लालर गीत किस क्षेत्र में गाया जाता है - laalar geet kis kshetr mein gaaya jaata hai

पटेल्या, बीछियो, लालर व माछर क्या हैं?

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REET Level 2 Social Science - 23rd July 2022 (S2) (Hindi-English-Sanskrit)

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  1. मेवाड़ के प्रसिद्ध गीत
  2. मारवाड़ के प्रसिद्ध गीत
  3. मेवात के प्रसिद्ध गीत
  4. हाड़ौती के प्रसिद्ध गीत

Answer (Detailed Solution Below)

Option 1 : मेवाड़ के प्रसिद्ध गीत

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CT: GA (Modern History of India)

15 Questions 15 Marks 7 Mins

सही उत्‍तर मेवाड़ के प्रसिद्ध गीत है।

लालर गीत किस क्षेत्र में गाया जाता है - laalar geet kis kshetr mein gaaya jaata hai
Key Points

  • लोक संगीत विभिन्न लोगों, नस्लों और संस्कृतियों के बीच जटिल बातचीत के परिणामस्वरूप विकसित हुआ है। 
  • संगीत आत्म-अभिव्यक्ति का सबसे अच्छा और सबसे प्रभावी साधन है।
  • यह योग ही है, जो मेवाड़ की संस्कृति के संरक्षण के माध्यम से मानव जाति और धर्म की सेवा के रूप में मनुष्य की क्षमताओं को परिष्कृत करने में मदद करता है।
  • मेवाड़ के शाही परिवार ने संगीत की सदियों पुरानी परंपराओं को जारी रखने के लिए हमेशा संरक्षण और समर्थन प्रदान किया है।
  • मेवाड़ के कुछ प्रसिद्ध गीतों में पटेल्या, बिछियो, लालार और माछर शामिल हैं।

इस प्रकार, पटेल्या, बिछियो, लालार और मचर मेवाड़ के प्रसिद्ध गीत हैं।

लालर गीत किस क्षेत्र में गाया जाता है - laalar geet kis kshetr mein gaaya jaata hai
Additional Information

  • मूमल, झोरावा, घुड़ला और जीरो मारवाड़ के कुछ प्रसिद्ध गीत हैं
  • हिचकी और रसिया मेवात के कुछ प्रसिद्ध गीत हैं।
  • बिचुडो, पंचिदा और मोरनी हाड़ौती के कुछ प्रसिद्ध गीत हैं।

लालर गीत किस क्षेत्र में गाया जाता है - laalar geet kis kshetr mein gaaya jaata hai
Confusion Points

  • मेवाड़ और मारवाड़ दो अलग-अलग क्षेत्र हैं।
  • उदयपुर, भीलवाड़ा, राजसमंद और चित्तौड़गढ़ को मेवाड़ के तहत अंकित किया गया है जबकि बाड़मेर, जोधपुर, नागपुर, जालोर और पाली शहरों को मारवाड़ माना जाता है।

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Q.183 :  पटेल्या, बिछियो एवं लालर क्या है?

(a) राजस्थानी आभूषण
(b) राजस्थानी लोकगीत
(c) राजस्थानी लोक्वाध्य
(d) राजस्थानी लोकनाट्य
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Answer :राजस्थानी लोकगीत


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( राजस्थान के लोकगीत )

ओल्यु- किसी की याद में गाए जाने वाले गीत

उमादे- यह रूठी महारानी का गीत है!

इंडुणी- पानी भरने जाते समय गाया जाने वाला गीत

ढोला मारु- सिरोही क्षेत्र में ढोला व मारू के  लिए गाया जाने वाला गीत

फतमल- कोटा के शासक थे, जिनके लिए यह गीत गाया जाता है

फाग- होली के अवसर पर गाए जाने वाले गीत

तेजा- खेत की जुताई शुरू करते समय गाया जाने वाला गीत

मोरिया- सगाई और विवाह के अंतराल में गाए जाने वाले गीत

मोरिया थाई रे थाई- गरासिया महिलाओं द्वारा विवाह के अवसर पर दूल्हे की प्रशंसा में गाए जाने वाले गीत

