Home » Class 11 Hindi » NCERT Solutions for Class XI Aaroh Part 1 Hindi Chapter 2- Krishna Sobati Show आरोह भाग -1 कृष्णा सोबती (निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए ) प्रश्न 1:मियाँ नसीरुद्दीन को नानबाइयों का
मसीहा क्यों कहा जाता है? प्रश्न 2:लेखिका मियाँ नसीरुद्धीन के पास क्यों गई थीं? प्रश्न 3:बादशाह के नाम
का प्रसंग आते ही लेखिका की बातों में मियाँ नसीरुद्धीन की दिलचस्पी क्यों खत्म होने लगी? प्रश्न 4: मियाँ नसीरुद्धीन के चेहरे पर किसी दबे हुए अँधड़ के आसार देख यह मजमून न छेड़ने का फैसला किया- इस कथन के पहले और बाद के प्रसंग का उल्लेख करते हुए इसे स्पष्ट कीजिए। प्रश्न 5:पाठ में मियाँ नसीरुद्दीन का शब्दचित्र लेखिका ने कैसे खिंचा है? प्रश्न 6:मियाँ नसीरुद्दीन की कौन-सी बातें आपको अच्छी लगीं? प्रश्न 7: तालीम की तालीम ही बड़ी चीज़ होती है- यहाँ लेखक ने
तालीम शब्द का दो बार प्रयोग क्यों किया है? क्या आप दूसरी बार आए तालीम शब्द की जगह कोई अन्य शब्द रख सकते हैं? लिखिए। प्रश्न 8:मियाँ नसीरुद्दीन तीसरी
पीढ़ी के हैं, जिसने अपने खानदानी व्यवसाय को अपनाया। वर्तमान समय में प्रायः लोग अपने पारंपारिक व्यवसाय को नहीं अपना रहे हैं। ऐसा क्यों? प्रश्न 9:मियाँ, कहीं अखबारनवीस तो नहीं हो? वह तो खोजियों की खुराफात है- अखबार की भूमिका को देखते हुए इस पर टिप्पणी करें। प्रश्न 10:पाठ में आए रोटियों के अलग-अलग नामों की सूची बनाएँ और इनके बारे में जानकारी प्राप्त करें। प्रश्न 11:तीन-चार वाक्यों में अनुकूल प्रसंग तैयार कर नीचे दिए गए वाक्यों
का इस्तेमाल करें। प्रश्न 12:बिटर-बिटर देखना वाक्य में देखने के एक खास तरीके को प्रकट किया गया है? देखने-संबंधी इस प्रकार के चार क्रिया- विशेषणों के वाक्य बनाइए। प्रश्न 13:नीचे दिए वाक्यों में अर्थ पर बल देने के लिए शब्द-क्रम परिवर्तित किया गया है। समान्यतः इन वाक्यों को किस क्रम में लिखा जाता है? लिखें। मियां नसीरुद्दीन की कौन सी विशेषताएं आपको प्रभावित करती हैं?मियाँ नसीरुद्दीन को नानबाइयों का मसीहा इसलिए कहा गया है क्योंकि वह अपने मसीहाई अंदाज से रोटी पकाने की कला का बखान करता है तथा इसमें वह अपनी खानदानी महारत बताता है । नानबाई रोटी बनाने की कला में माहिर है । अन्य नानबाई रोटियाँ तो पकाते हैं, पर मियाँ नसीरुद्दीन अपने पेशे को कला मानता है ।
मियाँ नसीरुद्दीन की क्या विशेषता थी?उत्तर: मियाँ नसीरुद्दीन एक ऐसे बातूनी नानबाई थे जो स्वयं को सभी नानबाइयों से श्रेष्ठ साबित करने के लिए खानदानी और बादशाह के शाही बावर्ची खाने से ताल्लुक रखनेवाले कहते थे। वे इतने काइयाँ थे कि बस जो वे कहें उसे सब मान लें, कोई प्रश्न न पूछे।
नसीरुद्दीन के स्वभाव की प्रमुख विशेषता क्या है?इसमें खानदानी नानबाई मियाँ नसीरुद्दीन के व्यक्तित्व, रुचियों और स्वभाव का शब्दचित्र खींचा गया है। मियाँ नसीरुद्दीन अपने मसीहाई अंदाज से रोटी पकाने की कला और उसमें अपनी खानदानी महारत बताते हैं। वे ऐसे इंसान का भी प्रतिनिधित्व करते हैं जो अपने पेशे को कला का दर्जा देते हैं और करके सीखने को असली हुनर मानते हैं।
मियाँ नसीरुद्दीन की कौन कौन सी बातें आपको अच्छी लगी है?मियाँ नसीरुद्दीन को अपने काम से बहुत प्यार है। उनका काम रोटी बनाने का है परन्तु वे उसे काम के रूप में नहीं एक कला के रूप में देखते हैं। उनकी यह बात मुझे बहुत अच्छी लगी। जब हम अपने काम से प्यार करने लगे, तो वह बस काम नहीं रह जाता है।
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