विषयसूची नदियों से क्या लाभ है?इसे सुनेंरोकेंनदियों के किनारे हमारे तीर्थस्थल हैं। इनके आस-पास का क्षेत्र उपजाऊ होता है। गंगा-यमुना का क्षेत्र इसी कारण अधिक उपजाऊ है, क्योंकि सिंचाई के लिए सरलता से जल वहीं मिल सकता है। नदियों के किनारे लोग अपनी छोटी-बड़ी सभी आवश्यकताएँ जैसे सिंचाई करने, पानी पीने, कपड़े धोने, नहाने, जानवरों के लिए पानी आदि का उपयोग करते हैं। नदियों का हमारे जीवन मे क्या महत्व है? इसे सुनेंरोकेंनदियाँ खेती के लिए लाभदायक उपजाऊ जलोढ़ मिट्टी का उत्तम स्त्रोत होती हैं। नदियां न केवल जल प्रदान करती है बल्कि घरेलू एवं उद्योगिक गंदे व अवशिष्ट पानी को अपने साथ बहकर ले भी जाती है। बड़ी नदियों का उपयोग जल परिवहन के रूप मे भी किया जा रहा है। नदियों में मत्स्य पालन से मछली के रूप मे खाद्य पदार्थ भी प्राप्त होते हैं। नदी के गुणों को अपनाने से हमें क्या लाभ होगा अपने शब्दों में लिखिए? इसे सुनेंरोकेंनदियों से केवल फसल ही नहीं उपजाई जाती है बल्कि वे सभ्यता को जन्म देती हैं अपितु उसका लालन-पालन भी करती हैं। इसलिए मनुष्य हमेशा नदी को देवी के रूप में देखता आया है। हमारे अतीत में ऋषि, मुनियों ने इन नदियों के किनारे ज्ञान को प्राप्त किया। अभी भी बड़े बड़े विकसित महानगर नदियों के किनारे बसे हैं। नदिया अर्थव्यवस्था को कैसे प्रभावित करती है?इसे सुनेंरोकेंकिसी देश की अर्थव्यवस्था के लिए नदियाँ महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती है। भारत की नदियां कोई अपवाद नहीं है । ये उत्तरी मैदानों को उपजाऊ बनाती हैं। ये सिंचाई के लिए जल जुटाती है तथा पेयजल की आपूर्ति करती है। नदियों से हमें क्या संदेश मिलता है? इसे सुनेंरोकेंनदियां हमें आगे बढ़ना सिखाती हैं। हमें भी जीवन पथ पर सत्य व ईमानदारी की राह पर अग्रसर होना चाहिए। श्री चैतन्यकृष्ण जी महराज ने कहा कि सदानीरा गंडगी मोक्ष दायनी व जीवन दायनी है। जिसमें स्नान करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है। नदियों से हमें क्या शिक्षा मिलती है? नदी हमें क्या संदेश देती है?नदियों की वेतन का क्या कारण है? इसे सुनेंरोकेंसवाल: नदियों की वेदना का क्या कारण है? नदियों की वेदना का कारण मानव-मन और नदियों की वेगवती धारा में जिन्दगी की धारा के बहाव कआदि है। और स्पष्ट कहे तो नदियों की वेगवती धारा में जिंदगी की धारा के भाव कवि के अंत मन की वेदना को प्रतिबिंबित करता है कवि को उनके कॉल कॉल करते प्रवाह में वेदना की अनुभूति होती है। किसी देश में अर्थव्यवस्था के लिए नदियां महत्वपूर्ण क्यों है? इसे सुनेंरोकेंकृषि कार्य के लिए उपजाऊ भूमि की उपलब्धता नदियों द्वारा ही होती है। नदिया मनुष्य के लिए प्राकृति की सड़क है। इनका प्रयोग मनुष्य जल यातायात के रूप में करता है। विभिन्न प्रकार के उद्योगों के लिए जल की आपूर्ति और सस्ता यातायात वह बालू मिट्टी नदियों से प्राप्त होती है। नदी प्रदूषण क्या है?