाई ब्लड प्रेशर की समस्या होती है उनको कटहल को अपने आहार में जरूर शामिल करना चाहिए।

10. वजन कम करे

मोटापा की समस्या को कम करने के लिए भी कटहल को अपनी डाइट में शामिल किया जा सकता है। इस विषय पर हुए शोध से जानकारी मिलती है कि कटहल फाइबर से समृद्ध होता है, जो वजन कम करने में मदद कर सकता है। इसके अलावा, कटहल में बहुत कम कैलोरी होती है। यही नहीं, कटहल में मौजूद विटामिन ए, विटामिन सी, कैल्शियम, पोटेशियम, आयरन, मैग्नीशियम आदि भी वजन नियंत्रण में मददगार साबित हो सकते हैं (4)।

11. आंखों के लिए

कटहल का सेवन आंखों के लिए भी लाभदायक हो सकता है। दरअसल, यह विटामिन ए से भरपूर होता है, जो आंखों की रोशनी को बनाए रखने के लिए अच्छा माना जाता है। साथ ही यह मोतियाबिंद की समस्या और मेक्युरल डिजनरेशन यानी धुंधली दृष्टि की समस्या से भी बचाने में मदद कर सकता है (9)। यही वजह है कि आंखों के लिए कटहल को फायदेमंद माना गया है।

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12. सिरदर्द को कम करें

सिर दर्द की समस्या को कम करने के लिए भी कटहल लाभदायक हो सकता है। इस विषय पर हुए शोध से पता चला है कि कई देशों में कटहल की छाल को सिरदर्द के इलाज के रूप में उपयोग किया जाता है। इसके अलावा कटहल की पत्तियों का उपयोग भी सिर के दर्द को कम करने में असरदार हो सकता है (10)। हालांकि, कटहल के सेवन सिर दर्द की समस्या में किस प्रकार लाभकारी हो सकता है फिलहाल इस विषय पर अभी और शोध की आवश्यकता है।

13. दर्द से राहत दिलाए

कटहल का उपयोग दर्द से छुटकारा पाने के लिए भी किया जा सकता है। इस बात की पुष्टि कटहल पर हुए एक शोध से होती है। इस रिसर्च पेपर में बताया गया है कि कटहल के बीज और कटहल के फल में एनलजेसिक यानी दर्द निवारक गुण मौजूद होते हैं। इसका यह प्रभाव दर्द को कम करने के साथ ही इसे नियंत्रित करने में भी मदद कर सकता है (11)।

14. सूजन को कम करें

सूजन संबंधी समस्या में भी कटहल के फायदे देखे जा सकते हैं। एनसीबीआई (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन) की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध से जानकारी मिलती है कि कटहल में मौजूद फ्लेवोनोइड्स एंटी इन्फ्लेमेटरी प्रभाव प्रदर्शित कर सकता है, जो सूजन को कम करने में मददगार हो सकता है (1)।

15. त्वचा को स्वस्थ रखे

कटहल का उपयोग त्वचा को स्वस्थ रखने के लिए भी फायदेमंद हो सकता है। जैसा कि हमने लेख में बताया कि कटहल विटामिन-सी से समृद्ध होता है, जो त्वचा को नुकसान पहुंचाने वाले मुक्त कणों से लड़ने का काम कर सकता है (1)। वहीं, विटामिन-बी त्वचा कोशिकाओं के पुनर्निर्माण में मदद करता है (12)।

विटामिन-सी के एंटीऑक्सीडेंट गुण और कोलेजन के गठन की क्षमता इसे त्वचा के लिए खास पोषक तत्व बनाती है। कुछ अध्ययनों के अनुसार, विटामिन-सी सूर्य की हानिकारक पराबैंगनी किरणों से त्वचा को बचाने का काम करता है (1)।

16. बालों के लिए कटहल

सेहत और त्वचा के साथ ही बालों की मजबूती के लिए भी कटहल फायदेमंद हो सकता है। रिसर्च के मुताबिक इसमें थायमिन और राइबोफ्लेविन जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं। यह दोनों ही विटामिन बी का ही रूप हैं। यह ही बालों को हेल्दी रखने में मददगार हो सकते हैं (13)। इसके अलावा एक अन्य रिसर्च से पता चला है कि कटहल के बीज का उपयोग भी बालों के विकास के लिए किया जा सकता है (14)।

