स्कूल में अगर हमें दुनिया में पाए जानें वाले 50 फूलों के नाम लिखने के लिए बोला जाता है तो 8–10 flowers name in hindi लिखने के बाद हमें समझ नहीं आता की और क्या लिखें कई बार हम कंफ्यूज हो जाते हैं, अगर आपको भी flowers name list याद नहीं रहती है या आपको होमवर्क में 100+ Flowers Name List In Hindi And English में लिखने को मिला है तो आप यहां से आसानी से फूलों के नाम हिंदी और अंग्रेजी में लिख सकते हैं, यहां हमें phoolon ke naam with photo लिखें हैं। Show फूल हमारे जीवन में सुंदरता, खुशबू, उत्साह और उमंग के प्रतीत होते है। अपने देखा होगा जब भी कोई शादी या कोई फंक्शन होता है तो फूलो का उसमे अलग ही महत्व पाया जाता है। फूल किसी भी जगह की सुंदरता बढ़ाते है, आकर्षित करते है लोगो को, पूरे विश्व में अनेको प्रजातियों के फूल पाए जाते है। फूल सिर्फ खुशबू और सुंदरता ही नहीं बल्कि और भी कई चीजों के काम आते है, फूलो से औषधि बनती है, रंग बनते है और भी बहुत कुछ। हर शुभ अवसर पर फूलो को याद किया जाता है। अगर कोई व्यक्ति किसी भी तरीके की उपलब्धि प्राप्त करता है तो उसके गले में फूलो की माला डाली जाती है। फूलो से सुगन्धित इत्र भी बनाए जाते है। कई फूल ऐसे है जिन्हे सिर्फ भारत में उगाया जाता है और फिर व्यापार के लिए उन्हें विदेश भेजा जाता है। फूल हमारे जीवन का एक पार्ट है बचपन में अपने टीचर्स को खुश करने फूल लेजाया करते थे अब अगर किसी गलती की माफ़ी मांगनी हो तो फूल दिए जाते है ,प्यार का इज़हार करना हो तो फूल देते है, किसी का स्वागत करना हो तो भी फूलो का बूके बना कर दिया जाता है , जन्मदिन पर फूल दिए जाते है। यहां हम आपको अलग अलग तरीके के फूलो के नाम हिंदी एवं इंग्लिश दोनों में बताएगे और साथ ही फोटो भी होगी जिससे अलग अलग फूलो की पहचान की जा सके। आपने यहां flowers name english And hindi में जानें, ये फूल देश और विदेशों में पाए जाते हैं, इनमें से कुछ प्रजातियां मूल रूप से जंगलों में पायी जाती हैं, जिन्हें अब लोग अपने घरों में भी लगाने लगे हैं। यहां पर हमने आपको अलग अलग तरह के flowers name with images के साथ उपलब्ध कराये हैं। Flowers Name English to Hindi में अनुवाद भी बताया है, अगर हमारी तरफ से इस flowers name list के कलेक्शन में ऐसे phoolon ke naam छूट गए हों जिन्हे आप जानते है तो कमेंट करके जरूर बताएं। Peacock Flower को हिंदी में क्या कहते है ? Peacock Flower को हिंदी में गूलेतुरा कहते है। नागफनी का अंग्रेजी नाम क्या है ? नागफनी का अंग्रेजी नाम Prickly Pear है। Rose का साइंटिफिक नाम क्या है ? Rose का साइंटिफिक नाम Rosa है। lotus का साइंटिफिक नाम क्या है ? lotus का साइंटिफिक नाम Nelumbo Nucifera है। केतकी फूल का अंग्रेजी नाम क्या है ? केतकी फूल का अंग्रेजी नाम Pandanus है। सदाबहार फूल का अंग्रेजी नाम क्या है ? सदा बहार का अंग्रेजी नाम Periwinkle Flower है। जैसे सभी फूलों के नाम (Flowers Name) अलग-अलग होते है, वैसे ही उनकी विशेषताएँ और उपयोग भी अलग-अलग होते है. फूलों के बिना इस दुनियाँ की कल्पना करना ही व्यर्थ है. भगवान की पूजा, शादी, Birthday, और स्वागत समारोह जैसे कार्यक्रम फूलों के बिना संपन्न नहीं हो सकते. फूलों का उपयोग औषधी के रूप में भी किया जाता है. सुबह के समय अगर हम फूलों के बगीचे (Garden) में थोड़ा समय बिताने की आदत डालें तो हमारे स्वास्थ्य में सकारात्मक परिवर्तन आने लगेंगे. फूलों के नाम (Flowers Name), गुण (Properties) और उपयोगिता (Utility) के बारे में बहुत कम लोग ही जानते है. आईए अब हम आपको 101 फूलों के नाम (Flowers Name) और उन फूलों के बारे में पूरी जानकारी देते है.
101 Flowers Name In Hindi And English | 101 फूलों के नामफूलों की हज़ारों प्रजातियाँ पाई जाती है. उन प्रजातियों में लाखों प्रकार के फूल पाए जाते है. उन सभी फूलों के नाम (Flowers Name), गुण (Properties), और उपयोग (Uses) अलग-अलग होते है. कई फूलों के नाम (Flowers Name) बहुत विचित्र होते हैं. कई फूलों के नाम (Flowers Name) तो इंसान और जानवरों से मेल खाते हैं. लाल, पीले, नीले, गुलाबी, हरे, काले, और सफ़ेद रंग के फूलों को लोगों द्वारा बहुत पसंद किया जाता है. कुछ लोग भारतीय फूलों को ज़्यादा पसंद करते है तो कुछ लोगों को विदेशी फूल ज़्यादा अच्छे लगते है तो कुछ लोगों को सुगंधित फूल. इस लेख में हम आपको उन 101 फूलों के नाम (Flowers Name) बताएंगे और उनके बारे में जानकारी देंगे जो बहुत ही प्रसिद्ध और उपयोगी है.
