भाषाई और सांस्कृतिक विविधता के बारे में जागरूकता को बढ़ाने और बहुभाषावाद को बढ़ावा देने के लिए हर साल 21 फरवरी (21 February)को दुनिया भर में अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस (Matribhasha Diwas) मनाया जाता है। यह दिवस दुनिया भर के लोगों द्वारा उपयोग की जाने वाली सभी भाषाओं के संरक्षण और बचाव को बढ़ावा देने के लिए एक व्यापक पहल का हिस्सा है।एनबीटी डेस्क, नवभारत टाइम्स | Updated:Feb 21, 2022, 09:40AM IST Show
नई दिल्ली : देश-दुनिया में आज अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस (International Mother Language Day) मनाया जा रहा है। भाषाई और सांस्कृतिक विविधता के बारे में जागरूकता को बढ़ाने और बहुभाषावाद को बढ़ावा देने के लिए हर साल 21 फरवरी (21 February)को दुनिया भर में अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस (Matribhasha Diwas) मनाया जाता है। यह दिवस दुनिया भर के लोगों द्वारा उपयोग की जाने वाली सभी भाषाओं के संरक्षण और बचाव को बढ़ावा देने के लिए एक व्यापक पहल का हिस्सा है। सबसे पहले बांग्लादेश से आया विचार बहुभाषी शिक्षा के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग है थीम india News से जुड़े हर ताज़ा अपडेट पाने के लिए NBT के फ़ेसबुक पेज को लाइक करें Web Title international mother language day 21 february matribhasha diwas know theme history and significance (News in Hindi from Navbharat Times , TIL Network) **** Multiplex Ad *** अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस (International Mother Language Day – IMLD) प्रतिवर्ष 21 फरवरी को मनाया जाता है। इस दिन का उद्देश्य भाषाई और सांस्कृतिक विविधता के बारे में जागरूकता बढ़ाना और बहुभाषावाद को बढ़ावा देना है। 2022 की थीम “बहुभाषी शिक्षा के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग: चुनौतियां और अवसर” है। संयुक्त राष्ट्र ने अपने बयान में उल्लेख किया कि इस वर्ष की थीम बहुभाषी शिक्षा को आगे बढ़ाने और सभी के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षण और सीखने के विकास का समर्थन करने के लिए प्रौद्योगिकी की संभावित भूमिका को उठाती है। Buy Prime Test Series for all Banking, SSC, Insurance & other exams हिन्दू रिव्यू जनवरी 2022, Download Monthly Hindu Review PDF in Hindi दिन का इतिहास: अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस नवंबर 1999 में संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) के सामान्य सम्मेलन द्वारा घोषित किया गया था। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 2002 के अपने संकल्प में इस दिन की घोषणा का स्वागत किया। दिन का महत्व: यह दिन दर्शाता है कि कैसे यूनेस्को जैसा अंतर सरकारी निकाय स्थायी समाजों के लिए सांस्कृतिक और भाषाई विविधता के महत्व में विश्वास करता है। यूनेस्को के अनुसार, यह शांति के लिए अपने जनादेश के भीतर है कि यह संस्कृतियों और भाषाओं में अंतर को संरक्षित करने के लिए काम करता है जो विविधता के लिए सहिष्णुता और सम्मान को बढ़ावा देता है। Find More Important Days Here दुनिया संस्कृतियों से भरी है। इसी कल्चरल डाइवर्सिटी को प्रोमोट करने के लिए 21 फरवरी एक खास दिन है जो मातृभाषा की हिमायत करता है। यूनिस्को के द्वारा 20 साल से भी अधिक समय से अंतर्राष्ट्रीय मातृ भाषा दिवस मनाया जा रहा है। New Delhi, First Published Feb 21, 2021, 1:59 PM IST करियर डेस्क. International Mother Language Day 2021: दुनियाभर में 21 फरवरी को "अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस" मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य दुनिया भर में अपनी भाषा-संस्कृति (Language culture) के प्रति लोगों में रुझान पैदा करना और जागरुकता फैलाना है। वर्ष 1999 में मातृभाषा दिवस मनाने की घोषणा यूनेस्को (UNESCO) द्वारा की गई थी। वर्ष 2000 में पहली बार इस दिन को "अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस" के रूप में मनाया गया था। क्या आप इस दिन के बारे में कुछ जानते हैं? क्या आपने जानते हैं अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस क्यों मनाया जाता है ? या दुनिया में कितनी भाषाएं बोली जाती है? आइए जानते हैं अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस क्यों खास होता है ? दुनिया संस्कृतियों से भरी है। इसी कल्चरल डाइवर्सिटी को प्रोमोट करने के लिए 21 फरवरी एक खास दिन है जो मातृभाषा की हिमायत करता है। यूनिस्को के द्वारा 20 साल से भी अधिक समय से अंतर्राष्ट्रीय मातृ भाषा दिवस मनाया जा रहा है। इस दिवस को मनाने का उद्देश्य दुनिया में मौजूद अलग-अलग भाषाओं को बढ़ावा देना है। "अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस" के