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लेख के इस भाग में हम आपको कटहल के पोषक तत्वों के बारे में जानकारी दे रहे हैं।

कटहल के पौष्टिक तत्व – Jackfruit (Kathal) Nutritional Value in Hindi

कटहल में कई प्रकार के पोषक तत्व पाए जाते हैं जो सेहत के लिए लाभदायक होते हैं। यहां हम कटहल में मौजूद पोषक तत्वों के बारे में जानेंगे (15)।

पोषक तत्वमात्रा ( प्रति 100 ग्राम)पानी73.5 ग्रामऊर्जा95 kcalप्रोटीन1.72 ग्रामकुल फैट0.64 ग्रामकार्बोहाइड्रेट23.25 ग्रामफाइबर, कुल डायटरी1.5 ग्रामशुगर19.08 ग्रामकैल्शियम24 मिलीग्रामआयरन0.23 मिलीग्राममैग्नीशियम29 मिलीग्रामफास्फोरस21 मिलीग्रामपोटैशियम448 मिलीग्रामसोडियम2 मिलीग्रामजिंक0.13 मिलीग्रामविटामिन सी, कुल एस्कॉर्बिक एसिड13.7 मिलीग्रामथायमिन0.105 मिलीग्रामराइबोफ्लेविन0.055 मिलीग्रामनियासिन0.920 मिलीग्रामविटामिन बी-60.329 मिलीग्रामफोलेट, डीएफई 24 माइक्रोग्रामविटामिन ए, आरएई5 माइक्रोग्रामविटामिन ए110 आईयूविटामिन ई (अल्फा-टोकोफेरॉल) 0.34 मिलीग्रामफैटी एसिड, कुल सैचुरेटेड 0.195 ग्रामफैटी एसिड, कुल मोनोअनसैचुरेटेड 0.155 ग्रामफैटी एसिड, कुल पॉलीअनसैचुरेटेड 0.94 ग्राम

लेख में बने रहें

आइये, अब जानते है इन फायदों का लाभ उठाने के लिए कटहल का उपयोग कैसे करें।

कटहल का उपयोग – How to Use Jackfruit in Hindi

कटहल एक ऐसा फल है, जिसका सेवन कई तरीकों से किया जा सकता है। नीचे जानिए, कटहल कैसे खाते हैं:

कटहल पक जाने पर अंदर से पीला हो जाता है, जिसे सीधे तौर पर भी खाया जा सकता है।
कच्चे कटहल की सब्जी बना सकते हैं। कच्चे कटहल को काटने से पहले अपने दोनों हाथों पर सरसों का तेल लगा लें, क्योंकि कच्चे फल का दूध हाथों पर लग सकता है, जो बहुत मुश्किल से हटता है। चाहें तो कच्चे कटहल को काटने के लिए हैंड ग्लब्स का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। फल को काटने के लिए धारदार चाकू का इस्तेमाल करें और सावधानीपूर्वक काटें।
कटहल का अचार भी बना सकते हैं, जिस प्रकार आम, गाजर व मूली के अचार बनाए जाते हैं।
इसके अलावा, कटहल के गूदे के चिप्स भी बना सकते हैं। दक्षिण भारत में कई जगह जैकफ्रूट्स चिप्स बहुत प्रचलित हैं।

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फायदों के बाद जानते हैं कटहल के नुकसान के बारे में।

कटहल के नुकसान – Side Effects of Jackfruit in Hindi

कटहल के फायदे और नुकसान दोनों ही हो सकते हैं। अभी तक हमने कटहल के फायदे को जाना अब हम कटहल के नुकसान की बात करते हैं (14) (1) (16)।

कटहल के अत्यधिक सेवन से पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं ।
संवेदनशील लोगों को कटहल से ओरल एलर्जी की समस्या भी हो सकती है ।
इसके सेवन से मधुमेह के रोगियों में ग्लूकोज का स्तर बिगड़ सकता है।
इसका सेवन पुरुषों में बांझपन का कारण भी बन सकता है।
इसका अधिक सेवन प्रतिरक्षा प्रणाली पर भी नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।
इसमें फाइबर की अच्छी मात्रा पाई जाती है जिसके कारण पेट खराब होने की आशंका भी हाे सकती है ।

तो दोस्तों, कटहल के फायदे और नुकसान जानने के बाद कटहल कैसे खाएं, इसकी भी जानकारी आपको हमारे इस लेख के माध्यम से मिल गई होगी। ऐसे में अब आप चाहें तो कटहल खाने के फायदे प्राप्त करने के लिए इसे अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। वहीं, चाहें तो आप कटहल का बीज भी उपयोग में ला सकते हैं। यह त्वचा के साथ-साथ बालों के लिए भी लाभकारी साबित हो सकती है। खाद्य सामग्री से जुड़े ऐसे ही लेख पढ़ने के लिए बने रहें स्टाइलक्रेज के साथ।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

कटहल और डूरियन में क्या अंतर है?

