तीस्ता नदी जल विवाद और भारत-बांग्लादेश संबंध
प्रिलिम्स के लियेतीस्ता नदी, नदी जल विवाद Show
मेन्स के लियेतीस्ता नदी जल विवाद और भारत-बांग्लादेश संबंध चर्चा में क्यों?तीस्ता नदी (Teesta River) के प्रबंधन संबंधी एक परियोजना के लिये बांग्लादेश चीन से लगभग 1 अरब डॉलर के ऋण पर चर्चा कर रहा है। ध्यातव्य है कि भारत और बांग्लादेश के बीच तीस्ता नदी में पानी के बँटवारे को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा है। ऐसे में इस वार्ता के निहितार्थ तथा भारत-बांग्लादेश के संबंधों पर इसके प्रभाव का अध्ययन करना आवश्यक है। प्रमुख बिंदु
तीस्ता नदी जल विवाद
भारत-बांग्लादेश संबंध: हालिया परिदृश्य
NRC और CAA को लेकर चिंता
चीन-बांग्लादेश संबंधों का विकास
आगे की राह
स्रोत: इंडियन एक्सप्रेसतीस्ता विवाद क्या है?साल 1996 में गंगा के पानी पर हुए समझौते के बाद तीस्ता के पानी के बंटवारे की मांग ने फिर जोर पकड़ी और तब से यह मुद्दा लगातार विवादों में है. साल 1983 में तीस्ता के पानी पर बंटवारे को लेकर एक समझौता हुआ था. जिसके बाद बांग्लादेश को 36 फीसदी और भारत को 39 फीसदी तीस्ता के पानी का इस्तेमाल करने का हक मिला.
भारत और बांग्लादेश के बीच कौन सी नदी के जल को लेकर विवाद है?दोनों देशों के बीच ये दो बड़े जल विवाद है, तीस्ता नदी विवाद और गंगा नदी विवाद, दोनों देशों के मछुआरों, किसानों और नाविकों के लिए प्रमुख स्रोत हैं। गंगा नदी का विवाद पिछले 35 वर्षों से दोनों देशों के बीच संघर्ष का मुद्दा रहा है क्योंकि पवित्र नदी भारत से बांग्लादेश में प्रवेश करती है।
तीस्ता जल समझौता कब हुआ?तीस्ता नदी का उदगम भारत के सिक्किम राज्य से होता है, जहाँ से निकलकर यह पश्चिमी बंगाल होते हुए बांग्लादेश में जाती है। वर्ष 1983 में भारत और बांग्लादेश के बीच एक तदर्थ जल हिस्सेदारी पर समझौता हुआ जिसके तहत 39 एवं 36 प्रतिशत जल बहाव मिलना तय किया गया।
तिस्ता नदी कहाँ बहती है इसकी विशेषताएँ लिखिए?हिमालय से निकल के सिक्किम में बहे के बाद ई नदी पच्छिम बंगाल में प्रवेश करे ले आ बांग्लादेश में जा के ब्रह्मपुत्र में मिल जाले। तिस्ता के कुल लंबाई 309 किलोमीटर (192 मील) बाटे। ई लगभग 12,540 वर्ग किलोमीटर (4,840 वर्ग मील) क्षेत्र के पानी बहा के ले जाले।
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