क्या कान से कीड़े निकलते हैं? - kya kaan se keede nikalate hain?

इंदौर। कान के दर्द से परेशान एक मासूम का इलाज कर रहे डॉक्टर उस समय हैरान रह गए जब उसके कान से 80 कीड़े निकले।मासूम काे परिजन एमवाय अस्पताल लेकर पहुंचे तो कान में कीड़े होने की बात पता चली। डॉक्टर्स के मुताबिक, इलाज में देर होने पर कीड़े उसका दिमाग खा जाते, जिससे उसकी जान भी जा सकती थी। पढ़ें, सर्जिकल प्रॉसेस से निकाले कीड़े...

- एमवाय के ईएनटी सर्जन डाॅ. आरके मूंदड़ा ने बताया कि अस्पताल की ओपीडी में धार की एक दंपती अपनी 4 साल की बेटी राधिका को लेकर आई थी।
- राधिका के कान में पिछले 8-10 दिन से दर्द हो रहा था। उसके कान के ऊपर की स्किन भी पतली हो गई थी और एक गड्ढे जैसा बन गया था।
- जब उसका परीक्षण किया था तो कान से पस तो नहीं निकल रहा था, लेकिन कान के भीतर लार्वा नजर आया।
- डॉ.मूंदड़ा के अनुसार, गौर से देखने पर कान के भीतर कीड़े दिखाई दिए। इन्हें मेडिकल साइंस की भाषा में मेगाट्स (meggots) कहते हैं। ये देखकर तुरंत सर्जिकल प्रॉसेस से कीड़े निकालने का निर्णय लिया।
- उन्होंने बताया कि ये कीड़े बेहद खतरनाक होते हैं। यदि समय रहते इन्हें बाहर ना निकाला जाए तो ये कीड़े कान से होते हुए दिमाग में पहुंच जाते हैं और पूरा दिमाग चट कर जाते हैं।
- डॉ मूंदड़ा, डॉ.जगराम वर्मा और डॉ. सैयद मोहम्मद की टीम ने पहले कान में दवाई डालकर मेगाट्स को इनएक्टिव किया, ताकि सर्जिकल प्रॉसेस में वे कान के और अंदर ना चले जाएं।
- फिर एक इक्यूपमेंट से उन्होंने एक-एक करके मेगाट्स निकाले। राधिका के कान से करीब 80 मेगाट्स निकले। पूरी प्रॉसेस में करीब डेढ़ घंटे का समय लगा। इतनी संख्या में कीड़े देख डॉक्टर्स भी हैरान रह गए।
- सर्जिकल प्रॉसेस के बाद राधिका फिलहाल डॉक्टर्स की देखरेख में है।

खतरनाक हो सकती है लापरवाही
- राधिका के पिता ने बताया कि बेटी कुछ दिनों से कान में दर्द होने की बात कह रही थी। हमें लगा कि ऐसे ही दर्द कर रहा होगा, इसलिए डाॅक्टर को नहीं दिखाया। लेकिन लगातार दर्द की बात कहने पर उसे डॉक्टर के पास लेकर आए थे। डाॅक्टर्स के मुताबिक़, ज्यादातर लोग बच्चों के कान में दर्द की शिकायत को अनसुना कर देते हैं। लेकिन इस लापरवाही से बच्चे की जान पर बन सकती है। उनके अनुसार जागरूकता के अभाव में लोग कान की समस्या को बहुत हल्के में लेते हैं।

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नई दिल्ली/टीम डिजिटल। कान में कीड़े (Bugs in Ear) का घुसना काफी आम बात है और यही नहीं कान ही एक ऐसी चीज हैं जो हमें हमारे मस्तिष्क से भी जोड़ती है इसलिए इसे शरीर का नाजूक अंग भी कहा जाता है। अक्सर ऐसा होता है कि जब आप सो रहे होते हैं तो अचानक से आपके कान में एक कीड़ा घुस जाता है। और छोड़े प्राणी जैसे कॉकरोज (Cockroach), मच्छर (Mosquitos), कान खजूरा (Ear zipper), चींटा (Ant) आदि बढ़ें ही आसानी से आपके कान में प्रवेश कर जाते हैं जो किसी तकलीफदेह से कम नहीं होता है।

बड़े लोगों के साथ ये समस्या बहुत कम ही देखने को मिलती हैं लेकिन छोटे बच्चों में ये समस्या (Problem) ज्यादा तौर पर देखी जाती है क्योंकि बच्चें सबसे ज्यादा फर्श और मिट्टी में खेलते हैं जिसकी वजह से कीड़े बढ़ें ही आसानी से उनके कान में प्रवेश कर जाते हैं और जब ऐसी चीज होती है तो आपके कान में बहुत दर्द होने लगता है जो बेहद असहनीय हैं।

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लेकिन इस दर्द (Pain) और कान में घुसे कीड़े की समस्या का भी एक निवारण हैं जिससे आप घरेलू नुस्खों (Home Remedies) के जरिए ठीक कर सकते हैं और अपनी इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं। आइए जानते हैं कि आखिर कौन-से हैं वो घरेलू नुस्खें जो आपकी इस समस्या का एक बेहतर इलाज कर सकते हैं।

