November 2021 Vrat Festival Calendar नया वर्ष शुरू हो चला है। इस वर्ष भी कई व्रत एवं त्यौहार आने वाले हैं। कुछ ही दिनों में नए वर्ष के त्यौहार शुरू हो जाएंगे। जैसा कि हम सभी जानते हैं कि हर व्रत और त्यौहार का अपना अलग महत्व होता है। Show
November 2021 Vrat & Festival Calendar: नया वर्ष शुरू हो चला है। इस वर्ष भी कई व्रत एवं त्यौहार आने वाले हैं। कुछ ही दिनों में नए वर्ष के त्यौहार शुरू हो जाएंगे। जैसा कि हम सभी जानते हैं कि हर व्रत और त्यौहार का अपना अलग महत्व होता है। साल 2020 में कोरोना के चलते त्यौहारों का उत्साह बेहद कम रहा। लेकिन 2021 में लोगों में व्रत और त्यौहारों को लेकर अलग ही उत्साह है। त्यौहारों की जानकारी हम सभी को हिंदू कैलेंडर यानी पंचांग के जरिए चलती है। पंचांग में हर दिन का शुभ मुहूर्त और व्रत एवं त्यौहार का विवरण मौजूद होता है। इसी के जरिए विवाह समेत अन्य शुभ कार्यों के लिए मुहूर्त मिलते हैं। हमने आपको इससे पहले के लेखों में जनवरी, फरवरी, मार्च, अप्रैल, मई, जून, जुलाई, अगस्त, सितंबर और अक्टूबर के व्रत एवं त्यौहारों के बारे में जानकारी दे चुके हैं। जागरण अध्यात्म के इस लेख में हम आपको नवंबर महीने में पड़ने वाले व्रत एवं त्यौहारों की जानकारी दे रहे हैं। इस दौरान रमा एकादशी, धनतेरस, भौम प्रदोष, नरक चतुर्दशी, मासिक शिवरात्रि, दीपावली आदि व्रत एवं त्यौहार आएंगे। आइए जानते हैं नवंबर 2021 में कौन-कौन से व्रत एवं त्यौहार आने वाले हैं। नवंबर 2021: व्रत एवं त्योहारों की सूची 01 नवंबर: रमा एकादशी 02 नवंबर: धनतेरस, भौम प्रदोष 03 नवंबर: नरक चतुर्दशी, मासिक शिवरात्रि 04 नवंबर: दीपावली 05 नवंबर: गोवर्धन पूजा 06 नवंबर: भाईदूज 08 नवंबर: खरना (छठ पूजा), विनायक चतुर्थी 10 नंवबर: छठ पूजा 14 नवंबर: देवुत्थान एकादशी 16 नवंबर: भौम प्रदोष 18 नवंबर: कार्तिक पूर्णिमा 20 नवंबर: गुरु तेग बहादुर बलिदान दिवस 23 नवंबर: संकष्टी चतुर्थी 30 नवंबर: उत्पन्ना एकादशी डिसक्लेमर 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी। ' Edited By: Shilpa Srivastava
नवंबर का महीना यानी कार्तिक मास का यह महीना जब आता है तो अपने साथ कई त्योहार साथ लेकर आता है। इस महीने धनतेरस, दीपावली छठ और और कार्तिक पूर्णिमा के साथ कई बड़े त्योहार पड़ते हैं। अक्षय नवमी और हरिप्रबोधिनी एकादशी भी इसी महीने में पड़ते हैं। इन सभी त्योहारों का धार्मिक रूप से खास महत्व होता है। आइए जानते हैं इस महीने प्रमुख बड़े त्योहार और उनकी तिथि… करवाचौथ 4 नवंबरकरवाचौथ हिंदूओं के प्रमुख त्योहार में से एक है यह पर्व कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को मनाया जाता है। करवाचौथ का व्रत सुहाग की रक्षा और सौभाग्य के लिए किया जाता है। इस दिन महिलाएं अपने पति के प्रति समर्पित होकर उनकी उत्तम आयु, स्वास्थ्य और उन्नति के लिए व्रत करती हैं। इस साल यह व्रत 4 नवंबर दिन बुधवार को है। इस दिन सुहागिन महिलाओं द्वारा दिन भर निर्जला व्रत रखकर भगवान शिव, माता पार्वती, गणेश, कुमार कार्तिकेय आदि देवताओं की पूजा