क्यों सरसों के तेल प्रतिबंध लगा दिया है? - kyon sarason ke tel pratibandh laga diya hai?

अमेरिका के साथ व्यापार युद्ध के बीच, चीन ने भारतीय सफेद सरसों के खाद्य तेल के आयात पर प्रतिबंध हटा दिया है. चीन खाद्य तेल का सबसे बड़ा उपभोक्ता है. सरसों खाद्य तेल ऐसा ही एक तेल है. बीजिंग ने व्यापार युद्ध के बीच अमेरिकी खाद्य तेलों पर अतिरिक्त कर लगा दिया है, जिससे वह इसे दूसरे देशों से आयात करने की सोच रहा है.

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एक भारतीय सरकारी अधिकारी ने कहा, "चीन ने भारतीय सफेद सरसों खाद्य तेल से प्रतिबंध हटा लिया है. जब तक भारतीय कंपनियां चीनी नियमों का पालन करती हैं, वे इसे निर्यात कर सकते हैं." बीजिंग ने 2012 में फसल में एक खास प्रकार के कीटनाशक होने की वजह से भारतीय आयात पर प्रतिबंध लगा दिया था. अधिकारी ने कहा कि मामला अब सुलझा लिया गया है.

पिछले माह, भारतीय और चीनी सरकार ने खरीदार-विक्रेता की बैठक आयोजित करवाई थी, जिसमें भारतीय निर्यातकों ने सफेद सरसों के निर्यात के संबंध में अपना जोरदार पक्ष रखा था. नई दिल्ली और बीजिंग के बीच व्यापारिक संबंधों में वृद्धि देखी जा रही है. दोनों पक्षों ने गत वर्ष डोकलाम सैन्य गतिरोध के बाद रिश्ते को पटरी पर लाने को लेकर प्रतिबद्धता जताई है.

चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ अप्रैल में बैठक के दौरान, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति से चीनी बाजार में भारतीय उत्पादों की अधिक पहुंच सुनिश्चित करने के लिए कहा था.

(इनपुट एजेंसी से)

क्यों सरसों के तेल प्रतिबंध लगा दिया है? - kyon sarason ke tel pratibandh laga diya hai?

नई दिल्‍ली। देश में सरसों तेल की कीमतों में आग लगी हुई है. बाजार में इस वक्त एक लीटर सरसों का तेल (Mustard Oil Retail Price) करीब 225 रुपये लीटर है. यही तेल (Mustard Oil Benefits) इस साल की शुरुआत में 130-140 रुपये लीटर बिक रहा था. हालांकि बीते कुछ दिनों में सरसों तेल(Mustard Oil ) को छोड़कर अन्य खाद्य तेलों (Edible Oils Price) के भाव में नरमी देखी गई है.

भाव पर काबू पाने के लिए सरकार ने आयात शुल्क में कटौती(import duty cut) की है, जिसका असर घरेलू बाजार (domestic market) पर पड़ा है. ये तो रही खाद्य तेल की बात लेकिन आज हम सरसों तेल (Mustard Oil ) से जुड़ी एक दूसरी बात करने जा रहे हैं. आपको आश्चर्य होगा कि जिस सरसों तेल (Mustard Oil ) को भारत (India)में सबसे बेहतर खाद्य तेल माना जाता है उस पर अमेरिका में प्रतिबंध(sanctions in america) लगा हुआ है.

अमेरिका में अगर आप सरसों तेल खरीदेंगे तो उस पर आपको यह लिखा मिलेगा कि ‘यह केवल एक्सटर्नल यूज के लिए है’. यानी आप वहां केवल इस तेल का इस्तेमाल मसाज के लिए कर सकते हैं. अमेरिका के फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एफडीए) ने सरसों के तेल को एक खाद्य तेल के रूप में इस्तेमाल करने पर रोक लगा रखा है. एडमिनिस्ट्रेशन के मुताबिक सरसों के तेल के इस्तेमाल से आपके स्वास्थ्य को खतरा हो सकता है.

