अलसी का सेवन किस रोग में व कैसे करें? - alasee ka sevan kis rog mein va kaise karen?

सुपरफूड का काम करते हैं अलसी के बीज, लेकिन इस तरह खाया तो फायदे की जगह होगा नुकसान

parul rohatagi |

नवभारतटाइम्स.कॉम | Updated: Jun 5, 2020, 10:50 AM

पोषक तत्‍वों और गुणों से भरपूर अलसी को अब सुपरफूड का स्‍थान दे दिया गया है। इस लेख में अलसी के फायदे, अलसी खाने के नुकसान, अलसी के पोषक तत्‍वों, अलसी का उपयोग कैसे करें और अलसी खाने के तरीके के बारे में बताया गया है।

अलसी का सेवन किस रोग में व कैसे करें? - alasee ka sevan kis rog mein va kaise karen?

अलसी में स्‍वास्‍थ्‍य को लाभ पहुंचाने वाले अनेक गुण मौजूद होते हैं। अब तो अलसी को सुपरफूड कहा जाने लगा है। अलसी बीज, तेल, पाउडर, गोली, कैप्‍सूल और आटे के रूप में उपलब्‍ध है और कब्‍ज, डायबिटीज, हाई कोलेस्‍ट्रोल, हृदय रोग, कैंसर एवं कई अनेक स्‍वास्‍थ्‍य समस्‍याओं से बचने के लिए डायट्री सप्‍लीमेंट के रूप में अलसी का इस्‍तेमाल किया जाने लगा है।
आइए जानते हैं अलसी के पोषक तत्‍वों और स्‍वास्‍थ्‍य लाभों के बारे में।

अलसी के पोषक तत्व
एक चम्‍मच पिसी हुई अलसी 7 ग्राम होती है और इसमें 1.28 ग्राम प्रोटीन, 2.95 ग्राम फैट, 2.02 ग्राम कार्बोहाइड्रेट, 1.91 ग्राम फाइबर, 17.8 मि.ग्रा कैल्शियम, 27.4 मि.ग्रा मैग्‍नीशियम, 44.9 मि.ग्रा फास्‍फोरस, 56.9 मि.ग्रा पोटैशियम, 6.09 माइक्रोग्राम फोलेट और 45.6 माइक्रोग्राम ल्‍यूटिन और जीएक्‍सेंथिन होता है।

अलसी का सेवन किस रोग में व कैसे करें? - alasee ka sevan kis rog mein va kaise karen?


अलसी खाने का तरीका
अलसी के बीजों को साबुत खाने से बचना चाहिए, क्‍योंकि आंतें इसके पोषक तत्‍वों को सोख नहीं पाती हैं। अलसी को पीसकर खाना सही रहता है।
कच्‍ची और अधपकी अलसी न खाएं क्‍योंकि इनमें विषाक्‍त तत्‍व होते हैं। पाचन संबंधी परेशानियों से छुटकारा पाने के लिए पर्याप्‍त पानी पिएं और पिसी हुई अलसी खाएं।
अलसी के तेल की छोटी बोतल ही खरीदें और इसकी बोतल का रंग गहरा होना चाहिए। आप इसे फ्रिज में रखें क्‍योंकि ये तेल जल्‍दी खराब हो जाता है। एक्‍पायर होने के बाद अलसी के तेल का इस्‍तेमाल न करें।

अलसी का सेवन किस रोग में व कैसे करें? - alasee ka sevan kis rog mein va kaise karen?


अलसी खाने केफायदे
  • अलसी में ओमेगा-3 फैटी एसिड होता है और रिसर्च की मानें तो ये कई प्रकार की कैंसर की कोशिकाओं को बढ़ने से रोक सकता है। इनमें लिगनेन एंटीऑक्‍सीडेंट भी होता है जो नई रक्‍त वाहिकाओं को बनने से रोक कर ट्यूमर के बढ़ने की गति को धीमा कर देता है।
  • अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के अनुसार, ज्‍यादा फाइबर और ओमेगा-3 खाने से ह्रदय दुरुस्‍त रहता है। लिगनेन भी ह्रदय रोगों से बचाता है। इसमें फाइटोस्‍टेरोल होता है जो आंतों में कोलेस्‍ट्रोल को अवशोषित होने से रोकता है।
  • अर्थराइटिस फाउंडेशन की मानें तो अलसी जोड़ों में दर्द और अकड़न को कम करने में मदद कर सकती है। कुछ लोग रुमेटाइड आर्थराइटिस, लुपस के लिए भी अलसी का सेवन करते हैं।
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  • वर्ष 2007 में शोधकर्ताओं की टीम ने रिसर्च के परिणाम प्रस्‍तुत करते हुए कहा था कि अलसी महिलाओं में रजोनिवृत्ति के दौरान हॉट फ्लैशेज की गंभीरता को कम करने में मदद कर सकती है।
  • अलसी के बीजों में अघुलनशील फाइबर भी होते हैं जो पानी में घुलते नहीं है और खाने के बाद पाचन मार्ग में ही रहते हैं। इस तरह यह पानी को सोख लेता है और कब्‍ज से राहत दिलाते हैं। अगर अलसी के सेवन के दौरान पानी कम पिया जाए तो कब्‍ज की स्थिति और खराब हो सकती है।
अलसी इतने गुणों और पोषक तत्‍वों से भरपूर है कि आयुर्वेदिक दवाओं में संपूर्ण स्‍वास्‍थ्‍य में सुधार लाने, त्‍वचा के पीएच स्‍तर को संतुलित रखने, दीर्घकालिक स्थितियों जैसे कि डायबिटीज, एथेरोस्‍केलेरोसिस और आर्थराइटिस को रोकने एवं कैंसर से बचने के लिए इसका इस्‍तेमाल किया जाता है।

