पेट में रोज गैस क्यों बनती है? - pet mein roj gais kyon banatee hai?

आजकल का खान-पान ऐसा हो गया है कि पेट में गैस बनना, एसिडिटी जैसी बीमारियां आम हो गई हैं। और सर्दियों में तो खासतौर पर हम तरह-तरह की ताली भुनी चीज़ें खाते रहते हैं जिनसे एसिडिटी के रूपे में पेट में, सीने में या कई बार तो सिर में भी तेज़ दर्द होता है। उस वक्त बस ऐसा लगता है कि जल्द से जल्द इस दर्द से आराम मिल जाए। पेट में बनने वाली गैस को दूर भगाने के कई घरेलू नुस्खे होते हैं, आप भी जानिए इनके बारे में...

ज़्यादा खट्टा, तीखा, मसाले वाला खाना खाने से, देर रात तक जागना, पानी कम पीना, गुस्सा, चिंता, बहुत देर तक एक ही जगह बैठे रहने आदि से गैस बनने लगती है, इसके अलावा कुछ दाल व सब्ज़ियां भी ऐसी होती हैं जो गैस बनाती हैं। ज़्यादा चाय पीने से भी गैस बनती है। इससे पेट, पीठ, सीने, सिर में दर्द होने लगता है, भूख कम लगती है, डकारें आती हैं, सीने व पेट में जलन होती है, चक्कर आना, जैसी समस्याएं हो जाती हैं। इसके लिए ये घरेलू नुस्खे आपके काम आ सकते हैं।

  • नींबू का रस व अदरक एक - एक चम्मच लें, फिर उसमें थोड़ा सा काला नमक मिलाएं और इसे खाने के बाद खाएं, इससे पाचन शक्ति अच्छी होती है और गैस की समस्या भी दूर होती है।
  • अजवायन के चूर्ण को गर्म पानी के साथ खाएं, इससे गैस, बदहजमी से आराम मिलता है।
  • रोज़ 2 - 3 छोटी हरड़ मुंह में डालकर चूसते रहें, फायदा होगा।

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  • मेथीदाना और गुड़ को पानी में डालकर उबाल लें और इस पानी को छानकर पी लें, गैस में आराम मिलेगा। (जिन लोगों का शरीर कमज़ोर हो, चक्कर आते हों या गर्म तासीर वाली चीज़ें हजम न होती हों वे मेथीदाना का इस्तेमाल न करें)
  • आधा चम्मच हरड़ में आधा चम्मच सोंठ का पाउडर व थोड़ा सा सेंधा नमक मिलाकर खाना खाने के बाद गर्म पानी के साथ खाएं, फायदा होगा।
  • दो चुटकी पिसी हुई हल्दी में 2 चुटकी नमक मिलाकर गर्म पानी के साथ पिएं।
  • भुनी हींग व काला नमक मिलाकर गर्म पानी के साथ खाएं, आराम होगा।
  • खाने के साथ टमाटर, मूली, खीरे पर काला नमक डालकर खाएं, फायदा होगा।
  • अदरक के टुकड़े पर काला नमक लगाकर मुंह में डालकर चूसते रहें, धीरे -धीरे गैस बनना बंद हो जाएगी।
  • एक चम्मच जीरा लें और इसे दो कप पानी में 10-15 मिनट के लिए उबालें। अब इसे ठंडा होने दें और भोजन के बाद इसे पियें।

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  • मूली के जूस में काला नमक और हींग मिलाकर पिएं।
  • ज़्यादा से ज़्यादा पानी पिएं, इससे पेट साफ होगा और गैस नहीं बनेगी।
  • प्याज के रस में काला नमक और हींग पीसकर व मिलाकर पीने से पेट की गैस और गैस का दर्द ठीक हो जाता है |
  • सेब के सिरके की दो चम्मच गुनगुने पानी में मिलाकर पीने से गैस में तुरंत राहत मिल जाती है।
  • चुटकी भर भुना जीरा, काला नमक और पुदीना छाछ में मिलाकर खाना खाने के बाद पीने से गैस की समस्या आमतौर पर नहीं उभरती।

