लेखक ने शेकर विहार में सुमति को उनके यजमानों के पास जाने से रोका, परन्तु दूसरी बार रोकने का प्रयास क्यों नहीं किया? Show
लेखक ने शेकर विहार में सुमति को यजमानों के पास जाने से रोका था क्योंकि अगर वह जाता तो उसे बहुत वक्त लग जाता और इससे लेखक को एक सप्ताह तक उसकी प्रतीक्षा करनी पड़ती। परंतु दूसरी बार लेखक ने उसे रोकने का प्रयास इसलिए नहीं किया क्योंकि वे अकेले रहकर मंदिर में रखी हुई हस्तलिखित पोथियों का अध्ययन करना चाहते थे। 549 Views ल्हासा की ओरHope you found this question and answer to be good. Find many more questions on ल्हासा की ओर with answers for your assignments and practice. क्षितिज भाग १Browse through more topics from क्षितिज भाग १ for questions and snapshot. लेखक ने शेकर विहार में सुमति को उनके यजमानों के पास जाने से रोका परंतु दूसरी बाररोकने का प्रयास क्यों नहीं किया?उत्तर:- लेखक ने शेकर विहार में सुमति को यजमानों के पासजाने से रोका था क्योंकि अगर वह जाता तो उसे बहुत वक्त लग जाता और इससे लेखक को एक सप्ताह तक उसकी प्रतीक्षा करनी पड़ती। परंतु दूसरी बार लेखक ने उसे रोकने का प्रयास इसलिए नहीं किया क्योंकि वे अकेले रहकर मंदिर में रखी हुई हस्तलिखित पोथियों का अध्ययन करना चाहते थे।
लेखक ने सुमति को अपने यजमानों के पास जाने की अनुमति क्यों दी?लेखक ने सुमति को यजमानों के घर जाने की अनुमति क्यों दी।
शेकर बिहार के मंदिर में निम्नलिखित में से क्या था जिससे लेखक का मन वहां लग गया *?शेखर विहार में बौद्ध धर्म की पोथियों का भंडार था ।
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