लहरें मृत बाज को सागर की और क्यों ले जाना चाहती थी ? - laharen mrt baaj ko saagar kee aur kyon le jaana chaahatee thee ?

विषयसूची

  • 1 लहरें मृत बाज को सागर की और क्यों ले जाना चाहती थी?
  • 2 बाज को निडर कहा गया है क्योंकि?
  • 3 बाज की आँखें क्या देखकर चमक उठी?
  • 4 बाज की चीख में क्या छिपी थी?
  • 5 लेखक ने बाज को किसका प्रतीक माना है?
  • 6 बाज की करुण चीख में कौन सी आकांक्षा छिपी थी?

लहरें मृत बाज को सागर की और क्यों ले जाना चाहती थी?

इसे सुनेंरोकेंAnswer: (a) क्योंकि उसने साहस और वीरता का काम किया।

बाज को निडर कहा गया है क्योंकि?

इसे सुनेंरोकेंक्योंकि बाज साहसी, प्राणों की बाजी लगाने वाला दहादुर, निडर था।

बाज की आँखें क्या देखकर चमक उठी?

इसे सुनेंरोकेंबाज में एक नयी आशा जग उठी। वह दूने उत्साह से अपने घायल शरीर को घसीटता हुआ चट्टान के किनारे तक खींच लाया। खुले आकाश को देखकर उसकी आँखें चमक उठीं। उसने एक गहरी, लंबी साँस ली और अपने पंख फैलाकर हवा में कूद पड़ा।

बाज और साँप कहानी में बाज को ज़ख्म कहाँ लगे थे?

इसे सुनेंरोकेंएक दिन एकाएक आकाश में उड़ता हुआ खून से लथपथ एक बाज साँप की उस गुफा में आ गिरा। उसकी छाती पर कितने ही ज़ख्मों के निशान थे, पंख खून से सने थे और वह अधमरा-सा ज़ोर-शोर से हाँफ रहा था। ज़मीन पर गिरते ही उसने एक दर्द भरी चीख मारी और पंखों को फड़फड़ाता हुआ धरती पर लोटने लगा। डर से साँप अपने कोने में सिकुड़ गया।

लहरों ने बाज को क्या संज्ञा दी?

इसे सुनेंरोकेंबाज वीरता व स्वतंत्रता का प्रतीक है। मरते दम तक उसके मन में स्वछंदता से उस आकाश की ऊँचाइयों को पाने की चाह है जिस हेतु वह वीरता से आगे बढ़ता है। लहरों का भी यह मानना है कि उसने शत्रुओं का मुकाबला वीरता से किया। लहरों ने बाज का स्वागत क्यों किया?

बाज की चीख में क्या छिपी थी?

इसे सुनेंरोकेंएक दिन एकाएक आकाश में उड़ता हुआ खून से लथपथ एक बाज साँप की उस गुफा में आ गिरा। उसकी छाती पर कितने ही ज़ख्मों के निशान थे, पंख खून से सने थे और वह अधमरा-सा ज़ोर-शोर से हाँफ रहा था। ज़मीन पर गिरते ही उसने एक दर्द भरी चीख मारी और पंखों को फड़फड़ाता हुआ धरती पर लोटने लगा।

लेखक ने बाज को किसका प्रतीक माना है?

इसे सुनेंरोकेंAnswer. ‘बाज और साँप’ पाठ में बाज को साहस, वीरता और स्वतंत्रता का प्रतीक बताया गया हैlजिसने अपने पंखों के दम पर आकाश की असीम ऊँचाइयों को नाप लिया थाlपरंतु घायल होकर मरणासन्न होने पर भी वह वीरतापूर्वक उडक़र आकाश की स्वतंत्रता को पुन: पाना चाहता है।

बाज की करुण चीख में कौन सी आकांक्षा छिपी थी?

इसे सुनेंरोकेंबाज ज़िंदगी भर आकाश में ही उड़ता रहा, फिर घायल होने के बाद भी वह उड़ना चाहता था क्योंकि अपने अतीत की ऊँची उड़ान भरने के सुख को वह मरने तक भूलना नहीं चाहता था। इसलिए जीवन के अंतिम क्षणों में भी उसकी उड़ने की इच्छा बलवती थी, वह आकाश के असीम विस्तार को पाना चाहता था।

लहरें मृत बाज को सागर की और क्यों ले जाना चाहती थी *?

Answer: (a) क्योंकि उसने साहस और वीरता का काम किया।

बाज क्या चाहता था?

बाज ज़िंदगी भर आकाश में ही उड़ता रहा, फिर घायल होने के बाद भी वह उड़ना चाहता था क्योंकि अपने अतीत की ऊँची उड़ान भरने के सुख को वह मरने तक भूलना नहीं चाहता था। इसलिए जीवन के अंतिम क्षणों में भी उसकी उड़ने की इच्छा बलवती थी, वह आकाश के असीम विस्तार को पाना चाहता था

बाज के मरने के बाद साँप बेचैन क्यों हो गया?

प्रश्न 6: बाज के मरने के बाद साँप बेचैन क्यों हो गया? उत्तर: बाज के मरने के बाद साँप यह सोचकर बेचैन हो गया कि आखिर आकाश की असीम शून्यता में ऐसा कौन-सा आकर्षण छिपा है, जिसके लिए बाज ने अपने प्राण गँवा दिए? वहाँ कौन-सा खजाना रखा है? प्रश्न 7: लहरों द्वारा गाया जाने वाला गीत किसके लिए था?

लहरें बाज़ को कहाँ लेकर चली गईं उन्होंने बाज़ की प्रशंसा में क्या कहा?

लहरें बाज़ की बहादुरी के लिए भी गा रही थी कि हे बहादुर बाज़! तुमने अपने शत्रुओं से बहादुरी से लड़ते हुए अपना कीमती रक्त बहाया है। पर अब वह समय दूर नहीं है, जब उस बहादुर बाज़ के खून की एक-एक बूँद लोगों की जिंदगी से अँधेरे को मिटा कर प्रकाश फैलाएगी और साहसी, बहादुर दिलों में स्वतंत्रता और प्रकाश के लिए प्रेम पैदा करेगी।