कम उम्र के लोगों में घुटने का दर्द, अधिक प्रयोग और खराब लाइफस्टाइल के कारण होता है। ज्यादातर ऐसा तब होता है, जब कुछ मांसपेशियां अन्य मांसपेशियों की अपेक्षा अधिक काम करती हैं, ऐसे में असंतुलन के कारण घुटने में दर्द होना शुरू हो जाता है। इसके अलावा चोट लगना, फ्रैक्चर होना, बैठने का गलत तरीका, भोजन का शरीर को उचित आहार नहीं मिलने के कारण भी कम उम्र के लोगों में घुटने के दर्द का कारण हो सकता है। चलिए जनते है की क्यों होता है कम उम्र के लोगो को भी घुटने में दर्द। Show कम उम्र के लोगों में घुटने के दर्द की समस्या के कई कारण हो सकते हैं
कम उम्र में घुटने के दर्द को कैसे रोकें
संपूर्ण आहार से भी कर सकते है उपाय 1.भोजन करने की दिनचर्या को बदले। Read also:साउथ ईस्ट जिला के नारकोटिक्स स्क्वाड ने दिल्ली से महिला ड्रग पैडलर को किया गिरफ्तारइस तरह की समस्या होने पर तुरंत इलाज के लिए डॉक्टर से संपर्क करना भी जरूरी है। जिससे कि वह आपकी समस्या का निदान करके आपको घुटनों व जोडों में दर्द की समस्या से राहत पाने में मदद कर सकें। घुटनों का दर्द पहले जहां बढ़ती उम्र में होता था, आज कम उम्र के लोग भी इस बीमारी का शिकार हो रही है। उठते-बैठते घुटने में दर्द, घुटने का अचानक चटक जाना जैसी परेशानियां अब युवाओं से भी सुनने को मिलती है। इस बीमारी को आप खुद आमंत्रित करते हैं। कई ऐसी गलत आदतें हैं, जो कम उम्र में ही घुटनों के दर्द का कारण बनती है। 1. मोटापा घुटने में दर्द का एक बड़ा कारण है। मोटापे के कारण शरीर का अधिक भार घुटनों को ही उठाना पड़ता है। इससे घुटनों पर ज्यादा भार पड़ता है, जिससे जोड़ों को नुकसान होता है। मोटापे से ऑस्टियोपोरोसिस होने का खतरा भी बढ़ जाता है। 2. भारतीय महिलाओं में घुटने की समस्याओं की शुरुआत के लिए औसत उम्र 50 साल है, जबकि भारतीय पुरुषों में यह 60 साल है। शोध के अनुसार, पुरुषों की तुलना में महिलाओं के घुटने जल्दी खराब होते हैं। महिलाओं में घुटने की समस्याओं के जल्द शुरू होने का कारण मोटापा, व्यायाम ना करना, धूप में कम रहना, हाई हील्स पहनना और खराब पोषण है। 3. आजकल देर रात तक जागना लोगों के रूटीन का हिस्सा बन गया है। इस कारण उनकी नींद पूरी नहीं हो पाती। यह गलत आदत ना सिर्फ घुटनों बल्कि अन्य बीमारियों को भी न्यौता देती है। ऐसे में अपने मसल्स और जोड़ों को हेल्दी रखने के लिए 8 घंटे नींद जरूर लें। 4. जब आप एक ही जगह पर ज्यादा देर तक बैठे रहते हैं तो शरीर में खून का संचार सही तरह से नहीं हो पाता, जिसकी वजह से जोड़ों में दर्द होने लगता है। ऐसे में काम करते वक्त बीच-बीच में थोड़ा ब्रेक जरूर लें। इससे ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होगा और घुटनों के दर्द की परेशानी नहीं होगी। Jodhpur : आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने की संघ के कार्यों की समीक्षा, कार्यकर्ताओं से भी मिले यह भी पढ़ें5. डिहाइड्रेशन यानी शरीर में पानी की कमी के कारण भी घुटनों में यूरिक एसिड जमा हो जाता है। घुटनों दर्द का मुख्य कारण जोड़ों में यूरिक एसिड का जमना है। आमतौर पर शराब का ज्यादा सेवन और लंबे समय तक भोजन न करना न करने के कारण जोड़ों में यूरिक एसिड जमा हो जाता है। इसके अलावा ज्यादा फास्ट फूड, मीट, मसाले, चीनी, नमक और खट्टी चीजें खाने से भी घुटनों पर बुरा असर पड़ता है। 