सरल में गति करने वाली वस्तुओं की आकृति विशेष प्रकार की क्यों बनाते हैं? - saral mein gati karane vaalee vastuon kee aakrti vishesh prakaar kee kyon banaate hain?

वर्णन कीजिए, तरल में गति करने वाली वस्तुओं की आकृति विशेष प्रकार की क्यों बनाते है

Solution

जब वस्तुएँ किसी तरल में गति करती है तो उन्हें उन पर लगे घर्षण बल पर पार पाना होता है। इस प्रक्रिया में उनकी ऊर्जा क्षय होती है। अतः घर्षण को कम से कम करने के लिए प्रयास किए जाते है। यही कारण है की जल में तैरने वाली वस्तुओं को विशिष्ट आकृति प्रदान की जाती है। ताकि तरल में गति करते समय घर्षण पर पार पाने में उनकी ऊर्जा का क्षय यथा संभव कम हो।

Concept: तरल घर्षण

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सरल में गति करने वाली वस्तुओं की आकृति विशेष प्रकार की क्यों होती है?

घर्षण कह सकते हैं कि तरल इनसे होकर गति करने वाली वस्तुओं पर घर्षण बल लगाते हैं। तरलों द्वारा लगाए गए घर्षण बल को कर्षण भी कहते हैं। किसी तरल पर लगने वाला घर्षण बल उसकी तरल के सापेक्ष गति पर निर्भर करता है। घर्षण बल वस्तु की आकृति तथा तरल की प्रकृति पर भी निर्भर करता है।

समझाएं कि तरल पदार्थ में गतिमान वस्तुओं के विशेष आकार क्यों होने चाहिए वेदांतु?

श्यानता तरलों (fluids) का वह गुण है जिसके कारण तरल उन बां (forces) का विरोध करता है जो उसके स्वरूप को बदलना चाहते हैं। इस प्रकार हम श्यानता को किसी भी द्रव अथवा गैस के आंतरिक घर्षण (internal friction), के रूप में भी देख सकते हैं।

वर्णन कीजिए तरल में गति करने वाली वस्तुओं की आकृति विशेष प्रकार की क्यों बनाते हैं कारण लिखिए?

जब वस्तुएँ किसी तरल में गति करती हैं तो उनको अधिक बल लगाने की आवश्यकता होती है जिससे घर्षण बल भी अधिक होता है। इसलिए तरल में गति करने वाली वस्तुओं जैसे की नावं, समुद्री जहाज आदि को एक विशेष प्रकार की आकृति दी जाती है कि कम बल लगाने की आवश्यकता पड़े।

सरल एवं द्रव में गति करने वाले वस्तु एवं वाहनों की आकृति विशेष प्रकार की क्यों बनाई जाती है उदाहरण सहित वर्णन करें?

किसी वस्तु की चाल अथवा उसकी गति की दिशा, अथवा दोनों में होने वाले परिवर्तन को इसकी गति की अवस्था में परिवर्तन द्वारा व्यक्त किया जाता है। अतः, बल द्वारा किसी वस्तु की गति की अवस्था में परिवर्तन लाया जा सकता है। किसी वस्तु की गति की अवस्था का वर्णन इसकी चाल तथा गति की दिशा से किया जाता है।