इलेक्ट्रोड विभव एवं मानक इलेक्ट्रोड विभव से आप क्या समझते हैं? - ilektrod vibhav evan maanak ilektrod vibhav se aap kya samajhate hain?

इलेक्ट्रोड विभव

जब किसी धातु (इलेक्ट्रोड) को उसी धातु के किसी लवण विलयन में रखा जाता है तो धातु तथा विलयन के सम्पर्क स्थल पर वैद्युत द्विक-स्तर (electrical double layer) उत्पन्न हो जाता है जिसके फलस्वरूप धातु तथा विलयन के मध्य विभवान्तर उत्पन्न हो जाता है जिसे इलेक्ट्रोड विभव (electrode potential) कहते हैं। इसे E° से प्रकट करते हैं और इसे वोल्ट में मापा जाता है। उदाहरणार्थ-जब कॉपर की छड़, कॉपर सल्फेट के विलयन में डुबोई जाती है तो कॉपर की छड़, विलयन के सापेक्ष ऋणावेशित हो जाती है जिससे कॉपर धातु और कॉपर आयनों के मध्य विभवान्तर उत्पन्न हो जाता है।
Cu (s) Cu2+ + 2e–
इस विभवान्तर को कॉपर इलेक्ट्रोड का विभव कहते हैं।
इलेक्ट्रोड विभव निम्नलिखित कारकों पर निर्भर करता है –

  1. चालक की प्रकृति – जिस इलेक्ट्रोड की चालकता अधिक होगी वह उतना ही अधिक इलेक्ट्रोड विभवे उत्पन्न करता है।

  2. धात्विक आयन की विलयन में सान्द्रता – सान्द्रता बढ़ाने पर इलेक्ट्रोड विभव को मान घटता है, क्योंकि सान्द्रता बढ़ाने पर आयनन घट जाता है, फलस्वरूप चालकता कम हो जाती है।

  3. तापक्रम – इलेक्ट्रोड विभव का मान ताप पर भी निर्भर करता है जो ताप बढ़ाने पर आयनन बढ़ जाने के कारण बढ़ता है।

मानकं इलेक्ट्रोड विभव 

किसी धातु की छड़ को 25°C पर एक मोलर धातु आयन सान्द्रता के विलयन में डुबोने पर धातु और विलयन के मध्य जो विभवान्तर उत्पन्न होता है उसे धातु का मानक इलेक्ट्रोड विभव (E°) कहते हैं।
इलेक्ट्रोड विभव (E) और मानक इलेक्ट्रोड विभव (E°) में सम्बन्ध
माना एक इलेक्ट्रोड अभिक्रिया इस प्रकार है –

इलेक्ट्रोड विभव एवं मानक इलेक्ट्रोड विभव से आप क्या समझते हैं? - ilektrod vibhav evan maanak ilektrod vibhav se aap kya samajhate hain?

नेर्नस्ट के अनुसार, किसी ताप T पर धातु इलेक्ट्रोड M| Mn+ के विभव E और विलयन में धातु आयनों की सान्द्रता [Mn+] में निम्नलिखित सम्बन्ध होता है,
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इसे नेर्नस्ट समीकरण भी कहते हैं।
जहाँ E° धातु का मानक इलेक्ट्रोड विभव (वोल्ट में), R गैस नियतांक (R= 8.312 JK-1 mol-1), T परम ताप (केल्विन में), F फैराडे नियतांक (F = 96,485 C mol-1), n इलेक्ट्रोड अभिक्रिया में भाग लेने वाले इलेक्ट्रॉनों के मोलों की संख्या तथा [Mn+] विलयन में धातु आयनों की सक्रियता (activity) अथवा मोल प्रति लीटर में व्यक्त सान्द्रता है।

एक्सीडेंट होने पर कितने मानक इलेक्ट्रोड दो को उदाहरण सहित समझाइए ठीक है तो आज हम देखते हैं पहले में जानते कि मानक मानक इलेक्ट्रोड विभव है क्या ठीक है तो मानक इलेक्ट्रोड भी हो जो होता है वह क्या होता है किसी भी हमारे किसी भी अर्थ चल ठीक है किसी भी अर्थ सेल में एक इलेक्ट्रोड पर एक इलेक्ट्रोड पर एक इलेक्ट्रोड में पर कितना 298 केल्विन ताप और एक मूल प्रति लीटर सांता ठीक है कितना मारा स्थापित हो जाएगा 298 केल्विन ताप ठीक है और एक मॉल प्रति लीटर सांद्रता ठीक

सांद्रता के धातु आयन बिलियन में लिप्त रोड के विभव का मानक इलेक्ट्रोड विभव कल आता है ठीक है क्या हुआ हमारा इलेक्ट्रोड पर 298 केल्विन ताप और एक मूल प्रति लीटर की क्षमता क्या होती हमारी धातु आयन में धातु आया बिलियन में सुंदरता के धातु आयन बिलियन में धातु आयन बिलियन में इलेक्ट्रोड के विभव का मान इलेक्ट्रोड इलेक्ट्रोड के विभव का मान विभव का मान क्या कहलाता है मारा मानक इलेक्ट्रोड विभव कहलाता है ठीक है जैसे हम लेते हैं फिर