ये हैं कुछ असरदार घरेलू नुस्खें

1) कान को झटकाएं

अगर आपके या आपके बच्चे के कान में कीड़ा चला गया हो तो आपको हलचल होने लगती है जो एक मुख्य कारण है कि कीड़ा आपके कान के अभी बाहरी सतह पर हैं और वो ज्यादा अंदर नहीं गया है। इसके लिए पहले आप कान को जमीन के थोड़ी ऊपरी सतह पर रखें और इसके बाद कान के दूसरे हिस्से पर थपकी मारकर उसे झटका दें। ऐसा करने से आपके कान से कीड़ा बाहर निकल जाएगा।

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2) कपूर के पानी से करें इलाज

कपूर का पानी (Camphor Water) एक बहुत ही अच्छा उपाये हैं कान में घुसे कीड़े को बाहर निकालने का। इसके लिए एक कपूर लें उसको थोड़े से पानी में घोल लें इसके बाद पीड़ित कान वाले हिस्से में डाल दें कुछ देर तक कान को ऐसे ही रहने दें। इसके बाद कान को जमीन के ऊपरी सतह पर रखकर उसके दूसरे कान में थपकी मारे। ऐसा करने कान में कीड़ा मर जाएगा और आसानी से निकल जाएगा।

3) तेल से करें इलाज

तेल (Oil) एक बहुत ही अच्छा और असरदार उपाये है आपके किसी भी रोग के लिए और साथ ही कान के लिए भी। अगर कान में कोई कीड़ा या फिर चीटा चला गया हो तो उसमें किसी भी तरह का तेल डाल लें। जैसे वैजिटेबल ऑइल, सरसों का तेल, नारियल का तेल आदि डाल लें।

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इसके बाद तेल को थोड़ी देर कान में रहने दें इसके बाद कान को जमीन के ऊपरी सतह पर रखकर उसके दूसरे कान में थपकी मारे। ऐसा करने कान में कीड़ा बढ़े ही आसानी के साथ बाहर निकल जाएगा। अगर आप चाहे तो तेल को गरम कर भी अपने कान में डाल सकते हैं ऐसा करने से कीड़ा मर भी जाएगा और आपकी परेशानी का निवारण भी मिल जाएगा।

4) गुनगुना पानी है एक बेहतर इलाज

गुनगुना पानी (Boiling Water) एक बहुत अच्छा उपाये हैं इससे आपको दर्द भी कम ही होगा। लेकिन अगर कीड़ा कान में ही मर गया है तो इसे बाहर निकालने के लिए आप कान में गुनगुना पानी डालें और फिर कान को नीचले हिस्से की तरफ झुकाकर झटका दें। ऐसा करने से कीड़ा बढ़े ही आसानी से बाहर आ जाएगा। मगर एक बात का विशेष ध्यान दें पानी ज्यादा गुनगुना नहीं होना चाहिए या ज्यादा गर्म नहीं होना चाहिए क्योंकि इससे आपके कान के पर्दे को भी काफी नुकसान पहुंच सकता है। 

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कान में कीड़े होते हैं क्या?

अगर आपके नाक या कान में कोई मक्खी, मच्छर गलती से चला गया है और आपको कीड़ा रेंगने जैसा महसूस हो रहा है तो सावधान हो जाएं। ये कीड़े अपना लार्वा तेजी से इन जगहों पर छोड़कर मर जाते हैं लेकिन लार्वा से उत्पन्न सैकड़ों कीड़े आपके लिए परेशानी का सबब बन सकते हैं

कान के कीड़े कैसे निकाले?

आप कान में नॉर्मल मस्टर्ड या ऑलिव ऑयल डाल सकते हैं, जिससे कीड़ा मर जाएगा और मरने के बाद वो आसानी से बाहर आ जाएगा, इसमें इतना परेशान न हों. अगर कीड़ा जिंदा नहीं है तो टेंशन नहीं है. कान में सरसों का तेल डाल दें तो ऑक्सीजन नहीं मिलेगी और वो बाहर की तरफ आएगा. वो कहते हैं कि ये नुस्खा तभी अपनाएं जब बहुत एमरजेंसी हो.

दिमाग में कीड़ा कैसे होता है?

ये कीड़ा जानवरों के मल में पाया जाता है. टेपवर्म बारिश के पानी या और किसी वजह से जमीन में पहुंचता है और कच्ची सब्जियों के जरिए फिर हम तक पहुंचता है. पेट में पहुंचने के बाद ये कीड़ा सबसे पहले आंतों, फिर ब्लड फ्लो के साथ नसों के जरिए दिमाग तक पहुंचता है. इसका लार्वा दिमाग को गंभीर चोट पहुंचा देता है.

कान में चींटी चली जाए तो क्या करें?

तेल: अगर कान में कोई कीड़ा या फिर चीटा चला गया हो तो उसमें वैजिटेबल ऑइल, सरसों का तेल या नारियल का तेल डाल लें तो कीड़ा बाहर आ जाएगा. कपूर का पानी: यह भी एक घरेलू उपाय है. कपूर को थोड़े से पानी में घोलने के बाद इसे कान में डाल दें कुछ देर तक कान को ऐसे ही रहने दें. फिर कीड़ा कान में ही मर जाएगा और आसानी से निकल जाएगा.