दरअसल, सरसों के तेल में काफी मात्रा में मोनोअनसैचुरेटेड फैटी एसिड (Monounsaturated Fatty Acids) पाया जाता है. यह ओलेइस एसिड (oleic acid), लिनोलेइक एसिड (oleic acid) और इरूकिक एसिड (erucic acid) होता है. वैसे तो हमारे शरीर को मोनोअनसैचुरेटेड फैटी एसिड की जरूरत होती है. यह एक ऐसा वसा यानी फैट होता है तो शरीर के अंदर मौजूद बुरे वसा (Bad Fat) को कम करता है, लेकिन एफडीए के अनुसार Erucic Acid का ज्यादा इस्तेमाल इंसान के लिए ठीक नहीं है. इसका ज्यादा इस्तेमाल खतरनाक हो सकता है.

सरसों के तेल में 20 से 40 फीसदी तक Erucic Acid पाया जाता है. जानवरों पर इसको लेकर किए गए परीक्षण में पाया गया है कि इससे उनमें पोषक तत्वों की कमी हो जाती है और दिल को नुकसान पहुंचता है. भारत सहित पड़ोसी राज्यों पाकिस्तान और बांग्लादेश में भी बडे़ पैमाने पर सरसों तेल का इस्तेमाल किया जाता है. भारत सरकार ने इस साल 8 जून से सरसों तेल में किसी भी प्रकार के अन्य तेल की मिलावट पर पूरी तरह रोक लगा दी. पहले सरसों तेल में पाम और राइस ब्रांड तेल को मिलाया जाता था. वैसे 1990 में सरकार ने ही सरसों तेल में अन्य खाद्य तेलों को मिलाने की अनुमति दी थी.

सरसों का तेल क्यों नही खाना चाहिए ? आयुर्वेद में सरसों के तेल को खाने से मना क्यों गया है ? [Sarso ka tel kyon nhi khana chahiye ? Ayurved me sarso ke tel ko khane par kyo laga hai pratibandh? Western countries like Europe, Japan, America ne kyon banned kiya hai sarso ka tel] इन सभी सवालों के जवाब आपको इस आर्टिकल में मिल जाएंगे.

  • सरसों का तेल | Mustard Oil in Hindi
  • पोषण तथ्य | Nutritional facts of Mustard oil
    • सरसों के तेल में उपस्थित वसा (फैट) | Nutritional value of fat in Mustard oil
  • क्या सरसों के तेल हानिकारक है? | Is mustard oil harmful?
  • इरुसिक एसिड क्या है? | What is erucic acid in Hindi
  • सरसों के तेल के कुछ स्वास्थ्य लाभ | Benefits of Mustard oil in Hindi (External use only)
  • 1. त्वचा के लिए अच्छा | Benefits of mustard oil for Skin in Hindi
  • 2. दर्द कम करें | Pain receptors
  • 3. संक्रमण से बचाता है | Mustard oil Prevent from Infection
  • 4. बालों के विकास को बढ़ावा देता है | Benefits of mustard oil for hair in Hindi
  • 5. रक्त परिसंचरण में सुधार | Mustard oil Improve blood circulation
  • 6. नाभि में सरसों के तेल के फायदे | Benefits of mustard oil in navel in Hindi
  • 7. ब्रेस्ट साइज बढ़ाने में मदत करें | Mustard oil increases breast size in Hindi
  • निष्कर्ष । Conclusion
    • सरसों के तेल के फायदे । Benefits of Mustard oil in Hindi
    • सरसों के तेल के नुकसान । Disadvantages of mustard oil in Hindi
  • FAQ
    • सरसों के तेल का वैज्ञानिक नाम
    • सरसों के तेल पर किन देशों ने प्रतिबन्ध लगाया |
    • भारत में सरसों के तेल पर प्रतिबंध कब लगा |
    • भारत में सरसों के तेल पर प्रतिबंध क्यों लगा |
    • सरसों के तेल में पाए जाने वाले पोषक तत्व
    • भारत में किस राज्य ने सरसों के तेल पर प्रतिबंध लगाया
    • सरसों के तेल में इरुसिक एसिड की मात्रा कितनी होती है ?
    • सरसों के तेल में ओलेक एसिड की मात्रा कितनी होती है ?
  • यह पढ़े –
    • हेयर फॉल को कैसे रोके | How to Prevent Hair fall in Hindi
    • टेस्टोस्टेरोन को बढ़ाने के उपाय | How to boost testosterone naturally in Hindi