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Cause of Stomach Gas: पेट में गैस बनना एक नैचरल प्रॉसेस है. गैस बनती है तो गैस पास भी होती है और यह हेल्दी डायजेस्टिव सिस्टम का लक्षण है. लेकिन क्या आपने कभी इस बात पर गौर किया है कि पिछले कुछ साल की तुलना में अब आपको गैस बनने की समस्या अधिक होने लगी है. गैस बनना, सीने पर जलन होना, पेट फूलना, खट्टी डकारें आना जैसी समस्याएं अब ज्यादातर लोगों को डेली लाइफ में परेशान कर रही हैं. जबकि 10 से 15 साल पहले ये समस्याएं इतनी अधिक नहीं होती थीं.  

हमने आपको ऊपर ही यह बात क्लियर कर दी है कि हम आपके पसंदीदा फास्टफूड या लेजी लाइफस्टाइल के बारे में यहां कोई बात नहीं कर रहे हैं. बल्कि हेल्दी डायट में आ चुके एक ऐसे बदलाव की तरफ आपका ध्यान दिलाएंगे, जिसे अनदेखा किया जा रहा है...

पेट में अधिक गैस बनने का कारण

आजकल लोगों को गैस अधिक बनने की समस्या इसलिए अधिक हो रही है क्योंकि लोग बिना छिलके की दाल खाते हैं. पुराने समय में या कहिए कि डेढ़ से दो दशक पहले तक चने से लेकर अरहर तक हर दाल पर छिलका चढ़ा होता था. फिर बाजारवाद हावी हुआ और सौंदर्य की मांग भोजन में भी बढ़ गई. बिना छिलके की दाल अधिक सुंदर और आकर्षक दिखती है तो बाजार में इसी ने पैठ बना ली और हम सब गैस के मरीज बन गए.

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छिलका युक्त दाल खाने के फायदे

  • छिलका युक्त दालों का सेवन करने से गैस बनने की समस्या नियंत्रित रहती है. क्योंकि छिलका फाइबर और ऐसे दूसरे जरूरी न्यूट्रिऐंट्स से भरपूर होता है, जो गैस और अपच जैसी समस्या से बचाते हैं.
  • दाल बी-श्रेणी के प्रोटीन रिच फूड्स में आती है. यानी ऐसा प्रोटीन जो हमें बनस्पतियों से प्राप्त होता है. इस प्रोटीन को डायजेस्ट होने और आंतों द्वारा अवशोषित होने में अधिक समय लगता है. और जब हम बिना छिलके की दाल का सेवन करते हैं तो पाचन और अवशोषण का यह समय और बढ़ जाता है.
  • डायजेशन में हो रही देरी और अवशोषण में लग रहा समय पाचनतंत्र पर एक अतिरिक्त दबाव क्रिऐट करता है, जो पाचन संबंधी विकारों के रूप में सामने आता है. यही कारण है कि ज्यादातर लोगों को गैस अधिक बनती है या फिर अपच, खट्टी डकार, पेट फूलना जैसी समस्याएं होने लगती हैं.

फाइबर कैसे पहुंचाता है डायजेशन में लाभ?

दाल हमारे भारतीय भोजन का मुख्य आहार (Food)है. हम सभी रोज के भोजन में एक ना एक टाइम दाल का सेवन जरूर करते हैं. या तो हम दाल को दाल के रूप में खाते हैं या फिर इसकी स्टफिंग करके या इससे बने दूसरे फूड्स खाते हैं. ऐसे में बिना छिलके की दाल ही हमारे पेट में जाती है. 

