सोने के सिक्के की पहचान कैसे करें? - sone ke sikke kee pahachaan kaise karen?

इसे सुनेंरोकेंअगर सिक्के के किनारे घिसे हुए और धारीदार हैं तो समझ लीजिए कि सिक्का पुराना है और उसे पॉलिश करके बेचा जा रहा है। – असली और नकली सिक्कों की पहचान उसकी खनक से हो जाती है. अगर इसके गिरने से घंटी के बजने जैसी आवाज आए, तो ये असली चांदी के सिक्के की पहचान होती है. जबकि नकली सिक्का लोहे की तरह खनकता है।

इसे सुनेंरोकेंअसली चांदी का सिक्का ठोस होता है और जमीन पर गिरने से छन्न नहीं बल्कि ठक की आवाज आती है। ये असली और नकली सिक्के की पहचान का सबसे बेहतरीन तरीका है।

चांदी के बने सिक्के को क्या कहते हैं?

इसे सुनेंरोकेंचांदी के सिक्के का नाम रुपया और तांबे के सिक्के का नाम ‘दाम’ रखा गया था। रुपया शब्द का उद्गम संस्कृत के शब्द रुप् या रुप्याह् में निहित है, जिसका अर्थ चाँदी होता है और रूप्यकम् का अर्थ चाँदी का सिक्का है।

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गुप्तकाल की सोने की मुद्रा को क्या कहा जाता था?

India History Gupt Kaal Ki sone Ki Mudra Ko Kahaa Jata Tha

AदीनारBकार्षापणCनिष्कDकाकिनीShow Answer 0 क्रम से पढ़ें

सोने की मुद्रा को क्या कहते हैं?

इसे सुनेंरोकेंदीनार : (अरबी دينار) (dīnār) वर्तमान समय में दीनार या दिनार विश्व के अनेक देशों की मुद्राओं का नाम है। मुसमालनों के आने के बहुत पहले से भारतवर्ष में दीनार चलता था। दीनार नामक सिक्के का प्रचार किसी समय एशिया और यूरोप के बहुत से भागों में था। यह कहीं सोने का, कहीं चाँदी का होता था।

सोने के सिक्के कितने प्रकार के होते हैं?

सोने के सिक्कों का इतिहास

  • कनिष्क I स्वर्ण सिक्का यह भारत के किसी राजा द्वारा जारी प्रथम स्वर्ण सिक्का माना जाता है; इसे 127 सीई में कुषाण राजा कनिष्क 1 द्वारा जारी किया गया था।
  • हुविन्श्का स्वर्ण सिक्का
  • वसुदैव 1 स्वर्ण सिक्का
  • कनिष्क 2 स्वर्ण सिक्का
  • वसिश्क स्वर्ण सिक्का
  • वसुदैव II.
  • शक स्वर्ण सिक्का
  • राजमुद्रा

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सोने के सिक्के की पहचान कैसे करें?

इसे सुनेंरोकेंनकली सोना तुरंत ही हरा हो जाएगा, जबकि असली सोने पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा. – आप खनक से भी असली और नकली सिक्कों की पहचान कर सकते हैं। मेटल पर असली चांदी का सिक्का गिराने पर भारी आवाज, जबकि नकली सिक्का लोहे की तरह खनकता है. प्राचीन और विक्टोरियन सिक्के गोल व घिसे रहते हैं, जबकि नकली सिक्कों के किनारे कोर खुरदुरी रहती है.

भोपाल। अगर धनतेरस और त्यौहारी सीजन- शादी विवाह के लिए आप सोना खरीदने का प्लान कर रहे हैं तो यह जानना जरूरी है कि सोना असली है या नकली। धनतेरस के दिन सोना-चांदी काफी मात्रा में बिकता है। वहीं इस दौरान खरीदी में लगातार नकली और मिलावटी सोना की शिकायतें आती रहती है। जानकारों के अनुसार मुनाफे के लिए कई सराफा कारोबारियों द्वारा ऐसा अशुद्ध माल लगातार धड़ल्ले से बेचा जाता है। शुद्ध सोना के नाम पर इसमें चांदी, तांबा और जस्ता की मिलावट की जाती है।

नई दिल्ली. 7 मई (मंगलवार) को अक्षय तृतीया का त्योहार है. सीजन आ गया है. बाजार खरीदारी के लिए सज चुके हैं. कई लोग अक्षय तृतीया पर पर सोने की खरीदारी करते है. देश में सोना निवेश का एक सुरक्षित तरीका माना जाता है और अक्षय तृतीया के दिन इसकी खरीदारी शुभ मानी जाती है. जानिए सोने के सिक्के या गिन्नी की खरीदारी से पहले किन बातों का ध्यान रखना है जरूरी:

1. सोने की शुद्धता
सोने की शुद्धता जानने के लिए कैरेट का चलन सबसे ज्यादा है. 24 कैरेट शुद्ध सोने का मतलब है कि सोने के 24 में 24 हिस्से सोना यानी खरा सोना. 22 कैरेट सोने का अर्थ है कि 24 में 22 हिस्सा ही सोना होंगे, जबकि बाकी 2 चांदी या जिंक हो सकते हैं.

विश्व गोल्ड परिषद की वेबसाइट के अनुसार 24 कैरेट सोने में भी सूक्ष्म रूप से मिलावट की जा सकती है. सोने जैसे मूल्यवान धातुओं में अशुद्धता को 1,000 से दर्शाया जाता है. 24 कैरेट सोने की फाइननेस को 1,000 में 999.9 माना जाता है.

सोने के सिक्के की पहचान कैसे करें? - sone ke sikke kee pahachaan kaise karen?