31 Flowers Name With Full Information | 31 फूलों के नाम (पूरे विवरण के साथ)गुलाब (Rose)गुलाब (Rose) विश्व के सबसे खूबसूरत फूलों में से एक है इसलिए हमने इसे फूलों के नामों (Flowers Name) की सूची में पहले स्थान पर रखा है. गुलाब खूबसूरत होने के साथ-साथ उपयोगी भी है. शादी, जन्मदिन और स्वागत समारोह जैसे कार्यक्रम गुलाब के फूल के बिना अधूरे से लगते हैं. गुलाब की 100 से ज्यादा प्रजातियां होती है और यह लगभग हर रंग में पाया जाता है. ताज़े गुलाब की खुशबू हम सभी को मंत्रमुग्ध कर देती है. गुलाब की खुशबू के आकर्षण का अनुमान इस बात से लगाया जा सकता है कि गुलाब की खुशबू के आधार पर आज बाजार में कई सारे Perfume बेचे जाते हैं. गुलाब का वैज्ञानिक नाम (Scientific Name) Rosa है. Good Morning Flowers के रूप में गुलाब सबसे ज़्यादा इस्तेमाल किया जाता है. लोग एक दूसरे को गुलाब का फूल देकर अपने मन की बात बताते हैं. वो अपनी मन की बात को बताने के लिए अलग-अलग रंगों के गुलाबों का प्रयोग करते हैं. जैसे:
कमल (Lotus)कमल (Lotus) भारत का राष्ट्रीय फूल है. यह प्रायः गुलाबी और सफेद रंग का होता है. कीचड़ युक्त पानी में पाए जाने वाले इस फूल को भारतीय संस्कृति में शुभ माना जाता है. कमल का फूल धन की देवी लक्ष्मी और संसार के संचालक ब्रह्मा जी का आसन है. केवल दिन में खिलने वाले इस फूल की आयु सिर्फ 3 दिनों की होती है. कुछ फूलों के नाम (Flowers Name) इंसानों के नाम से मेल खाते है. कमल का फूल भी उन फूलों की श्रेणी में आता है. ऐसा कहा जाता है कि कमल का नाम कमल रखने पर उसके अंदर सदाचार और सद्गुण आते है. कमल के फूल में औषधीय गुण भी होते हैं. दिल की बीमारी और चर्म रोग में यह बहुत काम आता है. भारत के कई हिस्सों में कमल के फूल की खेती भी की जाती है. दक्षिण भारत में लोग कमल के पत्तों पर ही भोजन करते हैं. कमल के फूल के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बातें:
सूरजमुखी (Sunflower)फूलों के नाम (Flowers Name) की बात हो और सूरजमुखी का नाम ना आए, ऐसा हो नहीं सकता. सूरजमुखी (Sunflower) का वैज्ञानिक नाम Helianthus Annuus है. पीले रंग का यह फूल अपना मुख (Face) हमेशा सूर्य की ओर किए रहता है, इसलिए इसे सूरजमुखी (Sunflower) कहा जाता है. यह मूलतः अमेरिका का फूल है और रूस, स्वीडन, भारत, ब्रिटेन, आदी देशों में भी पाया जाता है. इसकी 60 से ज़्यादा प्रजातियाँ होती है पर बगीचे में लगाए जाने वाले सूरजमुखी के पौधों की मुख्यतः दो प्रजातियाँ होती है. सूरजमुखी के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बातें:
गेंदे का फूल (Marigold)फूलों के नामों (Flowers Name) की सूची में चौथे स्थान पर काबिज गेंदे का फूल (Marigold) दुनियाँ के लगभग हर देश पाया जाता है. यह कई रंगों का होने के साथ-साथ सदाबहार भी होता है. इसकी खेती पूरे साल होती है. इसका वैज्ञानिक नाम Tagetes है. सजावट के कार्यों में सबसे ज्यादा गेंदे के फूलोंं का उपयोग होता है. भगवान को अर्पण किए जाने वाले फूलों में गेंदे का फूल प्रमुख है. बाजार बिकने वाले सभी फूलों में गेंदे के फूल की कीमत सबसे कम होती है. इसलिए इसका उपयोग प्रचुर मात्रा में किया जाता है. गेंदे के फूल की मालाएं बहुत प्रसिद्ध है. गेंदे के फूल के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बातें:
चम्पा (Plumeria)चम्पा (Plumeria) का वैज्ञानिक नाम Frangipani है. चम्पा के फूल के पत्ते सफेद और पीले रंग के (मिश्रित) होते है. इसकी खूबसूरती और महक सभी को आकर्षित करती है. इसके वृक्ष बड़े, घने, और सुंदर होते है. भगवान की पूजा में भी इस फूल का प्रयोग विशेष रूप से किया जाता है. चम्पा के फूल को महिलाएं अपने बालों में भी लगाती है. इसमें में कई औषधीय गुण होते हैं. कई प्रकार के रोगों के उपचार में चम्पा का प्रयोग होता है. जैसे:
