रासायनिक समीकरणरासायनिक समीकरण में किसी भी अभिक्रिया को सरल चिह्नों द्वारा दिखाया जाता है। रासायनिक समीकरण की सहायता से किसी भी रासायनिक अभिक्रिया को लिखना और समझना आसान हो जाता है। किसी भी रासायनिक अभिक्रिया को वाक्य में लिखना बहुत ही जटिल होता है। Show जब किसी रासायनिक अभिक्रिया को इस तरह लिखा जाता है कि उसके कारकों के चिह्नों का इस्तेमाल करते हुए सरल तरीके से लिखा जाये तो उसे रासायनिक समीकरण कहते हैं। रासायनिक समीकरण को लिखने की विधिकिसी भी रासायनिक समीकरण को वर्ड इक्वेशन की तरह लिखा जा सकता है या फिर विभिन्न पदार्थों के सूत्रों की सहायता से। नीचे दिये गये उदाहरण में उस अभिक्रिया को दिखाया गया है जो मैग्नीशियम के फीते को हवा में जलाने से होती है। मैग्नीशियम + ऑक्सीजन ⇨ मैग्नीशियम ऑक्साइड अभिकारकों (Reactants) को तीरे की बाईं ओर लिखा जाता है और उत्पादों (products) को तीर की दाईं ओर। एक से अधिक पदार्थों की स्थिति में दो पदार्थों के बीच प्लस (+) का निशान लगाया जाता है। तीर की दिशा उत्पाद की दिशा में होती है और अभिक्रिया की दिशा को बताती है। ऐसा हो सकता है कि वर्ड इक्वेशन लिखने और समझने में आसान लगता हो लेकिन इसमें स्पेलिंग की गलतियाँ होने की संभावना रहती है। वर्ड इक्वेशन बहुत लम्बे भी हो सकते हैं। इस समस्या को दूर करने के लिये समीकरण लिखने के लिये सूत्रों का इस्तेमाल होता है। ऊपर दिये गये समीकरण को एक मानक रूप में निम्नलिखित तरीके से लिखा जा सकता है: Mg + O2 ⇨ MgO संतुलित समीकरणजब हर तत्व (element) के परमाणुओं (atoms) की संख्या तीर की बाईं ओर तथा दाईं ओर समान होती है तो समीकरण को संतुलित समीकरण कहा जाता है। एक संतुलित समीकरण द्रव्यमानके संरक्षण के नियम (law of conservation of mass) का पालन करता है। “द्रव्यमान के संरक्षण का नियम: द्रव्यमानका ना तो निर्माण किया जा सकता है और ना ही उसका संहार किया जा सकता है।“ प्रश्न है रसायनिक समीकरण में अधिकारों को और प्रति फलों के बीच तीर्थ इन का प्रयोग क्यों किया जाता है दोस्तों हमें आप पर बताना है कि रसायनिक समीकरण में अधिकार को और प्रति फलों के बीच तिरछी का प्रयोग क्यों किया जाता है ठीक है दोस्तों देखेंगे इसे एक उदाहरण से समझते हैं ठीक है मान लिया कि हमने कार्बन की अभिक्रिया जब ऑक्सीजन के साथ करा दें ठीक है कार्बन की अभिक्रिया जो ऑक्सीजन के साथ कराते तो कुछ इस प्रकार हम रसायनिक समीकरण दर्शाते हैं कि कार्बन की क्रिया में ऑक्सीजन के साथ घर आ रहे हैं फिर बीच में क्या करेंगे कीर्ति दे देंगे तो यह क्या बन रहा है दोस्तों कार्बन डाइऑक्साइड ठीक है यानी कि यहां पर हम देखेंगे कि जो ठीक है जो इस अभिक्रिया में जो बाएं तरफ है वह क्या है यह हमारा अभिकारक हो जाएगा ठीक है यह है अभी कारक के दोस्तों और जो दाएं तरफ जो हमें आया है बनके पदार्थ को क्या हो जाएगा यह हमारा प्रतिफल है प्रतिफल प्रतिफल या उत्पा ठीक है दोस्तों इस रसायनिक समीकरण मैंने देखा कि बाएं तरफ अभी कारक है और दाएं तरफ प्रतिफल या उत्पाद ए तो पूछा जा रहा है कि अभी कारक और प्रतिफल के बीच में जो तीर्थ का प्रयोग क्यों किया जाता है ठीक है यह तिरछी का प्रयोग क्यों करते हैं यह मारा पीरजी है इसका प्रयोग हम क्यों करते हैं यह बताना है तो समीकरण में तीर चीज होता है दोस्तों किसी भी समीकरण में समीकरण मैं तिरछी तिरछी अभी-अभी कारक और प्रतिफल के बीच दिशा बताता है ठीक है अभी कारक अभी कारक और प्रतिफल के बीच और प्रतिफल के बीच के बीच दिशा बताता है दिशा बताता है ठीक है दोस्तों यानी कि इस समीकरण में देखे किसी भी रसायनिक समीकरण का प्रयोग किस लिए करते हैं अभी खाकर पति कल के बीच में दिशा बताता है उठाती रसायनिक समीकरण में दिशा बताते हैं कि किस क्रिया किस तरफ हो रही है ठीक है अर्थात हम अर्थात तीर्थ का मुख्य प्रतिफल की तरफ रखा जाता है ठीक है जी का मुख प्रतिफल की तरफ प्रतिफल की तरफ रखा जाता है रखा जाता है ठीक है तो तू इसे हमने यह समझ लिया कि पीर जी का प्रयोग क्यों करते हैं दोस्तों यह रसायनिक समीकरण में अभी कारक में प्रति फलों के बीच में दिशा दर्शाता है था जिसकी मुख्य मिशा प्रतिफल की तरफ रखा जाता है ठीक है कि हमारे प्रश्न का उत्तर हो गया धन्यवाद दोस्तों
