पितरों की कृपा कैसे प्राप्त करें? - pitaron kee krpa kaise praapt karen?

हमारे पितृ या पूर्वज कई प्रकार के होते हैं। उनमें से बहुतों ने तो दूसरा जन्म ले लिया और बहुतों ने पितृलोक में स्थान प्राप्त कर लिया है। पितृलोक में स्थान प्राप्त करने वाले हर वर्ष श्राद्ध पक्ष में अपने वंशजों को देखने आते हैं और उस वक्त वे उन्हें आशीर्वाद देते या श्राप देकर चले जाते हैं। आओ जानते हैं कि पितरों को प्रसन्न करने के उपाय।

1. प्रतिदिन पढ़ें हनुमान चालीसा।

2. श्राद्ध पक्ष में अच्छे से करें श्राद्ध कर्म।

3. गरीब, अपंग व विधवा महिला को दें दान।

4. पढ़ें गीता का 7वां अध्याय या मार्कण्डेय पुराणांतर्गत 'पितृ स्तुति' करें।

5. तेरस, चौदस, अमावस्या और पूर्णिमा के दिन गुड़-घी की धूप दें।

6. मांस और मदिरा से दूर रहें और महिलाओं का सम्मान करें।

7. घर का वास्तु ठीक करवाएं।

8. केसर या चंदन का तिलक लगाएं।

9. गुरु ग्रह के उपाय करें।

10. गया में जाकर तर्पण पिंडदान करें।

नई दिल्‍ली: भाद्रपद महीने की पूर्णिमा (20 सितंबर, सोमवार) से पितृ पक्ष (Pitru Paksha 2021 शुरू हो चुका है. पितृ पक्ष के ये 15 दिन बहुत अहम होते हैं. इस दौरान पितरों को तर्पण (Tarpan) करके उनसे आशीर्वाद लिया जा सकता है क्‍योंकि जिंदगी में सफलता के लिए‍ पितरों का आशीर्वाद (Blessings) बहुत जरूरी है. अब आने वाले 6 अक्‍टूबर पितरों को तर्पण करते समय यदि कुछ जरूरी बातों का ध्‍यान रखें तो पितरों का पूरा आशीर्वाद पा सकते हैं. 

ऐसे मिलेगा पितरों का पूरा आशीर्वाद 

पितरों का पूरा आशीर्वाद पाने के लिए ऐसे काम करना चाहिए जिनसे वे प्रसन्‍न हों. 

- पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए पूरे मन से दान-पुण्य करें. जिस दिन पूर्वजों की तिथि हो उस दिन सोना-चांदी, घी-तेल, नमक, फल, मिठाई, गुड़ का दान करना बहुत अच्‍छा होता है.  

- यदि पूर्वजों के निधन की तिथि पता नहीं है या किसी की अकाल मृत्‍यु हुई है तो सर्व पितृ श्राद्ध के दिन पितरों का पिंडदान या श्राद्ध जरूर करें. इससे पितरों की आत्‍मा को शांति मिलती है. 

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- श्राद्ध (Shradh) में कभी भी कोई शुभ काम न करें. ना ही तामसिक भोजन करें. ऐसा करना पितरों को नाराज कर सकता है. 

- पितरों का आशीर्वाद पाने के लिए केवल श्राद्ध कर्म करने वाला व्‍यक्ति ही नहीं बल्कि घर के सभी सदस्‍य अपने हाथ से दान करें. तिथि के दिन किसी न किसी गरीब व्‍यक्ति को भोजन दें. 

- पितृ पक्ष के दौरान या अन्‍य दिनों में आपसे कोई गलती हुई तो पितरों से क्षमा जरूर मांगे. इसके लिए तिथि के दिन तिल के तेल का दीपक जलाकर जरूरतमंदों में भोजन बांटे और गलतियों की क्षमा मांगें. इससे पितृ प्रसन्न होंगे. 

(नोट: इस लेख में दी गई सूचनाएं सामान्य जानकारी और मान्यताओं पर आधारित हैं. Zee News इनकी पुष्टि नहीं करता है.)

 Pitru Paksha 2022 Date: पितृ पक्ष में मृतक सदस्यों का श्राद्ध किया जाता है. इस साल पितृपक्ष 10 सिंतबर 2022 से शुरू हो रहा है और 25 सितंबर 2022 को सर्वपितृ अमावस्या के साथ समाप्त होगा. हिंदू धर्म में पितृ पक्ष का काफी महत्व होता है. इस दौरान पितरों का श्राद्ध करने से उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है. माना जाता है कि जब किसी की मौत होती है तो वह पितृदेव का रूप धारण कर लेते हैं और अपने वंशजों की रक्षा करते हैं. जब कभी लोग अपने पितरों को याद नहीं करते या उनकी पूजा नहीं करते तो वह नाराज भी हो सकते हैं. पितरों का नाराज होना काफी अशुभ माना जाता है. ऐसे में आज हम आपको उन संकेतों के बारे में बताने जा रहे हैं जिससे आपको पता चल जाएगा कि आपके पितर आपसे काफी ज्यादा नाराज हैं.