चमेली (Jasmine)चमेली (Jasmine) का वैज्ञानिक नाम Jasminum है. इसकी 200 से ज्यादा प्रजातियाँ होती है. यह सफ़ेद रंग का होता है पर इसकी कुछ प्रजातियाँ पीले रंग की भी होती है. चमेली की मुख्य विशेषता इसकी सुंदरता और खुशबू है. इसकी खुशबू हमें दूर से ही आकर्षित करती है. चमेली का फूल भगवान शिव को अत्यंत प्रिय है. चमेली के फूल के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बातें:
चमेली में औषधीय गुण भी होते हैं. कई प्रकार से यह रोगों के उपचार का एक कारगर माध्यम सिद्ध होता है. जैसे:
रजनीगंधा (Tuberose)रजनीगंधा (Tuberose) का वैज्ञानिक नाम Polianthes Tuberosa है. सफेद रंग का यह फूल अपनी खुशबू के कारण विश्व प्रसिद्ध है. यह अन्य फूलों की तुलना में ज्यादा समय तक ताजा रहता है. ज्यादा समय तक ताजा रहने के कारण इसे घर के फूलदान में रखा जाता है. इसे घर में रखने से घर की शोभा और खुशबू दोनों बढ़ती है. इसकी आकर्षक खुशबू के कारण इससे बने परफ्यूम बहुत महंगे होते है. इसकी लंबाई लगभग 25 मिलीमीटर होती है. रजनीगंधा के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बातें:
गुड़हल (Hibiscus)गुड़हल (Hibiscus) वैज्ञानिक नाम Hibiscus Rosa Sinensis है. इसके वृक्ष की 200 से ज्यादा प्रजातियाँ होती है.यह भारत के अलावा कई अन्य देशों में भी पाया जाता है. भारतीय संस्कृति में गुड़हल के फूल का एक अलग स्थान है. मां काली और भगवान गणेश की पूजा गुड़हल के फूल बिना संपन्न नहीं हो सकती. यह मुख्य रूप से लाल रंग का होता है पर सफेद, गुलाबी, पीला, और नारंगी रंग के गुड़हल के फूल पाए जाते है. लाल गुड़हल सबसे उपयोगी और लाभकारी होता है. गुड़हल में कई औषधीय गुण भी होते हैं. जैसे:
लिली (Lily)लिली (Lily) का वैज्ञानिक नाम Lilium है. यह फूल पवित्रता का प्रतीक होता है. इसकी 40 सेेे ज्यादा प्रजातियाँ पाई जाती है. लिली का फूल हवा को शुद्ध करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. इसी गुण के कारण इसे घरों में लगाया जाता है. सफेद, नारंगी, और लाल रंग में पाया जाने वाला यह फूल बहुत खुशबूदार होता है. यह वसंत ऋतु में खिलता है. इसके पौधे की आयु 5 वर्षों की होती है. लिली लगभग सभी देशों में पाया जाता है. टाइगर लिली (Tiger Lily) धन का और सफेद लिली (White Lily) पवित्रता का प्रतीक होता है. हिंदी में इसे कुमुदनी का फूल कहा जाता है. सफेद लिली खुशबूदार होता है. अन्य प्रकार के लिली के फूलों में खुशबू नहीं होती. लिली के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बातें:
गुलबहार (Daisy)गुलबहार (Daisy) का वैज्ञानिक नाम Bellis Perennis है. पूरे विश्व में इसकी 4000 से भी ज्यादा प्रजातियां पाई जाती है. केवल दिन में खिलने वाला यह फूल शाम के समय मुरझा जाता है. आँख की तरह दिखने वाला यह फूल अंटार्कटिका को छोड़कर सभी जगहों पर पाया जाता है. यह पीले और सफ़ेद रंग का होता है. गुलबहार के पौधे की आयु 2 वर्षों की होती है. गुलबहार का पौधा 4 से 6 फिट तक बढ़ता है. इसका रस स्वादिष्ट होता है जिसके कारण मधुमक्खियाँ और कीट इसकी ओर आकर्षित होते है. विटामिन C पाए जाने के कारण लोग इसके पत्तियों का उपयोग सूप और सलाद बनाने में भी करते है. इस फूल के अलग-अलग रंग अलग अलग भावों को दर्शाते है. जैसे:
गुलबहार के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बातें:
कनेर (Oleander)कनेर (Oleander) का वैज्ञानिक नाम Nerium Oleander है. आपने बहुत सारे फूलों के नाम (Flowers Name) सुनें और पढ़े होंगे पर इस फूल का नाम कुछ अनोखा है. यह चार तरह के रंगों (सफ़ेद, लाल,पीला, और गुलाबी) में पाया जाता है. यह गर्मियों के मौसम में खिलने वाला फूल है. इस फूल का हर एक भाग ज़हरीला होता है. इसके पेड़ को काटने या तोड़ने से दूध निकलता है जो ज़हरीला होता है. इसलिए इसे लगाते और उपयोग करते समय सावधानी बरतने की ज़रूरत होती है. इसे बच्चों से दूर रखना चाहिए. कनेर के पौधों का रख-रखाव बहुत ही आसान होता है. इसे ज़्यादा पानी और खाद की ज़रूरत नहीं होती है. कनेर का पौधा 1 सप्ताह तक पानी और खाद के बिना रह सकता है. कनेर के फूल में औषधीय गुण भी होते है. जैसे:
अपराजिता (Butterfly Pea)अपराजिता (Butterfly Pea ) का वैज्ञानिक नाम Ciltoria Ternatea है. फूलों के नाम (Flowers Name) विभिन्न प्रकार के होतेे हैं पर अपराजिता अपने नाम (Butterfly Pea) को पूरी तरह से सार्थक करती है. अपराजिता के फूल के पत्ते तितली की पंख की तरह दिखते हैं. यह दो रंगों (नीला और सफेद) में पाया जाता है. भारतीय संस्कृति में अपराजिता के फूल को बहुत ही पवित्र माना जाता है. पूजा-पाठ और धार्मिक अनुष्ठानों में किसका प्रयोग होता है. प्राकृतिक रंगों के निर्माण में इसका उपयोग भारी मात्रा में होता है. इसके फूल बारिश के मौसम में आते हैं. इसे कई और नामों से भी जाना जाता है. जैसे:
अपराजिता में औषधीय गुण होने के कारण आयुर्वेद में इसे बहुत महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है. यह गुणकारी पौधा कई रोगों के उपचार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. जैसे:
अमलतास (Golden Shower)अमलतास (Gloden Shower) का वैज्ञानिक नाम Cassia Fistula है. भारत के लगभग सभी राज्यों में इसके पेड़ पाए जाते हैं. अमलतास के फूल ज्यादातर गर्मी के मौसम में खिलते है. ये पीले रंग के होते है. अप्रैल और मई के महीने में इसके फूलों से वृक्ष भर जाता है. गर्मी के मौसम में फूलों से भरे इसके पेड़ बहुत सुंदर दिखते है. कई फूलों के नाम (Flowers Name) अपने गुणों से मेल नहीं खाते पर Golden Shower अपने नाम से पूरी तरह से मेल खाता है क्योंकि ऐसा माना जाता है कि अमलतास के फूल खिलने के ठीक 45 दिनों के बाद से बारिश शुरू होती है. इसकी डाली या शाखाओं को छिलने पर लाल रंग का गाढ़ा रस निकलता है जो बाद में सूखकर गोंद के समान चिपचिपा हो जाता है. अमलतास के फूलों से सुगंधित तेल का निर्माण भी किया जाता है. अमलतास औषधीय गुणों का भंडार है. यह कई प्रकार के नए और पुराने रोगों के उपचार में महत्वूर्ण भूमिका निभाता है. जैसे:
बेला (Mogra)बेला (Mogra) का वैज्ञानिक नाम Jasminum Sambac है. इसके फूल सफेद और बहुत छोटे होते है. यह खुशबूदार फूल कीड़ों और मधुमकखियों को अपनी ओर आकर्षित करता है. यह फिलिपिंस (Philippines) का राष्ट्रीय फूल है. इस सुगंधित फूल का उपयोग माला और गजरा बनाने के लिए किया जाता है. इस फूल से बने परफ्यूम प्रचुर मात्रा में बेचे जाते है. यह बाजार में सबसे ज्यादा बिकने वाले फूलों में से एक है. इसकी मांग को पूरी करने के लिए भारी मात्रा में इसकी खेती की जाती है. इसका पौधा छोटा होता है जिसके कारण कम क्षेत्र में भी इसकी खेती की जा सकती है. भगवान की पूजा में भी इसका इस्तेमाल प्रमुख रूप से किया जाता है. वैसे तो बेला का फूल सभी देवियों और भगवान को चढ़ाया जाता है पर भगवान शिव को यह फूल बहुत पसंद है. इसकी खुशबू काफी देर तक बनी रहती है. बेला में चमत्कारिक औषधीय गुण होते हैं. जैसे:
रात-रानी (Night-Bloomimg Jasmine)रात-रानी (Night Blooming Jasmine ) का वैज्ञानिक नाम Cestrum Nocturnum है. इसे चांदनी के नाम से भी जाना जाता है. बहुत सारे फूल अपने नाम को (Flowers Name) सार्थक करते हैं. रात-रानी का फूल भी उन्हीं में से एक है. सफेद रंग का यह छोटा सा फूल रात में अपने चरम सौंंदर्य को दिखाता है. यह भगवान को चढ़ाए जाने वाले प्रमुख फूलों में से एक है. इसकी खुशबू बहुत ही आकर्षक होती है. वास्तुशास्त्र के हिसाब से रात-रानी का पौधा घर के पास होने से घर में सुख, शांति, और समृद्धि बनी रहती है. ग्रामीण क्षेत्रों में लगभग हर घरों के आस पास इसका पौधा देखने को मिलता है. महिलाएं इस फूल के गजरे को बहुत शौक से अपने बालों में लगाती है. इसकी खुशबू इतनी आकर्षक होती है कि इससे बने परफ्यूम की भारी मात्रा में बिक्री होती है. नहाने के पानी में इसके फूलों का प्रयोग करने से एक अलग तरह की ताजगी महसूस होती है. रात-रानी के बारे में महत्वपूर्ण बातें:
कंद-पुष्प (Tulip)कंद-पुष्प (Tulip) का वैज्ञानिक नाम Tulipa है. यह फूल भी उन फूलों की श्रेणी में आता है जो अपने नाम (Flowers Name) को सार्थक करते हैं. हमने पहले ही आपको बताया है कि कई सारे फूलों के नाम (Flowers Name) अपने गुणों से मेल नहीं खाते. पर कुछ फूल ऐसे होते है जिनके नाम (Flowers Name) उनके गुणों की वजह से रखे जाते हैं. कंद-पुष्प की 150 से ज्यादा प्रजातियां पाई जाती है और यह लगभग हर रंग में पाए जाते है. कुछ जानकार इसे लिली की प्रजाति का हिस्सा बताते है. यह फूल पूरे विश्व में सबसे ज्यादा पसंद किए जाने वाले फूलों में से एक है. यह केवल वसंत ऋतु में कुछ दिनों के लिए ही खिलता है इसलिए बाजार में यह फूल बहुत महंगे दामों पर बिकता है. इसकी लोकप्रियता गुलाब के फूल से भी ज्यादा है. इसका उपयोग ज्यादातर सजावट के लिए किया जाता है. पहाड़ी इलाकों में पाए जाने वाले इस फूल की एक टहनी पर केवल एक ही फूल खिलता है. यह तुर्की और अगानिस्तान का राष्ट्रीय फूल है. पगड़ी के आकार का होने के कारण इसका नाम Tulip रखा गया है. इसके पौधों की आयु 2 वर्षों की होती है. कंद-पुष्प के बारे में महत्वपूर्ण बातें:
गुलमोहर (Royal Poinciana)गुलमोहर (Royal Poinciana) का वैज्ञानिक नाम Delonix Regia है. गर्म जगहों पर ये अच्छे से विकसित होते है. गुलमोहर दो रंगों ( लाल और पीला) में पाए जाते है. इसके वृक्ष बड़े और घने होते है. गुलमोहर के पेड़ को जंगल की रौशनी भी कहा जाता है. बहुत सारे फूलों के कई और नाम (Flowers Name) भी होते हैं. गुलमोहर को भी कई और नामों से जाना जाता है. जैसे:
गुलमोहर का पेड़ बहुत खूबसूरत और सदाबहार होता है. जंगल में इस पेड़ की अलग ही शोभा होती है. गर्मियों में फूलों से लदे इसके पेड़ सभी के लिए आकर्षण का केंद्र बन जाते है. इसकी ऊंचाई 40-50 फीट तक होती है. भारतीय संस्कृति में गुलमोहर का विशेष स्थान है. इसे पवित्र फूल भी कहा जाता है. भगवान कृष्ण को यह फूल इतना पसंद है कि वो इसे अपने मुकुट पर लगाते है. गुलमोहर में कई औषधीय गुण होते हैं. आईए उन गुणों के बारे में जाने.
डहेलिया (Dahlia)डहेलिया (Dahlia) का वैज्ञानिक नाम Dahlia Pinnata है. यह फूल बड़ा और खूबसूरत होता है. यह फूल कई रंगों का होता है. इसके खूबसूरत रंग तितलियों को आकर्षित करते है. इसका पौधा छोटा होता है इसलिए इसे लोग गमले में भी लगाते है. फूलों के बगीचे में इसकी शोभा अलग ही दिखती है. जानकार लोग इसे सूरजमुखी के जाती का फूल बताते है. इस फूल की 40000 से ज्यादा प्रजातियां है. इस फूल का आकार गेंद के जैसा होता है. गेंद के जैसा दिखने के कारण बच्चे इसे बहुत पसंद करते है. इसके पौधों को कीड़ों से बचाकर रखना पड़ता है. डहेलिया के बारे में महत्वपूर्ण बातें:
हरसिंगार (Night Jasmine)हरसिंगार (Night Jasmine) का वैज्ञानिक नाम Nyctanthes Rbor-Tristis है. इसके फूल सफेद रंग के होते हैं. इसके पौधे बहुत तेजी से विकसित होते है. ये पूरे साल विकसित होते रहते है पर सर्दियों के मौसम में जब तापमान बहुत कम हो जाता है तो इसका विकास रुक जाता है. गर्मी का मौसम समाप्त होने के बाद जब हल्की बारिश का मौसम आता है तो यह फूल अपने चरम सौंदर्य को दर्शाता है. हरसिंगार (Night Jasmine) भी कुछ चुनिंदा फूलों की तरह अपने नाम (Flowers Name) से मेल खाता है. यह फूल रात के समय खिलता है इसलिए इसे Night Jasmine कहा जाता है. इसे कई अन्य नामों से भी जाना जाता है. जैसे:
भारतीय संस्कृति में हरसिंगार के फूल को बहुत शुभ माना जाता है. इसे घर के आस-पास लगाने से घर में सुख, शांति, और समृद्धि बनी रहती है. आंगन में इसे लगाना बहुत शुभ माना जाता है. इसके फूलों की खुशबू रातभर घर महकता रहता है. हरसिंगार में औषधीय गुण भी होते हैं. आईए उन गुणों के बारे में आपको जानकारी देते है.