कटहल एक उष्णकटिबंधीय फल है, जो आकार में छोटे और काफी बड़े दोनों प्रकार के हो सकते हैं। इस फल की बाहरी त्वचा नुकीली होती है। पकने पर यह फल अंदर से पीला हो जाता है, जिसे लोग बहुत चाव से खाते हैं। वहीं, डूरियन एक अंडाकार चमकदार उष्णकटिबंधीय फल जिसमें एक मलाईदार गूदा होता है। इसकी तीखी गंध के बावजूद, यह अपने स्वाद के लिए बड़े चाव से खाया जाता है।

कटहल के पेड़ में फल लगने में कितना समय लगता है?

वृक्षारोपण के बाद लगभग तीन या चार वर्षों में कटहल के पेड़ से खाने योग्य फल प्राप्त कर सकते हैं।

आप कैसे बता सकते हैं कि एक कटहल पका हुआ है?

पकने पर इसका गूदा पीला हो जाता है और इसमें से तेज गंध आने लगती है। इसके साथ ही पकने पर इसकी बाहरी त्वचा नरम हो जाती है, जिसे दबाने पर वह अंदर की ओर धंस जाती है।

कटहल को लंबे समय तक कैसे सुरक्षित रखें?

कटहल को लंबे समय तक सुरक्षित रखने के लिए इसके गूदे को निकालें, फिर एक कंटेनर में गूदे को रखकर फ्रिज में एक महीने तक आसानी से सुरक्षित रखा जा सकता है।

क्या हर रोज कटहल खाना अच्छा है?

हां, सीमित मात्रा में कटहल का सेवन रोजाना किया जा सकता है। वहीं, इसकी अधिक मात्रा का सेवन नुकसानदायक हो सकता है इससे पेट खराब भी हो सकता है (14)।

क्या आप कटहल कच्चा खा सकते हैं?

हां, कच्चे कटहल का सेवन सब्जी के रूप में किया जा सकता है।

क्या कटहल का सेवन मल त्यागने में मददगार हो सकता है?

हां, कटहल का सेवन मल त्यागने में मददगार हो सकता है। दरअसल, इसमें मौजूद फाइबर में लैक्सेटिव प्रभाव होता है जो मल को चिकना कर निकालने में मददगार हो सकता है (14)।

संदर्भ (Sources)

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क्या बवासीर में कटहल खाना चाहिए?

बवासीर होने पर कटहल का सेवन फायदेमंद साबित हो सकता है. कब्ज की वजह से बवासीर होता है. इसमें फाइबर की मात्रा काफी अधिक होती है. ऐसे में इससे कब्ज की समस्या भी खत्म होती है.

कटहल कब नहीं खाना चाहिए?

इतना नहीं हीं दूध के पीने के बाद भी आप कटहल का सेवन न करें. इससे स्किन से जुड़ी समस्या आपको हो सकती है. इसमें खुजली, सफेद दाग, मुंहासे आदि की समस्या शामिल है. इसके अलावे पाचन से जुड़ी बीमारी का खतरा भी हो सकता हो सकता है.

कटहल की तासीर क्या है?

कटहल की तासीर गर्म होती है। कटहल की सब्जी के बहुत से फायदे होते हैं। पके हुए कटहल को खाने से अल्सर और पाचन संबंधी समस्याओं का निवारण होता है।

कटहल खाने से क्या फायदा होता है?

पका हुआ कटहल अल्‍सर और पाचन संबंधी समस्‍याओं को दूर करता है. यह वज़न कम करने और दिल को हेल्दी रखने में भी मदद करता है. पके कटहल में विटामिन सी पाया जाता है. विटामिन-सी एक एंटीऑक्सीडेंट के रूप में काम करता है, जो इम्यूनिटी को मजबूत बनाने में मदद करता है.