Demand stood at 1,034.5 tonnes between January and March 2017, its lowest level in 11 years.



2. हॉलमार्क
भारत सरकार ने भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) की स्थापना की ताकि लोगों को अच्छी क्वालिटी का सामान मिले. सोने की खरीदारी में भी बीआईएस की भूमिका काफी अहम होती है क्योंकि सिक्कों या गहनों की शुद्धता के लिए इसकी मुहर अनिवार्य है.

सोने की खरीद के दौरान पांच निशान अहम होते हैं. इसमें बीआईएस की मुहर, शुद्धता का नंबर (22 कैरेट के लिए यह 916 है), परख और हॉलमार्क सेंटर का चिह्न, बनावट का साल और जूलर का पहचान चिह्न जरूरी है. 1 जनवरी से बीआईएस ने 22 कैरेट, 18 कैरेट और 14 कैरेट सोने के लिए ही हॉलमार्क अनिवार्य किया है.

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3. पैकेजिंग
सोने के सिक्के टैम्पर प्रूफ पैकेजिंग में आते हैं. कई जूलर्स खरीदारों को सुझाव देते हैं कि इस पैकेजिंग के साथ छेड़छाड़ न की जाए या इसे न फाड़ा जाए, ताकि इसे आसानी से बेचा जा सके. इस पैकेजिंग को भी सोने की शुद्धता का सबूत माना जाता है.

4. भाव पता करें
बाजार में सोने के सिक्के 0.5 ग्राम से लेकर 50 ग्राम तक के वजन में उपलब्ध होते हैं. 4 मई 2019 को दिल्ली सर्राफा बाजार में सोने का भाव 32,645 रुपए प्रति दस ग्राम पर पहुंच गया. इसके अलावा कई बैंक या ज्वेलर्स सोने की सिक्के की बनवाई अलग लेते हैं. इसलिए सबसे पहले सोने का भाव पता कर लें.

सोने के सिक्के की पहचान कैसे करें? - sone ke sikke kee pahachaan kaise karen?



5. मार्केट चार्ज
सोने के सिक्के की खरीदारी गहनों से आसान है. इसमें घढ़ाई की कीमत काफी कम होती है. सोने के सिक्कों पर 4 से 11 फीसदी तक का चार्ज लिया जाता है. वहीं गहनों पर यह चार्ज 8 से 10 फीसदी शुरू होता है और कारीगरी के हिसाब से बढ़ता जाता है.

6. कहां करें खरीदारी
लोकल ज्वैलर के अलावा सोने के सिक्के बैंक, स्टॉक होल्डिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया, एमएमटीसी और नॉन बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनियों से भी खरीदे जा सकते हैं.

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स्टेट बैंक ऑफ इंडिया से आपको कम से कम 2 ग्राम का सोने का सिक्का मिलेगा. हालांकि, एसबीआई की हर ब्रांच पर सोने के सिक्के नहीं मिलते. यह सिर्फ चुनिंदा ब्रांच पर ही मिलते हैं. स्टॉक होल्डिंग कॉर्प और एमएमटीसी 24 कैरेट के सोने के सिक्के बेचते हैं.

7. बिक्री में आसानी
यदि आप बैंक से सोने के सिक्के खरीद रहे हैं, तो ध्यान रखिए कि आरबीआई के निर्देशानुसार बैंक वे सिक्के वापस नहीं खरीदेंगे. इसलिए सोने के सिक्के व्यापारियों से अधिक खरीदे जाते हैं. हालांकि, सोने की बिक्री करने पर आपको कम दाम मिलता है क्योंकि मेकिंग चार्ज का खर्च नहीं दिया जाता.

पुराने सोने के सिक्के की पहचान कैसे करें?

सोने के सिक्के की पहचान : जब असली सोने के सिक्के को गिराया जाता है तो एक अच्छी सी खनक सुनने को मिलती है। और जब नकली को गिराया जाता है तो वह लोहे की तरह आवाज देता है। इसके अलावा सिक्कों के किनारों को देखें। असली सिक्कों के किनारे घिसे हुए और धारीदार होंगे।

सोने की शुद्धता की पहचान कैसे करें?

इसमें कैरेट के बजाय प्रति हजार भागों या सोने के प्रतिशत द्वारा शुद्धता को मापा जाता है. इसके अनुसार, 999 का मतलब है कि आपका 24K गोल्ड 99.90% शुद्ध है और इसमें अन्य धातु का मिश्रण केवल 0.1% है. इसी तरह, 999.9 का मतलब है कि आपका सोना 99.99% शुद्ध है और इसमें केवल 0.01% ही अन्य धातु मिलाई गई है.

सोने के सिक्के कैसे होते हैं?

सोने के सिक्के पर हॉलमार्क अगर किसी सिक्के पर हॉलमार्क का निशान है इसका मतलब है कि वह असली सोना है। हालांकि, वह कितना शुद्ध है, इसके बारे में उस पर अलग से लिखा होगा। बता दें कि 24 कैरेट के सोने से गहने नहीं बन सकते, इसलिए उसमें मिलावट की जाती है।

मोबाइल से सोना कैसे ढूंढे?

सिम से सोना निकालने की प्रोसेस :- सिम से गोल्ड बनाने के लिए यूजर को ज्यादा से ज्यादा सिम चाहिए होंगी। ध्यान रखें सिम जितनी ज्यादा होंगी, सोना उतना ज्यादा निकलेगा। रिजेक्ट और डिस्ट्रॉय सिम ऑनलाइन भी खरीदी जा सकती हैं। सबसे पहले हाथों में ग्लब्स पहनकर सभी सिम (60 ग्राम) को एक फ्राईपैन में डालकर तेज आंच पर गर्म करें।