नरगिस (Daffodil)नरगिस (Daffodil) का वैज्ञानिक नाम Narcissus है. यह मुख्य रूप से पीले रंग का होता है पर यह कई अन्य रंगों में भी पाया जाता है. इसकी पत्तियां लंबी और पतली होती है. इसकी खूबसूरती और सुगंध सभी को आकर्षित करती है. इसे सीमित मात्रा में पानी की जरूरत होती है. यह ठंडी के मौसम में खिलने वाला फूल है. इसके फूल के तने को काटकर पानी के बोतल में रखा जा सकता है. इस तरह से यह फूल घर की शोभा बढ़ाता है. नरगिस की बनावट एकदम अलग होती है. यह फूल 5 पत्तियों वाला होता है और और पत्तियों के बीच कटोरी की तरह दिखने वाला खुला प्याला जैसा होता है. नरगिस के बारे में महत्वपूर्ण बातें:
अबोली (Crossandra)अबोली(Crossandra) का वैज्ञानिक नाम Crossandra Infundibuliformis है. अबोली के फूलों का रंग नारंगी, पीला, और गुलाबी होता है. यह खूबसूरत फूलों में से एक है. इसके पौधे छोटे होते है. इसे गमले में भी लगाया जा सकता है. इसके पौधों को ज्यादा देखभाल की जरूरत नहीं होती है. बस इसकी जड़ों को फंगस (Fungus) से बचा कर रखना पड़ता है. कई फूलों के नाम (Flowers Name) अपने नाम के साथ मेल नहीं खाते. अबोली का फूल भी उसी श्रेणी में आता है. इसके नामकरण की कोई सटीक वजह नहीं है. यह गर्मी के मौसम में खिलने वाला फूल है. दक्षिण भारत की महिलाएं इसे अपने बालों में लगाती है. इस फूल को अच्छी मात्रा में धूप की आवश्यकता होती है. अबोली के फूल के अच्छे विकास के लिए हल्की मिट्टी की आवश्यकता होती है. भारी मिट्टी में इसका पूर्ण विकास नहीं हो पाता. इसे सीमित मात्रा में पानी की आवश्यकता होती है. ज्यादा पानी इसके पूर्ण विकास में बाधा उत्पन्न करता है. अबोली के बारे में महत्वपूर्ण बातें:
मोगरा (Arabian Jasmine)मोगरा (Arabian Jasmine) का वैज्ञानिक नाम Jasminum Sambac है. यह उन फूलों की श्रेणी में आता है जिन फूलों के नाम (Flowers Name) उनके गुणों के आधार पर रखे गए हैं. इसका पौधा बहुत छोटा होता है इसलिए इसे गमले में भी लगाया जा सकता है. मोगरा के फूल छोटे और सफेद रंग के होते है. इसकी गिनती सबसे खुशबूदार फूलों की श्रेणी में होती है. मोगरा के बारे में महत्वपूर्ण बातें:
लैवेंडर (Lavender)लैवेंडर (Lavender) का वैज्ञानिक नाम Lavandula है. इसकी 30 से ज्यादा प्रजातियां होती है. यह बहुत ही खुशबूदार फूल होता है. लैवंडर के फूल नीला और बैगनी रंग के होते हैं. कहीं-कहीं गुलाबी और पीले रंग के भी लैवेंडर देखने को मिलते हैं. इसका पौधा छोटा होता है जिसकी जिसकी अधिकतम ऊंचाई 3 फीट की होती है. लैवंडर के पौधे के विकके लिए अच्छी धूप और सूखी मिट्टी की जरूरत होती है. पौधा जब पूर्ण रूप से विकसित हो जाता है तो इसे पानी की आवश्यकता नहीं होती. यह फूल गुच्छों में खिलता है. एक पौधे पर 2 से 9 की संख्या में गुच्छें खिलते है. देश के कई राज्यों में इसकी खेती की जाती है. इसके फूलों से तेल निकाला जाता है. इस फूल को पवित्र माना जाता है. घर में शांति और समृद्धि के लिए लोग इसके पौधे को घरों में भी लगाते है. लैवेंडर में औषधीय गुण भी होते है. आईए उनके बारे में आपको जानकारी देते है.
बबूल (Acacia)बबूल (Acacia) एक गुणकारी फूल है. इसके फूल गर्मियों में खिलते है. इसके पेड़ की पत्तियां छोटी होती है. इसके फूल पीले रंग के होते है और ये गोलाकार गुच्छों के रूप में खिलते है. बबूल के पेड़ में ढेर सारे कांटे होते है. इसकी दो प्रजातियां होती है. इसके कई अन्य नाम भी है. जैसे:
बबूल में कई औषधीय गुण होते हैं. आईए उन औषधीय गुणों से आपको अवगत कराएं.
