हम में से ज्यादा तर लोग या तो अतीत के बारे में या फिर अपने भविष्य के बारे में सोचते है और ये सोचना गलत नहीं है पर आप किस चीज़ के बारे में सोच रहे है, कितनी बार सोच रहे है और जिस चीज़ के बारे में आप सोच रहे है वो आपके जीवन में जरुरी है भी या नहीं ये समझना बहुत ज़रूरी है| Show
ज्यादा तर समय हमारे दिमाग में बार बार ऐसी चीजें चल रही होती है जिनका हमारे जीवन में कोई महत्व नहीं होता पर फिर भी हम उसी एक चीज़ के बारे में सोच सोचकर अपना दिमाग और अपना समय दोनों बर्बाद कर रहे होते है इसलिए दिमाग में बार बार चल रहे विचारों को रोकना बहुत ही ज़रूरी है| Table of Contents
बार बार एक ही विचार आना Tips in Hindi1) अपने आपको शांत रखो:
2) एक ही विचार बार-बार आता है तो दूसरी चीज़े करो:
3) अपनी जगह बदलो:
4) विचारों पर काम करो:
5) अपने विचारों को लिखो:
6) मन की बात बताओ:
7) विशेषज्ञ से मिलो:
8) जरूरी चीज़ों के बारे में सोचो:
9) मेडिटेशन और प्राणायाम को अपनाओ:
So guys आपको ये वाला article कैसे लगा ये comment section में ज़रूर बताना; साथ ही साथ कुछ suggestions हो तो बता देना और आपको किस topic पर article चाहिए ये भी बता देना| दिमाग में गलत विचार आए तो क्या करें?कुछ गहरी साँसों के जरिए अपने विचारों को धीमा करें: जब आपके दिमाग में अचानक कोई बुरा विचार आता है, तो चिंता या घबराहट होना स्वाभाविक है, लेकिन उस विचार पर रुकने या उसे ठीक करने की अपनी इच्छा का विरोध करें। आप जो भी कर रहे हैं, उसे रोकने के लिए 30 सेकंड का वक़्त लें और कुछ गहरी, लंबी साँसें लें।
हमारे मन में गलत विचार क्यों आते हैं?दिमाग हमेशा तथ्यों और कल्पनाओं के आधार पर नकारात्मक सोच पैदा करता है, जिससे उस समय के मनुष्यों को फायदा मिलता था। वर्तमान में मनुष्य में जिनेटिकली नकारात्मक विचार इसी कारण से आते हैं। रिसर्च में भी यह बात सामने आई कि नकारात्मक विचार और भाव दिमाग को खास निर्णय लेने के लिए उकसाते हैं।
दिमाग से नेगेटिविटी कैसे निकाले?नकारात्मक विचार दूर करने के 7 आसान तरीके (प्रतीकात्मक तस्वीर). नकारात्मक सोच वाले व्यक्तियों से दूर रहें ऐसे लोग जो हमेशा नकारात्मक सोच रखते हैं या ऐसी बातें करते हैं। ... . नकारात्मक ख्याल आए तो ध्यान बदल दें ... . योग और प्राणायम करें ... . आसपास सफाई रखें ... . ईश्वर में ध्यान लगाएं ... . हंसते रहो ... . सुस्ती दूर भगाएं, व्यस्त रहें. ज्यादा नेगेटिव सोचने से क्या होता है?नकारात्मक विचार पैदा होने पर हाइपोथैलेमस से स्ट्रेस हार्मोंस निकलते हैं। यह एक सेकंड मे शरीर की विभिन्न कोशिकाओं तक पहुंच जाते हैं। इससे लीवर में आपात स्थिति के लिए जमा किया गया ग्लूकोज खत्म होने लगता है। इसी का नतीजा है कि गुस्सा करने या बुरा सोचने के बाद आदमी थका हुआ महसूस करता है।
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