गोपियों ने कृष्ण की मुरली क्यों छुपाई?...गोपियों ने कृष्ण की मुरली छुपाए भाई जय श्री कृष्णा गोपियों की नींद हराम करनेऔर पढ़ें Show
R D Alok गोपियां कृष्ण की मुरली से क्यों जलती हैं?...और पढ़ें Ashok BajpaiRtd. Additional Collector P.C.S. Adhikari गोपियां कृष्ण की मुरली से क्यों जलती हैं?...किसने कहा कि वह जलती थी हां उनके बजाने पर उन्हें अच्छा लगता था औरऔर पढ़ें 🇮🇳 Jitendra Shukla🇮🇳 Sudhakar🇮🇳Jyotishi 🇮🇳Kendra🇮🇳🦚Birth kundli Specialist🌹भारत भाग्य विधाता 🇮🇳 social Work Associate Professionals🌹🇮🇳🚩 9517287000🚩 कृष्ण की मुरली क्यों छुपाई गयी?...गोपियों ने भगवान कृष्ण की मुरली उनसे बात करने मैं प्राप्त होने वालीऔर पढ़ें Beer Singh RajputCareer Counsellor & Lecturer. श्री कृष्णा ने धर्म को गोपियों के पास क्यों भेजा?...और पढ़ें Gayatri ShuklaSocial Worker Director Of Smt Educational Society भगवान श्री कृष्ण को कितनी गोपियां थी?...हेलो दोस्तों आप का सवाल है कि भगवान श्री कृष्ण के कितनी गोपियां थी तोऔर पढ़ें Vishu tyagi भगवान कृष्ण की मुरली कहा से आई थी?...भगवान कृष्ण को मुरली भगवान शंकर के द्वारा बना करके दी गई थी और नागऔर पढ़ें प्रदीप कुमार शर्माSpecial Educator श्री कृष्ण ने गोपियों का मन वश में किस तरह किया?...आपने जो प्रश्न किया है श्री कृष्ण ने गोपियों का मन वश में किस तरहऔर पढ़ें Suman SauravGovernment Teacher & Carrear Counsultent बागी किसे कहा गया है श्री कृष्ण को गोपियों को उद्योगों?...बागी उसे कहा गया है जहां एक मित्र की परिभाषा से परिभाषित होते हुएऔर पढ़ें Dr Ram Dular DasPrincipal Gujarat Board GSEB Std 12 Hindi Textbook Solutions Chapter 3 कान्ह भए बस बाँसुरि के Textbook Exercise Important Questions and Answers, Notes Pdf. GSEB Std 12 Hindi Digest
कान्ह भए बस बाँसुरि के Textbook Questions and Answers स्वाध्याय 1. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दिए गए विकल्पों में से चुनकर लिखिए: प्रश्न 1. प्रश्न 2. प्रश्न 3. 2. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक-एक वाक्य में लिखिए : प्रश्न 1. प्रश्न 2. प्रश्न 3. प्रश्न 4. प्रश्न 5. 3. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दो-दो वाक्यों में लिखिए : प्रश्न 1. प्रश्न 2. प्रश्न 3. 4. निम्नलिखित प्रश्नों के चार-पाँच पंक्तियों में दीजिए: प्रश्न 1. प्रश्न 2. प्रश्न 3. प्रश्न 4. इतना ही नहीं, कृष्ण की तरह हाथ में लकुटी लेकर वे ग्वालों के साथ वन में गाएं चराने भी जाएंगी। उनके प्यारे कृष्ण जो-जो कार्य करते थे, वे सब वे भी करेंगी। कृष्ण की मुरली से उन्हें ईर्ष्या है, इसलिए उसे अपने होंठों पर धारण नहीं करेंगी। इस प्रकार रसखान ने कृष्ण के स्वांग में गोपियों का भावपूर्ण वर्णन किया है। GSEB Solutions Class 12 Hindi कान्ह भए बस बाँसुरि के Important Questions and Answers निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक-एक वाक्य में लिखिए: प्रश्न 1. प्रश्न 2. व्याकरण निम्नलिखित शब्दों के पर्यायवाची (समानार्थी) शब्द लिखिए :
निम्नलिखित शब्दों के विलोम (विरुद्धार्थी) शब्द लिखिए :
निम्नलिखित शब्दसमूहों के लिए एक-एक शब्द लिखिए :
निम्नलिखित अशुद्ध वाक्यों को शुद्ध करके फिर से लिखिए : प्रश्न 1.