गुलदाऊदी (Chandramallika)गुलदाऊदी (Chandramallika) का वैज्ञानिक नाम Chrysanthemum है. यह एक सजावटी फूल है. सर्दियों के मौसम में खिलने वाले इस फूल को सर्दियों की रानी के नाम से भी जाना जाता है. इसके अनेक रंग होते हैं जैसे कि लाल, पीला, गुलाबी, बैंगनी, सफेद, नीला, इत्यादि. इसे चंद्रमल्लिका नाम से भी जाना जाता है. इसकी गिनती उन फूलों में की जाती है जो अपने नाम (Flowers Name) से मेल खाते हैं. गुलदाऊदी की 30 से ज्यादा प्रजातियां पाई जाती हैं. यह ज्यादातर एशियाई और यूरोपीय देशों में पाया जाता है. इसकी आयु छोटी होती है. इसका पौधा छोटा होता है इसलिए लोग इसे गमलों में भी लगाते हैं. यह भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का पसंदीदा फूल है. गुलदाऊदी में चमत्कारिक औषधीय गुण होते है. जैसे:
पलाश (Palash)पलाश (Palash) का वैज्ञानिक नाम Butea Monosperma है. इसे टेसू फूल भी कहा जाता है. यह उत्तर प्रदेश का राज्य पुष्प है. यह फूल लाल रंग का होता है. यह फूल वृक्ष पर खिलता है. जब अपने मौसम में यह पेड़ों पर खिलता है तो पूरा पेड़ इसके फूलों से भर जाता है. दूर से देखने पर ऐसा लगता है जैसे कि जंगल में आग लगी हो. इसलिए इसे जंगल की आग भी कहा जाता है. फूलों के नाम (Flowers Name) भिन्न-भिन्न प्रकार के होते है पर इसका नाम (टेसू) सुनकर ही कुछ अलग लगता है. यह भारत के सभी राज्यों में पाया जाता है. इसके वृक्ष मध्यम आकार के होते हैं. इसके कई और नाम है. जैसे:
इसका उपयोग होली के रंग बनाने में किया जाता है. पलाश के पत्तों का इस्तेमाल पत्तल बनाने में व्यापक रूप से किया जाता है. कई राज्यों में इसके पत्तों का उपयोग बीड़ी बनाने के लिए भी किया जाता है. हिन्दू इसे पवित्र वृक्ष मानते हैं. पलाश में कई औषधीय गुण होते हैं. जैसे:
घृतकुमारी (Aloe Vera)घृतकुमारी (Aloe Vera) का वैज्ञानिक नाम Aloe है. फूल-पौधों के नाम (Flowers Name) की बात की जाए तो एलोवेरा का नाम हर कोई जानता है. फूलों के नाम (Flowers Name) को लोग सुगंध और गुणों के कारण याद रखते है पर एलोवेरा को सिर्फ इसके गुणों के कारण जाना जाता है. इसकी 200 से ज्यादा प्रजातियां होती है. भारत में कई जगहों पर इसकी खेती की जाती है. इसकी खेती करने के लिए कई सारी सावधानियां बरतनी पड़ती है. यह बिना तने वाला सिर्फ पत्तों का पौधा होता है. इसके पौधे छोटे भी होते है जिसके कारण कई लोग इसे घर के गमलों में भी लगाते है. यह मूलतः दक्षिण अफ्रीका (South Africa) का पौधा है. इसके पत्ते लंबे और मोटे होते है. इसके पत्तों के अंदर चिपचिपा रस होता है. इसके चमत्कारिक गुणों के कारण इसे संजीवनी की उपाधी दी गई है. इसके गुणों की चर्चा करने में पूरा एक अध्याय भी कम पड़ जाएगा. आईए इसके के महत्वपूर्ण गुणों के बारे में आप को जानकारी देते हैं.
अशोक (Ashok Flower)अशोक (Ashok Flower) का वैज्ञानिक नाम Saraca Asoca है. यह नारंगी और लाल रंग (मिश्रित) होता है. फरवरी और मार्च के महिने में खिलने वाला यह फूल भारत केेेे सुंदरतम फूलों में से एक है. इस फूल की सुगंध बहुत अच्छी होती है और इसका वृक्ष विशाल होता है. भारत में इसे सीता अशोक भी कहा जाता है. यह उन फूलों में से एक है जो अपने नाम (Flowers Name) से मेल खाते है. जब रावण सीता माता का अपहरण कर उन्हें लंका ले गया तो माता सीता ने लंका में अशोक वृक्ष की छाया में ही अपने दिन गुजारे थे. इसलिए इस वृक्ष को हिंदू समाज में बहुत ही पवित्र माना गया है. ऐसा कहा जाता है कि जिस जमीन पर अशोक का वृक्ष लगा होता है वह भूमि और घर दोनों पवित्र हो जाते है. इस वृक्ष की आश्चर्यजनक बात यह है कि इसके तने पर भी फूल खिलते है. इसके फूल की संरचना मधुमक्खी के छत्ते के जैसी होती है. इसके अन्य नाम भी है. जैसे:
अशोक चमत्कारिक औषधीय गुणों का भंडार है. जैसे:
सत्यानाशी (Prickly Poppy)फूलों के भी नाम (Flowers Name) अजीब होते हैं. कई फूलों के नाम (Flowers Name) सुनकर तो ऐसा लगता है जैसे वह फूल का नाम नहीं बल्कि किसी इंसान या जानवर का नाम हो. यह फूल भी उन्हीं फूलों की श्रेणी में आता है जिनके नाम विचित्र होते हैं. सत्यानाशी (Prickly Poppy) का वैज्ञानिक नाम Argemone Mexicana है. यह दो रंगों में (पीला और सफेद) पाया जाता है. इसके अंदर से पीले रंग का दूध निकलता है इसलिए इसे स्वर्णश्री या कंचनश्री भी कहा जाता हैै. इसके पौधे कांटेदार होते हैं. भारत के लगभग सभी हिस्सों में यह पाया जाता है. यह सभी रोगों का सत्यानाश करता है इसलिए इसे सत्यानाशी नाम दिया गया है. आईए अब आपको इसके औषधीय गुणों से परिचित कराते हैं.
