किसी राष्ट्र की एकता के लिए राष्ट्रभाषा क्यों आवश्यक है? - kisee raashtr kee ekata ke lie raashtrabhaasha kyon aavashyak hai?

इसे सुनेंरोकेंभारत की कोई राष्ट्रभाषा नहीं है क्योंकि भारत में ढेरों भाषा बोली जाती है और सरकार ने देश की एकता और अखंडता को ध्यान रखते हुए हिंदी को भारत की राष्ट्रभाषा नहीं बल्कि राजभाषा बनाया। अन्य 21 भाषाएं को सरकारी कामकाज में उपयोग करने की अनुमति दी गई।

हमारे देश की राष्ट्रभाषा क्या है?

इसे सुनेंरोकेंभारतीय संविधान में भारत की कोई राष्ट्र भाषा नहीं है। सरकार ने 22 भाषाओं को आधिकारिक भाषा के रूप में जगह दी है। जिसमें केन्द्र सरकार या राज्य सरकार अपने जगह के अनुसार किसी भी भाषा को आधिकारिक भाषा के रूप में चुन सकती है। केन्द्र सरकार ने अपने कार्यों के लिए हिन्दी और रोमन भाषा को आधिकारिक भाषा के रूप में जगह दी है।

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हिंदी भाषा को राजभाषा बनाए जाने का विरोध क्यों करते हैं?

इसे सुनेंरोकें1965 में जब हिंदी को सभी जगहों पर आवश्यक बना दिया गया तो तमिलनाडु में हिंसक आंदोलन हुए. जिसके बाद कांग्रेस वर्किंग कमेटी ने तय किया कि संविधान के लागू हो जाने के 15 साल बाद भी अगर हिंदी को हर जगह लागू किए जाने पर अगर भारत के सारे राज्य राजी नहीं हैं तो हिंदी को भारत की एकमात्र ऑफिशियल भाषा नहीं बनाया जा सकता है.

भारत की राष्ट्रभाषा कौन सी है उत्तर?

इसे सुनेंरोकेंभारत की कोई राष्ट्रभाषा नहीं है, हिंदी एक राजभाषा है यानि कि राज्य के कामकाज में इस्तेमाल की जाने वाली भाषा। भारतीय संविधान में किसी भी भाषा को राष्ट्रभाषा का दर्जा नहीं मिला हुआ है। भारत में 22 भाषाओं को आधिकारिक दर्जा मिला हुआ है, जिसमें अंग्रेजी और हिंदी भी शामिल है।

I राष्ट्रभाषा से आप क्या समझते हैं?

इसे सुनेंरोकेंAnswer: किसी भी देश या राष्ट्र द्वारा किसी भाषा को जब अपने किसी राजकार्य के लिए भाषा घोषित किया जाता है या अपनाया जाता है तो उसे राष्ट्र भाषा जाना जाता है। अर्थात जब कोई देश किसी भाषा को अपनी राष्ट्र की भाषा घोषित करता है तो उसे ही राष्ट्र भाषा के लिए जाना जाता है।

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हिन्दी अपने गुणों से देश की राष्ट्रभाषा है किसका कथन है *?

इसे सुनेंरोकेंडॉ . राजेन्द्र प्रसाद का कथन है , ” राष्ट्रभाषा का प्रचार करना मैं राष्ट्रीयता का अंग मानता हूँ। हिंदी राष्ट्रीय एकता की भाषा है।

भारत में एक भाषा हिन्दी ही राष्ट्रभाषा का स्थान ले सकता है उक्ति किसकी है?

इसे सुनेंरोकें1917 : महात्मा गांधी ने 1917 में भरूच में गुजरात शैक्षिक सम्मेलन में अपने अध्यक्षीय भाषण में राष्ट्रभाषा की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा था कि भारतीय भाषाओं में केवल हिन्दी ही एक ऐसी भाषा है जिसे राष्ट्रभाषा के रूप में अपनाया जा सकता है।

हिंदी भाषा को कब राष्ट्रभाषा का दर्जा मिला?

