मीरा के प्रभु ने नरहरि रूप क्यों धारण किया? - meera ke prabhu ne narahari roop kyon dhaaran kiya?

मीरा के पद पर संभावित बहुवैकल्पिक प्रश्न

पद 1

हरि आप हरो जन री भीर ।

द्रोपदी री लाज राखी, आप बढ़ायो चीर।

भगत कारण रूप नरहरि, धरयो आप सरीर।

बूढ़तो गजराज राख्यो, काटी कुण्जर पीर।

दासी मीराँ लाल गिरधर, हरो म्हारी भीर।

प्रश्न 1. मीरा अपनी पीड़ा हरने की विनती किससे कर रही हैं?

(i) अपने पिता से (ii) अपने पति से

(iii) अपने गुरु से (iv) भगवान कॄष्ण से

प्रश्न 2. मीरा ”हरि’ कह कर किसे संबोधित कर रही थीं?

(i)श्री कृष्ण को (ii) भगवान शिव को

(iii)गणेश को (iv)अपने पति को

प्रश्न 3. मीरा ने किसका उदाहरण देकर हरि से अपनी पीड़ा हरने को कहा?

(i)द्रोपदी का (ii) प्रहलाद का

(iii)गजराज का (iv)उपरोक्त सभी

प्रश्न 4. भगवान कृष्ण ने द्रोपदी की सहायता कैसे की ?

(i) युद्‍ध लड़कर (ii) चीर(वस्त्र) बढ़ाकर

(iii)शत्रु की हत्या कर (iv)उपरोक्त में से कोई नहीं

प्रश्न 5 मीरा ने अपने पद में भगत कह कर किसका उल्लेख किया है?

(i) द्रोपदी का (ii) ध्रुव का

(iii)प्रहलाद का (iv) सबरी का

प्रश्न6 भगवान ने गजराज की रक्षा किस प्रकार की?

(i) मगरमच्छ को मार कर (ii) गजराज का शरीर बढ़ाकर

(iii) जल से बाहर निकाल कर (iv)उपरोक्त में से कोई नहीं

प्रश्न 7. ‘काटी कुण्जर’ पीर में ”कुंजर ’ का अर्थ है –

(i)श्री कृष्ण को (ii) शेर

(iii) हाथी (iv) मगरमच्छ

प्रश्न 8. ”भगत कारन रूप नरहरि धरयो आप सरीर।’ इस पंक्ति में किस घटना का उल्लेख किया गया है?

(i)भगवान द्‍वारा नृसिंह अवतार रखकर भक्त प्रहलाद की रक्षा का

(ii)भगवान द्‍वारा द्रोपदी के सम्मान की रक्षा का

(iii) ऐरावत हाथी के जीवन रक्षा का

(iv) उपरोक्त में से कोई नहीं

प्रश्न 9 मीरा इस पद में किस पीड़ा से मुक्ति चाहती हैं ?

(i) पति की मृत्यु (ii) शारीरिक पीड़ा

(iii)कृष्ण वियोग की पीड़ा (iv) उपरोक्त सभी

प्रश्न 10. उपरोक्त काव्य मेंकिस भाषा का प्रयोग किया गया है?

(i) ब्रज (ii) राजस्थानी

(iii)उपरोक्त दोनों (iv) अवधी

प्रश्न 11. मीरा ने कृष्ण से स्वयं के दुःख हरने का आग्रह क्यों किया ?

(i)क्योंकि वे कृष्ण से अत्यंत प्रेम करती हैं (ii) श्री कृष्ण अपने भक्तों का सदा दुःख हरते हैं

(iii) क्योंकि वे कृष्ण की अनन्य भक्त हैं । (iv) उपरोक्त सभी

प्रश्न 12.उपरोक्त पद के अनुसार मीरा स्वयं को कृष्ण की क्या मानती हैं ?

(i) दासी (ii) पत्‍नी

(iii) महान भक्त (iv) महारानी

प्रश्न 13. उपरोक्त पद में मीरा कृष्ण की किस प्रकार की भक्ति करती दिखती हैं?

(i) दास्य भाव की (ii) माधुर्य भाव की

(iii) दास्य और माधुर्य भाव दोनों (iv) उपरोक्त दोनों में से कोई नहीं

प्रश्न 14. ’बूढ़तो गजराज राख्यो’ में “बूढ़तो गजराज’ का अर्थ है –

(i) बूढ़ा हाथी (ii) डूबता हुआ ऐरावत हाथी

(iii) बड़ा हाथी (iv) उपरोक्त में से कोई नहीं

उत्तर कुंजिका

प्रश्न 1 (iv) प्रश्न 8 (i)
प्रश्न 2 (i) प्रश्न 9 (iii)
प्रश्न 3 (iv) प्रश्न 10 (iii)
प्रश्न 4 (ii) प्रश्न 11 (iv)
प्रश्न 5 (iii) प्रश्न 12 (i)
प्रश्न 6 (i) प्रश्न 13 (iii)
प्रश्न 7 (iii) प्रश्न 14 (ii)

