ब्रिटिश प्रधानमंत्रीआज इस लेख मे हम ब्रिटिश प्रधानमंत्री की शक्तियां व कार्यो के बारें जानेगें ब्रिटिश प्रधानमंत्री कार्यपालिका का वास्तविक प्रधान होता है। सैद्धान्तिक तौर पर सम्राट कार्यपालिका का स्वामी होता है लेकिन व्यवहार में प्रधानमंत्री ही कार्यपालिका का वास्तविक स्वामी होता है। ब्रिटिश प्रधानमंत्री की शक्तियां अमेरिकी राष्ट्रपति से भी अधिक मानी जाती है, क्योंकि वह किसी भी कानून को बदल सकता है, लगा सकता है, हटा सकता है। Show ब्रिटेन का प्रधानमंत्री शासन सूत्र का सूक्ष्म केंद्र हैं। लास्की का कहना है कि," ब्रिटिश प्रधानमंत्री सामने पद वालों में प्रथम से अधिक किन्तु तानाशाह से कुछ कम हैं।" प्रधानमंत्री मंत्रिमंडल रूपी मेहराब का मुख्य पत्थर हैं। विलियम हारकोर्ट के शब्दों में," प्रधानमंत्री नक्षत्रों के बीच चन्द्रमा हैं।" जेनिंग्ज का कहना है कि," प्रधानमंत्री को संपूर्ण संविधान की आधारशिला कहना अधिक उपयुक्त होगा।" रेम्जेम्यूर कहता हैं कि," मंत्रिमंडल राज्य रूपी जहाज का यंत्र है और प्रधानमंत्री उस यंत्र का चालक हैं।" प्रधानमंत्री ब्रिटेन के शासन का सर्वसर्वा है। राजा राज्य करता हैं परन्तु प्रधानमंत्री शासन करता हैं। मंत्रिपरिषद तथा मंत्रिमंडल बनाने मे वह स्वतंत्र है। राजा उसमे कोई हस्तक्षेप नही कर सकता। लास्की के शब्दों में "प्रधानमंत्री वह केंद्र है जिस पर मंत्रिमंडल का जीवन व उसका अंत निर्भर हैं। ब्रिटिश प्रधानमंत्री का निर्वाचनब्रिटिश प्रधानमंत्री की नियुक्ति ब्रिटेन का राजा करता है। सुस्थापित परम्परानुसार लोक चुनावों में जिस दल को लोक सदन में स्पष्ट बहुमत प्राप्त होता है उसका नेता प्रधानमंत्री बनता है। लेकिन कई बार जब किसी दल को स्पष्ट बहुमत नहीं मिलता तब राजा अपने स्व-विवेक का प्रयोग करता है।
ब्रिटिश प्रधानमंत्री की शक्तियां व कार्य (british pradhanmantri ki shaktiyan)ब्रिटिश प्रधानमंत्री की शक्तियाँ एवं कार्य निम्नलिखित हैं-- 1. काॅमन सभा का नेतृत्व 3. मंत्रिमंडल का अंत प्रधानमंत्री को मंत्रिमंडल का अन्त करने का भी अधिकार हैं। यदि प्रधानमंत्री किसी मंत्री के कार्य एवं व्यवहार से असन्तुष्ट है तो वह उसे हटा सकता हैं। राबर्ट पील के शब्दों में," सामान्यतः यदि प्रधानमंत्री तथा उसके एक मंत्री के बीच गहरा मतभेद हो जाए और यदि वह मतभेद बातचीत द्वारा तय न हो सके तो इसके परिणामस्वरूप मंत्री को हटना पड़ेगा, प्रधानमंत्री की नही।" यदि प्रधानमंत्री अपने पद से त्याग-पत्र दे दे तो संपूर्ण मंत्रिमंडल को ही त्याग-पत्र देना पड़ता हैं। प्रधानमंत्री मंत्रिमंडल का पुनर्गठन भी कर सकता है तथा ऐसे समय में वह जिन लोगों को न चाहें मंत्रिमंडल में सम्मिलित नहीं करता हैं। प्रधानमंत्री को मंत्रिमंडल को समाप्त करने का अधिकार अवश्य हैं। लेकिन वह अपने आचरण में निरंकुश नही हो सकता। उसे अपने दलीय स्थिति को अवश्य ही दृष्टिगत रखना होता हैं। वह ऐसा आचरण भी कभी नहीं करता जिससे कि दल में उसकी प्रतिष्ठा दाँव पर लगे। 4. शासन का संचालन ब्रिटिश प्रधानमंत्री की स्थिति व महत्वब्रिटेन में प्रधानमंत्री पद की स्थिति अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। यह देश की वास्तविक मुख्य कार्यपालिका एवं प्रशासन का प्रमुख तथा ब्रिटेन में लोकतंत्र का मुख्य प्रहरी हैं। इस पद का महत्व निम्नलिखित कारणों से होता हैं-- 1. राजा और संसद के बीच महत्वपूर्ण कड़ी ब्रिटेन का प्रधानमंत्री राजा और संसद के बीच महत्वपूर्ण कड़ी होता हैं। यह संसद की ओर से राजा को महत्वपूर्ण सूचनायें देता है तथा प्रायः कई बार राजा अथवा रानी से मिलता रहता हैं। यह राजा या रानी को संसद का सत्र बुलाने और सत्रावसान करने की सलाह देता हैं। यह सिंहासन भाषण तैयार करवाता हैं। यह संसद को भंग भी करा सकता हैं। 