लक्ष्मण ने शूर्पणखा की नाक क्यों काटा? - lakshman ne shoorpanakha kee naak kyon kaata?

सूपर्णखा वन में श्रीराम से विवाह का प्रस्ताव रखती है। समझाने पर भी नही मानती तो क्रोधित होकर लक्ष्मण सूपर्णखा के नाक-कान काट देते...

लक्ष्मण ने शूर्पणखा की नाक क्यों काटा? - lakshman ne shoorpanakha kee naak kyon kaata?

Newswrapहिन्दुस्तान टीम,बिजनौरFri, 23 Oct 2020 03:25 AM

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सूपर्णखा वन में श्रीराम से विवाह का प्रस्ताव रखती है। समझाने पर भी नही मानती तो क्रोधित होकर लक्ष्मण सूपर्णखा के नाक-कान काट देते हैं। रावण तिलमिलाकर सीता मैया का हरण कर ले जाता है। बिजनौर में चल रही रामलीला में बुधवार की रात इसका सुंदर मंचन किया गया।

श्री रामलीला सेवा समिति द्वारा रामलीला के मंचन का शुभारंभ भगवान गणेश की पूजा कर अजय अग्रवाल डीजीसी, दीपक अग्रवाल, नीता अग्रवाल, संजीव बबली एडवोकेट व हरजिंदर कौर ने संयुक्त रूप से किया। राम लक्ष्मण सीता सहित वन चले जाते हैं। जब भरत को यह पता चलता है तो वह माता केकैयी के पास जाते हैं और उन्हें बुरा भला बोलते हैं। कहते हैं मुझे राज्य नहीं चाहिए मुझे भाई राम चाहिए। तब माता केकैयी बताती है कि मन्थरा ने उन्हें भड़का दिया था। भरत भगवान राम को ढूंढने के लिए वन की और चले जाते हैं, जहा भगवान मिलते हैं और भरत कहते हैं कि भैया आप अयोध्या चलकर राजकाज संभाले। श्री राम के समझाने पर भरत भगवान राम की खड़ाऊ सिर पर लेकर अयोध्या वापस आते हैं और राजगद्दी पर खडाऊ रखकर राजकाज में लग जाते हैं। उधर वन में सूपर्णखा राम लक्ष्मण और सीता को देख लेती है ओर राम से मोहित करते हुए कहती है कि आप मुझसे विवाह कर ले। श्री राम सूपर्णखा को बहुत समझाते हैं, लेकिन सूपर्णखा अपनी बात पर अड़ी रहती है अंत में लक्ष्मण क्रोधित हो जाते हैं और सूपर्णखा के नाक-कान काट देते हैं। तब वह अपने भाई रावण के पास जाती है। रावण यह देखकर क्रोधित होता है और छल से सीता माता का हरण कर लंका ले जाता है।

सीओ सिटी और महिला थाना प्रभारी ने किया संबोधित

उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा चलाए गए मिशन शक्ति के अंतर्गत उत्तर प्रदेश पुलिस महिला सशक्तिकरण पर सीओ कुलदीप गुप्ता तथा महिला थाना प्रभारी गुड्डी कणेवाल ने रामलीला में दर्शकों को संबोधित किया। कहा, कि महिलाओं को किसी भी तरह से डरने की जरूरत नहीं है उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा चलाई गई हेल्पलाइन 1090 वूमेन पावर 181 महिला हेल्पलाइन 112 पुलिस हेल्पलाइन पर अगर किसी महिलाओं को कोई परेशानी होती है तो वह इन नंबर पर संपर्क करें जो महिला थाना चौकी आने में डरती हैं वह फोन कर हमसे संपर्क करें उनकी पहचान गोपनीय रखी जाएगी।

भगवान श्रीराम अपने भाई लक्ष्मण व पत्नी सीता के साथ 14 वर्षों के वनवास के आखिरी चरण में दंडकारण्य के वनों में पंचवटी नामक स्थल पर रह रहे थे जो दक्षिण भारत में पड़ता है (Laxman Cut Surpanakha Ki Naak)। इसी वन में वे पिछले 10 वर्षों से लगातार राक्षसों का वध कर रहे थे ताकि रावण की शक्ति को कमजोर किया जा सके (Surpanakha Ka Nak Katna)। जब वे पंचवटी में रहने आये तो उसी स्थान पर रावण के दो भाई खर व दूषण की सैनिक छावनी थी व उन्ही के साथ उनकी बहन शूर्पनखा भी रहती थी। यहीं पर लक्ष्मण ने शूर्पनखा की नाक काट डाली थी, आज हम उसी घटना के बारे में जानेंगे।

लक्ष्मण का शूर्पनखा की नाक काटना (Surpanakha Nose Cut Story In Hindi)

शूर्पनखा का भगवान श्रीराम पर मोहित होना (Surpanakha Ram Milan)

एक दिन शूर्पनखा वन में विचरण के लिए निकली तो उसे कुटिया में श्रीराम के दर्शन हुए। वह हमेशा राक्षसों के बीच ही पली बढ़ी थी व राम तो स्वयं मनुष्य रूप में भगवान विष्णु के रूप थे। वह श्रीराम के अत्यंत मनमोहक रूप को देखकर आकर्षित हो गयी व स्वयं को रोक नही पायी। उसने उसी समय अपना रूप बदल कर एक सुंदर स्त्री का रूप धारण किया व कुटिया के अंदर चली आयी।

