इस कविता से हमें क्या संदेश मिलता है? Show इस कविता से हमें यह संदेश मिलता है कि हमारे मन मैं देशप्रेम की भावना होनी चाहिए। हम केवल ‘स्व’ हेतु नहीं बल्कि ‘पर’ हेतु जीना चाहिए। अपने रिश्ते-नातों से भी बढ्कर सभी देशवासियों के बारे में सोचना चाहिए और देश पर यदि कोई विपत्ति आ जाए तो सर्वस्व समर्पण करने में संकोच नहीं करना चाहिए। जिस प्रकार ‘दीवानो की हस्ती’ कविता में वीर सेनानी केवल देश हेतु ही जीवन जीता है बाकी सभी बंधनों को तोड़ देने में विश्वास करता है। 1254 Views एक पंक्ति में कवि ने यह कहकर अपने अस्तित्व को नकारा है कि “हम दीवानों की क्या हस्ती, हैं आज यहाँ, कल वहाँ चले।” दूसरी पंक्ति में उसने यह कहकर अपने अस्तित्व को महत्व दिया है कि “मस्ती का आलम साथ चला, हम धूल उड़ाते जहाँ चले।” यह फाकामस्ती का उदाहरण है। अभाव में भी खुश रहना फाकामस्ती कही जाती है। ऐसे परस्पर विरोधी विचारों का समावेश कविता में इसलिए किया गया है क्योंकि बलिदानी वीर अपने विचारों उद्यम व बलिदान पथ के स्वयं ही मालिक थे। उनके विचारों में दुख-सुख, उल्लास-अश्रु, बंधन-मुक्ति आदि शब्दों का कोई महत्त्व न था। उनका लक्ष्य तो था देश को स्वाधीन करवाना और इस हेतु वे निरंतर कार्यरत रहते हैं। 1138 Views भिखमंगों की दुनिया में बेरोक प्यार लुटानेवाला कवि ऐसा क्यों कहता है कि वह अपने हृदय पर असफलता का एक निशान भार की तरह लेकर जा रहा है? क्या वह निराश है या प्रसन्न है? कवि संसार के लोगों के प्रति स्वच्छंद रूप में प्रेम लुटाता है क्योंकि उसका मानना है कि इस दुनिया के लोग सदैव दूसरों से पाने की चाहत रखते हैं। सभी को प्रसन्न रखने पर भी उसका हृदय द्रवित है, उसके हृदय पर असफलता का निशान है कि अपने जीवनकाल में उसने बहुत प्रयत्न करके भी स्वतंत्रता प्राप्त नहीं की। इसके लिए कवि निराश तो नहीं लेकिन यह टीस उसके मन में अवश्य है कि उसके भरसक प्रयत्नों से भी देश आजाद न हो सका। साथ ही उसे प्रसन्नता इस बात की है कि उसने स्वतंत्रता प्राप्ति हेतु हर संभव प्रयत्न किया है। 932 Views जीवन में मस्ती होनी चाहिए, लेकिन कब मस्ती हानिकारक हो सकती है? सहपाठियों के बीच चर्चा कीजिए। यह सही है कि जीवन में मस्ती अर्थात् मजा होना चाहिए क्योंकि इससे ही व्यक्ति जीवन मैं आनंद व हर्ष अनुभव करता है। लेकिन यदि हमारे द्वारा की गई मस्ती किसी को नुकसान पहुँचाए तो उसे हम मस्ती का नाम नहीं दे सकते। हम बलि-वीरों की मस्ती को सर्वश्रेष्ठ व आनंददायक मानते हैं क्योंकि लाख कठिनाइयाँ सहने पर भी वे संतुष्ट व आनंदित रहते हैं। उनके हृदय में सदा आगे बढ़ने की चाह बनी रहती है। अपने जीवनकाल में कुछ विशेष कार्य करके वे लोगों के लिए प्रेरक बनना चाहते हैं। 