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Alsi ke Fayde or Nuksaan: विटामिन, ओमेगा-3 फैटी एसिड और फाइबर से भरपूर अलसी, सेहत के लिए फायदेमंद होती है।अलसी लिग्नान से भरपूर होती है, और इसमें एस्ट्रोजन और एंटीऑक्सीडेंट दोनों गुण होते हैं। यूं तो सेहत को इससे कई तरह के फायदे मिलते हैं लेकिन अगर ज्यादा मात्रा में इसे खाया जाए तो ये नुकसानदायक साबित होती हैं। यहां जानिए अलसी के फायदे और नुकसान। साथ ही जानें कि किन लोगों को इसे खाने से बचना चाहिए। 


अलसी के बेहतरीन फायदे (Alsi ke Fayde)

कई गुणों से भरपूर अलसी खूब फायदेमंद साबित होती है। यहां जानिए इसके कुछ गजब के फायदों के बारे में-


1) पाचन सुधारने में मददगार - अलसी में दोनों तरह के डायट्री फाइबर होते हैं- घुलनशील और अघुलनशील। दोनों फाइबर पाचन में मददगार साबित होते हैं। घुलनशील फाइबर मल को सॉफ्ट करने में मदद करता है, जबकि अघुलनशील फाइबर पाचन तंत्र को आंत के जरिए आसान मल त्याग को बढ़ावा देने में मदद करता है। अगर कोई व्यक्ति कब्ज और इरिटेबल बाउल सिंड्रोम से परेशान है तो उसे रोजावा अलसी खाना फायदेमंद साबित हो सकता है। 

2) स्किन के लिए बेहतरीन-  इन बीजों में लिग्नान और कई एंटीऑक्सीडेंट  होते हैं। जो चेहरे पर झुर्रियों को रोकने में मदद कर सकते हैं। रिपोर्ट्स की मानें तो अलसी के तेल को स्किन पर लगाने से सेंसेटिव, खुरदरापन और स्केलिंग जैसी समस्या दूर हो सकती है। अलसी में मौजूद फैटी एसिड स्किन को सॉफ्ट बनाए रखने में भी मदद करते हैं। इसके अलावा यह बालों के झड़ने, एक्जिमा और रूसी को रोकने में भी मददगार साबित होते हैं।

3) कैंसर से बचा सकता है- रिपोर्ट्स के मुताबिक अलसी में मौजूद कंपाउंड ब्रेस्ट, प्रोस्टेट और पेट के कैंसर से बचा सकता हैं। एक लैब अध्ययन में पाया गया कि इसमें मौजूद यौगिक ट्यूमर को होने से रोक सकते हैं। 

4) डायबिटीज में फायदेमंद- अलसी में लिग्नास पाया जाता है। जो ब्लड शुगर के लेवल को सुधार सकता है। स्टडीज की माने तो टाइप 2 डायबिटीड से पीड़ित लोगों के लिए ये फायदेमंद साबित हो सकता है। 

5) वेट लॉस में फायदेमंद- वजन घटाने के लिए अलसी फायदेमंद साबित हो सकती है। छोटे भूरे रंग के बीज म्यूसिलेज नामक फाइबर से भरे होते हैं, जो भूख, लालसा को दबा सकते हैं और आपको अनहेल्दी चीजे खाने से रोक सकते हैं। 

जहां एक तरफ अलसी के ढरों फायदे हैं, वहीं इसके कुछ नुकसान भी हैं। 


अलसी के नुकसान (Alsi ke Nuksaan)

1) प्रेग्नेनेंसी के दौरान हो सकती है खतरनाक- एस्ट्रोजेन के कारण, अलसी प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए नुकसानदायक हो सकती है। हालांकि, आप अपने डॉक्टर की सलाह पर अलसी खाना शुरू कर सकती हैं।


