जल चक्र क्या है चित्र सहित समझाए? - jal chakr kya hai chitr sahit samajhae?

इसे सुनेंरोकेंजल चक्र का तात्पर्य पृथ्वी के स्थल मंडल, जल मंडल तथा वायुमंडल के बीच होने वाले जल के चक्रीय प्रवाह से है। जल एक चक्र के रूप में महासागर, से धरातल पर और धरातल से महासागर तक पहुँचता है। इसमें, जल के विभिन्न स्रोतों से जीवों के बीच जल का आदान प्रदान भी शामिल है।

जल चक्र का निर्माण कैसे होता है?

इसे सुनेंरोकेंपानी/जल भूमि के अंदर गुरूत्‍व व दबाव के कारण चला जाता है । भूमि सतह के समीप के भूजल को पौधे लेते है । कुछ भूजल का नदियों तथा झीलों से रिसाव हो जाता है तथा सतह पर झरने के रूप में प्रवाह होता है । पौधे भूजल को ग्रहण करते हैं तथा अपनी पत्तियों से वाष्‍पन उत्‍सर्जन या भाप में परिवर्तित करते हैं

यदि पृथ्वी पर जल चक्र न हो तो हमारे जीवन पर क्या प्रभाव पड़ेगा?

इसे सुनेंरोकेंगर्म वायु वातावरण में ऊपर उठकर द्रवण की प्रक्रिया से वाष्प् बन जाती है । जलीय चक्र निरंतर चलता है तथा स्रोतों को स्वच्छ रखता है । पृथ्वी पर इस प्रक्रिया के अभाव में जीवन असंभव हो जाएगा

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पृथ्वी पर मीठे जल का स्रोत क्या है?

इसे सुनेंरोकेंपृथ्वी पर अधिकतर मीठा जल झीलों तथा नदियों की अपेक्षा भूमि से प्राप्त होता है । भूमि में मीठे जल के भण्डारण की मात्रा झीलों, अंतदेर्शीय समुद्रों तथा नदियों में इसकी मात्रा 150,000 घन कि. मी. जल पाया जाता है जो मुख्यतः ध्रुवीय क्षेत्रों तथा हरीभूमि में उपलब्ध होता है ।

वर्षा जल चक्र क्या है?

इसे सुनेंरोकेंजल चक्र पृथ्वी की सतह पर, ऊपर और नीचे पानी की अंतहीन गति का वर्णन करता है। इसे हाइड्रोलॉजिकल साइकिल के रूप में भी जाना जाता है। वर्षा- पानी की बूंदें बादलों का निर्माण करती हैं जो भारी हो जाती हैं और बारिश, नींद, ओलों या बर्फ के रूप में आकाश से गिरती हैं; इसे वर्षा कहा जाता है।

जल चक्र क्या है कक्षा सातवीं?

इसे सुनेंरोकेंउत्तर जलवाष्प संघनित होकर बादलों का रूप लेता है। यहाँ से यह वर्षा, हिम, ओस अथवा सहिम वृष्टि के रूप में धरती या समुद्र पर नीचे गिरता है, वर्षण कहलाता है। उत्तरे जिस प्रक्रम में जल लगातार अपने स्वरूप को बदलता रहता है और महासागरों, वायुमंडल एवं धरती के बीच चक्कर लगाता रहता है, उसको जल चक्र कहते हैं

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जल चक्र कितने प्रकार के होते हैं?

इसे सुनेंरोकेंजल चक्र में तीन अलग-अलग चरण से पानी जाता है। यह एक तरल (पानी), एक गैस (जल वाष्प) या एक ठोस (बर्फ) हो सकता है। ये तीन चरण विनिमेय हैं, क्योंकि पानी बर्फ में जम सकता है या जल वाष्प में वाष्पित हो सकता है, जल वाष्प पानी के रूप में संघनित हो सकता है, और बर्फ पानी में पिघल सकता है।

जल चक्र का Kram क्या है?

इसे सुनेंरोकेंजल-चक्र के क्रम में जल की तीन सी अवस्थाएँ पायी जाती हैं – वाष्प अवस्था, द्रव अवस्था और ठोस अवस्था। वाष्प अवस्था : इस अवस्था में जलवाष्प के रूप में होती है। ठोस अवस्था : जल की बूंदे संघनित होने के कारण बड़ी हो जाती हैं और कभी-कभी जब वायु का तापमान काफी कम हो जाता है तो यह हिम और ओले के रूप में नीचे गिरती है

जल का सबसे बड़ा स्रोत कौन सा है?

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इसे सुनेंरोकेंजल का सबसे बड़ा स्रोत झील और बर्षा का जल होता है| मनुष्य जल को विभिन्न कार्यों में प्रयोग करता है। जल का अन्य उपयोग पीने के लिए, खाना पकाने के लिए, सफाई करने के लिए, गर्म पदार्थ को ठंडा करने के लिए, वाष्प शक्ति के लिए, सिंचाई व मत्स्यपालन आदि कार्यों के लिये किया जाता है

भारत अलवणीय जल का सबसे मुख्य स्रोत क्या है *?

