How Many SIM Cards Active on Aadhaar साइबर अपराधियों द्वारा फर्जी सिम ले लेना आम बात है। जालसाज आधार कार्ड में फर्जीवाड़ा कर दूसरों के नाम पते पर सिम कार्ड् ले लेते हैं और इनका प्रयोग अपराध में करते हैं। लखनऊ, [आशुतोष दुबे]। धोखाधड़ी से दूसरे के आधार कार्ड या पहचान पत्र से सिम कार्ड लेकर अपराध करने वाले अब कानून से बच नहीं सकेंगे। वेबसाइट पर नाम और आधार नंबर डालते ही पता चल जाएगा कि इस पर कितने सिम कार्ड जारी किए गए हैं और किस मोबाइल फोन पर इस्तेमाल किया जा रहा है। साइबर विशेषज्ञों का कहना है कि इससे सिम कार्ड का गलत इस्तेमाल करने वालों की आसानी से धरपकड़ हो सकेगी। साइबर अपराध लगातार बढ़ रहे हैं। जनवरी से ही अब तक तीन हजार से अधिक साइबर अपराध के मामले दर्ज हो चुके हैं। अधिकांश मामलों में जांच में सामने आया कि जालसाजों ने दूसरे की आइडी लगाकर सिम हासिल किया। इसी वजह से पुलिस अधिकांश मामलों में जालसाजों तक नहीं पहुंच पाती है। साइबर एक्सपर्ट का कहना है कि मोबाइल सिम कार्ड बेचने वाले अंगूठे का निशान और एक से अधिक फोटो लेकर एक सिम तो देते हैं लेकिन उसी आइडी पर कई और सिम जारी कर देते हैं जिनका इस्तेमाल गैरकानूनी गतिविधियों में होता है। साइबर सेल इंस्पेक्टर रीता यादव का कहना है कि अब फर्जी सिम कार्ड के खेल को रोका जा सकेगा। वेबसाइट पर जाकर आप खुद से पता लगा सकते हैं कि आपके नाम पर कितने सिम कार्ड चल रहे हैं। पहले यह सुविधा राजस्थान, तेलंगाना, मध्य प्रदेश व केरल में ही थी लेकिन अब उत्तर प्रदेश में भी इसका पता लग जाएगा। यूपी पुलिस के पास सिम का डेटा फीड नहीं होने से नंबरों का पता नहीं चल पा रहा था। दूसरे के नाम पर मोबाइल सिम कार्ड लेने का दूसरा तरीका आपका केवाईसी भी है। जहां फर्जी सिम कार्ड को एक्टिवेट करके जालसाज आपके खाते से रुपये भी उड़ा लेते हैं। उड़ीसा, उत्तर प्रदेश, बिहार के नालंदा, कतरीसराय, नवादा, गया व झारखंड के देवघर, रांची, जामताड़ा में सबसे ज्यादा फर्जी सिम कार्ड के मामले आते हैं। यूपी साइबर क्राइम सेल की टीम ने कई ऐसे गिरोहों को पकड़ा भी है। पूछताछ में पता चला कि एक फर्जी सिम कार्ड पांच से सात हजार रुपये में बेचा जाता है। कैसे जानें आपके नाम कितने सिम : साइबर एक्सपर्ट दीपक का कहना है कि https://tafcop.dgtelecom.gov.in/number-listing.php वेबसाइट को खोलते ही भारत दूरसंचार का पेज खुलेगा। जहां आप आधार कार्ड से रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर डालेंगे। इंटर करने पर ओटीपी आएगा। आप देख सकते हैं कि आपके नाम से कौन-कौन से नंबर चल रहे हैं। कोई ऐसा नंबर जो आप प्रयोग नहीं कर रहे हैं या आपके नाम पर गलत प्रयोग हो रहा है तो आप उस नंबर की सीधे रिपोर्ट दर्ज करा सकते हैं। अपराधियों पर कसेगा शिकंजा : साइबर क्राइम सेल के इंस्पेक्टर रणजीत राय ने बताया किसाइबर अपराधी आधार कार्ड व पैनकार्ड का गलत इस्तेमाल करके किसी के नाम पते पर फर्जी सिम कार्ड जारी करा लेते हैं, जिनका इस्तेमाल गैरकानूनी गतिविधियों में करते हैं। इस वेबसाइट के जरिए ऐसे सिम कार्ड के बारे में जानकारी कर साइबर अपराधियों पर शिकंजा कसा जा सकेगा। Edited By: Anurag Gupta