2) आंतों में रुकावट- अलसी को पानी या किसी दूसरे लिक्विड के साथ खाएं, लेकिन अगर आप पर्याप्त लिक्विड के बिना इसको खाते हैं, तो यह आंतों में रुकावट का कारण बन सकता है। यह स्क्लेरोडर्मा के रोगियों के लिए विशेष रूप से खतरनाक है, क्योंकि अलसी के बीज गंभीर कब्ज और रुकावट पैदा कर सकते हैं। इसलिए डॉक्टर की सलाह पर ही खाएं। 

3) लूज मोशन- अलसी आहार फाइबर में समृद्ध है, लेकिन ज्यादा खाने से लूज मोशन हो सकते हैं। ऐसे में आप पेट दर्द, दस्त, कब्ज और सूजन का भी अनुभव कर सकते हैं।


4) एलर्जी- अलसी के तेल से एलर्जी हो सकती है। अगर आपको कोई खुजली, सूजन, रेडनेस या पित्ती दिखाई दे तो आपको इन बीजों को खाना बंद कर देना चाहिए। उल्टी और जी मिचलाना भी एलर्जी का साइन हो सकता है। 

5) कंसीव करते समय बचें- अलसी के बीज अक्सर एस्ट्रोजन की तरह काम करते हैं, और इसका मतलब है कि यह आपके शरीर में हार्मोनल संतुलन को बाधित कर सकता है। कुछ मामलों में, यह पीरियड चक्र में बदलाव का कारण भी बन सकता है। 


किन लोगों को इसे खाने से बचना चाहिए?

यूं तो अलसी के कई सारे फायदे लेकिन इसके कुछ नुकसान भी है। ऐसे में कुछ लोगों को इसे खाने से बचना चाहिए। जैसे

- लो ब्लड प्रेशर
-लो ब्लड शुगर लेवल
-कब्ज
-डायरिया
-हार्मोनल प्रॉब्लम 
-ब्लीडिंग प्रॉब्लम

इन परेशानियों से पीड़ित लोगों को अपने खाने में इन बीजों को शामिल करने से पहले सावधानी बरतनी चाहिए। किसी भी तरह की परेशानी या एलर्जी होने पर आपको तुरंत डॉक्टर से कंसल्ट करवा चाहिए।


एक दिन में कितनी अलसी खाना सही है?

अलसी दो तरह की होती है, एक पीली और दूसरी भूरे रंग वाली। दोनों हेल्थ के लिए फायदेमंद होती हैं। इन बीजों को अपने खाने में शामिल करना आसान है। आप इन्हें अपने सलाद या स्मूदी में शामिल कर सकते हैं। इसी के साथ एक दिन में एक चम्मच से ज्यादा अलसी को नहीं खाना चाहिए।
 

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अलसी कौन सी बीमारी में काम आती है?

अलसी के बीजों का सवेन डायबिटीज में काफी फायदेमंद माने जाता है। दरअसल, इस बीजों में हाई फाइबर होता है जो कि शुगर कम करने में मदद करता है। साथ ही ये इंसुलिन के प्रोडक्शन को भी बढ़ावा देता है और डायबिटीज में शुगर कंट्रोल करने में मदद करता है।

अलसी का सेवन कब और कैसे करना चाहिए?

अलसी का कैसे करें सेवन चाहे तो इसे पीसकर इसका पाउडर बना लें और फिर इसका सेवन करें. सुबह-सुबह एक चम्मच गर्म पानी के साथ इसे लें. यह आपको वजन कम करने में भी मदद करेगा. इसके साथ ही आप इसे सब्जी, दाल, ओटमील में डालकर भी पकाकर भी यूज कर सकते हैं.

स्वास्थ्य के लिए अलसी का सेवन कैसे करें?

10 प्रतिदिन सुबह शाम एक चम्मच अलसी का सेवन आपको पूरी तरह से स्वस्थ रखने में सहायक होता है, इसे पीसकर पानी के साथ भी लिया जा सकता है । अलसी को नियमित दिनचर्या में शामिल कर आप कई तरह की बीमारियों से अपनी रक्षा कर सकते हैं, साथ ही आपको डॉक्टर के पास जाने की जरूरत भी नहीं पड़ेगी।

सुबह खाली पेट अलसी खाने से क्या होता है?

क्योंकि सुबह खाली पेट इसका सेवन करने से पाचन तंत्र मजबूत होता है। - अलसी का सेवन करने से फैटी लिवर की समस्या से जूझ रहे लोगों को काफी हद तक राहत मिलती है। क्योंकि सुबह खाली पेट अलसी का सेवन करने से लिवर स्वस्थ रहता है, साथ ही लिवर संबंधी कई परेशानियां भी दूर होती है।