रासायनिक समीकरण- किसी रासायनिक अभिक्रिया को प्रतीकों व सूत्रों की सहायता से प्रदर्शित करना रासायनिक समीकरण कहलाता है। Chemical Equation- Representing a chemical reaction with the help of symbols and formulas is called a chemical equation. रासायनिक समीकरण को लिखने की विधियाँ (नियम)- Methods (rules) of writing a chemical equation- रसायन विज्ञान के इन 👇 प्रकरणों को भी पढ़ें। रासायनिक समीकरण को संतुलित करने की विधियाँ- Methods of Balancing a Chemical Equation- अनुमान विधि- इस विधि द्वारा केवल सरल समीकरणों को ही संतुलित किया जाता है। इस विधि में सबसे पहले रासायनिक समीकरण का ढाँचा लिखते हैं, फिर अभिक्रिया में गैसीय पदार्थों को परमाणवीय अवस्था में लिखते हैं। अभिकारक एवं उत्पाद को उचित संख्या से गुणा करके दोनों ओर के परमाणुओं की संख्या को बराबर कर लेते हैं
तथा परमाणवीय अवस्था में गैसों को आण्विक अवस्था में बदलने के लिए दोनों ओर 2 से गुणा कर देते हैं। Approximation Method- By this method only simple equations are balanced. In this method first write the structure of the chemical equation, then write the gaseous substances in the reaction in the atomic state. By multiplying the reactant and product by the appropriate number, the number of atoms on both sides is equal and to convert the gases in the atomic state to the
molecular state, multiply by 2 on both sides. भौतिकी विज्ञान के इन 👇 प्रकरणों को भी पढ़ें। आंशिक विधि- इस विधि द्वारा जटिल समीकरणों को
संतुलित किया जाता है, इसमें जटिल समीकरण को आंशिक समीकरण के रूप में लिखते हैं। आंशिक समीकरणों को संतुलित कर लेते हैं। यदि आंशिक समीकरण संतुलित नहीं है तो इसे किसी पूर्णांक संख्या से गुणा कर देते हैं। इसके बाद इन आंशिक समीकरणों को इस प्रकार जोड़ते हैं कि माध्यमिक उत्पाद जो अंतिम क्रिया में प्राप्त नहीं होते हैं, कट जाएँ या विलुप्त हो जाएँ। Partial Method- Complex equations are balanced by this method, in which the complex equation is written as a partial equation. Let us balance the partial equations. If the partial equation is not balanced, multiply it by an integer number. Then add these partial equations in such a way that the secondary products which are not obtained in the final reaction are cut
off or lost. रासायनिक समीकरण की कमियाँ- Disadvantages of Chemical Equation- इन 👇ज्ञानवर्धक प्रकरणों को भी पढ़ें। रासायनिक समीकरण के महत्व या
लाभ- Importance or Benefits of Chemical Equation- ब्रह्माण्ड एवं
खगोल विज्ञान के इन 👇 प्रकरणों के बारे में भी जानें। आशा है, उपरोक्त जानकारी परीक्षार्थियों / विद्यार्थियों के लिए ज्ञानवर्धक
एवं परीक्षापयोगी होगी। I hope the above information will be useful and important. Watch related information below रासायनिक अभिक्रिया का समीकरण के रूप में क्यों लिखा जाता है?एक रासायनिक समीकरण एक रासायनिक प्रतिक्रिया का प्रतीकात्मक प्रतिनिधित्व है। अभिकारक (शुरुआती पदार्थ) बाईं ओर लिखे जाते हैं, और उत्पाद (रासायनिक प्रतिक्रिया में पाए जाने वाले पदार्थ) दाईं ओर लिखे जाते हैं। द्रव्यमान संरक्षण के नियम के अनुसार पदार्थ को न तो बनाया जा सकता है और न ही नष्ट किया जा सकता है।
किसी रासायनिक अभिक्रिया का समीकरण के रूप में प्रतीकात्मक निरूपण क्या कहलाता है?किसी के प्रतीकात्मक निरूपण को रासायनिक समीकरण कहते हैं।
रासायनिक अभिक्रिया का समीकरण क्या होता है?उत्तर ⇒ रासायनिक समीकरण में तीर के दोनों ओर उपस्थित तत्त्वों में परमाणुओं की संख्या समान होनी चाहिए। ऐसे समीकरणों को संतुलित समीकरण कहते हैं। ऐसे समीकरण जिसमें अभिकारक और प्रतिफल तीर के चिह्न के साथ दर्शाये गए हैं किंतु तीर चिह्न के दोनों ओर उपस्थित परमाणुओं की संख्या समान नहीं हो, असंतुलित समीकरण कहलाता है।
रासायनिक समीकरण लिखने से क्या फायदा है? किसी भी रासायनिक अभिक्रिया का समीकरण के रूप में निरूपण आसान होता है | इसमें समय की बचत होती है तथा लिखने के लये कागज पर कम स्थान की आवश्यकता होता है |. रासायनिक समीकरण की सहेता से प्रतिफल की एक निश्चित मात्रा के निर्माण के लिए आवश्यक अभिकारक के द्रवमान की गणना ठीक ठीक से की जाती है |. |