कुमाऊनी में पहेलियों को क्या कहा जाता है? - kumaoonee mein paheliyon ko kya kaha jaata hai?

हिंदी में - दिन में सोये, रात में जागे

पहेली का हल - गल्यूँ

बाप पेट च्योल बाजार 

हिंदी में - पिता छोटा बेटा बड़ा 

पहेली का हल - पिनालु (घुइयाँ)

सिमारक हड़ सुक न सड़ 

हिंदी में - ऐसा अंग जो ना सूखता है ना सड़ता

पहेली का हल - जिबड़ (जीभ)

सरग नजर 

हिंदी में - जिसकी नजर हमेशा आसमान  ओर हो

पहेली का हल - उरख्यलि या ऊखल (ओखली)

काव् भूतौक को सफेद गिच्च

हिंदी में - काले भूत के सफ़ेद होंठ

पहेली का हल - माँस (उरद) का दाना

मुट्ठी में अटाँछ, देलि नि अटान

हिंदी में - मुट्ठी के अंदर आ जाता है पर द्वार से अंदर नहीं आ पाता

पहेली का हल - छत्त, छात (छतरी)

काठकि घोड़ि लुवकि लगाम, उ में भैट फुरकिया पधान 

हिंदी में - काठ की घोड़ी, लोहे की लगाम और उस पर एक बिलकुल हल्की सवारी

पहेली का हल - ताव-चाबि (दरवाजे का ताला और उसकी चाबी)

कुमाऊनी में पहेलियों को क्या कहा जाता है? - kumaoonee mein paheliyon ko kya kaha jaata hai?

पहेली किसे कहते हैं | Riddles meaning in hindi –

पहेली शब्द संस्कृत के प्रहेलिका से बना है। प्रहेलिका का अर्थ है , किसी भी शब्द या वाक्य के बाह्य अर्थ में उसके मूल अर्थ का छिपा होना। मूल अर्थ का प्रकटीकरण या उसका जवाब ही प्रहेलिका या  पहेली है। प्राचीन समय में पहेलियाँ बुद्धि चातुर्य और हाजिर जवाबी के साथ मनोरंजन का का मुख्य साधन रहीं हैं। गढ़वाली और कुमाउनी साहित्य में अनगिनत पहेलियों का संकलन है।  उन्ही में से कुछ गढ़वाली और कुमाउनी पहेलियाँ यहाँ संकलित कर रहें हैं।

कुमाउनी पहेलियाँ | Kumauni Paheliyan –

  1. लाल घोड़ पाणी पीबे आईगो  सफ़ेद घोड़ जाणो। 
  2. सिमारक हड़ , न सड़ न बढ़। 
  3. काव भूतक सफ़ेद गिच। 
  4. एक यस चीज छू जैक हमेशा स्वर्ग नजर रें। 
  5. काठकी घोड़ी लुवेक लगाम। उमै भैट फुर्की पधान। 
  6. नान -नान बामणिक हाथ भरी चुण। 
  7. सारे कूड़ीक एक्के खाम। 
  8. काउ नथुली ,सुखीली बिंदी। 
  9. बुब  जै नाति कै पैला कूनो। 
  10. लाल बट्टू डबलुक भरी। 
  11. सब बाजार गई ,एक घरे लटक रौ। 
  12. ख़ाण बखत खे लिहिनी ,बीज ते  नी धरन। 
  13. थाई मा डबल गण नी सकन , स्यारीक सिकाड़ तोड़ नि सकन ,झल्ल बल्द बंधी नी सकन। 
  14. पिसवेक छपरी में नारगी  दाणि।  

उत्तर –

1 –  पूड़ी  2 – जीभ 3 -उड़द की दाल 4 – उखौ (ओ खली ) 5 – दरवाजा ,ताला और चाभी 6 -झाड़ू  7 – छाता 8 – तवा और रोटी 9 -लोटा और घड़ा 10 – लाल मिर्च 11 -ताला 12 -नमक 13 – तारे ,सांप , शेर  14 – हिसालु

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कुमाऊनी में पहेलियों को क्या कहा जाता है? - kumaoonee mein paheliyon ko kya kaha jaata hai?

