UP Board Solutions for Class 12 Sahityik Hindi गद्य Chapter 1 राष्ट्र का स्वरूप part of UP Board Solutions for Class 12 Sahityik Hindi. Here we have given UP Board Solutions for Class 12 Sahityik Hindi गद्य Chapter 1 राष्ट्र का स्वरूप.
राष्ट्र का स्वरूप – जीवन/साहित्यिक परिचय (2018, 17, 16, 14, 13, 12, 11) प्रश्न-पत्र में पाठ्य-पुस्तक में संकलित पाठों में से लेखकों के जीवन परिचय, कृतियाँ तथा भाषा-शैली से सम्बन्धित एक प्रश्न पूछा जाता हैं। इस प्रश्न में किन्हीं 4 लेखकों के नाम दिए जाएँगे, जिनमें से किसी एक लेखक के बारे में लिखना होगा। इस प्रश्न के लिए 4 अंक निर्धारित हैं। जीवन-परिचय एवं साहित्यिक उपलब्धियाँ साहित्यिक सेवाएँ कृतियाँ
भाषा-शैली। हिन्दी साहित्य में स्थान राष्ट्र का स्वरूप – पाठ का सार परीक्षा में ‘पाठ का सार’ से सम्बन्धित कोई प्रश्न नहीं पूछा जाता है। यह केवल विद्यार्थियों को पाठ समझाने के उद्देश्य से दिया गया है। प्रस्तुत निबन्ध डॉ. वासुदेवशरण अग्रवाल के निबन्ध संग्रह ‘पृथिवीपुत्र’ से लिया गया है। इसमें लेखक ने राष्ट्र के स्वरूप को तीन तत्वों के सम्मिश्रण से निर्मित माना है-पृथ्वी (भूमि), जन (मनुष्य) और संस्कृति। पृथ्वी : हमारी धरती माता राष्ट्र का सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण एवं सजीव अंग : जन (मनुष्य) संस्कृति : जन (मनुष्य) के जीवन की श्वास-प्रश्वास लेखक का मानना है कि सहृदय व्यक्ति प्रत्येक संस्कृति के आनन्द पक्ष को स्वीकार करता है और उससे आनन्दित होता है। लेखक का मानना है कि अपने पूर्वजों से प्राप्त परम्पराओं, रीति-रिवाजों को बोझ न समझकर उन्हें सहर्ष स्वीकार करना चाहिए। उन्हें भविष्य की उन्नति का आधार बनाकर ही राष्ट्र का स्वाभाविक विकास सम्भव है। गद्यांशों पर आधारित अर्थग्रहण सम्बन्धी प्रश्नोत्तर प्रश्न-पत्र में गद्य भाग से दो गद्यांश दिए जाएँगे, जिनमें से किसी एक पर आधारित 5 प्रश्नों (प्रत्येक 2 अंक) के उत्तर देने होंगे। प्रश्न 1. उपर्युक्त गद्यांश को पढ़कर निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए। (ii) प्रस्तुत गद्यांश में लेखक ने किस बात पर बल दिया हैं? (iii) लेखक ने हमारे कर्तव्य के प्रति क्या विचार प्रस्तुत किए हैं? (iv) राष्ट्रीयता की भावना कब निर्मूल मानी जाती हैं? (v) ‘निर्मूल’ और ‘पल्लवित’ शब्दों में क्रमशः उपसर्ग और प्रत्यय छाँटकर लिखिए। प्रश्न
2. उपर्युक्त गद्यांश को पढ़कर निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए। (i) राष्ट्रीय चेतना में भौतिक ज्ञान-विज्ञान के महत्व को स्पष्ट कीजिए। (ii) लेखक ने राष्ट्र की सुप्त अवस्था कब तक स्वीकार की है? (iii) विज्ञान और श्रम के संयोग से राष्ट्र प्रगति के पथ पर कैसे अग्रसर हो
सकता है? (iv) लेखक के अनुसार, राष्ट्र समृद्धि का उद्देश्य कब पूर्ण नहीं हो पाएगा? (v) ‘स्वागत’ का सन्धि विच्छेद करते हुए उसका भेद बताइए। प्रश्न 3. उपर्युक्त गद्यांश को पढ़कर निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए। (i) प्रस्तुत गद्यांश में माता और पृथ्वी की समानता किस आधार पर की गई (ii) “प्रगति और उन्नति करने का सबको एक जैसा अधिकार है-से लेखक का क्या आशय है? (iii) गद्यांश में मातृभूमि की सीमाओं को अनन्त क्यों कहा गया है? (iv) प्रस्तुत गद्यांश के माध्यम से क्या सन्देश मिलता है (v) ‘मातृभूमि’ शब्द का समास विग्रह करते हुए उसका भेद लिखें। प्रश्न 4. उपर्युक्त गद्यांश को पढ़कर निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए। (i) लेखक के अनुसार राष्ट्र का तीसरा महत्त्वपूर्ण अंग क्या है? (ii) संस्कृति से क्या अभिप्राय है? (iii) राष्ट्र की उन्नति में संस्कृति का महत्त्व स्पष्ट कीजिए। (iv) जीवन के विटप का पुष्य संस्कृति है’ से लेखक का क्या अभिप्राय है? (v) ‘विटप’ तथा ‘पुष्प’ शब्दों के तीन-तीन पर्यायवाची शब्द लिखिए। प्रश्न 5. उपर्युक्त गद्यांश को पढ़कर निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए। (i) संस्कृति के वाहक एवं संरक्षक के रूप में लेखक ने किसे प्रस्तुत किया है? (ii) लेखक के अनुसार राष्ट्र की धरोहर क्या हैं? (iii) एक राष्ट्र की उन्नति कब सम्भव हो सकती है? (iv) हम किस भावना के माध्यम से अपने भविष्य को उज्ज्चल बना सकते हैं? (v) ‘संवर्धन’ शब्द का सन्धि-विच्छेद करते हुए इसमें प्रयुक्त सन्धि का नाम भी लिखिए।’ We hope the UP Board Solutions for Class 12 Sahityik Hindi गद्य Chapter 1 राष्ट्र का स्वरूप help you. If you have any query regarding UP Board Solutions for Class 12 Sahityik Hindi गद्य Chapter 1 राष्ट्र का स्वरूप, drop a comment below and we will get back to you at the earliest. |