इसे सुनेंरोकेंहमारे देश में अलवण जल के तीन मुख्य स्रोत हैं। ये इस प्रकार हैं : नदियां, झीलें एवं भूजल

पृथ्वी का कितना भाग जल से ढका है?

इसे सुनेंरोकेंये सवाल किया है इंदौर से देवेंद्र ने. ये तो आप जानते ही हैं कि पृथ्वी का 71 प्रतिशत हिस्सा पानी से ढका हुआ है. 1.6 प्रतिशत पानी ज़मीन के नीचे है और 0.001 प्रतिशत वाष्प और बादलों के रूप में है. पृथ्वी की सतह पर जो पानी है उसमें से 97 प्रतिशत सागरों और महासागरों में है जो नमकीन है और पीने के काम नहीं आ सकता.

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    जल चक्र से आप क्या समझते हैं? जलीय चक्र के विभिन्न तत्त्व किस प्रकार संबंधित हैं?

    27 Dec, 2017 सामान्य अध्ययन पेपर 1 भूगोल

    उत्तर :

    जल चक्र का तात्पर्य पृथ्वी के स्थल मंडल, जल मंडल तथा वायुमंडल के बीच होने वाले जल के चक्रीय प्रवाह से है।जल एक चक्र के रूप में महासागर, से धरातल पर और धरातल से महासागर तक पहुँचता है। इसमें, जल के विभिन्न स्रोतों से जीवों के बीच जल का आदान प्रदान भी शामिल है। निम्न चित्र के माध्यम से जल चक्र को समझा जा सकता है।

    जल चक्र क्या है चित्र सहित समझाए? - jal chakr kya hai chitr sahit samajhae?

    जल चक्र में वाष्पीकरण, वाष्पोत्सर्जन, संघनन, वर्षन, अंतःस्पंदन, अपवाह तथा संग्रहण की प्रक्रिया शामिल है। वाष्पीकरण के तहत गर्मी के प्रभाव से धरातल अथवा समुद्र का जल वाष्प बनकर उपर उठता है, वहीं वाष्पोत्सर्जन की प्रक्रिया जीवित प्राणियों में होती है। इनसे बनने वाला वाष्प संघनन की क्रिया के द्वारा बादल में परिवर्तित हो जाता हैं, फिर वर्षण की प्रक्रिया के द्वारा बादल के रूप में संगृहीत जल वर्षा की बूंदों तथा हिमपात के रूप में नीचे गिरता है।

    पुनः ये जल या तो अंतःस्पंदन की प्रक्रिया द्वारा भूमि के नीचे रिसता हैं अथवा अपवहन की प्रक्रिया द्वारा धरातलीय स्रोतों से बहते हुए बड़ी जल निकायों में संगृहीत होता है। पूनः यह संगृहीत जल वाष्पीकरण की प्रक्रिया द्वारा वायुमंडल मे निर्गमित होता है। इस प्रकार जल चक्र की प्रक्रिया पूरी होती है।

    जल चक्र क्या होता है सचित्र वर्णन कीजिए?

    जल चक्र पृथ्वी पर उपलब्ध जल के एक रूप से दूसरे में परिवर्तित होने और एक भण्डार से दूसरे भण्डार या एक स्थान से दूसरे स्थान को गति करने की चक्रीय प्रक्रिया है जिसमें कुल जल की मात्रा का क्षय नहीं होता बस रूप परिवर्तन और स्थान परिवर्तन होता है। अतः यह प्रकृति में जल संरक्षण के सिद्धांत की व्याख्या है।

    जल चक्र क्या है class 7?

    (ख) जल चक्र क्या है? उत्तरे जिस प्रक्रम में जल लगातार अपने स्वरूप को बदलता रहता है और महासागरों, वायुमंडल एवं धरती के बीच चक्कर लगाता रहता है, उसको जल चक्र कहते हैं।

    जल चक्र कितने प्रकार के होते हैं?

    जल चक्र प्रक्रिया यह संपूर्ण प्रक्रिया बहुत ही सरल है जिसे 6 भागों में विभाजित किया गया है। जब वातावरण में जल वाष्प् द्रवित होकर बादलों का निर्माण करते है, इस प्रक्रिया को द्रवण कहते हैं । जब वायु काफी ठण्डी होती है तब जल वाष्प् वायु के कणों पर द्रवित होकर बादलों का निर्माण करता है ।

    जल चक्र के प्रमुख घटक कौन से हैं?

    जल पृथ्वी के जीवन चक्र व पारिस्थिकी तन्त्र को संचालित करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है। जल की तीन मुख्य अवस्थाएँ होती है- ठोस (बर्फ), गैस (भाप) व तरल (पानी) जिसमें से केवल पानी ही मनुष्य की समस्त क्रियाओं हेतु महत्त्वपूर्ण संसाधन है।