सरसों का तेल भारत में बहुत लोकप्रिय तेल है. यह भारत, नेपाल, बांग्लादेश और पाकिस्तान में खाना पकाने के तेल के रूप में उपयोग किया जाता है. यह सरसों के बीज से निकाला जाने वाला एक प्रकार का तेल है. इस तेल में एक मजबूत स्वाद, तीखी सुगंध (गंध), और एक उच्च तापमान वाला तेल है.

सरसों का तेल सरसों के पौधों से निकाला जाता है जो भारतीय व्यंजनों में एक आम सामग्री है. यह दुनिया भर में कई जगहों पर रिफाइंड तेल के साथ तलने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला गाढ़ा तेल भी है.

पोषण तथ्य | Nutritional facts of Mustard oil

तेल वसा का प्राथमिक स्रोत है.
1 चम्मच सरसों के तेल से प्राप्त पोषक तत्व –

वसा (फैट) प्रोटीन कार्बोहाइड्रेट
14 ग्राम 0 ग्राम 0 ग्राम

सरसों के तेल में उपस्थित वसा (फैट) | Nutritional value of fat in Mustard oil

असंतृप्त वसा (हेल्दी फैट) संतृप्त वसा (हानिकारक फैट)
12 ग्राम 2 ग्राम
  • मोनोअनसैचुरेटेड फैट : 8 ग्राम

  • पॉलीअनसेचुरेटेड फैट : 4 ग्राम
  • क्या सरसों के तेल हानिकारक है? | Is mustard oil harmful?

    संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा और यूरोप में खाने के तेल के रूप में शुद्ध सरसों के तेल पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. इसे केवल बाहरी उपयोग के लिए अनुमति है. इसे अक्सर सर पर लगाया जाता है तथा मालिश, त्वचा और बालों के उपचार के रूप में उपयोग किया जाता है.

    सरसों का तेल वसा (फैट) का प्राथमिक स्रोत है. मोनोसैचुरेटेड फैट में 40 से 50% फैट इरूसिक एसिड (erucic acid) से आता है. एफडीए (FDA) के अनुसार इरुसिक एसिड (erucic acid) मानव शरीर के लिए अत्यंत घातक होता है.

    इरुसिक एसिड क्या है? | What is erucic acid in Hindi

    इरुसिक एसिड (erucic acid) एक खनिज है, जिसका उपयोग पेंट तैयार करने में किया जाता है जिसे हम अपने घरों को पेंट करने के लिए दीवार पर लगाते हैं. इरूसिक एसिड के उच्च स्तर ने सरसों के तेल को लुब्रिकेंट्स (ग्रीस) के उत्पादन में उपयोगी बना दिया है. आज प्लास्टिक, लुब्रिकेंट्स (ग्रीस), लाख और डिटर्जेंट में उपयोग के लिए उच्च इरूसिक एसिड का उपयोग किया जाता है. इरुसिक एसिड को अक्सर औद्योगिक पेंट में इस्तेमाल किया जाता है और सरसों के बीज में प्राकृतिक रूप से इरूसिक एसिड मौजूद होता है।

    इरुसिक एसिड का उच्च स्तर हृदय की मांसपेशियों के आसपास ट्राइग्लिसराइड का निर्माण करता है. ट्राइग्लिसराइड एक प्रकार का फैटी एसिड होता है. जब भी आप खाते हैं, आपका शरीर इस्तेमाल न हुए कैलोरी को तुरंत ट्राइग्लिसराइड्स में परिवर्तित कर देता है. ट्राइग्लिसराइड्स आपकी कोशिकाओं में जमा होने लगते हैं. इससे दिल का दौरा, स्ट्रोक जैसी हृदय संबंधी समस्याएं उत्पन्न होती हैं.

