भ्रूण स्थानांतरण के बाद स्नान कैसे करें? - bhroon sthaanaantaran ke baad snaan kaise karen?

इस सप्ताह आपमें इम्प्लांटेशन होने को है! भ्रूण, जिसे अब ब्लास्टोसिस्ट कहा जाता है, अब गर्भाशय में पहुंच चुका है और अगले 36 सप्ताह जितने तक स्थापित रहने के लिए एक उपयुक्त स्थान तलाश रहा है। आम तौर पर इम्प्लांटेशन उस समय होता है जब आपको अपने पीरियड की उम्मीद होती है, इसलिए यदि आपको चौथे सप्ताह में हल्का रक्तस्राव होता है तो हैरान न हों। लेकिन, यह इम्प्लांटेशन का रक्तस्राव केवल तभी कहा जा सकता है जब यह मामूली रूप से दिखाई पड़े न कि नियमित रूप से लगातार अवधि तक। गर्भाशय की दीवार में रक्त इतना भर चुका होता है कि कोई भी फटन हल्के रक्तस्राव का कारण बन सकता है। कुछ महिलाएं कहती हैं कि उन्हें उस क्षण का अनुभव होता है जब ब्लास्टोसिस्ट अंतःस्थापित होता है!

क्या गोदभराई की घोषणा करने का समय आ गया है?

  • आप इस सप्ताह उम्मीद कर सकती हैं कि आप यकिनन गर्भवती हो गई हैं यदि आपका पीरियड न आए जब कि उसके आने वाला ये वही एक अपेक्षित सप्ताह था। कैलेंडर की मदद से अपने चक्रों का ध्यान रखना सही रहेगा। आपको गर्भावस्था के कुछ शुरुआती लक्षणों का अनुभव हो सकता है (नीचे देखें) जो आपको सचेत करता है कि आपका शरीर सामान्य से थोड़ा अलग महसूस हो रहा है। लेकिन यदि आप सामान्य दिनों की तरह ही महसूस करती है तो चिंता की कोई बात नहीं। भले ही आप 4 सप्ताह की गर्भवती हो चुकी हैं फिर भी आपका शरीर अभी भी अपने सभी गर्भावस्था के परिवर्तनों के लिए खुद को ढाल रहा है।
  • 4 सप्ताह की गर्भवती होने के समय तक रक्त या मूत्र जांच के जरिए आपकी गर्भावस्था की पुष्टि किया जाना संभव है। यदि आपके शरीर में ह्यूमन कोरियोनिक गोनैडोट्रोफिन हॉर्मोन (एचसीजी) मौजूद हुए तो ये दोनों जांच में आसानी से पता चल जाएगा। मूत्र जांच (यूरिन टेस्ट) की सबसे बढ़िया बात यह है कि आप इसे अपने घर में अकेले में कर सकती हैं। सुबह जगने पर आप ये टेस्ट करें। इस समय एचसीजी की तीव्रता सबसे अधिक होगी।

इस सप्ताह आपमें शारीरिक बदलाव

  • आपको पेड़ू के निचले हिस्से में मरोड़ जैसा और “भरा-भरा” जैसा अनुभव हो सकता है।आप भरी हुई महसूस कर सकती हैं या सामान्य से अधिक हवा भरे होना महसूस कर सकती है।
  • इसी समय उबकाई या सुबह में जी भारी होने की स्थिति की शुरुआत हो सकती है, खासकर यदि आपने कुछ खाया न हो तो। खाने के बारे में सोचकर ही आपका जी बिगड़ने लग सकता है, बावजूद इसके कि आपको वह खाना आमतौर पर बेहद पसंद हो।कॉफी, मछली, रेड मीट और यहां तक की पालतू जानवर के खाने की गंध भी आपमें उबकाई की इच्छा जगा सकता है।
  • आपके स्तन की कोमलता बढ़ जाती है और निपल्स अधिक संवेदनशील हो सकते हैं। आपके स्तन अधिक भरे हुए और गोल दिखाई पड़ते हैं, खासकर यदि आपके स्तन आमतौर पर छोटे साइज के हों तब।
  • आप सामान्य से अधिक बार पेशाब आना महसूस कर सकती हैं। सामान्य की तुलना में आप पेशाब उतनी देर तक रोक नहीं पातीं और वह भी केवल थोड़ी-थोड़ी मात्रा में आती है। इसका कारण होता है आपके रक्त के आयतन का बढ़ जाना और आपके भरे हुए गर्भाशय द्वारा ब्लैडर पर नीचे की ओर दबाव डालना।
  • आपको इम्पालंटेशन के रक्त स्राव के कुछ हलके धब्बे दिखाई पड़ सकते हैं।