इसे सुनेंरोकेंनदी प्रदूषण के कारण औद्योगिक अपशिष्टों, रसायनों के मिश्रणों और भारी धातुओं को पानी में छोड़ दिया जाता है। इन्हें साफ करना मुश्किल होता है। कृषि अपशिष्ट, रसायन, उर्वरक और कृषि में इस्तेमाल किए गए कीटनाशक नदी के जल को दूषित करते हैं। प्राकृतिक बारिश भी प्रदूषण साथ लाती है क्योंकि यह प्रदूषित हवा के साथ गिरती है। इसे सुनेंरोकेंइनका जल सिंचाई के काम में आता है। अनगिनत जीव इनसे जीवन पाते हैं। नदियों के किनारे लोग अपनी छोटी-बड़ी सभी आवश्यकताएँ जैसे सिंचाई करने, पानी पीने, कपड़े धोने, नहाने, जानवरों के लिए पानी आदि का उपयोग करते हैं। नदियों पर बाँध बनाए गए हैं। हम नदियों को कैसे स्वच्छ रख सकते हैं? इसे सुनेंरोकेंनदियों को प्रदूषण मुक्त रखने के लिए हमें प्लास्टिक की थैलियां, बोतल या अन्य सामग्री नदियों में या उनके किनारे नहीं फेंकना चाहिए। इससे कचरा उड़कर नदियों में चला जाता है। नदियों को साफ रखना चाहिए। नदियों में सिर्फ मिट्टी की ही मूर्तियां विसर्जित करनी चाहिए। नदी में गंदगी ना फैले इसलिए क्या करो? इसे सुनेंरोकेंनदी में गंदगी ना फैले इसके लिए हमें अनेक उपाय करने की आवश्यकता है। सर्वप्रथम हमें नदी में किसी भी तरह का कूड़ा करकट या अपशिष्ट नहीं डालनी चाहिए। हमें नदी में किसी भी तरह की पूजा सामग्री भी प्रभावित नहीं करनी चाहिए। इन सब चीजों के डालने से नदी प्रदूषित होती है और उसमें गंदगी बढ़ती जाती है। इसे सुनेंरोकें(iii) नदियों के मैदान तथा सिंचाई को सुविधाओं ने विभिन्न प्रकार की खाद्य फसलों व नकदी फसलों को उगाने तथा दूसरे कृषि क्रिया-कलापों में काफी मदद पहुँचाई है। (iv) नदियाँ बाढ़ के मैदान तथा डेल्टा का निर्माण करती हैं, जो कृषि हेतु उपजाऊ मृदा करती हैं। विषयसूची
नदियों के क्या लाभ हानि होते हैं?इसे सुनेंरोकेंकृषि के लिए सिंचाई हेतु आवश्यक पानी नदियों द्वारा प्रदान किया जाता है। नदियाँ खेती के लिए लाभदायक उपजाऊ जलोढ़ मिट्टी का उत्तम स्त्रोत होती हैं। नदियां न केवल जल प्रदान करती है बल्कि घरेलू एवं उद्योगिक गंदे व अवशिष्ट पानी को अपने साथ बहकर ले भी जाती है। बड़ी नदियों का उपयोग जल परिवहन के रूप मे भी किया जा रहा है। नदी से क्या क्या लाभ है?नदियाँ हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है। नदियों से हमें होने वाले लाभ निम्नलिखित है:
नदी जोड़ो योजना क्या है? इसे सुनेंरोकेंनदी जोड़ो परियोजना एक बड़े पैमाने पर प्रस्तावित सिविल इंजीनियरिंग परियोजना है, जिसका उद्देश्य भारतीय नदियों को जलाशयों और नहरों के माध्यम से आपस में जोड़ना है। जिससे भारत के कुछ हिस्सों में लगातार बाढ़ या पानी की कमी की समस्या को दूर किया जा सकता है। नदियों से प्रमुख लाभ कौन कौन से हैं?नदियों से होने वाले लाभ
क्या होता अगर नदिया न होती अनुच्छेद?इसे सुनेंरोकेंयदि कोई नदियां नहीं होती तो हम सबको स्वच्छ जल नहीं मिल पाता और हमारा जीवन जीना मुश्किल सा हो जाता। हमारे जितनी भी पानी का इस्तेमाल करते हैं वह सभी जल नदियों से सीधे या परोक्ष आते हैं। नदी के न होने से मछली और वन्यजीव का काफी नुकसान होगा। पृथ्वी भी समाप्त हो जाएगी। नदियां प्रदूषित क्यों होती है? इसे सुनेंरोकेंनदियों के प्रवाह की मात्रा: उपचारित या अनुपचारित अपशिष्ट जल को नदी में छोड़े जाने के परिणामस्वरूप नदी के जल की गुणवत्ता नदी में जल के प्रवाह की मात्रा पर निर्भर करती है। धार्मिक और सामाजिक प्रथाएँ: धार्मिक आस्था और सामाजिक प्रथाएँ भी नदियों, विशेष रूप से गंगा के प्रदूषण को बढ़ाती हैं। भारत की प्रथम नदी जोड़ो परियोजना कौन सी है?