लेखक और मित्रों को मन में ग्लानि क्यों हो रही थी? - lekhak aur mitron ko man mein glaani kyon ho rahee thee?

लेखक और उसके मित्र को ग्लानि का अनुभव क्यों हो रहा था?

Answer. लेखकउसके मित्र ग्लानि क्यों महसूस कर रहे थे? उनका ड्राइवर से झगड़ा हो गया था। उन्हें ऐसा लग रहा था कि बस एक वृद्धा है और हम उसमें बैठकर उसे सता रहे हैं।

लेखक को ग्लानि क्यों हो रही है?

लेखक बस से यात्रा कर रहा था, फिर उसे ग्लानि क्यों हो रही थी? उत्तर: क्षीण चाँदनी में पेड़ की छाया में खड़ी बस उसे वृद्धा के समान लग रही थी। वह सोच रहा था कि यदि वह और उसके साथी इस पर लदकर न आते तो बस की यह दशा न होती, इसीलिए उसे ग्लानि हो रही थी