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पूरी दुनिया में जापान के लोग सबसे लंबी और सेहतमंद जिंदगी जीने के लिए जाने जाते हैं. 12 फरवरी, 2020 को 112 साल के जापान के चित्तेसु वतनबे का नाम गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में विश्व के सबसे बुजुर्ग व्यक्ति के रूप में दर्ज किया गया था. हालांकि 23 फरवरी 2020 को ही उनकी मौत हो गई थी.
जापान के महिलाओं की औसत आयु 86 साल जबकि पुरुषों की 80 के आसपास है. वहीं भारत के लोगों की औसतन आयु 69.16 है. आइए जानते हैं कि जापानियों की लंबी जिंदगी जीने का आखिर क्या राज है.
भूख से कम खाना- जापान के लोगों के सेहतमंद रहने का सबसे बड़ा राज ये है कि ये लोग कभी भी पेट भर कर खाना नहीं खाते हैं. ये लोग अपना पेट 80 फीसदी तक ही भरते हैं. आमतौर पर दिमाग को शरीर से ये संकेत मिलने में 20 मिनट लगते हैं कि पेट में पोषक तत्व पहुंच चुके हैं और अब खाना बंद कर देना चाहिए. जो लोग इसके बाद भी खाते हैं उन्हें पेट में भारीपन महसूस होता
है. जापान के लोग बॉडी से पेट भरने का सिग्नल मिलते ही खाना बंद कर देते हैं.
सफाई और बेहतर हेल्थ केयर सिस्टम- जापान का हेल्थ केयर सिस्टम बहुत एडवांस है. वहां हर तरह के वैक्सीनेशन प्रोग्राम से लेकर रेगुलर चेकअप को बहुत गंभीरता से लिया जाता है. जापान में हेल्दी लाइफस्टाइल के प्रति लोगों को जागरुक करने के लिए तरह-तरह के अभियान चलाए जाते हैं जैसे कि लोगों को कितना नमक खाना चाहिए और टीबी के मुफ्त उपचार की जानकारी पहुंचाना.
यहां के लोग सफाई रखना अपना नैतिक कर्तव्य समझते हैं.
खाने का तरीका- जापान के लोग प्लेट में बहुत कम खाना लेते हैं और इसे बहुत धीरे-धीरे खाते हैं. ये छोटी सी प्लेट या कटोरे में खाना खाते हैं. ये लोग खाने के समय टीवी या मोबाइल देखना पसंद नहीं करते हैं और पूरा ध्यान खाने पर ही देते हैं. ये फर्श पर बैठकर चॉपस्टिक्स से खाते हैं. इससे खाने की प्रक्रिया काफी धीमी हो जाती है.
चाय पीने की परंपरा- जापानी लोग चाय पीना बहुत पसंद करते हैं. इनकी माचा चाय की परंपरा पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है. ग्रीन टी की पत्तियों से बनाई गई ये चाय पोषक तत्वों और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होती है. ये चाय एनर्जी लेवल और इम्यून सिस्टम को बढ़ाती है, पाचन को सही रखती है और कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों से बचाती है. ये चाय बुढ़ापे के लक्षण को धीमा करती है.
जापानियों का खाना- जापानियों का खाना संतुलित और खूब सारे पोषक तत्वों से भरपूर होता है. ये मौसमी फल, ओमेगा वाली मछली, चावल, साबुत अनाज, टोफू, सोया और हरी-कच्ची सब्जियां खाते हैं. ये सभी चीजें सैचुरेटेड फैट्स और शुगर में कम होती हैं और इनमें कई विटामिन और पोषक तत्व होते हैं. ये चीजें कैंसर और दिल की बीमारियों का खतरा कम करती हैं. इनका खाना ऐसा होता
है जो बहुत आसानी से पच जाता है.
बड़ों की देखभाल करना- भारत की तरह जापान में भी लोग घर के बुजुर्गों की बहुत देखभाल करते हैं. यहां ओल्ड एज होम में बुजुर्गों की संख्या बहुत कम है. बुढ़ापे में घर के सदस्यों के बीच रहने से व्यक्ति मानसिक रूप से स्वस्थ और खुश रहता है जिसका असर उम्र पर भी पड़ता है. यहां बच्चों के पालन पोषण में बुजुर्गों का बहुत योगदान होता है.
खूब वॉक करना- जापान के लोगों को ज्यादा बैठना पसंद नहीं होता है और वो खूब चलते हैं. यहां के युवा से लेकर बुजुर्ग तक वॉक करते रहते हैं. यहां ज्यादातर लोग कॉलेज-ऑफिस पैदल या फिर साइकिल चलाकर जाते हैं. यहां ट्रेन में भी लोग खड़े रहना ही पसंद करते हैं.
इकिगाई का मंत्र- जापान के लोग इकिगाई मंत्र से अपना जीवन जीते हैं. इस मंत्र का मकसद जीवन का उद्देश्य तलाश करना है. यहां के लोग छोटी-छोटी चीजों में खुशी ढूंढते हैं जैसे कि दूसरों की मदद करना, अच्छा खाना, दोस्तों और परिवार के लोगों के साथ समय बिताना और बेवजह के तनाव से दूर रहना. ये सारी चीजें एक लंबी और सेहतमंद जिंदगी देती हैं. जापानी लोग पतले क्यों होते हैं?जापान के लोग कम तेल, धीमी आंच या भाप में पका फूड खाना पसंद करते हैं। इससे उनकी डाइट में फैट नहीं बढ़ता। फूड के न्यूट्रिशन्स बरकरार रहते हैं। वजन कंट्रोल रहता है।
जापान के लोगों की उम्र ज्यादा क्यों होती है?कम खाना खाना
जापान के लोग कम खाना खाने पर जोर देते हैं। लेकिन उनका पूरा फोकस पोषण तत्व पर होता है। वो छोटी सी प्लेट में खाते हैं जिसकी वजह से ज्यादा खाने से बच जाते हैं। वो एक्स्ट्रा कैलोरी नहीं लेते हैं जिसकी वजह से वेट गेन नहीं करते।
जापानी लोग कैसे रहते हैं?जापान के लोग घर पर कम ही समय बिताते हैं. ये समाज में काफी सक्रिय रहते हैं. छुट्टी के मौकों पर घर में अकेले रहने की बजाय दोस्तों और परिजनों के साथ समय बिताना पसंद करते हैं. दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ समय बिताने के लिए ये बाहर की जगह ही चुनते हैं.
जापान में कौन कौन रहते हैं?जापान में वहाँ के मूल निवासियों की जनसंख्या ९८.५% है। बाकी ०.५% कोरियाई, ०.४ % चाइनीज़ तथा ०.६% अन्य लोग है। जापानी लोग अपने देश को निप्पोन या निहोन कहते हैं, जिसका मतलब सूर्योदय है।
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