मजदूर और महिला वर्ग ने कताई जेनी का बहिष्कार क्यों किया? - majadoor aur mahila varg ne kataee jenee ka bahishkaar kyon kiya?

Solution : सन् 1764 में स्पिनिंग जेनी का आविष्कार जेम्स हरग्रीब्ज द्वारा हुआ। इस मशीन ने कताई की प्रक्रिया तेज कर दी जिसके कारण अब मजदूरों की माँग घट गयी । एक ही पहिये को घुमाकर एक मजदूर सारी स्पीडल को घुमा देता था और एक साथ कई धागों का निर्माण शुरू हो जाते थे। <br> बेरोजगारी के डर से वैसे मजदूर जो हाथों से धागा काटकर गुजारा करते थे घबड़ा गये और मजदूरों ने इन नई मशीनों को लगाने का विरोध किया। महिला मजदूरों का विरोध एवं तोड़-फोड़ काफी समय तक चलती रहा। उन्होंने ऐसे कारखानों पर आक्रमण भी किया।

Solution : (क) स्पिनिंग जेनी मशीन ने ऊन की कताई की प्रक्रिया बहुत तेज कर दी। स्पिनिंग जेनी मशीन एक समय में अनेक मजदूरों का कार्य लेती थी। इसके कारण मजदूरों की माँग घट गई। <br> (ख) बेरोजगारी की आशंका से मजदूर वर्ग खासकर महिलाओं में नई प्रौद्योगिकी के प्रति आशंका व्याप्त थी। <br> (ग) जब ऊन उद्योग में इस मशीन का इस्तेमाल किया गया तो अनेक औरतें, जो हाथ से ऊन की कताई करती थीं को काम से हटना पड़ा। इसी कारण महिला कामगारों ने स्पिनिंग जेनी मशीनों पर हमले किए। स्पिनिंग जेनी मशीन का, महिलाओं द्वारा विरोध काफी लम्बे समय तक चलता रहा।

Solution : (i) स्पिनिंग जेनी मशीन ने ऊन की कताई की प्रक्रिया बहुत तेज़ कर दी। स्पिनिंग जेनी मशीन एक समय में अनेक मजदूरों का कार्य कर लेती थी। इसके कारण मजदूरों की मांग घट गई। <br> (ii) बेरोज़गारी की आशंका से मजदूर वर्ग खासकर महिलाओं में नयी प्रौद्योगिकी के प्रति आशंका व्याप्त थी। <br> (iii) जब ऊन उद्योग में इस मशीन का इस्तेमान किया गया तो अनेक औरतों, जो हाथ से ऊन की कताई करती थी को काम से हटना पड़ा। इसी कारण, महिला कामगारों ने स्पिनिंग जेनी मशीनों पर हमले किये। स्पिनिंग जेनी मशीन का, महिलाओं द्वारा विरोध काफी लम्बे समय तक चलता रहा।

विषयसूची

  • 1 कटाई मशीन का आविष्कार कब और किसके द्वारा किया गया?
  • 2 कताई जेनी के आविष्कारक कौन थे?
  • 3 हरग्रीव्स की स्पिनिंग जेनी का क्या लाभ है?
  • 4 1764 ईस्वी में कतई प्रक्रिया में उपयोगी मशीन कौन सी थी?
  • 5 मजदूर और महिला वर्ग ने कताई जेनी का बहिष्कार क्यों किया?
  • 6 स्पिनिंग जेनी के आविष्कार से कपड़ा उद्योग में क्या परिवर्तन आए?

कटाई मशीन का आविष्कार कब और किसके द्वारा किया गया?

इसे सुनेंरोकेंइसका अविष्कार प्रारंभिक औद्योगिक क्रांति के दौरान जेम्स हैरग्रेव्स ने 1764 में इंग्लैंड में स्टैनहिल में किया।

कताई जेनी के आविष्कारक कौन थे?

जेम्स हार्ग्रीव्सस्पिनिंग जेनी / इन्होंने बनाया

कताई जेनी मशीन पर ब्रिटेन की महिला कामगार प्रति हमले क्यों करें?

इसे सुनेंरोकेंइस मशीन द्वारा अकेला कारीगर अनेक पूनियाँ बना सकता था और एक ही समय में कई धागे बना सकता था। इसका स्पष्ट अर्थ यह है कि बुनकरों की माँग घटने से वे अधिकतर लोग बेरोजगार होने लगे। बेरोजगारी के इसी डर के कारण भारतीय महिला कामगारों ने, जो हाथ की कताई पर निर्भर थीं, स्पिनिंग जेनी मशीनों पर हमले शुरू कर दिए।

स्पिनिंग जेनी क्या है Class 10?

इसे सुनेंरोकेंउत्तर – (क) स्पिनिंग जेनी का आविष्कार जेम्स हरग्रीब्ज ने 1764 ई० में किया। इस मशीन ने कताई की प्रक्रिया तेज कर दी जिसके कारण अब मजदूरों की मांग घट गई। (ख) एक ही पहिए को घुमाकर एक मजदूर एक सारी स्पिडलस को घुमा देता था और एक साथ कई धागे बनने लगते थे।

हरग्रीव्स की स्पिनिंग जेनी का क्या लाभ है?