    क्यों सरसों के तेल प्रतिबंध लगा दिया है? - kyon sarason ke tel pratibandh laga diya hai?

    इरुसिक एसिड दिल के साथ-साथ फेफड़ों के लिए भी घातक है. यह सांस लेने में समस्या पैदा करता है जो फेफड़ों के कैंसर का कारण बनता है. सरसों के तेल की अधिक मात्रा का सेवन हृदय संबंधी समस्याओं, श्वसन संबंधी समस्याओं, दस्त, एनीमिया, कैंसर, कोमा और यहां तक ​​की सबसे गंभीर मामलों में मृत्यु से भी जुड़ा है.

    वर्ष 1998 में, दिल्ली सरकार द्वारा खाना पकाने के लिए सरसों के तेल के उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया गया था ताकि ड्रॉप्सी के तेजी से बढ़ते मामलों पर रोक लगाई जा सके. यह मूल रूप से एडिमा का सबसे गंभीर रूप है जिसमें असामान्य द्रव जमा होने के कारण मानव शरीर में कोमल ऊतक काफी हद तक सूज जाते हैं.

    सरसों के तेल के कुछ स्वास्थ्य लाभ | Benefits of Mustard oil in Hindi (External use only)

    1. त्वचा के लिए अच्छा | Benefits of mustard oil for Skin in Hindi

    सरसों का तेल विटामिन ई का एक समृद्ध स्रोत है जो त्वचा के लिए उपयोगी है. इसलिए, जब इसे त्वचा पर लगाया जाता है, तो यह महीन रेखाओं, झुर्रियों को कम करने और सनस्क्रीन के रूप में मदद करता है. यह अन्य अवयवों के साथ मिश्रित होने पर धुप द्वारा सावली हुई त्वचा और काले धब्बों को कम करने में भी मदद करता है. तैलीय त्वचा वालों को चेहरे पर सरसों के तेल की मालिश से बचना चाहिए.

    कभी-कभी इस तेल का उपयोग फेस मास्क बनाने के लिए किया जाता है. यह भी मोम के साथ मिलाया जाता है और फटी एड़ी को ठीक करने में मदद करता है। उपमहाद्वीप में, आमतौर पर हड्डियों के स्वास्थ्य को बढ़ाने के लिए नवजात शिशुओं पर सरसों का तेल, मालिश करने के लिए उपयोग किया जाता है.

    2. दर्द कम करें | Pain receptors

    सरसों के तेल में एलिल आइसोथियोसाइनेट (allyl isothiocyanate) होता है, जो एक रासायनिक यौगिक जिसका शरीर में दर्द को कम करने के लिए उपयोग होता आ रहा है. दर्द पर इसके प्रभाव के लिए अच्छी तरह से अध्ययन भी किया गया है.

    सरसों के तेल में अल्फा-लिनोलेनिक एसिड (alpha-linolenic acid) भी पाया जाता है. यह एक प्रकार का ओमेगा -3 फैटी एसिड है, जो सूजन को कम करने और रूमेटोइड गठिया में दर्द से छुटकारा पाने में मदद कर सकता है.

    3. संक्रमण से बचाता है | Mustard oil Prevent from Infection

    सरसों का तेल में एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-फंगल और एंटी-वायरल गुण होते हैं. कहा जाता है कि इसका बाहरी उपयोग पाचन तंत्र के संक्रमण सहित संक्रमणों से लड़ने में कई तरह से मदद करता है. कुछ अध्ययनों ने सुझाव दिया है कि सरसों का तेल बैक्टीरिया, कवक और मोल्ड के विकास को रोकता है.