इसे सुनेंरोकें14 सितंबर 1949 को व्यौहार राजेन्द्र सिन्हा के 50 वें जन्मदिन पर संविधान सभा द्वारा हिंदी को भारत की आधिकारिक भाषा के रूप में चुन लिया गया. यह निर्णय 26 जनवरी 1950 को भारतीय संविधान के लागू होने के साथ ही प्रभाव में आया था.

इसे सुनेंरोकेंराष्ट्रभाषा सारे देश की सम्पर्क–भाषा होती है। इसका व्यापक जनाधार होता है। राष्ट्रभाषा हमेशा स्वभाषा ही हो सकती है क्योंकि उसी के साथ जनता का भावनात्मक लगाव होता है। राष्ट्रभाषा का स्वरूप लचीला होता है और इसे जनता के अनुरूप किसी रूप में ढाला जा सकता है।

राष्ट्र भाषा से आप क्या समझते हैं एक वाक्य में उत्तर?

इसे सुनेंरोकेंउत्तर – राष्ट्रभाषा – राष्ट्रीय स्तर पर स्वीकार एवं विभिन्न राज्यों के द्वारा अपनाई जाने वाली समृद्ध भाषा राष्ट्र भाषा कहलाती है । भारत की राष्ट्रभाषा हिंदी है । इसमें राष्ट्र की संस्कृति साहित्य एवं ऐतिहासिक तत्वों का समावेश होता है यह राष्ट्र की संपर्क भाषा के रूप में स्वीकार होती है ।

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हिन्दी सम्पूर्ण राष्ट्र की भाषा क्यों होनी चाहिए?

इसे सुनेंरोकेंराष्ट्रभाषा देश का सम्मान , देश का अभिमान , देश की एकता की पहचान राष्ट्रभाषा महान है। हमारे देश की राष्ट्रभाषा के नाम पर प्रयुक्त होने वाली भाषा के रूप में अगर कोई भाषा समर्थशाली है तो वह है हिन्दी भाषा। 30 अक्तूबर 1949 को हिंदी भाषा को राष्ट्रभाषा का सम्मान और गौरव प्रदान किया गया है।

राष्ट्र भाषा की लिए सर्वप्रथम गुण कौन सा है?

इसे सुनेंरोकेंसर्वप्रथम गुण उस भाषा की व्यापकता है। जो भाषा देश के सर्वाधिक जनों और सर्वाधिक क्षेत्र में बोली और समझी जाती हो वही राष्ट्रभाषा पद की अधिकारिणी होती है।

राष्ट्रीय भाषा बनाने के लिए एक भाषा में क्या क्या विशेषताएं होनी चाहिए?

इसे सुनेंरोकें(1) राष्ट्रभाषा देश में बहुसंख्यक लोगों की भाषा होती है। (2) राष्ट्रभाषा सीखने में सरल होती है तथा इसकी लिपि वैज्ञानिक होती है। (3) राष्ट्रभाषा संविधान द्वारा मान्यता प्राप्त होती है। (4) यह देश में शिक्षा व समाचार-पत्रों की भाषा होती है।

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राष्ट्र भाषा से आप क्या समझते हैं लिखिए?

इसे सुनेंरोकेंAnswer: किसी भी देश या राष्ट्र द्वारा किसी भाषा को जब अपने किसी राजकार्य के लिए भाषा घोषित किया जाता है या अपनाया जाता है तो उसे राष्ट्र भाषा जाना जाता है। अर्थात जब कोई देश किसी भाषा को अपनी राष्ट्र की भाषा घोषित करता है तो उसे ही राष्ट्र भाषा के लिए जाना जाता है।

हिन्दी भाषा की आवश्यकता क्यों होती है?