की जाती है और फिर चंद्रमा को अर्घ्य देकर और छलनी से पति का चेहरा देखकर वह व्रत तोड़ती हैं। अहोई अष्टमी, 8 नवंबरकरवाचौथ पर पति की लंबी आयु के लिए व्रत करने के बाद महिलाएं पुत्र की दीर्घायु के लिए व्रत करती हैं। यह व्रत कार्तिक कृष्ण पक्ष की अष्टमी के दिन किया जाता है। इस साल यह व्रत 8 नवंबर को किया जाएगा। माताएं अहोई अष्टमी के व्रत में दिन भर उपवास रखती हैं और सायंकाल तारे दिखाई देने के समय होई का पूजन करती हैं और फिर व्रत तोड़ती हैं। इस दिन महिलाएं माता पार्वती के अहोई स्वरूप से संतान प्राप्ति और संतान की समृद्धि के लिए प्रार्थना करती हैं। धनतेरस हनुमान जयंती 13 नवंबरकार्तिक कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन भगवान धन्वन्तरि का जन्म हुआ था इसलिए इस तिथि को धनतेरस या धनत्रयोदशी के नाम से जाना जाता है। इस साल धनतेरस का त्योहार 13 नवंबर को पड़ रही है और इसी दिन हनुमान जयंती भी मनाई जाएगी। इस दिन बर्तन खरीदना या सोने-चांदी की खरीदारी करने का रिवाज है। गरुड़ पुराण में बताई गई हैं अच्छी पत्नी की ये पहचान, क्या आप में है वो बात दिवाली नरक चतुर्दशी 14 नवंबरइस बार बड़ी दीपावली और छोटी दीपावली यानी नरक चतुर्दशी एक ही दिन पड़ रही है। कार्तिक मास की अमावस्या तिथि पर दीपावली मनाई जाती है। धार्मिक मान्यतानुसार, भगवान श्रीराम के 14 वर्ष के वनवास के बाद अयोध्या वापस आने पर अयोध्यावासियों ने खुशी में घी के दिए जलाए थे। इस दिन रात लोग गणेश-लक्ष्मी की विधिविधान से पूजा के बाद घरों में दीपक जलाते हैं। इस दिन रंगोली बनाने की भी परंपरा है। दीपावली को सुख-समृद्धि के त्योहार के तौर पर मनाया जाता है। अन्नकूट गोवर्धन 15 नवंबरकार्तिक माह में शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा को अन्नकूट का त्योहार मनाया जाता है। गोवर्धन पूजा दीपावली के दूसरे दिन की जाती है। कहीं-कहीं गोवर्धन को अन्नकूट पर्व भी कहा जाता है। इस साल यह पूजा 15 नवंबर को है। शास्त्रों के अनुसार गाय को देवी लक्ष्मी का स्वरूप भी माना गया है। इसकी वजह है जैसे दीपावली पर देवी लक्ष्मी सुख-समृद्धि प्रदान करती हैं, उसी तरह गौमाता भी हमें स्वास्थ्य रूपी धन प्रदान करती हैं। गोवर्धन पूजा में प्रतीक स्वरूप गाय की पूजा करते हैं। भाईदूज 16 नवंबरकार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाया जाता है। इसे यम द्वितीया भी कहा जाता है। इस बार भाई दूज का पर्व 16 नवंबर को पड़ रहा है। भाई दूज दीपावली के दो दिन बाद पड़ता है। इस दिन बहनें अपने भाइयों की खुशहाली के लिए कामना करते हुए उनके माथे पर रोली चंदन का तिलक करती हैं और उनकी सुख-समृद्धि की कामना करती हैं। करवा चौथ के दिन भूलकर भी नहीं करने चाहिए ये काम, कहते हैं नहीं मिलता व्रत का फल छठ 20 नवंबरकार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि से छठ के प्रमुख त्योहार की शुरुआत हो जाएगी। छठ पूजा का त्योहार भले ही कार्तिक शुक्ल षष्ठी को मनाया जाता है लेकिन इसकी शुरुआत कार्तिक शुक्ल चतुर्थी को नहाय खाय के साथ होती है। इस