9545 Views कविता में ऐसी कौन-सी बात है जो आपको सबसे अच्छी लगी? कविता में हमें सबसे अच्छी लगी दीवानों की ‘मस्ती’। सुख-दुख सब सहते हुए भी वै मस्त हैं उन्हें किसी की परवाह नहीं। मस्ती में जीकर जान हथेली पर रखकर देश को स्वतंत्र करवाना चाहते हैं। 1164 Views कवि ने अपने आने को ‘उल्लास’ और जाने को ‘आँसू बनकर बह जाना’ क्यों कहा है? कवि का मानना है कि जब वे अपने बंधु-बांधवों से मिलने आते हैं तो सबके चेहरों पर खुशी छा जाती है और जब सहसा जाने की बात आती है तो वही खुशी अश्रुओं का रूप धारण कर लेती है अर्थात् उनके जाने का दुख सहन नहीं होता। लेकिन वीरों को तो अपने चुने मार्ग पर बढ़ना ही होता है। 2133 Views 1 Crore+ students have signed up on EduRev. Have you? लघु उत्तरीय प्रश्न प्रश्न 2: दीवाने ‘आज यहाँ, कल वहाँ’ आवागमन
क्यों करते रहते हैं? प्रश्न 3: कवि ने दीवानों के लिए सांसारिक सुख-दुःख को समान भाव से अपनाने की बात क्यों कही है? प्रश्न 4: दीवानों के जीवन में आँसू (दुःख) और उल्लास (खुशी) का विरोधाभास साथ-साथ क्यों है? प्रश्न 5: ‘आबाद रहें रुकने वाले’ पंक्ति
का क्या आशय है? दीर्घ उत्तरीय प्रश्न प्रश्न 2: ‘दीवानों की हस्ती’ कविता का प्रतिपाद्य लिखिए। प्रश्न 3: कविता ‘दीवानों की हस्ती’ में
दीवाने कौन है? प्रश्न 4: इस कविता से हमें क्या संदेश मिलता है? प्रश्न 5: ‘दीवानों की हस्ती’ कविता के आधार पर दीवानों की विशेषताएँ लिखिए। मूल्यपरक प्रश्न The document Important Questions: दीवानों की हस्ती Notes | Study Hindi Class 8 - Class 8 is a part of the Class 8 Course Hindi Class 8. All you need of Class 8 at this link: Class 8 दीवानों की हस्ती कविता में हमें क्या संदेश देती है?कवि ने इस कविता में हमें क्या सन्देश दिया है? Solution : कवि ने इस कविता में हमें सन्देश दिया है कि हमारे मन में देश-प्रेम की भावना होनी चाहिए। हमें केवल अपने लिए ही नहीं, दूसरों के लिए भी जीना चाहिए।
दीवानों की हस्ती पाठ से हमें क्या शिक्षा मिलती है?इससे हमें शिक्षा मिलती है कि हमें माँगने के स्थान पर देना सीखना चाहिए। ऐसा मनुष्य बनना चाहिए कि जहाँ जाए लोग हमें सराहें तथा हमारे द्वारा समाज का कल्याण हो।
दीवानों की हस्ती कविता का मूल उद्देश्य क्या है?'दीवानों की हस्ती' कविता से कवि के प्रेमी हृदय का पता चलता है । कवि घर, परिवार व समाज में फैले हर एक दुख एवं कठिनाइयों को समाप्त कर चहुँ ओर मस्ती भरा वातावरण स्थापित करना चाहते हैं। वे अपने मन की भावनाओं को कभी उल्लास तो कभी ऑसू के रूप में प्रकट करते हैं। उनकी ये भावनाएँ उसके समाज हितैषी होने का सबसे बड़ा प्रमाण है ।
दीवानों ने अपनी क्या विशेषता बताते हैं?प्रस्तुत कविता में कवि ने दीवानों की विशेषता बताते हुए कहा है कि दीवाने कभी किसी की नहीं सुनते उनकी अपनी एक अलग दुनिया होती है। उनके लिए अपना-पराया, मित्र…
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