इसे सुनेंरोकेंसामान्यत: भाषा को वैचारिक आदान-प्रदान का माध्यम कहा जा सकता है। भाषा अभिव्यक्ति का सर्वाधिक विश्वसनीय माध्यम है। यही नहीं, यह हमारे समाज के निर्माण, विकास, अस्मिता, सामाजिक व सांस्कृतिक पहचान का भी महत्वपूर्ण साधन है। भाषा के बिना मनुष्य अपूर्ण है और अपने इतिहास और परंपरा से विछिन्न है।

किसी भी राष्ट्र के लिए राष्ट्रभाषा का होना क्यों आवश्यक है?

इसे सुनेंरोकेंकिसी भी देश की राष्ट्रभाषा उसे ही बनाया जाता है जो उस देश में व्यापक रूप में फैली होती है। संपूर्ण देश में यह संपर्क भाषा व्यवहार में लाई जाती है। राष्ट्रभाषा संपूर्ण देश में भावात्मक तथा सांस्कृतिक एकता स्थापित करने का प्रधान साधन होती है। इसे बोलने वालों की संख्या सबसे अधिक होती है।

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पाकिस्तान का राष्ट्रीय भाषा क्या है?

इसे सुनेंरोकेंइन पाँच भाषाओं में प्रत्येक के 1 करोड़ से अधिक वक्ता हैं – पंजाबी, पश्तो, सिन्धी, सरायकी और उर्दू। पाकिस्तान की लगभग सभी भाषाएँ भारत-यूरोपियाई भाषा परिवार के भारत-ईरानी समूह से सम्बन्धित हैं। उर्दू पाकिस्तान की राष्ट्रीय भाषा है। इसे अंग्रेजी के साथ-साथ सह-आधिकारिक भाषा बनाने का भी प्रस्ताव है।

किसी भी राष्ट्र के लिए राष्ट्रभाषा क्यों आवश्यक है?

किसी भी देश की राष्ट्रभाषा उसे ही बनाया जाता है जो उस देश में व्यापक रूप में फैली होती है। संपूर्ण देश में यह संपर्क भाषा व्यवहार में लाई जाती है। राष्ट्रभाषा संपूर्ण देश में भावात्मक तथा सांस्कृतिक एकता स्थापित करने का प्रधान साधन होती है। इसे बोलने वालों की संख्या सबसे अधिक होती है।

राष्ट्रभाषा के लिए आवश्यक गुण क्या है?

राष्ट्रभाषा सारे देश की सम्पर्क–भाषा होती है। इसका व्यापक जनाधार होता है। राष्ट्रभाषा हमेशा स्वभाषा ही हो सकती है क्योंकि उसी के साथ जनता का भावनात्मक लगाव होता है। राष्ट्रभाषा का स्वरूप लचीला होता है और इसे जनता के अनुरूप किसी रूप में ढाला जा सकता है।

हिंदी राष्ट्रभाषा क्यों होनी चाहिए?

साल 1918 में महात्मा गांधी जी ने हिन्दी साहित्य सम्मेलन में हिन्दी भाषा को राष्ट्रभाषा बनाने को कहा था। इसे गांधी जी ने जनमानस की भाषा भी कहा था। साल 1950 में हिंदी को संघीय भारत की आधिकारिक भाषा का दर्जा मिला था। जिसके बाद हिन्दी भाषा का उपयोग भारत के सभी सरकारी काम-काजों में अधिकारिक भाषा के रूप में किया जाने लगा।

राष्ट्रभाषा का अर्थ क्या है?

Answer: किसी भी देश या राष्ट्र द्वारा किसी भाषा को जब अपने किसी राजकार्य के लिए भाषा घोषित किया जाता है या अपनाया जाता है तो उसे राष्ट्र भाषा जाना जाता है। अर्थात जब कोई देश किसी भाषा को अपनी राष्ट्र की भाषा घोषित करता है तो उसे ही राष्ट्र भाषा के लिए जाना जाता है।