इसे सुनेंरोकेंकेन-बेतवा संपर्क परियोजना जिसे दो चरणों में पूरा करने की कल्पना की गई थी भारत की पहली नदी जोड़ो परियोजना है। इस परियोजना को अंतर्राज्यीय नदी हस्तांतरण मिशन के लिये एक मॉडल योजना के रूप में माना जाता है। नदी जोड़ो परियोजना कब शुरू?इसे सुनेंरोकें1999 में एनडीए सरकार बनने के बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने नदी जोड़ो परियोजना पर काम शुरू किया। हालांकि 2004 में एनडीएन सरकार जाते ही यह योजना फिर ठंडे बस्ते में चली गई। 2012 में सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को निर्देश दिए कि वह इस परियोजना पर समयबद्ध तरीके से अमल करे। जिससे इसकी लागत और न बढ़े। नदी को माता क्यों कहा जाता है? इसे सुनेंरोकेंAnswer: ऊपर दी गई सभी नदियां भारत की प्रमुख नदियां हैं, सभी नदियों का नाम महिलाओं के नाम पर है और सभी को माँ (mother) यानी कि माता का दर्जा प्राप्त है सभी नदियों को माँ मान कर उन्हें पूजा भी जाता है। तो दोस्तों बस यही के कारण था जिसके कारण से भारत में नदियों को माता या मां के नाम से पुकारा जाता है। इसे सुनेंरोकेंनदियाँ खेती के लिए लाभदायक उपजाऊ जलोढ़ मिट्टी का उत्तम स्त्रोत होती हैं। नदियां न केवल जल प्रदान करती है बल्कि घरेलू एवं उद्योगिक गंदे व अवशिष्ट पानी को अपने साथ बहकर ले भी जाती है। बड़ी नदियों का उपयोग जल परिवहन के रूप मे भी किया जा रहा है। नदियों में मत्स्य पालन से मछली के रूप मे खाद्य पदार्थ भी प्राप्त होते हैं। इसे सुनेंरोकेंक्या है नदी जोड़ो परियोजना सरकार नदी जोड़ परियोजना (आइएलआर) में 30 नदियों को आपस में जोड़ना चाहती है। इसके लिए 15,000 किमी लंबी नई नहरें खोदनी होंगी। जिसमें 174 घन किमी पानी स्टोर किया जा सकेगा। राष्ट्रीय नदी जोड़ो प्रोजेक्ट में कुल 30 लिंक बनाने की योजना है, जिनसे 37 नदियां जुड़ी होंगी। नदियों से क्या लाभ होता है?इसे सुनेंरोकेंइनका जल सिंचाई के काम में आता है। अनगिनत जीव इनसे जीवन पाते हैं। नदियों के किनारे लोग अपनी छोटी-बड़ी सभी आवश्यकताएँ जैसे सिंचाई करने, पानी पीने, कपड़े धोने, नहाने, जानवरों के लिए पानी आदि का उपयोग करते हैं। नदियों पर बाँध बनाए गए हैं। किसी नदी का चित्र चिपकाकर नदियों से क्या क्या लाभ हैं लिखिए?इसे सुनेंरोकेंआर्थिक दृष्टि से भी देखे तो नदियाँ बहुत उपयोगी होती है क्योंकि उद्योगो के लिए आवश्यक जल नदियों से सरलता से प्राप्त किया जा सकता है । कृषि के लिए , सिंचाई एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है, इसके लिए आवश्यक पानी नदियों द्वारा प्रदान किया जाता है । नदियाँ खेती के लिए लाभदायक उपजाऊ जलोढ़ मिट्टी का उत्तम स्त्रोत होती हैं। नदी हमारे लिए क्यों महत्वपूर्ण है? इसे सुनेंरोकेंनदियाँ सामाजिक, आर्थिक, वैज्ञानिक तथा अन्य कई रूप से सहायक मानी जाती हैं। नदियाँ हमें जल प्रदान करने के साथ-साथ शुद्ध वातावरण भी देती हैं। इसके अलावा नदियों से खेतों के लिए सिंचाई का पानी,पीने के लिए साफ़ पानी, जीवन निर्वाहके लिए मछली पालन रोज़गार, तथा अन्य कई सारे रोज़गार प्राप्त होते हैं। नदी जोड़ो परियोजना कब लागू हुई?