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पद 2

स्याम म्हाने चाकर राखो जी,

गिरधारी लाला म्हाँने चाकर राखोजी ।

चाकर रहस्यूँ बाग लगास्यूँ नित उठ दरसण पास्यूँ।

बिन्दरावन री कुंज गली में, गोविन्द लीला गास्यूँ।

चाकरी में दरसण पास्यूँ, सुमरण पास्यूँ खरची।

भाव भगती जागीरी पास्यूँ, तीनूं बाताँ सरसी।

मोर मुकुट पीताम्बर सौहे, गल वैजन्ती माला ।

बिन्दरावन में धेनु चुरावे, मोहन मुरली वाला।

ऊँचा ऊँचा महल बणावं ,बिच बिच राखूँ बारी ।

साँवरिया रा दरसण पास्यूँ, पहर कुसुम्बी साड़ी।

आधी रात प्रभु दरसण , दीज्यो जमनाजी रे तीरा।

मीराँ रा प्रभु गिरधर नागर , हिवणो घणो अधीराँ ।

  प्रश्न (1) मीरा किसकी चाकर बनना चाहती हैं?

      (i) श्री कृष्ण की             (ii) राज दरबार की

      (iii) पति की               (iv) मंदिर की

प्रश्न(2) ‘सुमरण पास्यूँ खरची’ का क्या अर्थ है?

(i) खर्च अर्थात मेहनताने के रूप में भगवान का नाम स्मरण करने को मिलना ।

(ii) सुमिरण के बिना खर्ची नही चलती

(iii) प्रभु के दर्शन हो ना हो जाप करेंगे

(iv) उपरोक्त कोई नहीं

 प्रश्न (3)चाकर बनकर मीराबाई क्या करना चाहती हैं –

(i)  प्रभु के लिए बाग लगाना      (ii)रोज श्रीकृष्ण के दर्शन पाना

(iii)सुमरण करना                    (iv)उपरोक्त सभी

प्रश्न(4) मीरा सेवक क्यों बनना चाहती हैं?

(i) प्रसिद्धि के लिए        (ii) श्री कृष्ण के दर्शन के लिए

(iii) पैसे के लिए           (iv) राजसी ठाट-बाट के लिए

प्रश्न (5) मीरा कृष्ण किस प्रकार के स्वरूप का वर्णन किस प्रकार कर रही हैं?

(i) मोर मुकुट पहने और पीतांबर धारण किए हुए     

(ii) गले में वैजन्ती माला पहने हुए

(iii) हाथ में मुरली पकड़े हुए            

(iv) उपरोक्त सभी

प्रश्न (6) मीरा की कल्पना में भगवान कृष्ण वृन्दावन में क्या काम कर रहे हैं?

(i) नृत्य कर रहे हैं         (ii) गाय चरा रहे हैं ।

(iii) बंशी बजा रहे हैं            (iv) उपरोक्त में से कोई नहीं

प्रश्न (7) मीरा ऊँचे ऊँचे महल के बीच बीच में क्या रखना चाहती हैं?

(i) खिड़कियाँ       (ii) मंदिर

(iii) चित्र         (iv) गाय

प्रश्न (8) मीरा भगवान कृष्ण के दर्शन किस प्रकार की साड़ी पहन कर करना चाहती हैं ?

(i) रेशमी साड़ी       (ii) रंग बिरंगी साड़ी

(iii) कुसुम्बी साड़ी          (iv) हरी साड़ी

प्रश्न (9)कौन सा रंग ”कुसुम्बी’ रंग कहलाता है ?

(i) लाल      (ii) हरा

(iii) सफ़ेद          (iv) पीला

प्रश्न (10) उपरोक्त पद में मीरा ने कृष्ण के किस नाम का उल्लेख किया है?

(i) स्याम    (ii) गिरधारी

(iii) गोविन्द           (iv) उपरोक्त सभी

प्रश्न (11) ’हिवड़ो” शब्द का अर्थ है –

(i) महल     (ii) हृदय

(iii) बगीचा           (iv) उपरोक्त में से कोई नहीं

प्रश्न (12) मीरा कृष्ण के दर्शन कहाँ करना चाह्ती है?

           (i) धनुष और तीर के पास       (ii) यमुना नदी के किनारे

           (iii) बगीचे में           (iv)मंदिर में

प्रश्न(13) मीरा के हृदय की अधीरता किस बात से प्रकट होती है ?