पितरों के नाराज होने के संकेत

घर में कलेश बढ़ना- अगर आपके घर में काफी ज्यादा लड़ाई-झगड़े और मन- मुटाव रहता है तो यह पितृ दोष का एक कारण हो सकता है. 

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काम में अड़चन आना- अगर कोई भी काम करते समय उसमें बाधा आ रही है या मेहनत के बावजूद भी आपके काम सफल नहीं हो पा रहे हैं तो इसका मतलब है कि आपके पितर आपसे नाराज हैं. 

संतान से जुड़ी बाधाएं- अगर आपकी संतान आपकी बात नहीं सुनती या वह विरोधी हो गई है तो इसका मतलब है कि पितर आपसे नाराज है. पितर जब नाराज होते हैं तो इस तरह के लक्षण दिखाई देने  शुरू हो जाते हैं.

 शादी में बाधाएं आना- अगर आपकी शादी में बाधाएं आ रही हैं या शादी की बात बनते-बनते बिगड़ जाती है या वैवाहिक जीवन में नकई तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है तो यह पितृ दोष का एक कारण हो सकता है. 

नुकसान होना- अगर आपको किसी भी कार्य में अचानक से कोई नुकसान होता है या घर के सदस्यों को बार-बार दुर्घटना का सामना करना पड़ रहा है तो इसका मतलब है कि पितर आपसे काफी ज्यादा नाराज हो गए हैं.

पितरों को प्रसन्न करने के अचूक उपाय

तस्वीर लगाएं- घर में पितरों की हसंती -मुस्कुराती तस्वीर लगाने के पितर खुश होते हैं लेकिन ध्यान रहे कि पितरों की तस्वीर घर की दक्षिण-पश्चिम दीवार या कोने में लगानी चाहिए. इससे पितरों का खास आशीर्वाद मिलता है.

प्रणाम करें- माना जाता है कि सुबह उठते ही पितरों को प्रणाम करने और उन्हें फूलों की माला चढ़ाने से पितर काफी प्रसन्न होते हैं. 

पितरों के खास दिनों को मनाएं- माना जाता है कि पितरों के खास दिन जैसे उनकी जयंती और बरसी जरूर मनानी चाहिए इससे पितर प्रसन्न होते हैं. पितरों के इन खास दिनों पर गरीब और जरूरतमंदों दान जरूर करें. इससे पितरों की कृपा आपके ऊपर बनी रहेगी. 

दान करें- पितरों को प्रसन्न करने के लिए किसी जरूरमंद को भोजन, कपड़े, जूते-चप्पल, पैसे आदु चीजों का दान करना काफी अच्छा माना  जाता है. इससे पितर काफी ज्यादा प्रसन्न रहते हैं. 

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कैसे पहचाने घर में पितृ दोष है?

पितृ दोष के लक्षण.
परिवार में आकस्मिक निधन या दुर्घटना होना।.
बीमारी होना और लंबे समय तक चलना।.
परिवार में विकलांग या अनचाहे बच्चे का जन्म होना।.
बच्चों द्वारा असम्मान व प्रताड़ना का व्यवहार करना।.
गर्भ धारण न होना।.
परिवार के किसी सदस्य का विवाह न होना।.
बुरी आदतों की लत लग जाना।.
परिवार में किसी बात को लेकर झगड़ा होना।.

पितरों का आशीर्वाद कैसे मिलता है?

मान्यता है कि पितृपक्ष के दौरान जो व्यक्ति अपने पितरों के निमित्त गाय के शुद्ध घी का दान करता है, उसे पितरों का पूरा आशीर्वाद मिलता है.

रोज पितरों की पूजा कैसे करें?

दक्षिण दिशा में मुंह रखकर बांए पैर को मोड़कर, बांए घुटने को जमीन पर टीका कर बैठ जाएं। इसके बाद तांबे के चौड़े बर्तन में काले तिल, गाय का कच्चा दूध, गंगाजल और पानी डालें। उस जल को दोनों हाथों में भरकर सीधे हाथ के अंगूठे से उसी बर्तन में गिराएं। इस तरह 11 बार करते हुए पितरों का ध्यान करें