वर्ल्ड हाइपरटेंशन डे (World Hypertension Day) के मौके PSRI मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल की पोषण विशेषज्ञ, देबजानी बैनर्जी
ने कुछ खाद्य पदार्थों के बारे में बताया है, जिनका सेवन हाई ब्लड प्रेशर के लक्षणों को नियंत्रित करने के लिए किया जा सकता है। हाई बीपी की
शिकायत वाले लोगों को खटट्टे फल खाने चाहिए। अंगूर, संते, नींबू सहित खट्टे फलों में ब्लड प्रेशर को कम करने की क्षमता होती है। चूंकि ये सभी फल विटामिन , मिनरल से भरपूर हैं, इसलिए ये हाई ब्लड प्रेशर जैसे ह्दय रोग के जोखिम कारकों को कम करके दिल को स्वस्थ रखने में मदद कर सकते हैं। इन फलों को आप पूरा खाएं, सलाद में शामिल करें या फिर बीपी को कंट्रोल करने के लिए इनका जूस बनाकर पिएं। सेलेरी यानी अजवाइन के पत्तेन्यूट्रिशनिस्ट बैनर्जी के अनुसार, अजमोद भी बहुत लोकप्रिय सब्जी है, जो
ब्लड प्रेशर को कम करने का काम करती है। चिया और अलसी के बीजकहने को
चिया और अलसी के बीज बहुत छोटे होते हैं, लेकिन ये बीज पोषक तत्वों की खान हैं । इसमें पोटेशियम, मैग्रीशियम और फाइबर है, जो हेल्दी ब्लड प्रेशर को रैगुलेट करने के लिए जरूरी है। इन सबके अलावा हरे पत्तेदार सब्जियों का सेवन और रोजाना एक्सरसइज करने से भी हाइपरटेंशन के लक्षणों में काफी सुधार हो सकता है। जंक फूड से परहेज करें और हाई ब्लड प्रेशर को निंयत्रित करने के लिए अपने आहार में फल और सब्जियों को शामिल करें। ब्रोकोलीब्रोकोली फ्लेवोनॅइड्स और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर हैं, जो ब्लड वेसल्स के काम और शरीर में
नाइट्रिक ऑक्साइड के स्तर को बढ़ाकर ब्लड प्रेशर को कम करने का काम करती है। गाजर-गाजर में क्लोरोजेनिक, पी कौमरिक और कैफिक एसिड जैसे फेनोलिक कंपोनेंट ज्यादा होते हैं। जो ब्लड वेसेल्स को रिलेक्स देने के साथ सूजन भी कम करते हैं, जिससे ब्लड प्रेशर लेवल केो कम करने में मदद मिलती है। पिस्ता-पिस्ता एक ऐसा ड्राय फू्रट है, जो हाई बीपी वालों के लिए वरदान है। यह आपके दिल के लिए जरूरी
पोषक तत्वों से भरपूर है। हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से जूझ रहे लोगों को अपने आहार में किसी भी रूप में पिस्ता को शामिल करना चाहिए। कद्दू के बीजकद्दू के बीजों को पोषक तत्वों का पॉवरहाउस कहा जाए, जो गलत नहीं होगा। जिन लोगों का अक्सर ही बीपी हाई रहता है, उन्हें कद्दू के बीज का सेवन जरूर करना चाहिए। ब्लड प्रेशर को कम करने में बहुत हेल्प मिलेगी। बीन्स और दालबीन्स और दाल प्रोटीन और फाइबर का बेहतरीन स्त्रोत है। इनमें पोषक तत्व बहुत अच्छी
मात्रा में पाए जाते हैं। विशेषज्ञ कहती हैं कि हाई बीपी के मरीजों को बीन्स और दाल का सेवन करना चाहिए। इससे ब्लड प्रेशर को बहुत कम समय में नियंत्रित किया जा सकता है। साल्मन और फैटी फिश-विशेषज्ञ हाई बीपी के मरीजों को फैटी फिश और साल्मन खाने की सलाह देती हैं। बता दें कि फैटी फिश में
ओमेगा-3 फैटी एसिड अच्छी मात्रा में पाया जाता है। यह आपके दिल के स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छा भी है। टमाटर-टमाटर पोटेशियम और कैरोटेनलॉइड पिंगमेंट लाइकोपीन से भरपूर है। लाइकोपीन का आपके दिल के
स्वास्थ्य पर बहुत अच्छा प्रभाव पड़ता है। पोषक तत्वों से भरपूर टमाटर को खाने से हाई ब्लड प्रेशर से जुड़े दिल के रोग के जोखिम को कम किया जा सकता है। Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म... पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐप लेटेस्ट न्यूज़ से अपडेट रहने के लिए NBT फेसबुकपेज लाइक करें तुरंत ब्लड प्रेशर कैसे कम करें?Cause of High BP: तनाव, गुस्सा, पलूशन, अन्य हेल्थ प्रॉब्लम्स जैसे कई कारण हैं, जिनके चलते आज के समय में लोगों में हाई बीपी (High BP) की समस्या बहुत तेजी से बढ़ रही है. ... . हाई बीपी के लक्षण. News Reels.. भीड़ से तुरंत दूर हो जाएं. ताजी-खुली हवा में बैठें. गहरी सांसें लें. ताजा पानी पिएं. आंखें बंद करके लेट जाएं. हाई ब्लड प्रेशर को 3 मिनट में कैसे ठीक करें?रोजाना एक्सरसाइज करने से ब्लड प्रेशर कम करने में काफी मदद मिल सकती है. एक्सपर्ट के मुताबिक, हर हफ्ते करीब 150 मिनट की एक्टिविटी या रोजाना करीब 30 मिनट की एक्टिविटी से ब्लड प्रेशर में कमी देखी जाती है. ऐसा करने से ब्लड प्रेशर लगभग 5 से 8 मिमी Hg तक कम हो सकता है.
अचानक ब्लड प्रेशर बढ़ने पर क्या करना चाहिए?ब्लड प्रेशर को कंट्रोल रखने के लिए विटामिन-सी का सेवन करना चाहिए. दरअसल, खट्टे फल विटामिन सी, एंटीऑक्सिडेंट और मिनरल से भरपूर होते हैं, जो ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में असरदार साबित होते हैं. आप खट्टे फलों में अंगूर, संतरे और नींबू का सेवन कर सकते हैं. इसके अलावा बेरीज से भी बीपी को कंट्रोल किया जा सकता है.
बीपी 180 हो तो क्या करना चाहिए?बीपी 180 हो तो क्या करना चाहिए? नॉर्मल बीपी रीडिंग 120/80 mm Hg होती है। यदि आपकी सिस्टोलिक रीडिंग (ऊपरी संख्या) 180 mm Hg है तो यह एक गंभीर स्थिति हो सकती है। अतः आपको अपने डॉक्टर से तुरंत सलाह लेनी चाहिए।
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