In this article, we will share MP Board Class 9th Hindi Solutions एकांकी Chapter 2 बहू की विदा Pdf, These solutions are solved subject experts from the latest edition books. Show बहू की विदा अभ्यासबोध प्रश्न बहू की विदा अति लघु उत्तरीय प्रश्न प्रश्न 1. प्रश्न 2. प्रश्न 3. बहू की विदा लघु उत्तरीय प्रश्न प्रश्न 1. प्रश्न 2. प्रश्न 3. बहू की विदा बहू की विदा प्रश्न 1. प्रश्न 2. (ii) अहंकारी : (iii) हृदयहीन : (iv) हृदय परिवर्तन : प्रश्न 3. प्रश्न 4. (ii) दहेज विरोधी : (ii) मानवता से पूर्ण : बहू की विदा भाषा अध्ययन प्रश्न 1. प्रश्न 2. प्रश्न 3.
प्रश्न 4. प्रश्न 5. बहू की विदा पाठका सारांश इस एकांकी की कथावस्तु उच्चवर्ग के परिवार से सम्बन्ध रखती है। हिन्दू रीति-रिवाज के अनुसार सावन के महीने में सावन से पूर्व विवाहिता स्त्री पहला सावन अपने घर पर ही मनाती है। प्रमोद भी अपनी बहिन कमला को ससुराल से ले आने के लिए उसकी ससुराल जाता है। कमला के ससुर जीवनलाल अहंकारी व्यक्ति हैं तथा अपने पैसे के आगे किसी को कुछ भी नहीं समझते हैं। जब प्रमोद जीवनलाल से अपनी बहिन की विदा की बात छेड़ता है तो जीवनलाल यह बहाने बनाते हैं कि तुम्हारे पिता ने उनकी हैसियत के हिसाब से दहेज नहीं दिया है। प्रमोद द्वारा अपनी मजबूरी बताने पर भी जीवनलाल टस से मस नहीं होते हैं और वे अपना अन्तिम निर्णय प्रमोद को सुनाते हुए कहते हैं कि जब तक तुम पाँच हजार रुपये लेकर नहीं आओगे तब तक कमला को यहाँ से विदा नहीं किया जाएगा। प्रमोद मन मसोसकर रह जाता है और जीवनलाल से कहता है कि बेटी वाला होने के कारण आपने मेरा अपमान किया है। लेकिन याद रखिए आप भी बेटी वाले हैं। इस बात का उत्तर देते हुए जीवनलाल कहता है कि मेरी बेटी तो पहला सावन अपने मायके में ही मनायेगी क्योंकि मैने पूरा दहेज दिया है। कमला जब कमरे में आती है तो अपने भाई से गले मिलकर बहुत रोती है। तभी प्रमोद कमला को बताता है कि तुम्हारे श्वसुर ने पाँच हजार रुपये की हमसे माँग की है, अतः वह रुपये का प्रबंध करने वापस लौटकर जा रहा है। इसी समय कमला की सास राजेश्वरी आ जाती है। जब राजेश्वरी को अपने पति की जिद्द का पता चलता है तो वह अपने पति से छिपाकर पाँच हजार रुपये प्रमोद को देने को तैयार हो जाती है। कमला अपनी सास की इस ममता को देखकर उनसे लिपट जाती है तभी उसके श्वसुर जीवनलाल का प्रवेश होता है। जीवनलाल अपनी बेटी के ससुराल से आने की आतुरता से प्रतीक्षा कर रहे हैं। तभी उनका पुत्र रमेश आकर बताता है कि गौरी को उसके ससुराल वालों ने भेजने से मना कर दिया है। यह सुनकर जीवनलाल के हृदय को चोट पहुँचती है और वे कहते हैं कि मैंने तो उनको भरपूर दहेज दिया था अब वे किस दहेज की बातें कर रहे हैं। तभी उनकी पत्नी राजेश्वरी कहती है कि दूसरों के साथ हमें वैसा ही व्यवहार करना चाहिए जैसा कि हम अपने लिए चाहते हैं। बहू और बेटी को समान समझना चाहिए तभी घर में सुख-समृद्धि एवं शान्ति आ सकती है। अपनी पत्नी के इन वचनों को सुनकर जीवनलाल की आँखें खुल जाती हैं और वे खुशी-खुशी कमला की विदा कर देते हैं। यहीं एकांकी समाप्त हो जाती है। जीवनलाल ने कमला की विदा के बारे में प्रमोद से क्या कहा और क्यों स्पष्ट कीजिए?ICSE (2017) Solutions for Class Hindi ICSE Chapter 2: Bahu Ki Vida | TopperLearning.
प्रमोद कमला को विदा कराने क्यों आया था?उत्तर: प्रमोद अपनी बहिन की विदा इसलिए कराना चाहता था जिससे वह अपनी शादी के पश्चात् पड़ने वाले पहले सावन को अपने मायके में बिता सके।
जीवन लाल कमला की विदा क्यों नहीं कर रहे थे और उनका हृदय परिवर्तन कैसे हुआ एकांकी बहू की विदा के आधार पर लिखिए?ICSE Class 10 Bahu Ki Vida (Eakanki Sanchay): Videos, MCQ's & Sample Papers | TopperLearning.
बहू की विदा एकांकी का मुख्य उद्देश्य क्या है?प्रस्तुत एकांकी बहू की विदा श्री विनोद रस्तोगी द्वारा रचित है। इस एकांकी के माध्यम से लेखक ने हमारे समाज में व्याप्त दहेज की समस्या को दर्शाया है। इस एकांकी में कुल पाँच पात्र हैं- जीवन लाल, उनकी पत्नी राजेश्वरी, उनका बेटा रमेश, बहू कमला और प्रमोद जो कमला का भाई है।
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