उत्तर प्रदेश भारत में जनसंख्या के आधार पर सबसे बड़ा राज्य है। जनसंख्या ज्यादा होने के कारण उत्तर प्रदेश में बोली जाने वाली भाषाओं की संख्या भी अधिक है। उत्तर प्रदेश में मुख्यतः बोली जाने वाली भाषाएं कुछ इस तरह से हैं : हिंदी, उर्दू, अवधी, ब्रज, भोजपुरी, बुंदेलखंडी एवं अंग्रेजी। जहां तक उत्तर प्रदेश की आधिकारिक भाषाओं अथवा Official language का सवाल है , Uttar Pradesh official language Act 1951 के अनुसार उत्तर प्रदेश की आधिकारिक भाषा हिंदी है । Show
इसी एक्ट में 1989 में संशोधन किया गया जिसके बाद उर्दू भी उत्तर प्रदेश की आधिकारिक भाषा बन गई अर्थात उत्तर प्रदेश की दो आधिकारिक भाषाएं हैं , हिंदी एवं उर्दू। अब जब आपको इस सवाल का जवाब मिल गया कि ,उत्तर प्रदेश में कौन सी भाषा बोली जाती है ? तो आगे बढ़ते हैं और हिंदी के विषय में कुछ और जानकारियों से आपको अवगत कराते हैं। उत्तरप्रदेश में बोली जाने वाली भाषा की जानकारीहिंदी भारत के अलावा विश्व के कई देशों में बोली जाती है। आपको यह जानकर आश्चर्य हो सकता है कि हिंदी भारत के अलावा मॉरीशस , फिजी, सूरीनाम, गुयाना, त्रिनिदाद एवं टोबैगो और नेपाल में बोली जाती है। हिंदी शब्द का उद्गम फारसी भाषा के शब्द हिंद से हुआ है, हिंद का मतलब होता है सिंधु नदी के किनारे का क्षेत्र। संविधान सभा ने 14 सितंबर 1949 को हिंदी को एक भाषा के रूप में स्वीकार किया था इसी दिन को हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है। हिंदी भाषा दुनिया में लगभग 50 करोड़ लोगों के द्वारा बोली जाती है एवं हिंदी समझने वाले लोगों की संख्या इससे कहीं ज्यादा है। 1805 में प्रकाशित लल्लू लाल द्वारा लिखी गई किताब प्रेम सागर हिंदी भाषा में लिखी गई पहली किताब मानी जाती है हालांकि इस विषय में कुछ विवाद रहे हैं। हिंदी भाषा का पहला टाइपराइटर लगभग 1930 में आया। बिहार पहला राज्य था जिसने हिंदी को आधिकारिक भाषा के रूप में अपनाया। दादा फालके द्वारा बनाई गई राजा हरिश्चंद्र जो 1913 में आई थी हिंदी में बनी पहली फिल्म मानी जाती है। राज भाषाओं का महत्वहिंदी के विषय में इतना कुछ जान लेने के पश्चात आपको यह बात ध्यान में रखनी चाहिए कि भारत की कोई आधिकारिक भाषा नहीं है बल्कि यहां पर बहुत सारी राज भाषाएं हैं। भारत अनेकता में एकता पर विश्वास करने वाला देश है इसीलिए ऐसा बिल्कुल नहीं माना जाना चाहिए कि एक भाषा दूसरी भाषा से बेहतर है। कुछ गलतफहमी के कारण भारत के दक्षिणी राज्यों में आजादी के कुछ समय पश्चात हिंदी विरोधी आंदोलन चले परंतु अब ऐसा नहीं है। हिंदी हर उस व्यक्ति की भाषा है जो हिंदी बोलना चाहता है। अगर कोई व्यक्ति हिंदी बोलने में असमर्थ है या हिंदी बोलना नहीं चाहता तो उस पर किसी तरह का दबाब नहीं डाला जाएगा यह भारतीय संविधान कहता है। हर व्यक्ति अपनी भाषा चुनने के लिए स्वतंत्र है। Follow us on other platforms too. Stay Connected! उत्तर प्रदेश में कौन सी भाषा बोली जाती है जैसे की हम जानते है की प्राचीनकाल से ही भारत एक बहुभाषी देश रहा है जहा 121 से भी अधिक भाषाएँ बोली जाती है 2011 के आंकड़ों के अनुसार, In English – Language of Uttar Pradesh उत्तर प्रदेश में कई सारी भाषाएं बोली जाती है अवधी,
खड़ीबोली, बृज भाषा, भोजपुरी भाषा, सधुक्कड़ी, हिंदी, उर्दू, अंग्रेजी, और बुंदेलखंडी। आपको बता दे की हमारी राजकीय भाषा हिन्दी, की जन्मस्थली उत्तर प्रदेश ही है जहा की 94% आबादी हिन्दी बोलती और समझती है। यही कारण है की 1951 में हिन्दी भाषा को उत्तर प्रदेश की आधिकारिक भाषा घोषित किया गया और इसी के बाद 1989 में संशोधन किया गया जिसके बाद उर्दू भाषा को उत्तर प्रदेश की दूसरी आधिकारिक भाषा का दर्जा दिया गया। इस तरह उत्तर प्रदेश राज्य की दो आधिकारिक भाषाएं हैं, हिंदी और उर्दू। उत्तर प्रदेश में शताब्दियों के दौरान हिंदी भाषा के कई स्वरूप विकसित हुए , 19वीं शताब्दी तक हिन्दी ने खड़ी बोली का वर्तमान स्वरूप धारण नहीं किया था, जो की आज बोली जाती है। 1850-1885 में भारतेन्दु हरिश्चन्द्र, वाराणसी के उन लेखकों में से थे जिन्होंने आज बोली जाने वाली हिंदी का इस्तेमाल साहित्यिक माध्यम के तौर पर किया था। उत्तर प्रदेश में कौन सी भाषा सबसे ज्यादा बोली जाती है?हिन्दी उत्तर प्रदेश की आधिकारिक भाषा है और राज्य की अधिकांश जनसंख्या (८०.१६%) द्वारा बोली जाती है।
उत्तर प्रदेश की क्या भाषा है?उत्तर प्रदेश में प्रमुख तौर पर हिंदी, उर्दू, अवधी, ब्रज ,भोजपुरी, बुंदेलखंडी और इंग्लिश बोली जाती है।
उत्तर प्रदेश में कौन कौन सी बोलियां बोली जाती है?उत्तर प्रदेश की बोलियां एवं क्षेत्र. बुंदेली. ब्रजभाषा. कन्नौजी बोली. (खड़ी बोली) कौरवी. अवधी बोली. बघेली बोली. भोजपुरी Related Posts:. उत्तर प्रदेश में कितनी भाषा है?भारतीय संविधान में सिर्फ 22 भाषाओं को मान्यता दी गई है लेकिन 2011 के आंकड़ों के अनुसार ऐसे लोग जो 10,000 से ज्यादा एक भाषा को बोलते हैं ऐसी 122 भाषाएं भारत में बोली जाती हैं ।
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