6. पैर पर पैर चढ़ा कर बैठना इसका बड़ा कारण होता है। इतना ही नहीं, अगर आप भारी वेट उठाने के आदि है तो ये आदत बदल दें क्योंकि इससे भी घुटने तेजी से खराब हो सकते हैं। Rajasthan : 4 दिन के प्रवास पर जोधपुर पहुंचे मोहन भागवत, संघ की गतिविधियों की करेंगे समीक्षा यह भी पढ़ें7. हाई हील के कारण कमर पर चर्बी बढ़ती और इससे घुटनों पर अतिरिक्त भार पड़ता है। इतना ही नहीं, कई बार हील्स के कारण चाल भी खराब हो जाती है। कई ऐसी परेशानियां आज हमारे सामने है जो सिर्फ बड़े बुर्जुगों तक ही सीमित नहीं, बल्कि कम उम्र में भी पाई जाने लगी हैं। उनमें से एक है घुटनों में दर्द। हमारे शरीर के लिए घुटनों का स्वास्थ्य महत्त्वपूर्ण है। इसकी मदद से हम चलने, दौड़ने, उठने, और बैठने जैसी गतिविधियां कर पाते हैं। यहां तक कि ये हमारे शरीर के वज़न को संभालने में भी अहम भूमिका रखते हैं। याद रहे, अगर घुटनों में दर्द की समस्या उत्पन्न होती है, तो ये हमारे दिनचर्या की जिंदगी पर काफी असर डाल सकती है। यह बात आप और हम जानते हैं कि वक्त के साथ इंसान को अपने शरीर में बदलाव महसूस होता है। लेकिन अगर आपकी आयु कम है और फिर भी जोड़ों में दर्द की समस्या से आप प्रभावित हैं, तो कृपया सतर्क हो जाएं। इंसान अपने जीवन में कई ऐसी आदतों को अपना लेता है जो उसके लिए परेशानी की वजह बन सकती हैं। आइए जानते हैं कुछ ऐसे कारण जिनकी वजह से इंसान को घुटने में दर्द की अनुभूति हो सकती है। घुटनों में दर्द के कुछ कारण1. बैठने का गलत तरीका 2. आर्थराइटिस 3. बर्साइटिस 4. मोटापा 5. फ्रेक्चर 6. मांसपेशियों में बदलाव कुछ अन्य कारणपानी की कमी घुटनों में दर्द का परीक्षणअगर आप डाॅक्र के पास घुटनों के दर्द की शिकायत लेकर जाते हैं, तो वो कारण जानने के लिए कुछ परीक्षण कर सकता है। जेसे कि इमेजिंग टेस्ट जिसमें एक्स-रे, सी.टी. स्कैन, और एम.आर.आई. शामिल हैं। इसके अलावा ब्लड टेस्ट का उपयोग भी किया जा सकता है। घुटनों में दर्द का इलाजकई ऐसे उपचार हैं जिनकी मदद से आप फायदा हासिल कर सकते हैं। जैसे किः कुछ अहम बातेंज़रूरी नहीं कि प्रत्येक घुटने का दर्द गंभीर हो। लेकिन हमें सावधानी रखनी चाहिए। शरीर के अन्य अंगों के साथ हमें घुटनों की सेहत पर भी ध्यान देना चाहिए। शुरूआती वक्त में आप कुछ घरेलु नुस्खे अपना सकते हैं जैसे कि सरसों के तेल की मालिश, लोंग के तेल की मालिश या पाउडर, मेथी दाना, जीरा और काली मिर्च का सेवन आदि। अगर इन चीज़ों से भी उचित लाभ ना मिले, तो एक विशेषज्ञ डाॅक्टर से ज़रूर मिलें। कम उम्र में घुटने के दर्द क्यों होता है?ज्यादातर ऐसा तब होता है, जब कुछ मांसपेशियां अन्य मांसपेशियों की अपेक्षा अधिक काम करती हैं, ऐसे में असंतुलन के कारण घुटने में दर्द होना शुरू हो जाता है. इसके अलावा चोट लगना, गठिया, एसीएल टूटना, फ्रैक्चर होना, आर्थराइटिस, बर्साइटिस, बैठने का गलत तरीका आदि के कारण भी कम उम्र के लोगों में घुटने के दर्द का कारण हो सकता है.
घुटने में दर्द किसकी कमी से होता है?हड्डियों का कमजोर होना भी घुटनों के दर्द का कारण बन सकता है। ज्यादा देर तक पैर मोड़कर बैठने या एक ही अवस्था में बहुत समय तक घुटनों को सीमित रखने से भी घुटने दर्द देने लगते हैं मोटापे से हड्डियों पर दबाव पड़ता है और फिर घुटनों के दर्द का सिलसिला शुरू हो जाता है। इसलिए अगर आप मोटे हैं तो अपना वजन कम करने की कोशिश करें।
बच्चों के घुटनों में दर्द हो तो क्या करें?आप बच्चे के लिए कुछ खास एक्सरसाइज के बारे में जानने के लिए किसी फिजियोथेरेपिस्ट की मदद भी ले सकते हैं. दर्द को मैनेज करने के तरीके बच्चे को सीखाएं. हीट और कोल्ड ट्रीटमेंट, मसाज, दवाएं आदि कई तरीकों की मदद से घुटनों व जोड़ों के दर्द को कम किया जा सकता है. बच्चे को हेल्दी खिलाएं.
घुटनों में कट कट की आवाज आए तो क्या करें?घुटनों में कट-कट की आवाज आए तो क्या करें?. ज्यादा पानी पिएं ... . अजवाइन और लौंग का तेल लगाएं ... . हरसिंगार के पत्तों को पीस कर जोड़ों पर लगाएं ... . अखरोट और बादाम खाएं ... . एक्सराइज करें. |