    4. बालों के विकास को बढ़ावा देता है | Benefits of mustard oil for hair in Hindi

    सरसों का तेल में बीटा-कैरोटीन होता है जो स्कैल्प में मसाज करने पर बालों के विकास के लिए बहुत अच्छा होता है. सरसों का तेल स्कैल्प में रक्त परिसंचरण को सक्रिय करता है, और इसके एंटी-बैक्टीरियल गुण स्कैल्प के संक्रमण को रोकते हैं. सरसों के तेल या सरसों के पेस्ट को सरसों के तेल में मिलाकर सिर पर लगाकर रात भर छोड़ देने से बालों का झड़ना नियंत्रित होता है।

    5. रक्त परिसंचरण में सुधार | Mustard oil Improve blood circulation

    आयुर्वेद के अनुसार, शरीर की मालिश के लिए सरसों के तेल का उपयोग करने से रक्त परिसंचरण, त्वचा की बनावट में सुधार होता है और मांसपेशियों का तनाव दूर भी होता है. यह पसीने की ग्रंथियों को भी सक्रिय करता है, इसलिए शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद मिलती है। ऐसे में सरसों का तेल एक प्राकृतिक क्लींजर की तरह काम करता है।

    6. नाभि में सरसों के तेल के फायदे | Benefits of mustard oil in navel in Hindi

    नाभि में सरसों के तेल के प्रयोग से घुटनों के दर्द और गठिया रोगों में भी राहत मिलती है. नाभि में सरसों के तेल की दो बूंदें नियमित सोने से पहले डालें, ऐसा करने से आपको जोड़ो में होने वाले दर्द की समस्या से निजात मिलेगी है. रात में नाभि में तेल लगाने से आपकी त्वचा सुखी और परतदार नहीं रहती.

    7. ब्रेस्ट साइज बढ़ाने में मदत करें | Mustard oil increases breast size in Hindi

    दिन में कम से कम दो बार स्तनों की मालिश करने से स्तनों में रक्त परिसंचरण को बढ़ाने में मदद मिलती है. फलस्वरूप स्तनों में हार्मोन का प्रवाह होता है. मसाज के लिए कॉड लिवर ऑयल या सरसों के तेल का इस्तेमाल करें. उचित व्यायाम के लिए किसी ट्रेनर से सलाह लें जो आपके स्तनों को अधिक बड़ा और दृढ़ बना सकता है.

    निष्कर्ष । Conclusion

    सरसों के तेल के फायदे । Benefits of Mustard oil in Hindi

    • सरसों का तेल त्वचा के लिए उपयोगी होता है क्योंकि यह विटामिन ई का समृद्ध स्रोत है.
    • सरसों के तेल को सरसों के बीज के पेस्ट के साथ मिलाने पर बालों के विकास में लाभ होता है.
    • रक्त परिसंचरण में सुधार करें.
    • सरसों के तेल में एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-फंगल गुण होते हैं, इसलिए, यह संक्रमण से बचाता है.
    • इस तेल में एलिल आइसोथियोसाइनेट (allyl isothiocyanate) होता है जो दर्द को कम करता है.

    सरसों के तेल के नुकसान । Disadvantages of mustard oil in Hindi

    • सरसों के तेल में इरुसिक एसिड की मात्रा अधिक होती है जो दिल का दौरा, फेफड़ों का कैंसर, एनीमिया, दस्त का कारण बनता है.
    • इरूसिक एसिड के कारण प्रमुख देशों अमेरिका, यूरोप और कनाडा में इस तेल पर प्रतिबंध लगा दिया गया है.
    • वर्ष 1998 में, खाना पकाने के लिए सरसों के तेल के उपयोग पर दिल्ली सरकार द्वारा ड्रॉप्सी के तेजी से बढ़ते मामलों पर रोक लगाने के लिए प्रतिबंध लगा दिया गया था.
    • यह तेल केवल बाहरी उपयोग के लिए उत्तम है.
    • मालिश के लिए इस तेल का अधिक प्रयोग भी वर्जित है.