केवड़ा (Pandanus)यह भी उन फूलों की श्रेणी में आता है जिनके नाम ( Flowers Name) विचित्र होते हैं. यह सबसे खुशबूदार फूलों की श्रेणी में आता है. इसका वैज्ञानिक नाम Pandanus Odoratissimus है. इसकी खेती मुख्य रूप से ओडिसा (Odissa)में कर जाती है. इसके पौधों की ऊंचाई लगभग 4 मीटर होती है. इसके खुशबूदार फूलों से परफ्यूम बनाए जाते है जिसकी बाजार में काफी मांग रहती है. इसके फूलों से खुशबूदार अगरबत्तियां भी बनाई जाती है. इसके दो प्रकार के फूल होते है: नर (Male)और मादा(Female). मादा केवड़े में खुशबू नहीं होती. मादा केवड़े को पकने के लिए छोड़ दिया जाता है. पकने के बाद यह खाने या आयुर्वेदिक दवाईयां बनाने के काम आता है. केवड़े के बारे में महत्वपूर्ण बातें:
छुईमुई (Touch Me Not)छुईमुई (Touch Me Not) का वैज्ञानिक नाम Mimosa Pudica है. यह भी उन फूलों की श्रेणी में आता है जिनके नाम (Flowers Name) अपने गुणों से मेल खाते हैं. इसका पौधा सदाबहार होता है. इसके पौधे की लंबाई 10 से 60 सेंटीमीटर तक होती है. इसे ज्यादा देखभाल की जरूरत नहीं होती. मौसम के अनुसार से यह अपने आप को अनुकूलित कर लेता है. अच्छे से विकसित होने के लिए इसे धूप की आवश्यकता होती है. इसके छोटे छोटे खूबसूरत फूल सभी को अपनी ओर आकर्षित करते हैं. स्पर्श करते ही इसका पौधा अपने आप सिकुड़ जाता है. इसलिए इसे छुईमुई कहा जाता है. सिकुड़ने के कुछ मिनटों बाद ही यह वापस फैल जाता है. इसे लगाना बहुत आसान होता है. इसके पौधे को गमले में बड़ी आसानी से उगाया जा सकता है. यह छोटा सा फूल हमारे बगीचे की शोभा बढ़ाता है. इसे लाजवंती के नाम से भी जाना जाता है. छुई मुई के बारे में महत्वूर्ण जानकारी:
FAQ
हमारे शब्द (Our Words)आशा है आप को फूलों के नाम (Flowers Name) पर लिखा यह लेख पसंद आया होगा. इस लेख का सारा श्रेय हमारी रिसर्च और लेखकों की टीम को जाता है. हमारे रिसर्च टीम ने फूलों के नाम (Flowers Name) और गुणों पर विस्तार और गहराई से रिसर्च किया. हमारी टीम ने रिसर्च के दौरान यह भी पाया कि कुछ फूलों के नाम (Flowers Name) अपने गुणों के अनुकूल होते हैं जबकि कुछ फूलों के नाम (Flowers Name) अपने गुणों के अनुकूल नहीं होते. कुछ फूलों के नाम (Flowers Name) के पीछे खास कहानियां होती है तो कुछ फूलों के नामों (Flowers Name) का कोई कारण नहीं होता. कई फूल तो ऐसे होते है जिनके नाम सुनकर ऐसा लगता है जैसे कोई इंसान या जानवर हो. कुछ फूलों के नामों (Flowers Name) का देवी, देवता, या भगवान से संबंध होता है. ऐसे फूलों को पवित्र फूलों की श्रेणी में रखा जाता है. फूलों के नाम (Flowers Name) उनके गुणों से अलग भी हो सकते है. कुछ फूल अपने नाम और गुण में बिल्कुल भिन्न होते है. इसलिए किसी भी फूल का नाम (Flowers Name) सुनकर या पढ़कर उसके गुणों का अनुमान नहीं लगाया जा सकता. आशा है कि हमारे लेख से आपको फूलों के नाम (Flowers Name) से संबंधित उचित जानकारी प्राप्त हुई होगी. फूलों के नाम (Flowers Name) का यह लेख पढ़ने के लिए आपका धन्यवाद! 10 फूलों के नाम क्या है?Flowers name in hindi|फूलों के नाम हिंदी में. Rose(गुलाब). Lotus(कमल). Daisy(गुलबहार). Palash(पलाश के फूल). Sunflower(सूरजमुखी). Jasmine(चमेली का फूल). Marigold(गेंदे का फूल). Hibiscus (गुड़हल का फूल). 20 फूलों का नाम क्या है?20 फूलों के नाम. फूल के कितने नाम है?कुछ लोकप्रिय फूलों के नाम Famous flowers name –. गुलाब का फूल – Rose Flower.. कमल का फूल – Lotus Flower.. गेंदा का फूल – Yellow Marigold.. रजनीगंधा का फूल – Mexican Tuberose.. चमेली का फूल – Jasmine.. कनेर का फूल – Oleander.. सूरजमुखी का फूल – Sunflower.. गुलबहार का फूल – Daisy.. फूलों का राजा कौन सा है?गुलाब को फूलों का राजा यूं ही नहीं कहा जाता। रंग और सौंदर्य के साथ खुशबू का मेल उसे बेजोड़ बना देता है, लेकिन इसके साथ यह बहुउपयोगी है। गुलाब फूल होने के साथ-साथ एक जड़ी बूटी भी है। गुलाब का फूल हमें कई सेहत से जुड़े फायदे भी देता है।
|