लिए यूनेस्को द्वारा हर साल एक थीम (विषय) निर्धारित की जाती है। इस दिन दुनिया भर में भाषा और संस्कृति से जुड़े अलग-अलग तरह के कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं। ज्यादातर कार्यक्रम निर्धारित की गयी थीम पर ही आधारित होते हैं। इस साल 2021 में इसकी थीम रखी गई है, “Fostering multilingualism for inclusion in education and society” यानि "शिक्षा और समाज में समावेश के लिए बहुभाषावाद को बढ़ावा देना।" जाने इस दिन का इतिहास वर्ष 1952 में ढाका यूनिवर्सिटी के विद्यार्थियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं द्वारा अपनी मातृभाषा का अस्तित्व बनाए रखने के लिए 21 फरवरी को एक आंदोलन किया गया था। इसमें शहीद हुए युवाओं की स्मृति में ही यूनेस्को ने पहली बार वर्ष 1999 में 21 फरवरी को मातृभाषा दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की थी। इस दिवस को पहली बार वर्ष 2000 में "अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस" के रूप में मनाया गया था। ये है इस दिन को मनाने का उद्देश्य मदर लैंग्वेज की मदद से ना सिर्फ रीजनल लैंग्वेज के बारे में जानने-समझने में सहूलियत मिलती है बल्कि एक दूसरे से बातचीत करना भी आसान बन जाता है। मानव जीवन में भाषा की अहम भूमिका है एकदूसरे से बातचीत करने और विचार साझा करने में भाषा ही अहम मीडियम है। भाषा के ज़रिये ही देश और विदेशों के साथ संवाद स्थापित किया जा सकता है। इसके महत्त्व को समझाने ही "अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस" मनाया जाता है। इस दिन को मनाये जाने का उद्देश्य विश्व भर में भाषायी और सांस्कृतिक विविधता एवं बहुभाषिता का प्रसार करना और दुनिया में विभिन्न मातृभाषाओं के प्रति जागरुकता लाना है। लुप्त होतीं मातृभाषाओं को सम्मान देना भी इस दिवस का उद्देश्य है। विश्व भर में बोली जाती हैं इतनी भाषाएं दुनिया में करीब 7 हजार भाषाएं बोली जाती हैं। इनमें अंग्रेजी, जैपनीज़, स्पैनिश, हिंदी, बांग्ला, रूसी, पंजाबी, पुर्तगाली, अरबी भाषा शामिल हैं। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार लगभग 6900 प्रमुख भाषाएं हैं जो विश्व भर में बोली जाती हैं। इनमें से 90 प्रतिशत भाषाएं बोलने वाले लोग एक लाख से भी कम हैं। भारत की बात करें तो 1961 की जनगणना के अनुसार, भारत में 1652 भाषाएं बोली जाती हैं। बहुभाषावाद को बढ़ावा देना कई देशों ने मिलाया हाथ भाषा की विविधता को बढ़ाने कई देश मिलकर काम कर रहे हैं। इसके तहत अब एक क्षेत्र का व्यक्ति, दूसरे क्षेत्र के व्यक्ति की मातृ भाषा को ना सिर्फ जान पाएगा बल्कि सीख भी सकेगा। बता दें कि भारत सहित कई बड़े देशों में भाषा को सरल और सुगम बनाने के लिए कई तरह की योजनाएं भी तैयार की जा रही है। वहीं, विश्वविद्यालयों में भी भाषा को लेकर नए कोर्सेज तैयार किए जा रहे हैं, ताकि छात्रों को विभिन्न भाषाओं की जानकारी मिल सके। Last Updated Feb 22, 2021, 4:02 PM IST 21 फरवरी को मातृभाषा दिवस क्यों मनाया जाता है?अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस मनाने के पीछे का मकसद है कि दुनियाभर की भाषाओं और सांस्कृतिक का सम्मान हो. विश्व भर में 21 फरवरी को “अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस” मनाया जाता है. इस दिन को मनाने का उद्देश्य दुनिया भर में अपनी भाषा-संस्कृति (Language culture) के प्रति लोगों में रुझान पैदा करना और जागरुकता फैलाना है.
विश्व भर में अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस मनाने का उद्देश्य क्या है?अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस मनाने के पीछे का उद्देश्य है कि विश्वभर की भाषाओं और सांस्कृतिक का सम्मान हो. इस दिन को मनाये जाने का मुख्य उद्देश्य विश्व भर में भाषायी एवं सांस्कृतिक विविधता का प्रचार-प्रसार करना है तथा विश्व में विभिन्न मातृभाषाओं के प्रति लोगों को जागरुक करना है.
21 फरवरी को क्या मनाया?नई दिल्ली : देश-दुनिया में आज अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस (International Mother Language Day) मनाया जा रहा है। भाषाई और सांस्कृतिक विविधता के बारे में जागरूकता को बढ़ाने और बहुभाषावाद को बढ़ावा देने के लिए हर साल 21 फरवरी (21 February)को दुनिया भर में अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस (Matribhasha Diwas) मनाया जाता है।
अन्तर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस 2022 की थीम क्या है?सांस्कृतिक और बौद्धिक विरासत को बचाने के लिए अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस 2022 की थीम 'बहुभाषी शिक्षा के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग: चुनौतियां और अवसर' पर रखी गई है।
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