पीएनबी बैंक में सीमा सीमा क्या है? - peeenabee baink mein seema seema kya hai?

पब्लिक सेक्टर (Public Sector) के प्रमुख बैंकों में से एक पंजाब नेशनल बैंक (Punjab National Bank) जल्द ही अपने ग्राहकों को खुशखबरी दे सकता है. पीएनबी डेबिट कार्ड (Debit Card) से ट्रांजेक्शन (Transaction) की लिमिट में बदलाव करने की तैयारी में है. इसको लेकर पीएनबी ने संकेत भी दिए हैं. बैंक ने अपनी वेबसाइट पर एक नोटिस जारी कर लिखा है कि प्रिय ग्राहकों, बैंक जल्द ही हाई एंड वेरिएंट डेबिट कार्ड से लेनदेन की ट्रांजेक्शन की लिमिट में बदलाव करेगा.

बढ़ने वाली है ट्रांजेक्शन की लिमिट

पंजाब नेशनल बैंक के अनुसार, मास्टर कार्ड, रुपे और वीजा गोल्ड डेबिट कार्ड के सभी प्लैटिनम वेरिएंट के लिए रोजाना एटीएम से निकासी की लिमिट को 50,000 रुपये से बढ़ाकर 1,00,000 रुपये किया जा सकता है. वहीं, POS पर ग्राहक प्रतिदन 1,25,000  रुपये की जगह 3,00,000 रुपये तक का ट्रांजेक्शन कर सकते हैं. बैंक ने कहा कि रुपे सिलेक्ट और वीजा सिग्नेचर डेबिट कार्ड के लिए ATM से नकद निकासी की लिमिट 50,000 रुपये से बढ़ाकर 1,50,000 रुपये की जाएगी. इन कार्डों के लिए POS से लेनदेन की रोजाना की लिमिट को 1,25,000 रुपये से बढ़कर 5,00,000 रुपये तक किया जाएगा.

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ऐसे लिमिट बढ़वा सकते हैं ग्राहक

पीएनबी ने एक बयान में कहा कि ग्राहकों को सलाह दी जाती है कि वे इंटरनेट बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग ऐप, पीएनबी एटीएम, आईवीआर या बेस ब्रांच में जाकर ट्रांजेक्शन की लिमिट में हुए बदलाव का लाभ उठा सकते हैं. साथ ही पीएनबी ने अपने ग्राहकों से कार्ड सेफ्टी को लेकर कहा कि वे किसी के साथ भी अपने डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड और बैंक खाते से जुड़ी पर्सनल डिटेल्स शेयर न करें.

दरअसल, कई बार साइबर अपराधी ग्राहकों को फोन कर क्रेडिट कार्ड की लिमिट को बढ़ाने का झांसा देकर उनकी पर्सनल जानकारियां हासिल कर लेते हैं. इसके बाद वो ग्राहकों के खाते से अवैध तरीके से पैसों की निकासी कर लेते हैं. 

अभी कितनी है लिमिट

जिनके पास रुपे और मास्टर वर्जन के बैंक द्वारा जारी क्लासिक डेबिट कार्ड हैं, उनके लिए प्रतिदिन कैश निकासी की लिमिट 25,000 रुपये, एकमुश्त नकद निकासी की सीमा 20,000 रुपये और पीओएस से लेनदेन की सीमा है 60,000 रुपये है. पीएनबी के जिन ग्राहकों के पास विजा का गोल्ड डेबिट कार्ड है, उनके लिए रोजना कैश निकासी की लिमिट 50,000 रुपये, एकमुश्त नकद निकासी की सीमा 20,000 रुपये और पीओएस से लेनदेन की सीमा 1,25,000 रुपये है.

इस तरह के कॉल- मैसेज से रहें सावधान

साइबर प्रॉड से बचने के लिए बैंक ने साफ कहा है कि पिन नंबर, ओटीपी, ईमेल-आईडी जैसी डिटेल्स मांगने वाले ई-मेल, कॉल और SMS सही नहीं होते हैं. बैंक, RBI, इनकम टैक्स, पुलिस अधिकारी फोनकर कभी भी ग्राहकों से इस तरह की डिटेल्स नहीं मांगते हैं. अगर आपको थोड़ा सा भी अवैध ट्रांजेक्शन का संदेह हो तो अपने कार्ड का पिन तुरंत बदल दें या फिर बैंक के कस्टमर केयर अधिकारी से संपर्क करें.
 

पंजाब नेशनल बैंक ने एटीएम से पैसे निकालने को लेकर एक लिमिट तय कर रखी है, जिसके अनुसार ही ग्राहक एटीएम से पैसे निकाल सकते हैं. बैंक ने हर कार्ड के आधार पर अलग अलग लिमिट तय की हुई है.

पीएनबी बैंक में सीमा सीमा क्या है? - peeenabee baink mein seema seema kya hai?

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने कैश और नॉन-कैश एटीएम ट्रांजेक्शनपर मुफ्त सीमा के बाद लगने वाला चार्ज बढ़ा दिया है.