नई दिल्ली: Airtel ने देशभर में 4G सेवाएं लॉन्च कर दी हैं। इंटरनेट पर तेज स्पीड के शौकीनों के लिए ये निश्चित तौर पर अच्छी खबर है। लेकिन 2G और 3G इस्तेमाल कर रहे ग्राहकों के लिए निश्चित तौर पर यह जानने की उत्सुकता होगी कि अभी इस्तेमाल कर रहे नंबर या सिम कार्ड को कैसे 2G या 3G से 4G में बदल लिया जाए। पहले यह समझिए 2G, 3G और 4G में क्या होता है अंतर 2G, 3G और 4G में क्या होता है अंतर
तो इसी तरह आप कैलकुलेट कर लिजिए कि 3G और 4G में आप 1 सेकेंड में कितना डेटा download या upload कर सकते है। ऐसे 2G और 3G सिम को बदले 4G में जिस कंपनी की टेलीकॉम सेवाएं आप इस्तेमाल कर रहे हैं उस कंपनी की ओर से अगर आपके शहर में 4G सर्विस लॉन्च की जाएगी तो स्मार्टफोन में एक SMS आएगा। यदि आपके पास ऐसा कोई मैसेज नहीं आया तो आप संबंधित कंपनी की ऑफिशियल बेवसाइट पर जाकर नए सिम की अर्जी डाल सकते हैं। मसलन अगर आप एयरटेल की सेवा इस्तेमाल कर रहे हैं तो आपर एयरटेल की वेबसाइट पर जाकर 4जी सिम स्वेप पेज पर जाएं और नई सिम की रिक्वेस्ट डालें। ध्यान दें अभी केवल एयरटेल ने ही देशभर में 4G सेवा का आगाज किया है। जबकि आने वाले दिनों में रिलायंस जिओ के तहत देशभर में 4G सेवाएं दिए जाने की योजना है। यह भी पढ़ें Airtel की 4G सर्विस लॉन्च, मिनटों में डाउनलोड होगी पूरी मूवी अगली स्लाइड में पढ़े आगे का प्रोसेस India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्पेशल स्टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। News in Hindi के लिए क्लिक करें बिज़नेस सेक्शन Telecom Regulatory Authority of India (TRAI) यानी ट्राई के दिशा-निर्देशों के अनुसार प्रीपेड मोबाइल सब्सक्राइबर्स को अपने फोन में एक निश्चित बैलेंस मेंटेन करना जरूरी है. इसके साथ ही निश्चित अवधि में टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर कंपनी द्वारा तय न्यूनतम रीचार्ज भी कराना जरूरी हो गया है. रीचार्ज की यह राशि अलग अलग कंपनी के अनुसार अलग हो सकती है. जैसे एयरटेल के लिए 49 रुपये का वैलिडिटी रीचार्ज (airtel validity recharge) आता है, तो जियो (jio
minimum validity recharge plan) के लिए यह 75 रुपये का है. TRAI के दिशा-निर्देशों के अनुसार, फोन में निश्चित बैलेंस ना होने पर प्रीपेड मोबाइल सब्सक्राइबर्स का कनेक्शन डीऐक्टिवेट हो जाएगा. इसके अलावा जो यूजर्स लगातार 90 दिनों तक कॉल, एसएमएस, डेटा या वॉइस-वीडियो कॉल के लिए नंबर का इस्तेमाल नहीं करते हैं, उनके नंबर को भी डीऐक्टिवेट कर दिया जाएगा. एक बार मोबाइल नंबर डीऐक्टिवेट
होने के बाद, इसे 15 दिनों के ग्रेस पीरियड के भीतर ही दोबारा ऐक्टिवेट किया जा सकता है. ध्यान देनेवाली बात यह है कि 20 रुपये की पेमेंट के बाद नंबर का रीऐक्टिवेशन संभव है. अगर आप BSNL प्रीपेड सब्सक्राइबर हैं और अपने डीऐक्टिवेटेड मोबाइल नंबर को दोबारा ऐक्टिवेट करना चाहते हैं, तो इन स्टेप्स को फॉलो करें-
डिसकनेक्टेड या एक्सपायर हो चुके BSNL प्रीपेड सिम कार्ड को रीऐक्टिवेट करने के कई तरीके हैं. अगर आपका नंबर, रिचार्ज ना कराने, सिम कार्ड खो जाने के चलते डीऐक्टिवेट हुआ है, तो इसे नीचे दिये गए स्टेप्स फॉलो करके रीऐक्टिवेट किया जा सकता है.
दूसरी ओर, अगर आपने डिस्कनेक्शन के लिए रिक्वेस्ट की है या फिर आपका नंबर गलत CAF के चलते ऑपरेटर ने डिस्कनेक्ट कर दिया है तो आपको नीचे दी गईं स्टेप्स फॉलो करनी होगी-
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Share Via :Published Date Thu, Jan 28, 2021, 6:30 PM IST |