उत्तर :
कान्ह भए बस बाँसुरि के Summary in Hindiविषय-प्रवेश : कृष्ण के प्रति रसखान की भक्ति-भावना बहुत गहरी थी। प्रस्तुत दोनों कवित्तों में रसखान ने कृष्ण की बांसुरी को लेकर गोपियों के मन में उपजे सौतिया डाह की भावना का मार्मिक वर्णन किया है। प्रथम कवित्त में गोपियाँ कृष्ण की बांसुरी से ईर्ष्या करती हैं और बाँसुरी द्वारा अपना स्थान ले लेने के कारण वे बज छोड़कर भाग जाना
चाहती हैं। कविता का सरल अर्थ : हमेशा कृष्ण के पास रहनेवाली गोपियाँ कृष्ण की बाँसुरी से ईर्ष्या करती हुई कहती हैं कि कान्हा को बाँसुरी ने अपने वश में कर लिया है। वे कहती हैं कि हे सखी! अब कृष्ण हमें क्यों चाहेंगे! यह बाँसुरी हमेशा उनके साथ लगी रहेगी। यह रात-दिन हमें धौंस देगी। हम यह सौतिया-डाह क्यों सहें। इस बांसुरी ने श्रीकृष्ण को मोहित कर लिया है, वह हमें सदा जलाती रहेगी। इसलिए आओ, हम सब व्रज छोड़कर भाग जाएँ। हमारा स्थान अब इस बांसुरी ने ले लिया है। अब तो व्रज में बस यही बाँसरी ही रहेगी। श्रीकृष्ण का स्वांग रचनेवाली गोपियाँ कहती हैं कि हम अपने सिर पर मोर पंख का मुकुट पहनेंगी। अपने गले में खुपची के लाल-लाल दानों की माला पहनेंगी। अपने कंधों पर पीतांबर ओढ़ेगी और छोटी-सी लाठी लेकर ग्वालों के साथ वन में जाकर गायों को चराने का अभिनय करेंगी। श्रीकृष्ण को जो भी पसंद था, वे वह सब कुछ करेंगी। पर एक काम वे कभी नहीं करेंगी- श्रीकृष्ण ने जिस बांसुरी को अपने होंठों पर रखकर बजाया था, उस बाँसुरी को वे अपने होंठों पर कभी नहीं रखेंगी। (क्योंकि वे उसे अपनी सौतन मानती हैं।) कान्ह भए बस बाँसुरि के शब्दार्थ :
गोपियाँ मुरली को होठों पर क्यों धारण नहीं करना चाहती?गले में गुँजा की माला पहनेगी। पीतांबर पहनेगी और लकुटी लेकर गायों और ग्वालों के बीच फिरेगी। ( ग ) गोपी कृष्ण की मुरली को होठों पर क्यों नहीं रखना चाहती ? उत्तर : गोपी कृष्ण की मुरली को इसलिए धारण करना चाहती है क्योंकि मुरली ने ही उससे कृष्ण को छीन लिया है तथा वह मुरली से घृणा करती है।
गोपी कानों में उंगली क्यों लगा लेना चाहती है?गोपी कानों में उँगली इसलिए रखना चाहती है क्योंकि जब कृष्ण मंद एवं मधुर स्वर में मुरली बजाएँ तथा ऊँची अटारियों पर चढ़कर गोधन गाएँ तो उनका मधुर स्वर उसके कानों में न पड़े तथा गोपी इस स्वर के प्रभाव में आकर कृष्ण के वश में न हो सके।
गोपियों ने श्री कृष्ण की मुरली क्यों छुपाई?वे कृष्ण की मुरली को छिपा देती हैं और कृष्ण के पूछने पर वे साफ़ मना कर जाती हैं, परंतु आँखों की भौंहों से हँसकर मुरली अपने पास होने का संकेत दे देती हैं ताकि कृष्ण उनसे बार-बार मुरली के बारे में पूँछे तथा वे बतरस का आनंद उठा सकें। यही कारण है कि गोपियाँ कृष्ण की मुरली को छिपा देती हैं।
गोपियां किस का रूप धारण करना चाहते हैं और क्यों?सखी ने गोपी से कृष्ण का रूप धारण करने का आग्रह किया था। वे चाहती हैं कि गोपी मोर मुकुट पहनकर, गले में माला डालकर, पीले वस्त्र धारण कर और हाथ में लाठी लेकर पूरे दिन गायों और ग्वालों के साथ घूमने को तैयार हो जाये। इससे सखियों को हर समय कृष्ण के रूप के दर्शन होते रहेंगे।
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