अगर आप भी पंजाब नेशनल बैंक का डेबिट कार्ड इस्तेमाल करते हैं तो आपके लिए जरूरी सूचना है. दरअसल, बैंक ने एटीएम से पैसे निकालने को लेकर एक लिमिट तय कर रखी है, जिसके अनुसार ही ग्राहक एटीएम से पैसे निकाल सकते हैं. बैंक ने हर कार्ड के आधार पर अलग अलग लिमिट तय की हुई है. अगर आपका भी पीएनबी में अकाउंट है तो आपको भी यह ध्यान रखना चाहिए कि एटीएम कार्ड से पैसे निकलवाने की लिमिट क्या है.

ऐसे में जानते हैं कि एटीएम से पैसे निकालवाने की लिमिट क्या है और आप अपने कार्ड के प्रकार के हिसाब से जान सकते हैं कि आपके कितने रुपये एटीएम से निकाल सकते है. बता दें कि अगर आप लिमिट से ज्यादा पैसे निकलवाना चाहते हैं तो बैंक की ब्रांच में जाकर चेक या फॉर्म के जरिए पैसे निकलवा सकते हैं.

आरबीआई का क्या है नियम?

वैसे एटीएम से कैश निकलवाने की लिमिट के बारे में बताने से पहले आपको बता दें कि गुरुवार को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने कैश और नॉन-कैश एटीएम ट्रांजेक्शनपर मुफ्त सीमा के बाद लगने वाला चार्ज बढ़ा दिया है. यह नई व्यवस्था 1 जनवरी 2022 यानी अगले साल से लागू होगी. इसके तहत आपको मुफ्त सीमा के बाद एटीएम ट्रांजेक्शन करने पर 20 रुपये के बजाय 21 रुपये का चार्ज देना होगा. ये नए नियम अगले साल की शुरुआत से लागू हो जाएंगे. बता दें कि ग्राहकों को उनके बैंकों की तरफ से हर महीने कैश और नॉन-कैश ट्रांजेक्शन मिलाकर 5 मुफ्त ट्रांजेक्शन मिलते हैं.

कितनी है लिमिट?

अगर एटीएम से कैसे निकालने की लिमिट की बात करें तो क्लासिक डेबिट कार्ड के जरिए आप एटीएम से मैक्सिमम सिर्फ 25 हजार रुपये निकाल सकते हैं. पीएनबी की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, POS/ECOM की डेली लिमिट 60 हजार रुपये है. वहीं, प्लेटिनम डेबिट कार्ड में डेली कैश विड्रॉल की लिमिट 50 हजार रुपये है और प्लेटिनम कार्ड में POS/ECOM की लिमिट 1 लाख 25 हजार रुपये है.

क्या एटीएम में पैसे के लिए सेट कर सकते हैं लिमिट?

आप अपने एटीएम, इंटरनेट बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग, भीम ऐप के लिए ट्रांजेक्शन की लिमिट तय कर सकती है. आप ऑनलाइन बैंकिंग के माध्यम से यह लिमिट तय कर सकते हैं. इससे अगर कोई दूसरा भी कोई एटीएम का इस्तेमाल करता है तो वो आपकी तय लिमिट से ज्यादा का ट्रांजेक्शन नहीं कर सकते हैं.

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बैंकिंग पीएनबी में सीमा सीमा क्या है?

पंजाब नेशनल बैंक के ग्राहकों के लिए वर्तमान समय में दैनिक नकद निकासी की सीमा 25,000 रुपये है. जबकि एक बार में केवल 20 हजार रुपये की निकासी कर सकते हैं. जबकि दैनिक पीओएस की सीमा 60,000 रुपये है. यह सीमा केवल बैंक द्वारा जारी रुपे और मास्टर क्लासिक डेबिट कार्ड पर लागू होती है.

पंजाब नेशनल बैंक से 1 दिन में कितने पैसे निकाल सकते हैं?

पंजाब नेशनल बैंक के अनुसार, मास्टर कार्ड, रुपे और वीजा गोल्ड डेबिट कार्ड के सभी प्लैटिनम वेरिएंट के लिए रोजाना एटीएम से निकासी की लिमिट को 50,000 रुपये से बढ़ाकर 1,00,000 रुपये किया जा सकता है. वहीं, POS पर ग्राहक प्रतिदन 1,25,000 रुपये की जगह 3,00,000 रुपये तक का ट्रांजेक्शन कर सकते हैं.

सेविंग अकाउंट से एक बार में कितने पैसे निकाल सकते हैं?

सामान्य सेविंग अकाउंट (Regular Saving Account) में आप चाहे जितना पैसा जमा कर सकते हैं और चाहे जितना पैसा निकाल सकते हैं। इसमें पैसा जमा करने या निकालने की कोई सीमा नहीं होती। हालांकि बैंक ब्रांच में जाकर नकद पैसा जमा करने और नकद पैसा निकालने की सीमा तय होती है।

पंजाब नेशनल बैंक सेविंग अकाउंट में मिनिमम बैलेंस कितना होना चाहिए?

ग्रामीण इलाकों में बचत खाते पर न्यूनमत बैलेंस राशि 1,000 रुपए है, जो पहले 500 रुपए थी। शहरी इलाकों में बचत खाताधारकों को कम से कम 2,000 रुपए रखने होते हैं। पहले ये लिमिट 1,000 रुपए थी। अगर ग्राहक मिनिमम बैलेंस मेंटेन नहीं करते और राशि 500 या उससे नीचे रहती है तो बैंक तीन महीने की गणना के आधार पर वसूली करता है।