(i) उनके पास अँधेरा है ।  

(ii) वे वृंदावन में भगवान के भक्ति गीत गाना चाहती हैं

(iii) वे कुसुंबी साड़ी पहनना चाहती हैं।      

(iv) वे आधी रात को ही प्रभु के दर्शन पाना चाहती हैं ।

प्रश्न (14) श्री कृष्ण ने गले में क्या पहना है?

(i) मोतियों की माला     (ii) सोने के हार

(iii) वैजयन्ती फूलों की माला     (iv) मोतियों की माला

प्रश्न(15) उपरोक्त पद में मीरा भगवान से क्या प्रार्थना करती हैं ?

(i) बगीचा लगवाने की    (ii) महल बनवाने की  

(iii) दुःख हरने की          (iv) आधी रात को यमुना तट पर दर्शन देने की ।

प्रश्न(16) इस पद में मीरा के किस भाव की भक्ति के दर्शन होते हैं ?

(i)्वात्सल्य भाव की भक्ति    (ii) दास्य भाव की भक्ति

(iii) माधुर्य भाव की भक्ति      (iv)सख्य भाव की भक्ति

प्रश्न (17) उपरोक्त पद में किस भाषा का प्रयोग हुआ है?

(i)    ब्रज भाषा   (ii) राजस्थानी भाषा

(iii)ब्रज मिश्रित राजस्थानी भाषा   (iv) पंजाबी भाषा

प्रश्न(18)”तीनूँ बाता सरसी’ का आशय है –

(i) तीनों बातें आनंददायक (अथवा रसपूर्ण ) होना   (ii)तीन बातें करना

(iii)तीन ही काम होना     (iv) तीनों बातें रहस्य पूर्ण होना

प्रश्न (19) भगवान कृष्ण ने कैसे रंग के वस्त्र धारण किए हुए हैं?

(i) लाल      (ii) हरे

(iii) सफ़ेद          (iv) पीले

प्रश्न (20)मीरा को भगवान कृष्ण की चाकरी करने से होने वाला कौन सा लाभ सरस लगता है?

(i)  भगवान के नित्य दर्शन पाना    (ii) नाम जप रूपी मेहनताना या खर्ची पाना

(iii) भक्ति भाव रूपी जागीर पाना    (iv) उपरोक्त सभी

प्रश्न 1 (i) प्रश्न 5 (iv) प्रश्न 9 (i) प्रश्न 13 (iv) प्रश्न 17 (iii)
प्रश्न 2 (i) प्रश्न 6 (ii) प्रश्न 10 (iv) प्रश्न 14 (iii) प्रश्न 18 (i)
प्रश्न 3 (iv) प्रश्न 7 (i) प्रश्न 11 (ii) प्रश्न 15 (iv) प्रश्न 19 (iv)
प्रश्न 4 (ii) प्रश्न 8 (iii) प्रश्न 12 (ii) प्रश्न 16 (iii) प्रश्न 20 (iv)

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मीरा के प्रभु ने नरहरि का रूप क्यों धारण किया?

उत्तर: (क) भाव- मीराबाई ईश्वर से भक्त एवं व्यक्तियों की पीड़ा दूर करने की प्रार्थना करती हुई कहती हैं कि द्रौपदी की लाज बचाने के लिए भगवान ने चीर बढ़ा दिया था तथा भक्त प्रहलाद की रक्षा हेतु नरसिंह का रूप हरि ने धारण किया था।

नरहरि का रूप धारण करके ईश्वर ने किसकी रक्षा की थी मीरा पाठ के आधार पर बताइए?

. हरि आप हरो जन री भीर । द्रोपदी री लाज राखी, आप बढ़ायो भगत कारण रूप नरहरि, धर्यो आप सरीर । उत्तर : इस काव्यांश में कवयित्री सामान्य मनुष्य की पीड़ा दूर करने के लिए प्रभु से प्रार्थना करती हैं।

मीराबाई ने अपने प्रभु के भक्ति भाव को जागीर क्यों कहा है ऐसी जागीर को पाने के लिए आप क्या क्या आवश्यक मानते है?

भगवान को पाने का सर्वोत्तम साधन है-भक्ति। मीरा भाव-भक्ति की उपासिका थीं। उसी के माध्यम से वे अपने कृष्ण को पा सकती थीं। इसलिए भाव-भक्ति उनके लिए जागीर के समान थी।

मीराबाई बाग क्यों लगाना चाहती हैं?

उत्तर:- मीराबाई ने कृष्ण को प्रियतम के रूप में देखा है। वे बार-बार कृष्ण के दर्शन करना चाहती है। वे कृष्ण को पाने के लिए अनेकों कार्य करने को तैयार हैं। वह सेविका बन कर उनकी सेवा कर उनके साथ रहना चाहती हैं, उनके विहार करने के लिए बाग बगीचे लगाना चाहती है।