मूर्ति बनाने का कार्य हाई स्कूल के ड्राइंग मास्टर मोती लाल जी को ही क्यों सौंपा गया? - moorti banaane ka kaary haee skool ke draing maastar motee laal jee ko hee kyon saumpa gaya?

Short Note

मूर्ति बनवाने का कार्य स्थानीय ड्राइंग मास्टर को क्यों सौंपना पड़ा?

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Solution

मूर्ति बनवाने का कार्य स्थानीय ड्राइंग मास्टर को इसलिए सौंपना पड़ा क्योंकि अधिकारी ने फाइलों और मूर्ति संबंधी अन्य बातों के निर्णय में बहुत अधिक समय ले लिया। ये अधिकारी अपना कार्यकाल समाप्त होने से पहले ही मूर्ति बनवाने का काम कर लेना चाहते थे, इसलिए जल्दबाजी में इसे स्थानीय ड्राइंग मास्टर को सौंप दिया।

Concept: गद्य (Prose) (Class 10 A)

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Chapter 10: स्वयं प्रकाश - नेताजी का चश्मा - अतिरिक्त प्रश्न

Q 3Q 2Q 4

APPEARS IN

NCERT Class 10 Hindi - Kshitij Part 2

Chapter 10 स्वयं प्रकाश - नेताजी का चश्मा
अतिरिक्त प्रश्न | Q 3

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ड्राइंग मास्टर मोतीलाल को ही प्रतिमा बनाने का काम क्यों सौंपा गया?

मास्टर मोतीलाल को जब यह कार्य मिला तो उन्हें बहुत खुशी हुई। उन्होंने नगरपालिका के सदस्यों को यह विश्वास दिलाया कि वह एक महीने के अंदर मूर्ति तैयार कर देंगे। इस प्रकार का कार्य मिलने से कलाकार में नया उत्साह जागृत हुआ। उन्हें ऐसा लगा कि नगरपालिका ने उनकी कला को प्रोत्साहन देने के लिए यह कार्य उन्हें सौंपा है।

मूर्ति बनाने का काम किसे सौंपा गया और क्यों?

Answer. Answer: मूर्ति बनाने का कार्य स्कूल के ड्राइंग मास्टर को सौंपा गया था।

मूर्ति बनाने का काम स्थानीय कलाकार को ही क्यों दिया गया होगा?

मूर्ति बनाने के लिए किसी स्थानीय कलाकार को ही अवसर दिया गया होगा क्योंकि बाहर के कलाकार अधिक बजट और समय मांगते होंगे। इस पेशोपेश में मूर्ति का काम अटक गया होगा। बाद में जब समय का अभाव हो रहा होगा तब किसी स्थानीय कलाकार को कम बजट और जल्द से जल्द बनाने के लिए कहा होगा

हाई स्कूल के ड्राइंग मास्टर का नाम क्या था?

यानी वह ठीक ही सोच रहे थे । मूर्ति के नीचे लिखा 'मूर्तिकार मास्टर मोतीलाल' वाकई कस्बे का अध्यापक था