शाकाहारी लोगों के लिए तो अपने शरीर की डेली प्रोटीन नीड को पूरा करने में दाल एक मुख्य भोजन है. ऐसे में दाल का सेवन करना ही है लेकिन गैस की समस्या से भी बचना है तो बेहतर रहेगा कि आप छिलका युक्त दालों का सेवन शुरू कर दें. यहां जानें, दाल के छिलकों में पाया जाने वाला फाइबर कैसे आपके पाचन और गैस की समस्या को दूर रखता है...

  • फाइबर आपके पेट को साफ करने में महत्वपूर्ण रोल निभाता है. यह स्टूल (मल) को हेवी और सॉफ्ट बनाता है, जिससे मोशन के दौरान दर्द या परेशानी नहीं होती, प्रेशर नहीं लगाना पड़ता और एक ही बार में पेट पूरी तरह साफ हो जाता है.
  • जब पेट साफ रहता है तो इसका अर्थ होता है कि आपके पाचन तंत्र पर अतिरिक्त दबाव नहीं है और पेट में हानिकारक माइक्रोब्स नहीं पनप रहे हैं. इसलिए आपके द्वारा खाए गए भोजन का पाचन अच्छी तरह हो पाता है.
  • मोशन के बाद आपकी आंते खाली हो जाती हैं और यदि मोशन ठीक से हो जाए तो आंतों की सफाई भी हो जाती है. ऐसे में आपके द्वारा किए गए भोजन से प्राप्त गुणों आंते अधिक सक्रियता और तीव्रता से अवशोषित कर पाती हैं.
  • यह कुछ इस तरह है कि ना काम पैंडिंग होगा, ना तनाव क्रिऐट होगा और जब तनाव नहीं होगा तो इसके कारण होने वाली समस्याएं भी नहीं होंगी! कुल मिलाकर बात इतनी है कि आप छिलका युक्त दाल का महत्व समझ गए हैं, अब इसे अपनी डेली डायट का हिस्सा बन लेंगे तो गैस की समस्या से बचाव में मदद मिलेगी. 

Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें. 

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बार बार गैस बनने का कारण क्या है?

एक्सपर्ट्स मानते हैं कि इसके पीछे खराब खान-पान और सुस्त जीवनशैली है। बहुत से लोग गैस या एसिडिटी की समस्या को हल्के में लेते हैं। एक्सपर्ट्स मानते हैं कि गैस की समस्या बवासीर, वजन कम होना, कब्ज, डायरिया और उल्टी या मतली जैसी गंभीर समस्याओं का कारण बन सकता है।

पेट की गैस को जड़ से खत्म कैसे करें?

पेट की गैस को जड़ से खत्म करने वाले उपाय.
पेट में गैस की समस्याए से बचाएगा गर्म पानी अगर आपको पेट में गैस की समस्या है तो सुबह उठते ही गर्म पानी पीनेकी आदत अपनानी चाहिए। ... .
अजवाइन, काला नमक का चूर्ण बनाकर लें ... .
1 चम्मच अजवाइन या जीरे का सेवन करें ... .
काला नमक परेशानी खत्म करेगा.

गैस का परमानेंट इलाज क्या है?

पेट की गैस से छुटकारा पाने के घरेलू उपाय- -नीबू के रस में 1 चम्मच बेकिंग सोडा मिलाकर सुबह के वक्त खाली पेट पिएं। - काली मिर्च का सेवन करने से हाजमे की समस्या दूर होती है। -आप दूध में काली मिर्च मिलाकर भी पी सकते हैं। - छाछ में काला नमक और अजवाइन मिलाकर पीने से भी गैस की समस्या में काफी लाभ मिलता है।

पेट फूलना कौन सी बीमारी के लक्षण है?

पेट का फूला रहना एसाइटिस बीमारी की वजह से भी हो सकता है. यह बीमारी फैटी-जंक फूड और शराब का अत्यधिक सेवन की वजह से हो सकती है. इस बीमारी में व्यक्ति के पेट में लिक्विड जमा होने लगता है और धीरे-धीरे पेट फूलने लगता है. ये लिवर की गंभीर बीमारी का संकेत हो सकता है.