गढ़वाली पहेलियाँ ( Garhwali Riddles ) | Garhwali Paheliyan –

  1. बूण जांद त घार मुख ,घार आंद ते बूण मुख। – उत्तर -कुल्हाड़ी 
  2. भीदडू बामण की सुना की टोपी। – उत्तर – हिस्रा ,हिसालु
  3. काली छौं ,कलचुंडी छौ। काला डण्डा रैंदु छौ। लाल पाणी पेंदु छौ। – उत्तर – जू
  4. घैणा जंगलम स्वाणु बाटू -उत्तर – स्यून्द या मांग 
  5. छुटि छोरी को लम्बू फंदा – उत्तर – सुई धागा 
  6. चम्म चमकी मोती का दाणा। फट हर्चि गीन कैल नी पाणा। -उत्तर -ओला 
  7. फट फूटी घेड़ी ,निकलू कालू पाणी। इन्नी मिठू होंद पैली नि जाणी। – उत्तर -किन्गोड़
  8. उनकि ऊनि छू। ऊनि ले नी देखि। जानी ले नि देखि।। उत्तर- नींद
  9. एक मनिख का तीन खुट। उत्तर – जैंती , जातीं
  10. लस्स खुटी ,लस्स पौ। तीन मुंड दस पौ।  उत्तर – हल लगाता हुवा किसान।
  11. हथु -हथु में  रैंदु सदनी , पर नीच हाड मांस। ऊँचा डंडा जौंदु छौ जख छौ झक्क घास।  उत्तर – कंधी
  12. मुंड मा मेरु छारु छौ।  इन ना बोल्या जोगी छौ। कमर मेरी पतली छौ , इन ना बुल्या टुटदु छौ। पुटगु मेरु गड़गड़ कनु छौ। इन ना बोल्या रुग्णया छौ। उत्तर -हुक्का चिलम।
  13. गैरी बबरी ,तीतरी बास। गजे सिंह जवँगा मलास। उत्तर- छाछ मथने की आवाज
  14. एक सिंग्या खाडू दर दर हगन।  उत्तर – जंदरु ,

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मित्रों अपनी भाषा अपनी पछ्याँण इसी धेय्य को ध्यान में रखते हुए आज हम अपने इस लेख में कुछ कुमाउनी पहेलियाँ और गढ़वाली पहेलियों का संकलन कर रहे हैं। गढ़वाली में आणा , भ्विणा , औखाण कहते हैं।  और कुमाउनी में इन्हे आणा या आणा -काथा कहा जाता है। अपनी भाषा और अपनी संस्कृति के प्रचार के लिए अधिक से अधिक शेयर करें।  और यदि आपको इन पहेलियों के अलावा और गढ़वाली पहेलियाँ या कुमाउनी पहेलियाँ आती हैं तो हमे हमारे फेसबुक पेज देवभूमि दर्शन या फेसबुक ग्रुप में भेजें। हम उनको भी अपने इस लेख में स्थान देंगे।

कुमाऊनी पहेलियों को क्या कहते हैं?

आँण लाग (कुमाऊँनी पहेलियाँ)

कुमाऊनी में इसका क्या अर्थ है?

Kumauni meaning in hindi [सं-स्त्री.] - 1. उत्तराखंड राज्य के कुमाऊँ क्षेत्र में बोली जाने वाली एक बोली 2. कुमाऊँ में बनी कोई चीज़।

कुमाऊनी भाषा कैसे बोली जाती है?

कुमांऊँनी भारत के उत्तराखण्ड राज्य के अन्तर्गत कुमाऊँ क्षेत्र में बोली जाने वाली एक बोली है। इस बोली को हिन्दी की सहायक पहाड़ी भाषाओं की श्रेणी में रखा जाता है। कुमांऊँनी भारत की ३२५ मान्यता प्राप्त भाषाओं में से एक है और २६,६०,००० (१९९८) से अधिक लोगों द्वारा बोली जाती है।

निम्नलिखित में कौन कुमाउनी साहित्यकार है?

जिनमें स्वर्गीय कवि सुमित्रानन्दन पंत, नाट्यकार गोविंद बल्लभ पंत, उपन्यास कार इलाचन्द्र जोशी, पत्रकार बद्रीदत्त पाण्डे, राम सिंह धौनी, मनोहर श्याम जोशी जैसे विख्यात व्यक्तियों के स्मरण तो सब करते है एक ऐसे प्रवासी लेखक जिन्होंनेे हिंदी जगत की 50 से अधिक रचनायें समर्पित की किंतु साहित्य के इतिहास में उनका उल्लेख नहीं ...