इसे सुनेंरोकेंस्पिनिंग जेनी उन्होंने महसूस किया कि यदि कई तकिये को सीधा और साथ-साथ रखा जाता है, तो कई धागे एक साथ काटे जा सकते हैं। कताई जेनी सूती धागों के उत्पादन तक ही सीमित थी, और ताने के लिए पर्याप्त गुणवत्ता के धागे का उत्पादन करने में असमर्थ थी। बाद में आर्कराइट के कताई फ्रेम द्वारा उच्च गुणवत्ता वाले ताना की आपूर्ति की गई ।

1764 ईस्वी में कतई प्रक्रिया में उपयोगी मशीन कौन सी थी?

इसे सुनेंरोकेंसवाल: 1764 में कतई प्रक्रिया में उपयोगी मशीन कौन सी थी? कताई जेनी एक बहु-धुरी कताई फ्रेम है, और प्रारंभिक औद्योगिक क्रांति के दौरान कपड़ा निर्माण के औद्योगीकरण में प्रमुख विकासों में से एक था। इसका आविष्कार 1764 या 1765 में इंग्लैंड के लंकाशायर के स्टैनहिल, ओसवाल्डविस्टल में जेम्स हारग्रीव्स द्वारा किया गया था।

पावर लूम का आविष्कार कब हुआ था?

इसे सुनेंरोकेंउत्तर : पावर लूम की खोज या आविष्कार सन 1785 ईस्वीं में “ई कार्टराइट” नामक वैज्ञानिक ने की थी , अर्थात 1785 में सबसे पहले ई कार्टराइट नाम के वैज्ञानिक ने पावर लूम का आविष्कार किया था इसलिए ई कार्टराइट को पावर लूम का आविष्कारक कहा जाता है | प्रश्न : पावर लूम का आविष्कार सबसे पहले किस सन में किया गया था […]

आर्कराइट ने वाष्प इंजन का आविष्कार कब किया?

इसे सुनेंरोकेंउन्होंने तब एक नया कार्डिंग इंजन विकसित किया, जिसने कच्चे सूती कलियों को कपास के रेशों के निरंतर स्केन में परिवर्तित कर दिया, जो बाद में सूत काता जा सकता था, और इस आविष्कार के लिए पेटेंट मिल गया। 1775 में।

मजदूर और महिला वर्ग ने कताई जेनी का बहिष्कार क्यों किया?

इसे सुनेंरोकेंइस मशीन ने कताई की प्रक्रिया तेज कर दी जिसके कारण अब मजदूरों की माँग घट गयी । एक ही पहिये को घुमाकर एक मजदूर सारी स्पीडल को घुमा देता था और एक साथ कई धागों का निर्माण शुरू हो जाते थे। बेरोजगारी के डर से वैसे मजदूर जो हाथों से धागा काटकर गुजारा करते थे घबड़ा गये और मजदूरों ने इन नई मशीनों को लगाने का विरोध किया।

स्पिनिंग जेनी के आविष्कार से कपड़ा उद्योग में क्या परिवर्तन आए?

इसे सुनेंरोकेंइस मशीन ने कताई प्रक्रिया को तेज कर दिया और श्रम की मांग को कम कर दिया। एक पहिया घुमाकर एक श्रमिक एक ही समय में कई स्पिंडल चला सकता था और कई धागों को घुमा सकता था। बेरोजगारी के डर ने श्रमिकों को नई तकनीक की शुरूआत के प्रति प्रतिरोधी बना दिया।

ब्रिटेन में महिला कर्मचारियों ने कताई जेनी मशीन पर हमला क्यों किया?

इस मशीन द्वारा अकेला कारीगर अनेक पूनियाँ बना सकता था और एक ही समय में कई धागे बना सकता था। इसका स्पष्ट अर्थ यह है कि बुनकरों की माँग घटने से वे अधिकतर लोग बेरोजगार होने लगे। <br> बेरोजगारी के इसी डर के कारण भारतीय महिला कामगारों ने, जो हाथ की कताई पर निर्भर थीं, स्पिनिंग जेनी मशीनों पर हमले शुरू कर दिए।

मजदूरों ने स्पिनिंग जेनी का विरोध क्यों किया?

इस मशीन ने कताई की प्रक्रिया तेज कर दी जिसके कारण अब मजदूरों की माँग घट गयी । एक ही पहिये को घुमाकर एक मजदूर सारी स्पीडल को घुमा देता था और एक साथ कई धागों का निर्माण शुरू हो जाते थे। <br> बेरोजगारी के डर से वैसे मजदूर जो हाथों से धागा काटकर गुजारा करते थे घबड़ा गये और मजदूरों ने इन नई मशीनों को लगाने का विरोध किया