Show सवाल: नमक में आयोडीन क्यों होता है? आयोडीन एक प्राकृतिक तत्व है। जो हमारे शरीर की कई महत्वपूर्ण क्रियाएं आयोडीन की वजह से होती हैं। आयोडीन हमारे शरीर वह मस्तिक के लिए आवश्यक है। आयोडीन से हमारे शरीर और मस्तिष्क के सही विकास व संचालन होता है। आयोडीन की कमी से घेघा होने का खतरा रहता है घेघा होने से हमारा शरीर स्वस्थ में सुस्ती पुष्टि नहीं होती तथा व्यक्ति को स्वस्थ व थकावट महसूस होती हैं। सामान्य लोगों की अवस्था में वह व्यक्ति में काम करने की ताकत नहीं रहती और आयोडीन की कमी से नवजात शिशु का शारीरिक व मानसिक विकास में हमेशा के लिए रुकावट आ जाते हैं। छोटे बच्चों व गर्भवती महिलाओं के लिए आयोडीन अति आवश्यक होता है। गर्भवती महिलाओं में आयोडीन की कमी होने से गर्भ में पल रहे बच्चे पर भी असर पड़ता है तथा वह एक असाधारण बच्चे के रूप में जन्म लेते हैं। आयोडीन हमारे शरीर में उपस्थित सभी हानिकारक कीटाणु को मार देता है वह कीटाणु से हमारी रक्षा करता है। आयोडीन से हृदय रोग नहीं होता हैं। आयोडीन की प्रचुर मात्रा होने से हमें कभी मोटापा नहीं होता है। आयोडीन हमारे शरीर में नमक द्वारा प्रवेश होता है। आयोडीन युक्त नमक का इस्तेमाल व्यक्ति मैं आयोडीन की कमी को दूर करने के लिए होता है। आयोडीन युक्त नमक सामान्य नमक ही होता है। जिसमें बस थोड़ी सी आयोडीन मिला लिया जाता है। आयोडीन युक्त नमक ऊपर से सामान्य नमक जैसा दिखता है। उसके स्वाद वह रंग रूप में कोई फर्क नहीं रहता है। Rjwala is an educational platform, in which you get many information related to homework and studies. In this we also provide trending questions which come out of recent recent exams. दुनिया के कई देशों में प्रतिबंधित होने के बावजूद भारत में आयोडीन नमक का इस्तेमाल क्यों होता है सरकार के पास न तो इसका सटीक जवाब है और न ही संतोषजनक आंकड़े। [कपिल अग्रवाल]। वैश्विक स्तर पर तमाम नसीहतों तथा अमेरिका, डेनमार्क और जर्मनी समेत विश्व के 56 प्रमुख देशों में प्रतिबंधित आयोडीन युक्त नमक का चलन हमारे देश में बदस्तूर जारी है। विश्व बैंक के अध्ययन और संयुक्त राष्ट्र के खाद्य एवं कृषि संगठन (एफएओ) की रिपोर्ट में इसके दुष्प्रभाव तथा अनुपयोगिता पर विस्तार से प्रकाश डाला गया है, पर तमाम प्रयासों के बावजूद भारत सरकार ने इस पर पाबंदी लगाने के बजाय इसका उपयोग अनिवार्य कर रखा है। 40 से ज्यादा बीमारियों की वजह है आयोडीन नमक सरकार के पास नहीं है संतोषजनक जवाब आयोडीन नमक पर सरकारी रुख दवा के तौर पर इस्तेमाल होता था आयोडीन नमक खतरनाक रसायन से तैयार होता है आयोडीन नमक आयोडीन, समुद्री या सेंधा नमक में बेहतर कौन FAO ने प्रतिबंध का दिया था सुझाव बेहतर है प्राकृतिक नमक दक्षिण में बढ़ने लगा है सेंधा नमक का चलन कपिल अग्रवाल लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप Edited By: Amit Singh क्या टाटा नमक में आयोडीन है?टाटा सॉल्ट प्लस (डबल फॉर्टीफाइड) में 14.83 प्रतिशत आयोडीन है, जबकि मानक में 15 प्रतिशत होना करार दिया गया है ।
क्या सेंधा नमक में आयोडीन होती है?सेंधा नमक में लगभग 85 फीसदी सोडियम क्लोराइड होता है, जबकि शेष 15 फीसदी में अन्य खनिज जैसे आयरन, कॉपर, जिंक, आयोडीन, मैंगनीज, मैग्नेशियम, सेलेनियम सहित कम से कम 84 प्रकार के तत्व होते हैं।
टाटा नमक में आयोडीन क्यों होता है गूगल?नमक में आयोडीन क्यों मिलाया जाता है? आयोडीन की कमी से मानव में घेघा रोग उत्पन्न होता है। अतः नमक को आयोडीन युक्त बनाने के लिए उसमें KI (पोटेशियम आयोडाइड) की थोड़ी मात्रा मिला दी जाती हैं। मनुष्य में श्वास नली के दोनों ओर द्विपिंडक रूप में थायराइड ग्रंथि होती है।
आयोडीन नमक और सेंधा नमक में क्या फर्क है?आयोडीन इसलिए मिलाया जाता क्योंकि इससे ग्वायटर बीमारी नहीं होती. दूसरी ओर सेंधा नमक है जो धरती के नीचे मिलता है और यह दरदरा है. इसमें लगभग 85 फीसदी सोडियम क्लोराइड होता है, जबकि बाकी 15 फीसदी में अन्य खनिज जैसे आयरन, कॉपर, जिंक, आयोडीन, मैंगनीज, मैग्नेशियम, सेलेनियम सहित कम से कम 84 प्रकार के तत्व होते हैं.
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