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Shri Jaya Kishori Ji Jaya Kishori Ji, Shrimad Bhagwat Katha , Day 3, Special Live, Haridwar (Uttarakhand)04-Jan-2019 0 0 0 DescriptionJaya Kishori Ji, Shrimad Bhagwat Katha , Day 3, Special Live, Haridwar (Uttarakhand) Related VideosWatch Video0 0 51:39 Mata Ke Bhajans by Sonu Nigam Maa Ka Karishma Bhakti Songs Hindi Watch Video0 0 Shyam Kaise Bhula Diya Full HD Video Pappu Sharma Khatu Shyam Darshan Watch Video0 0 0 0 Sun Ab To Jaga De Mera Bhag Sanware Video Pappu Sharma Khatu Shyam Darshan Watch Video0 0 Sanwariya Seth Su Milao Pappu Sharma Super Hit Khatu Shyam Bhajan Khatu Shyam Darshan0 0 Ab Aa Jao Khatu Wale Pappu Sharma Super Hit Khatu Shyam Bhajan Khatu Shyam DarshanYou can Download ज्ञानमार्ग Questions and Answers, Summary, Activity, Notes, Kerala Syllabus 8th Standard Hindi Solutions Unit 1 Chapter 2 help you to revise complete Syllabus and score more marks in your examinations. ज्ञानमार्ग पाठ्यपुस्तक के प्रश्न और उत्तर प्रश्ना 1. उत्तर: सच्चे ज्ञानी के मन में अहंकार नहीं होता। वह हमेशा ज्ञान पाने की कोशिश करता रहता है। वह अपने ज्ञान को सदा अपूर्ण समझता है। प्रश्ना 2. उत्तर: राजकुमार अपने ज्ञान पर मदांध हो गए। उन्होंने अपने ज्ञान का सदुपयोग नहीं किया। यह उनके संकट में पड़ने का कारण बन गया। ज्ञानमार्ग Text book Activitiesप्रश्ना
1. उत्तर: ज्ञानमार्ग दोस्तों के प्रस्तुतीकरण में उचित चौकोर में ✓लगाएँ। रंगमंच: पात्र: कथोपकथन: प्रश्ना 1. मैं मंत्र पढ़ता हूँ। क्या, तुम इसमें प्राण भी डाल सकते हो? प्रश्ना 2. पाठ भागों से ऐसे वाक्य चुनें और लिखें। उदाहरण : 1. मैं बहुत चतुर नहीं हूँ। 2. मैं हर चीज़ को सीखना चाहता हूँ। 3. माफ़ी चाहता हूँ 4. मैं तो हमेशा ही सीखता हूँ। 5. पगड़ी तुम रख लो और खुद पढ़ो…। 6. मैं तुम दोनों से बड़ा हूँ। 7. तुम दोनों मेरे आगे मूर्ख हो। 8. मैं तुम सबसे बड़ा विद्वान हूँ। 9. मैं जानता हूँ। प्रश्ना 3. i. हरेक में कुछ न कुछ ज्ञान है। ii. ज्ञान बाहरी दिखावा नहीं है। iii. ज्ञान सबकी भलाई के लिए है। iv. अहंकार से ज्ञान असफल होता है। “जिज्ञासा के बिना ज्ञान नहीं होता।” “उस ज्ञान का कोई लाभ नहीं जिसे आप काम में नहीं लाते।” प्रश्ना 1. उत्तर: 1. केवल ज्ञान ही एक ऐसा अक्षय तत्व है, जो कहीं भी, किसी अवस्था और किसी काल में भी मनुष्य का साथ नहीं छोड़ता। 2. यदि कोई अपने धन को ज्ञान अर्जित करने में खर्च करता है तो उससे उस ज्ञान को कोई नहीं छीन सकता, ज्ञान के लिए किए गए निवेश से हमेशा अपना और दूसरों का भलाई होता है। 3. ज्ञान एक कामधेनु के समान है जो हर मौसम में अमृत प्रदान करती है। इसलिए ज्ञान को एक गुप्त धन कहा गया है। (आचार्य चाणक्य) 4. ज्ञान अगर बुद्धि में रहे तो बोझ बनता है और जब व्यवहार में आ जाए तो आचरण बनता है। 5. ज्ञान ज्ञान नहीं रह जाता जब वह इतना अभिमानी हो जाए कि रो भी ना सके, इतना गंभीर हो जाए कि हंस भी ना सके और इतना स्वार्थी हो जाए कि अपने सिवा किसी और का अनुसरण न कर सके। ज्ञानमार्ग Summary in Malayalam and Translationज्ञानमार्ग शब्दार्थ Word meanings गुरुजी हम लोग संकट में पड़ गए हैं राजकुमार क्यों संकट में पड़ गए?करता हूँ॥ 4॥
राज कुमारों के पीछे गुरुजी क्यों आए थे?Live - Shri Ram Katha By PP.
ज्ञानमार्ग किसकी रचना हैं?ज्ञानमार्ग का यह प्रवर्तन भारतीय संस्कृति को कपिल की देन है।
सुख दुख कविता के रचयिता कौन है?सुख का दुख / भवानीप्रसाद मिश्र
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