इस सप्ताह आपमें भावनात्मक बदलाव

  • आपके मन में भारी घबराहट और उत्तेजना महसूस हो सकती है। इस बात का इंतज़ार करते रहना और बार बार बाथरुम जाकर चेक करते रहना कि आपके पीरियड आए कि नहीं कभी खत्म न होता इंतज़ार लग सकता है।
  • आपको वैसा ही महसूस हो सकता है जैसा कि आप आम तौर पर पीरियड के पहले करती हैं: बहुत अधिक भावुक, आसानी से चिड़चिड़ी हो जाना और आमतौर पर अधिक मूडी होना।
  • यदि आप गर्भवती होना चाहती हैं, लेकिन प्रेग्नेंसी टेस्ट का परिणाम नेगटिव आए तो आप इससे निराशा महसूस करने लग सकती हैं। अपने साथी या किसी सहयोगी मित्र से बात करें। दूसरी तरफ, यदि आप गर्भवती होना नहीं चाहती हैं, लेकिन आपको पता चलता है कि आप गर्भवती हैं तो यह एक तनाव भरी स्थिति हो सकती है।

इस सप्ताह आपके शिशु में आता बदलाव

  • इस सप्ताह आपके शिशु का आकार बहुत ही छोटा होता है, एक पोस्ते के दाने के बराबर। नंगी आंखों से तो ये शायद ही दिखे।
  • यह समय है वैज्ञानिक नजरिया समझने का: गर्भावस्था के 4थे सप्ताह बहुत सारी संरचना और कोशिका विभाजन की प्रक्रिया घटित होती है। कोशिकाओं के 3 स्पष्ट स्तर निर्मित होने लगते हैं। एक्टोडर्म (बाह्य परत) से अंततः शिशु की त्वचा, आंखें, बाल, नर्वस सिस्टम, मस्तिष्क और यहां तक कि उसके दांतों के इनामेल बनते हैं। मध्य स्तर (मेसोडर्म) से उनकी हड्डियों का ढांचा, मांसपेशियां और किडनी, ऊतक और वैस्क्युलर (रक्त संचार) तंत्र का निर्माण होता है। आंतरिक स्तर (एंडोडर्म) से अंततः उनके आंतरिक अंगों का निर्माण होता है।
  • जब किसी कोशिका का एक विशिष्ट कार्य होता है तो यह एक अलग प्रकार की कोशिका नहीं हो सकती। हर कोशिका आरंभ से ही प्री-प्रोग्राम्ड होती है और उसे पता होता है कि क्या करना है और क्या बनना है। कुदरत के अपने पहले से ही तय रास्ते होते हैं।

इस सप्ताह की सलाह

  • केमिस्ट की दुकान से या सुपरमार्केट से एक या दो प्रेग्नेंसी टेस्ट खरीद लें। जरूरी नहीं कि जो सबसे महंगा हो वही सबसे अच्छा हो। 2 स्टिक वाले का चयन करें ताकि आप टेस्ट दोबारा कर सकें। गलत पॉजिटिव रीडिंग आने की तो संभावना नहीं होती लेकिन शुरुआती चरणों में आपको नेगेटिव परिणाम अवश्य मिल सकते हैं। इसलिए यदि आपको पहले नेगेटिव परिणाम मिलता है तो चिंता न करें और कुछ दिनों बाद दोबारा टेस्ट करें!
  • अपने आने वाले अनेक प्रसव-पूर्व अपॉइंटमेंट में से पहला अपॉइंटमेंट ले लें। यह शुरुआत में आपके जीपी के साथ होगा जो आपको आगे की देखभाल के लिए ऑब्सटेट्रिशियन के पास भेजेंगे।
  • अधिक गर्मी में न रहें और आरामदेह स्थिति में रहें। गर्भावस्था के शुरुआती सप्ताह में अधिक तापमान होने से कभी-कभी विकसित हो रहे शिशु पर बुरा असर पड़ता है। भरपूर आराम करें, चले फिरें और खानपान स्वस्थ रखें!

भ्रूण स्थानांतरण के बाद कितने दिन आराम करते हैं?

इसके बाद भ्रूण अगले 6 से 12 दिनों के भीतर गर्भाशय की लाइनिंग में प्रत्यारोपित होता है जिससे एक सफल गर्भावस्था होती है।

भ्रूण स्थानांतरण के बाद क्या सावधानियां हैं?

भ्रूण प्रत्यारोपण के बाद पति-पत्नी को संभोग से बचाव अर्थात् एक-दूसरे से दूरी बनाकर रखनी चाहिए। संभोग के कारण महिलाओं में वैजाइनल इंफेक्षन फैलने का अधिकतम खतरा रहता है जिससे इस प्रक्रिया के सफल होने की संभावना बहुत कम हो जाती है।

भ्रूण कितने दिन में चिपक जाता है?

ट्यूब में निषेचन होने के 5-6 दिन में भ्रूण गर्भाशय में आकर सतह पर चिपक जाता है जिसे प्रत्यारोपण कहा जाता है इस दौरान महिला को हल्की ब्लिडींग या स्पोटिंग हो सकती है जो सामान्य है।

भ्रूण प्रत्यारोपण के बाद क्या खाना चाहिए?

एम्ब्रायो ट्रांसफर के बाद क्या खाना चाहिए?.
अनार अनार में भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट मौजूद होते हैं। ... .
अंडा अंडा में मौजूद जिंक, विटामिन बी, विटामिन ए, कैल्शियम, आयरन, और ढेर सारा प्रोटीन गर्भाधारण में बहुत मदद करेगा। ... .
पालक ... .
अखरोट ... .
चिया के बीज ... .
विटामिन A युक्त आहार ... .
विटामिन C युक्त आहार.