    FAQ

    सरसों के तेल का वैज्ञानिक नाम

    ब्रैसिका जुन्सिया (Brassica Juncea)

    सरसों के तेल पर किन देशों ने प्रतिबन्ध लगाया |

    संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा और यूरोप

    भारत में सरसों के तेल पर प्रतिबंध कब लगा |

    1998

    भारत में सरसों के तेल पर प्रतिबंध क्यों लगा |

    ड्रॉप्सी के तेजी से बढ़ते मामलों पर रोक लगाई जा सके. यह मूल रूप से एडिमा का सबसे गंभीर रूप है जिसमें असामान्य द्रव जमा होने के कारण मानव शरीर में कोमल ऊतक काफी हद तक सूज जाते हैं.

    सरसों के तेल में पाए जाने वाले पोषक तत्व

    वसा : 14 ग्राम
    असंतृप्त वसा : 12 ग्राम (हेल्दी फैट)
    मोनोअनसैचुरेटेड फैट : 8 ग्राम
    पॉलीअनसेचुरेटेड फैट : 4 ग्राम
    संतृप्त वसा : 2 ग्राम (हानिकारक फैट)
    प्रोटीन : 0 ग्राम
    कार्बोहाइड्रेट : 0 ग्राम
    विटामिन : विटामिन E

    भारत में किस राज्य ने सरसों के तेल पर प्रतिबंध लगाया

    दिल्ली

    सरसों के तेल में इरुसिक एसिड की मात्रा कितनी होती है ?

    40 %

    सरसों के तेल में ओलेक एसिड की मात्रा कितनी होती है ?

    12 %

    यह पढ़े –

    हेयर फॉल को कैसे रोके | How to Prevent Hair fall in Hindi

    टेस्टोस्टेरोन को बढ़ाने के उपाय | How to boost testosterone naturally in Hindi

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    अमेरिका में सरसों का तेल बैन क्यों है?

    क्योंकि सरसों के तेल में हाई मात्रा में Erucic एसिड पाया जाता है. जो कि मुख्य रूप से कैंसर और कोमा जैसी बीमारियों को बढ़ावा देता है. तो आप इसका सेवन ज्यादा मात्रा में ना करें.

    सरसों का तेल सबसे अच्छा कौन सा है?

    सर्वश्रेष्ठ सरसों तेल ब्रांड रिव्यू में पी मार्क मस्टर्ड ऑयल और पतंजली मस्टर्ड ऑयल हमारे टॉप पिक हैं। इन दोनों ब्रांड के सरसों के तेल में सबसे ज्यादा तीखापन, अच्छा स्वाद और फ्लेवर था।

    सरसों का तेल विषाक्त क्यों होता है?

    विशेषज्ञ कहते हैं कि सरसों के तेल का स्मोकिंग पॉइंट बहुत ज्यादा होता है, जिससे तेल में विषाक्त पदार्थ पैदा होना शुरू हो जाते हैं। उनके अनुसार, 15 मिनट तक सरसों के बीज और पानी को जलाया जाए, तो इसकी स्वाद और शक्ति कम होने लगती है। भारतीय भोजन में सरसों के तेल का उपयोग बहुत ज्यादा किया जाता है।

    सरसों के तेल के नुकसान क्या है?

    सरसों के तेल के लगातार सेवन से कई लोगों को राइनाइटिस हो सकता है। राइनाइटिस में बलग़म की झिल्ली में सूजन हो जाती है, जिससे खांसी, छींकना, भरी हुई नाक, नाक से पानी बहाना जैसी समस्याएं शुरू हो सकती हैं। 4. कुछ लोगों को सरसों के तेल से एलर्जी भी हो सकती है।