साल नहाय खाय तिथि 18 नवंबर को पड़ेगी और इस तरह छठ का त्योहार शुरू हो जाएगा। अक्षय नवमी, 23 नवंबरआंवला नवमी या अक्षय नवमी कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को मनाई जाती है। यह नवमी इस बार 23 नवंबर को है। इस दिन आंवला वृक्ष की पूजा की जाती है जिससे अखंड सौभाग्य, आरोग्य, संतान और सुख की प्राप्ति होती है, ऐसी लोक आस्था है। अक्षय नवमी का शास्त्रों में वही महत्व बताया गया है जो वैशाख मास की तृतीया यानी अक्षय तृतीया का है। देव प्रबोधिनी, देवोत्थान एकादशी 26 नवंबरकार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी को देव प्रबोधिनी एकादशी कहते हैं, इसे देवोत्थान और देवउठनी एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। इस बार यह तिथि 26 नवंबर को है। इस दिन भगवान विष्णु चतुर्मास की निद्रा से जागते हैं। भगवान विष्णु जग के पालनकर्ता हैं इसलिए इनके जागने के बाद ही शुभ कार्य शुरू किए जाते हैं। इस गांव में करवाचौथ का व्रत रखने वाली सुहागिनें हो जाती हैं विधवा, जानें क्या छिपा है राज? कार्तिक पूर्णिमा गुरु नानक जयंती 30 नवंबरकार्तिक पूर्णिमा को बेहद पवित्र दिन माना जाता है। इस दिन हवन, उपासना, दान, स्नान आदि का विशेष महत्व है। माना जाता है कि इसी दिन भगवान नारायण ने मत्स्यावतार धारण किया था। इस दिन गंगा में स्नान कर दीप दान करने से दस यज्ञों के बराबर पुण्य मिलता है। मान्यता है कि इसी दिन लक्ष्मी की अंशरूपा तुलसी का विवाह विष्णु स्वरूप शालिग्राम से हुआ था और इसी खुशी में देवगण स्वर्गलोक में दीपावली मनाते हैं, इसीलिए इसे देव दीपावली के रूप में मनाया जाता है। साथ ही इस दिन सिखों के पहले गुरु और सिख संप्रदाय के प्रवर्तक गुरु नानक देव का जन्म संवत् 1526 को कार्तिक पूर्णिमा के दिन हुआ था। इस अवसर पर पूरे भारत में सिख लोग इनका जन्मदिन धूमधाम से मनाते हैं। Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म... पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐप लेटेस्ट न्यूज़ से अपडेट रहने के लिए NBT फेसबुकपेज लाइक करें नवंबर में कौन से त्यौहार है?नवंबर का महीना यानी कार्तिक मास का यह महीना जब आता है तो अपने साथ कई त्योहार साथ लेकर आता है। इस महीने धनतेरस, दीपावली छठ और और कार्तिक पूर्णिमा के साथ कई बड़े त्योहार पड़ते हैं। अक्षय नवमी और हरिप्रबोधिनी एकादशी भी इसी महीने में पड़ते हैं। इन सभी त्योहारों का धार्मिक रूप से खास महत्व होता है।
14 नवंबर को कौन सा त्यौहार होता है?हरि प्रबोधिनी/देवोत्थान एकादशी (14 नवंबर, रविवार)
19 नवंबर को कौन सा त्यौहार है?आज के व्रत त्योहार– कार्तिक पूर्णिमा, श्री गुरु नानक देव जयंती। आज का शुभ मुहूर्त 19 नवंबर 2021 : अभिजीत मुहूर्त दोपहर 11 बजकर 45 मिनट से 12 बजकर 28 मिनट तक।
10 नवंबर को कौन सा त्यौहार है?छठ पूजा: 10 नवंबर 2021 को छठ पूजा है. इस दिन शाम के समय सूर्य को अर्ध्य दिया जाता है. 10 नवंबर (संध्या अर्घ्य) सूर्यास्त का समय : शाम 05:30 बजे है.
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