इसे सुनेंरोकेंप्रस्तावित नदी जोड़ो परियोजना। इस परियोजना को तीन भागों में विभाजित किया गया है: उत्तर हिमालयी नदी जोडो घटक; दक्षिणी प्रायद्वीपीय घटक और 2005 से शुरू, अंतरराज्यीय नदी जोडो घटक। परियोजना को जल संसाधन मंत्रालय के अन्तर्गत भारत के राष्ट्रीय जल विकास प्राधिकरण (एनडब्ल्यूडीए) द्वारा प्रबंधित किया जा रहा है। भारत की पहली नदी जोड़ो परियोजना कौन सी है?इसे सुनेंरोकेंRiver Link Project : देश में पहली नदी जोड़ो (River Link) परियोजना को केंद्र सरकार ने मंजूरी दे दी है. मध्यप्रदेश में केन-बेतवा जोड़ो नदी परियोजना करीब 45 हजार करोड़ रुपये की होगी. इससे मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश की कृषि जरूरतों के साथ बुंदेलखंड की बड़ी आबादी को पेयजल भी मिलेगा. नदियों से हमें क्या संदेश मिलता है? इसे सुनेंरोकेंनदियां हमें आगे बढ़ना सिखाती हैं। हमें भी जीवन पथ पर सत्य व ईमानदारी की राह पर अग्रसर होना चाहिए। श्री चैतन्यकृष्ण जी महराज ने कहा कि सदानीरा गंडगी मोक्ष दायनी व जीवन दायनी है। जिसमें स्नान करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है। नदियों का क्या महत्व है?नदिया का भारतीय संस्कृति में क्या महत्व है?इसे सुनेंरोकेंदेखा जाए, तो नदी किनारे रहने वाला समाज के, जन्म से मरण तक, जो भी संस्कार होते थे, उससे संस्कृति का निर्माण होता था। इसलिए नदियों का मानव सभ्यता के विकास में अमिट प्रभाव है। इसके बिना सभ्यता और संस्कृति की कल्पना ही नहीं की जा सकती है। नदी के क्या क्या लाभ है?नदियाँ हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है।. नदियाँ कृषि में सिंचाई कार्यों के लिए अत्यंत उपयोगी होती हैं।. नदियाँ अनेक जल जीवों को आश्रय देती है।. नदियाँ अपने अंदर रह रहे जीवो को भोजन प्रदान करती है।. नदियाँ यातायात के लिए एक अच्छा साधन है।. नदियों से हमें क्या लाभ होते हैं 10 पंक्तियां?नदियों के कुछ लाभ नीचे दिए गए हैं:. सिंचाई का पानी उपलब्ध है।. सुनिश्चित करें कि पीने के लिए पर्याप्त पानी है।. जल विद्युत के विकास में सहायता करना।. मछली पकड़ने की प्रक्रिया में सहायता।. जल विद्युत के विकास में सहायता करना।. पर्यटन और मनोरंजन सहायता प्रदान की जाती है।. नदी क्या है इसके लाभ और हानि बताइए?गंगा, यमुना, कावेरी, ब्रह्मपुत्र, अमेज़न, नील आदि सदानीरा नदियाँ हैं। नदी के साथ मनुष्य का गहरा सम्बंध है। नदियों से केवल फसल ही नहीं उपजाई जाती है बल्कि वे सभ्यता को जन्म देती हैं अपितु उसका लालन-पालन भी करती हैं।
नदी के पानी से हमें क्या फायदे हैं?Answer. नदियाँ हमारे जीवन में प्राचीन काल से ही उपयोगी रही हैं।. ये हमारी संस्कृति की पहचान हैं।. ये हमारे जीवन का आधार हैं।. नदियों के किनारे हमारे तीर्थस्थल हैं।. उसका पानी पिने के काम आ सकता है।. |