2. राजा और मंत्रिपरिषद् के बीच की कड़ी मंत्रिपरिषद् की नियुक्ति राजा प्रधानमंत्री के परामर्श से सी करता हैंह अतः प्रधानमंत्री राजा और मंत्रिपरिषद् के बीच महत्वपूर्ण कड़ी का कार्य करता हैं। मंत्रिपरिषद के निर्णयों की सूचना राजा या रानी को प्रधानमंत्री ही देता हैं। कोई मंत्री प्रधानमंत्री की बिना अनुमति के तथा उसे विश्वास में लिये बिना राजा अथवा रानी से नहीं मिल सकता। 3. देश का नेता प्रधानमंत्री देश का नेता होता है। वह अपने प्रधानमंत्रित्व काल में देश का अन्तरराष्ट्रीय व राष्ट्रीय मंचों पर प्रतिनिधित्व व नेतृत्व करता हैं। उसकी आवाज ही देश की आवाज मानी जाती हैं। 4. दल का नेता प्रधानमंत्री अपने दल का प्रमुख नेता होता है। वह संसदीय दल का भी नेता होता हैं और इस पद के नाते वह संसद के दलीय सदस्यों पर अनुशासन बनाये रखता है तथा सचेतक के माध्यम से व्हिप जारी कर सकता हैं। 5. वह अन्तरराष्ट्रीय राजनीति में देश का शिखर नेतृत्व करता हैं सभी अन्तरराष्ट्रीय सम्मेलन में वह स्वयं जाता है या अपने प्रतिनिधि भेजता हैं, जो उसका प्रतिनिधित्व करते हैं। 6. सत्तारूढ़ पक्ष और प्रतिपक्ष के बीच कड़ी प्रधानमंत्री सत्तारूढ़ दल का नेता होता हैं। वह प्रतिपक्ष के साथ भी शासन संचालन के संबंध में तालमेल बनाये रखता हैं। 7. सामूहिक उत्तरदायित्व ब्रिटेन में सामूहिक उत्तरदायित्व हैं अतः सभी मंत्री प्रधानमंत्री के निर्देशन में मिलकर काम करते हैं। निष्कर्ष ब्रिटेन का प्रधानमंत्री वहाँ की राजनीति तथा शासन का केंद्र बिन्दु होता हैं। वह राष्ट्रीय तथा अन्तर्राष्ट्रीय राजनीति में ब्रिटेन का प्रतिनिधित्व कर प्रमुख भूमिका अदा करता हैं। उसको विविध कार्यपालिका, विधायिका, न्यायपालिका, वित्त, विदेश नीति तथा रक्षा संबंधी शक्तियाँ मिली होती हैं। क्योंकि एक ब्रिटेन एक महाशक्ति हैं, अतः वह विश्व का भी प्रसिद्ध नेता बन जाता हैं। ब्रिटेन राष्ट्र मंडल का प्रमुख देश है तथा इसी के भूतपूर्व साम्राज्यवादी कुल का वर्तमान नाम राष्ट्रमंडल हैं। इसलिए राष्ट्रमंडल में भी ब्रिटेन के प्रधानमंत्री की महत्वपूर्ण स्थिति तथा भूमिका होती हैं। अपने सहयोगी मंत्रियों से उसकी स्थिति बराबर वालों में प्रथम की ही नही बल्कि टीम के कप्तान की होती हैं। कोई भी मंत्री उसकी बिना इजाजत के मंत्री परिषद् में नहीं रह सकता। वह मंत्रियों के बीच विभागों का बंटवारा भी करता हैं। वह अलग-अलग विभागों के कार्यों में उचित सामंजस्य तथा समन्वय बनाकर रखता है। वह संसद व देश का नेतृत्व करता है। वह सत्तारूढ़ अवधि में ब्रिटेन का सर्वोच्च पदाधिकारी होता हैं। यह जानकारी आपके के लिए बहुत ही उपयोगी सिद्ध होगी ब्रिटेन के प्रधानमंत्री की शक्तियां क्या है?ब्रिटेन का प्रधानमंत्री सरकार की सभी नीतियों और फैसलों के लिए जिम्मेदार होता है। उनका काम सरकार के सदस्यों का चुनाव करना होता है, जिन्हें मंत्री कहा जाता है। पार्टी के वरिष्ठ लोगों को कैबिनेट मंत्री बनाया जाता है और सरकारी विभाग सौंपे जाते हैं, जैसे वित्त मंत्रालय, गृह मंत्रालय।
प्रधानमंत्री से ऊपर कौन होता है?संघ की कार्यपालिका शक्ति राष्ट्रपति में निहित होगी और वह इसका प्रयोग इस संविधान के अनुसार स्वयं या अपने अधीनस्थ अधिकारियों के द्वारा करेगा।
ब्रिटेन में कौन सी कार्यपालिका है?उत्तर - ब्रिटेन में संसदीय शासन व्यवस्था है। संसदीय शासन में कार्यपालिका का एक औपचारिक प्रधान होता है और दूसरा वास्तविक प्रधान सत्ता का प्रयोग वास्तविक प्रधान करता है, औपचारिक प्रधान नहीं ।
ब्रिटिश कार्यपालिका से आप क्या समझते हैं?ब्रिटिश संविधान की एक प्रमुख विशेषता लोकतंत्र और राजतंत्र का साथ - साथ होना है। यहाँ वंश परम्परा के आधार पर सम्राट भी है और जनता के प्रतिनिधि के रूप में प्रधानमंत्री और मंत्रिमण्डल भी है । सम्राट जहां शासन ( राज्य ) का औपचारिक प्रधान है, वहीं प्रधानमंत्री शासन का वास्तविक प्रधान। यहां का प्रधान सम्राट कहलाता है ।
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