भगवान राम का शूर्पनखा का प्रस्ताव ठुकराना (Surpanakha Ram Samvad Ramayan)

उसने श्रीराम के पास आकर स्वयं का परिचय दिया व रावण कुंभकरण विभीषण की बहन बताया। उसने श्रीराम के सामने अपने प्रेम को व्यक्त किया व उनके साथ विवाह का प्रस्ताव रखा। श्रीराम ने विनम्रता से अपने विवाहित होने की बात कहकर उनका प्रस्ताव ठुकरा दिया। इस पर शूर्पनखा ने उनसे कहा कि हमारे यहाँ एक पुरुष के कई विवाह करने का प्रावधान है इसलिये वह उनसे विवाह कर सकते है। श्रीराम ने शूर्पनखा को अपने एक पत्नीव्रत वचन के बारे में बताया व कहा कि वे कभी भी दूसरा विवाह नही करेंगे। इस पर शूर्पनखा नाराज हो गयी व माता सीता को भला बुरा कहा।

लक्ष्मण ने किया उपहास (Lakshman Surpanakha Samvad)

जब शूर्पनखा ने लक्ष्मण को देखा तो श्रीराम से पूछा कि वे कौन है। श्रीराम ने उन्हें अपना छोटा भाई बताया व उनके सामने विवाह का प्रस्ताव रखने को कहा। शूर्पनखा लक्ष्मण को भी देखकर आसक्त हो गयी व लक्ष्मण के सामने विवाह का प्रस्ताव रखने गयी।

जैसे ही शूर्पनखा ने लक्ष्मण के सामने विवाह का प्रस्ताव रखा तो उन्होंने शूर्पनखा के चरित्र पर उपहास किया व कहा कि अभी कुछ समय पहले तुम मेरे बड़े भाई के सामने यही प्रस्ताव रख रही थी व अब मेरे सामने। उन्होने शूर्पनखा के साथ विवाह करने से साफ मना कर दिया व उसे वहां से चले जाने को कहा।

लक्ष्मण ने काट दी शूर्पनखा की नाक (Lakshman Surpanakha Ki Naak Kati)

अपना यह अपमान देखकर शूर्पनखा अत्यंत क्रोध में भर गयी व अपने असली राक्षसी रूप में आ गयी। उसने दोनों भाइयों के सामने माता सीता को जीवित खा जाने की चुनौती दी व माता सीता पर आक्रमण करने के लिए झपटी। अपनी भाभी पर हुए इस आक्रमण के प्रतिउत्तर में लक्ष्मण ने अपनी तलवार से शूर्पनखा की नाक काट दी। इसके बाद शूर्पनखा दोनों भाइयों से बदला लेने की चुनौती देकर वहां से चली गयी।

इसलिये लक्ष्मण ने शूर्पनखा की नाक माता सीता के जीवन की रक्षा करने तथा उसे उसके दुस्साहस का उत्तर देने के लिए काटी थी (Laxman Ne Surpanakha Ki Naak Kyu Kati)। इसी के पश्चात माता सीता का हरण तथा रावण का वध हुआ था।

लक्ष्मण ने सूप नखा की नाक क्यों काटी?

वाल्मीकि रामायण के अनुसार, जब राम और लक्ष्मण ने उससे विवाह करने की उसकी याचना को अस्वीकार कर दिया तब वह क्रोधित होकर सीता पर आक्रमण करने के लिये झपटी। इस पर लक्ष्मण ने उसके नाक-कान काट दिये। अपमानित होकर विलाप करती हुई वह अपने भाई रावण के पास गयी और रावण ने इस अपमान का बदला लेने की प्रतिज्ञा की।

लक्ष्मण ने सूर्पनखा का नाक कैसे काटा?

राम और लक्ष्मण को उसने वन में देखा तो उनपर मोहित हो गई और पहले राम से फिर लक्ष्मण से विवाह का प्रस्ताव रखा। जब उन्होंने बताया कि वो लोग पहले से विवाहित हैं तब सूर्पनखा क्रोधित हो गई और सीता को खत्म करने के लिए दौड़ी इसके बाद लक्ष्मण ने उसका नाक और कान काट दिया।

सूर्पनखा पूर्व जन्म में क्या थी?

सूर्पनखा पूर्व जन्म तथा अगले जन्म में क्या था उसने कौन सा ऐसा पुन्य कार्य किया जो श्रीराम जी के दर्शन हुए। स्वामी जी कै अनुसार पूर्व जन्म मे सूर्पणखा अहनी अर्थात सर्पणी थी। तथा शेषजी की पत्नी थी। तथा लक्ष्मण जी पूर्व जन्म में शेषजी (सर्प)थे।

शूर्पणखा की मृत्यु कैसे हुई?

गुस्से में आकर शूर्पणखा ने सीता पर हमला करने की कोशिश की जिसके बाद लक्ष्मण ने उसकी नाक और कान काट दिए.