मरसिया- मारवाड़ क्षेत्र में किसी प्रसिद्ध व्यक्ति की मृत्यु पर गाया जाने वाला गीत

मूमल- लोद्रवा , जैसलमेर की राजकुमारी थी, जिसके लिए यह गीत गाया जाता है

माहेरा- माहेरा भरते समय गाया जाने वाला गीत

लाखा फुलाणी के गीत- इन गीतों की उत्पत्ति सिंध प्रदेश से मानी जाती है , यह सगुण भक्ति के गीत है

लांगुरिया- करोली में केला देवी के भक्तों द्वारा गाया जाने वाला गीत

लूर- राजपूत महिलाओं द्वारा गाया जाने वाला गीत

झोरावा- जैसलमेर में प्रदेश गये पति की याद में गाया जाने वाला गीत

लावणी- किसी को बुलाने के लिए गाया जाने वाला गीत

लसकरिया,बिन्द,रसाला व रसगारिया- कच्छी घोड़ी नृत्य करते समय गाए जाने वाले गीत

गोपीचंद- यह बंगाल के शासक थे ,उनके लिए यह गीत गाया जाता है

गणगौर- गणगोर के अवसर पर गाए जाने वाला गीत राज्य में सर्वाधिक गीत इसी अवसर पर गाए जाते हैं

गोरबंद – यह ऊंट के गले का आभूषण है जिसको प्रतीक मानकर यह श्रृंरंगारिक गीत गाया जाता है गण यह सगुण भक्ति का गीत है

बन्ना बन्नी – विवाह के अवसर पर दूल्हा व दुल्हन के लिए गाए जाने वाले गीत

बंधावा – किसी शुभ कार्य के संपन्न होने पर गाया जाने वाला गीत

बिछुड़ा- हाडोती क्षेत्र में गाया जाने वाला गीत

बिणजारा – इस गीत के माध्यम से पत्नी अपने पति को प्रदेश जाने के लिए कहती हैं

पनिहारी- पानी भरने जाते समय गाया जाने वाला गीत

परणेत- विवाह के अवसर पर गाए जाने वाले मर्मस्पर्शी गीत

पावणा- किसी अतिथि के आगमन पर गाया जाने वाला गीत

पपैरा,पंछिड़ा – यह एक पक्षी है इन के माध्यम से संदेश भेजा जाता था

पटेल्या,बिछिया, लालर-  पर्वतीय क्षेत्रो में गाए जाने वाले गीत

पीपली – वर्षा ऋतु में गाए जाने वाले गीत

सुप्रियादें – इसमें ढोला मारू की प्रेरणा का वर्णन किया जाता है

राजस्थान के प्रसिद्ध गीत कौन सा है?

गोरबंद यह गणगौर पर स्त्रियों द्वारा गाया जाने वाला गीत है । गोरबंद ऊँट के गले का आभूषण होता है । राजस्थान के ग्रामीण क्षेत्रों विशेषत: मरूस्थली व शेखावाटी क्षेत्रों में लोकप्रिय 'गोरबन्द' गीत प्रचलित है ।

पपिया गीत कब गाया जाता है?

पावणा विवाह के पश्चात् दामाद के ससुराल जाने पर भोजन के समय अथवा भोजन के उपरान्त स्त्रियों द्वारा गया जाने वाला गीत है।

राजस्थान का राष्ट्रीय लोक गीत कौन सा है?

केसरिया बालम आओ नी पधारो म्हारे देश- यह राजस्थान का राज्य गीत हैं, तथा यह राजस्थान का रजवाड़ी गीत हैं। राजस्थान में यह गीत मरू प्रदेश का प्रसिद्ध हैं तथा यह गीत प्रेमी के इन्तजार में गाया जाता हैं।

राजस्थानी भाषा में कौन सा लोकगीत बड़े चाव से गाया जाता है?

हीर राँझा, सोहनी - महीवाल संबंधी गीत पंजाबी में और ढोला-मारू आदि के गीत राजस्थानी में बड़े चाव से गाए जाते हैं।