ठीक है कोई भी हमसे ले लिए ठीक है और इसको हम किस सेंड कर करते हैं प्रदर्शित करते हैं इसको हम इस गिरोह से प्रदर्शित करते हैं ठीक है इसमें दो प्रकार की फ्री होती है ठीक एक तुम्हारी असल में जो होती है ऑक्सीकरण अभिक्रिया होती है और दूसरी होती है अब से ठीक है कौन सी होती है ऑक्सीकरण ऑक्सीकरण की होती है दूसरी होती है आप चयन अपने आप जान भी भूकंप किसे एंडी के करते हैं फिर बताते हैं कि 0le डॉक्स रिएक्शन ठीक है इसको क्या बोलते हैं डिटॉक्स रिएक्शन बोला जाता है और आशिक रवि को कम किसे प्रदर्शित करते हैं यह जीरो ऑक्सीडेशन हमारा वैक्स क्या ऑक्सीडेशन होता है ठीक है तो हम अफ्रीकन भी कोशिश कम देखते हैं तुम्हारा क्या हो जाएगा उदाहरण का देखते हैं

ऑक्सीकरण विभाग ठीक है तुम्हारा क्या लेते हैं जी हमारा सिलवर है ठीक है तो जब इसका हम भी मानते हैं क्या लड़का हमारे जी प्लस प्लस इलेक्ट्रॉन क्या करेगा भाई ठीक है तो क्या हो जाएगा मारा ठीक तो ऑक्सीडेशन हो रहा है तुम्हारा तो क्या जाएगा इसका ऑपरेशन हो रहा है सिल्वर का एजी एजी प्लास्टिक है तुम्हारा क्या जाएगा इस कॉल टू कितना विभांतर मारा होगा 0.8 मतलब की जगह तो सुन लो 8:00 गोल्ड का क्या हो रहा है भाई यहां पर भी बहुत मन हो रहा है ठीक तो इस प्रकार से यह हमारा आंसर हुआ मानक इलेक्ट्रोड विभव ठीक है थैंक यू

आप क्या समझते हैं उनके प्रदर्शन करते हैं बताएं वहां पर तो हमारा क्या होता है रोड पर हमारा ऑक्सीकरण होता है जो होता है वह हमारा क्या होता है अब चैन होता है कि छोड़ कर हम ना होते तो हमारा क्या होता है अब सोते हैं अब क्या होता है कि कोई भी इलेक्ट्रोड है किसी भी लड़की को हम नहीं कर सकते हैं इसके लिए हमें

उसके सामने एक रिपोर्ट चाहिए होता है तो रेफरेंस इलेक्ट्रोड के लिए हम किसी को लेटर देते हैं हाइड्रोजन इलेक्ट्रोड को लेते हैं और हाइड्रोजन के सापेक्ष जो होता है वह हम धातु और उसके परिजन को उसके बिलियन को जोड़ देते हैं हाइड्रोजन इलेक्ट्रोड के सोल्यूशन के अंदर में रख देते हैं उसके साथ में हम क्या जोड़ देते हैं जो हमारे जीवन को सफल बनाएं जो इस साल का इलेक्ट्रोड विभव आएगा इलेक्ट्रोड विभव आएगा उसे हम मानक इलेक्ट्रोड विभव मानक इलेक्ट्रोड

हाइड्रोजन इलेक्ट्रोड के साथी हाइड्रोजन इलेक्ट्रोड के सापेक्ष हाइड्रोजन इलेक्ट्रोड के साथ एक दूसरी दूसरी इलेक्ट्रोड का इलेक्ट्रोड विभव तो हाइड्रोजन इलेक्ट्रोड का यह थोड़ी हो जाएगा तो क्या कर सकते हैं

इलेक्ट्रोड विभव और मानक इलेक्ट्रोड विभव से आप क्या समझते हैं?

साम्यावस्था में अर्ध सेलों (हाफ सेल) के एलेक्ट्रोड विभव को मानक इलेक्ट्रोड विभव (standard electrode potentials) कहते हैं। जब तत्वो को उनके मानक अपचयन विभव के आरोही क्रम मे व्यवस्थित करते हैं तो इस प्रकार प्राप्त हुइ श्रेणी विद्युत रासायनिक श्रेणी कहलाती है।

मानक इलेक्ट्रोड विभव क्या है इन हिंदी?

मानकं इलेक्ट्रोड विभव – किसी धातु की छड़ को 25°C पर एक मोलर धातु आयन सान्द्रता के विलयन में डुबोने पर धातु और विलयन के मध्य जो विभवान्तर उत्पन्न होता है उसे धातु का मानक इलेक्ट्रोड विभव E° कहते हैं।